बॉलीवुड एक्ट्रेस व BJP सांसद कंगना रनोट के किसान आंदोलन के दौरान हत्या और रेप वाले बयान के बाद घमासान मचा हुआ है। कंगना के बयान के बाद हरियाणा BJP के नेताओं ने चुप्पी साध ली है। विधानसभा चुनाव सिर पर होने के चलते प्रदेश का कोई नेता अपने सांसद के बयान पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। इस पर हरियाणा कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है। इनके X हैंडल पर लिखा गया, ‘750 किसानों की शहादत को अपमानित करते हुए भाजपा सांसद हरियाणा के किसानों को देशद्रोही बता रही है। मैडम, सत्ता का नशा हो या किसी और तरह का, ज्यादा दिन नहीं टिकता। हरियाणा से भाजपा का सूपड़ा साफ होने वाला है।’ हरियाणा कांग्रेस ने यह भी लिखा, ‘सांसद @KanganaTeam जी, हो सकता है कि आप खुद अपनी कोई फसल उगाकर उसका सेवन करती हों, लेकिन बाकी देश किसानों के उगाए हुए अन्न पर ही पलता है। आपको हमारे किसानों को इस तरह अपमानित करने का कोई अधिकार नहीं। आपका बयान बेहद शर्मनाक है।’ कंगना को पद की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए
वहीं, भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के प्रदेशाध्यक्ष दिलबाग सिंह हुड्डा ने कहा, ‘कंगना को सोच समझकर बयानबाजी करनी चाहिए। किसानों की शहीदी का कंगना मजाक बना रही है। किसानों को रेपिस्ट कहना घोर निंदनीय है। कम से कम अपने पद की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। कंगना को तुरंत अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए, नहीं तो किसान इसका पुरजोर विरोध करेंगे। इधर, भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह के प्रवक्ता तेजवीर सिंह ने कहा, ‘कंगना रनोट मंदबुद्धि है। उसे हम कभी सीरियस नहीं लेते। उसने पहले भी किसान आंदोलन के समय इसी तरह की गलत बयानबाजी की थी। उसका काम ही गलत बयानबाजी कर सस्ती लोकप्रियता हासिल करना रहा है।’ कंगना का बयान बेहूदा
संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा, ‘कंगना रनोट का बयान बेहूदा है। उनका इतिहास रहा है कि वह इस तरह की बयानबाजी करती हैं। उनका बॉलीवुड में बैकग्राउंड किस तरह का रहा है, वह पूरा देश जानता है। एक फिल्मी लाइफ, रील लाइफ होती है। रियल लाइफ में कोई फर्जी कैरेक्टर करने से महान नहीं बन जाता। कंगना के बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संज्ञान लेना चाहिए, वर्ना इस बयान का प्रधानमंत्री द्वारा समर्थन माना जाएगा। किसान जींद के उचाना की अनाजमंडी में 15 सिंतबर को बड़ी रैली कर रहे हैं। कंगना में रैली का मुद्दा उठाया जाएगा।’ पहले भी किसानों पर विवादित बयान दे चुकी कंगना…. आंदोलनकारी किसानों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की
कंगना ने किसान आंदोलन के दौरान कई बयान दिए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर आंदोलनकारियों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की थी। उन्होंने लिखा था- ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन हमें एक महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नहीं भूलना चाहिए। इंदिरा गांधी ने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था। भले उन्होंने इस देश को कितनी भी पीड़ा दी हो, लेकिन उन्होंने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनकी मृत्यु के दशकों बाद भी आज भी उनके नाम से कांपते हैं, इनको वैसा ही गुरू चाहिए।’ कंगना ने कहा था- किसान आंदोलन में महिलाएं 100 रुपए में शामिल होती हैं किसान आंदोलन के वक्त कंगना ने 27 नवंबर 2020 को एक सोशल मीडिया पोस्ट की। जिसमें कंगना रनोट ने रात 10 बजे एक महिला का फोटो पोस्ट करते हुए लिखा था कि किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुई यह महिला वही मशहूर बिलकिस दादी है, जो शाहीन बाग के प्रदर्शन में थी, जो 100 रुपए लेकर उपलब्ध है। कंगना ने जिस महिला की तस्वीर पोस्ट की, वह पंजाब में मानसा की किसान मोहिंदर कौर थीं। कंगना को बिलकिस बानो और मोहिंदर कौर को पहचानने में गलती हुई। हालांकि, कंगना ने बाद में यह पोस्ट डिलीट कर दी, लेकिन तब तक इसके स्क्रीनशॉट वायरल हो चुके थे। इसके बाद किसान मोहिंदर कौर ने कोर्ट में भी मानहानि का केस कर दिया। जिसकी सुनवाई चल रही है। कंगना के बयान पर CISF कॉन्स्टेबल ने जड़ा था थप्पड़ 3 महीने पहले कंगना रनोट जब चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर आईं तो यहां CISF की महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। CISF कॉन्स्टेबल की वीडियो भी सामने आई थी, जिसमें वह कह रही थीं कि कंगना ने जब किसान आंदोलन में शामिल महिला को 100 रुपए में धरना देने वाली कहा था तो उसकी मां भी धरने पर बैठी थीं। थप्पड़ जड़ने के बाद एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने कुलविंदर कौर को हिरासत में ले लिया था। इसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। बॉलीवुड एक्ट्रेस व BJP सांसद कंगना रनोट के किसान आंदोलन के दौरान हत्या और रेप वाले बयान के बाद घमासान मचा हुआ है। कंगना के बयान के बाद हरियाणा BJP के नेताओं ने चुप्पी साध ली है। विधानसभा चुनाव सिर पर होने के चलते प्रदेश का कोई नेता अपने सांसद के बयान पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। इस पर हरियाणा कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है। इनके X हैंडल पर लिखा गया, ‘750 किसानों की शहादत को अपमानित करते हुए भाजपा सांसद हरियाणा के किसानों को देशद्रोही बता रही है। मैडम, सत्ता का नशा हो या किसी और तरह का, ज्यादा दिन नहीं टिकता। हरियाणा से भाजपा का सूपड़ा साफ होने वाला है।’ हरियाणा कांग्रेस ने यह भी लिखा, ‘सांसद @KanganaTeam जी, हो सकता है कि आप खुद अपनी कोई फसल उगाकर उसका सेवन करती हों, लेकिन बाकी देश किसानों के उगाए हुए अन्न पर ही पलता है। आपको हमारे किसानों को इस तरह अपमानित करने का कोई अधिकार नहीं। आपका बयान बेहद शर्मनाक है।’ कंगना को पद की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए
वहीं, भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के प्रदेशाध्यक्ष दिलबाग सिंह हुड्डा ने कहा, ‘कंगना को सोच समझकर बयानबाजी करनी चाहिए। किसानों की शहीदी का कंगना मजाक बना रही है। किसानों को रेपिस्ट कहना घोर निंदनीय है। कम से कम अपने पद की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। कंगना को तुरंत अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए, नहीं तो किसान इसका पुरजोर विरोध करेंगे। इधर, भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह के प्रवक्ता तेजवीर सिंह ने कहा, ‘कंगना रनोट मंदबुद्धि है। उसे हम कभी सीरियस नहीं लेते। उसने पहले भी किसान आंदोलन के समय इसी तरह की गलत बयानबाजी की थी। उसका काम ही गलत बयानबाजी कर सस्ती लोकप्रियता हासिल करना रहा है।’ कंगना का बयान बेहूदा
संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा, ‘कंगना रनोट का बयान बेहूदा है। उनका इतिहास रहा है कि वह इस तरह की बयानबाजी करती हैं। उनका बॉलीवुड में बैकग्राउंड किस तरह का रहा है, वह पूरा देश जानता है। एक फिल्मी लाइफ, रील लाइफ होती है। रियल लाइफ में कोई फर्जी कैरेक्टर करने से महान नहीं बन जाता। कंगना के बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संज्ञान लेना चाहिए, वर्ना इस बयान का प्रधानमंत्री द्वारा समर्थन माना जाएगा। किसान जींद के उचाना की अनाजमंडी में 15 सिंतबर को बड़ी रैली कर रहे हैं। कंगना में रैली का मुद्दा उठाया जाएगा।’ पहले भी किसानों पर विवादित बयान दे चुकी कंगना…. आंदोलनकारी किसानों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की
कंगना ने किसान आंदोलन के दौरान कई बयान दिए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर आंदोलनकारियों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की थी। उन्होंने लिखा था- ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन हमें एक महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नहीं भूलना चाहिए। इंदिरा गांधी ने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था। भले उन्होंने इस देश को कितनी भी पीड़ा दी हो, लेकिन उन्होंने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनकी मृत्यु के दशकों बाद भी आज भी उनके नाम से कांपते हैं, इनको वैसा ही गुरू चाहिए।’ कंगना ने कहा था- किसान आंदोलन में महिलाएं 100 रुपए में शामिल होती हैं किसान आंदोलन के वक्त कंगना ने 27 नवंबर 2020 को एक सोशल मीडिया पोस्ट की। जिसमें कंगना रनोट ने रात 10 बजे एक महिला का फोटो पोस्ट करते हुए लिखा था कि किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुई यह महिला वही मशहूर बिलकिस दादी है, जो शाहीन बाग के प्रदर्शन में थी, जो 100 रुपए लेकर उपलब्ध है। कंगना ने जिस महिला की तस्वीर पोस्ट की, वह पंजाब में मानसा की किसान मोहिंदर कौर थीं। कंगना को बिलकिस बानो और मोहिंदर कौर को पहचानने में गलती हुई। हालांकि, कंगना ने बाद में यह पोस्ट डिलीट कर दी, लेकिन तब तक इसके स्क्रीनशॉट वायरल हो चुके थे। इसके बाद किसान मोहिंदर कौर ने कोर्ट में भी मानहानि का केस कर दिया। जिसकी सुनवाई चल रही है। कंगना के बयान पर CISF कॉन्स्टेबल ने जड़ा था थप्पड़ 3 महीने पहले कंगना रनोट जब चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर आईं तो यहां CISF की महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। CISF कॉन्स्टेबल की वीडियो भी सामने आई थी, जिसमें वह कह रही थीं कि कंगना ने जब किसान आंदोलन में शामिल महिला को 100 रुपए में धरना देने वाली कहा था तो उसकी मां भी धरने पर बैठी थीं। थप्पड़ जड़ने के बाद एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने कुलविंदर कौर को हिरासत में ले लिया था। इसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर