पंजाब के जालंधर में गदईपुर से सटे संजय गांधी नगर के पास ट्रक के अचानक ब्रेक लगाने से पीछे आ रही एक्टिवा हादसे का शिकार हो गई। एक्टिवा को 13 वर्षीय नाबालिग चला रहा था, जिसकी ट्रक की बैक लगने से मौके पर ही मौत हो गई थी। मृतक की पहचान भगत सिंह कॉलोनी के रहने वाले अवि मल्होत्रा पुत्र राकेश मल्होत्रा के रूप में हुई है। जिनके शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए जालंधर के सिविल अस्पताल में भेज दिया है। पड़ोसी की रोटी देने जा रहा था बच्चा जानकारी के अनुसार 13 साल अवि मल्होत्रा एक्टिवा पर सवार होकर अपने पड़ोसी को रोटी देने के लिए गया था। जब वह रोटी देकर वापस लौट रहा था तो, संजय गांधी नगर के के पास एक ट्रक द्वारा अचानक ब्रेक लगाए जाने से अवि की एक्टिवा अनियंत्रित हो गई और वह पीछे ट्रक से टकरा गया। अवि की की मौत के बाद घटना स्थल पर जांच के लिए थाना डिवीजन नंबर-8 की पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। परिवार का रो-रो कर बुरा हाल घटना में मारे गए 13 वर्षीय अवि का परिवार तुरंत घटना स्थल पर पहुंच गया था। जिसके बाद मौके पर परिवार का रो रो कर बुरा हाल था। बताया जा रहा है कि अवि परिवार का इकलौता बेटा था। जिसकी हादसे में मौत हो गई। पूरा परिवार अवि की मौत से सदमे में है। एसीपी बोले- नाबालिग बच्चों चलाने के लिए वाहन न दें सूचना मिलने के बाद जांच के लिए थाना डिवीजन नंबर-8 की पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। साथ ही एसीपी नॉर्थ शीतल भी घटना स्थल पर पहुंच गए थे। उन्होंने तुरंत प्रभाव से पहले ट्रक को कब्जे में लिया और फिर बच्चे के शव को उठवाकर सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा। एसीपी ने कहा कि घटना के बाद ट्रक ड्राइवर फरार हो गया था। पुलिस सीसीटीवी की जांच कर रही है, जिसके आधार पर जल्द आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। फिलहाल मामले में पुलिस द्वारा केस दर्ज किए जाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पंजाब के जालंधर में गदईपुर से सटे संजय गांधी नगर के पास ट्रक के अचानक ब्रेक लगाने से पीछे आ रही एक्टिवा हादसे का शिकार हो गई। एक्टिवा को 13 वर्षीय नाबालिग चला रहा था, जिसकी ट्रक की बैक लगने से मौके पर ही मौत हो गई थी। मृतक की पहचान भगत सिंह कॉलोनी के रहने वाले अवि मल्होत्रा पुत्र राकेश मल्होत्रा के रूप में हुई है। जिनके शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए जालंधर के सिविल अस्पताल में भेज दिया है। पड़ोसी की रोटी देने जा रहा था बच्चा जानकारी के अनुसार 13 साल अवि मल्होत्रा एक्टिवा पर सवार होकर अपने पड़ोसी को रोटी देने के लिए गया था। जब वह रोटी देकर वापस लौट रहा था तो, संजय गांधी नगर के के पास एक ट्रक द्वारा अचानक ब्रेक लगाए जाने से अवि की एक्टिवा अनियंत्रित हो गई और वह पीछे ट्रक से टकरा गया। अवि की की मौत के बाद घटना स्थल पर जांच के लिए थाना डिवीजन नंबर-8 की पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। परिवार का रो-रो कर बुरा हाल घटना में मारे गए 13 वर्षीय अवि का परिवार तुरंत घटना स्थल पर पहुंच गया था। जिसके बाद मौके पर परिवार का रो रो कर बुरा हाल था। बताया जा रहा है कि अवि परिवार का इकलौता बेटा था। जिसकी हादसे में मौत हो गई। पूरा परिवार अवि की मौत से सदमे में है। एसीपी बोले- नाबालिग बच्चों चलाने के लिए वाहन न दें सूचना मिलने के बाद जांच के लिए थाना डिवीजन नंबर-8 की पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। साथ ही एसीपी नॉर्थ शीतल भी घटना स्थल पर पहुंच गए थे। उन्होंने तुरंत प्रभाव से पहले ट्रक को कब्जे में लिया और फिर बच्चे के शव को उठवाकर सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा। एसीपी ने कहा कि घटना के बाद ट्रक ड्राइवर फरार हो गया था। पुलिस सीसीटीवी की जांच कर रही है, जिसके आधार पर जल्द आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। फिलहाल मामले में पुलिस द्वारा केस दर्ज किए जाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
अकाली दल के बागी धड़े का बड़ा आरोप:सुखबीर बादल और दलजीत चीमा ने डेरा मुखी को माफी दिलाई, अकाली दल ने आरोप नकारे
अकाली दल के बागी धड़े का बड़ा आरोप:सुखबीर बादल और दलजीत चीमा ने डेरा मुखी को माफी दिलाई, अकाली दल ने आरोप नकारे शिरोमणि अकाली दल (SAD) के बागी धडे़ ने आरोप लगाया है कि डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम को माफी दिलाने में शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल और डॉ. दलजीत सिंह चीमा की अहम भूमिका रही है। उन्होंने ही डेरा प्रमुख को माफी दिलाई है। जस्टिस रणजीत सिंह की किताब में इस चीज का दावा है । सिंह साहिबानों को चंडीगढ़ बुलाकर दवाब बनाया गया। इसके बाद डेरा मुखी को माफी दलाई गई। साथ ही सिख परंपराओं का ध्यान नहीं रखा गया है। जबकि अकाली दल का कहना है कि यह सारी झूठी बयानबाजी है। पार्टी के सीनियर नेता व प्रवक्ता एडवोकेट अर्शदीप सिंह कलेर ने बागी ग्रुप के नेताओं से सवाल किया अगर ऐसी क्या मजबूरी थी कि जो उन्होंने साल 2017, 19, 22 और 24 चुनाव लड़े। इनमें से कुछ नेता डेरे में वोट मांगने गए थे। जब पार्टी और लीडरशिप ने विरोध किया तो इन्हें माफी मांगनी पड़ी और इन्हें तनखैया घोषित किया गया। उन्होंने कुछ नेताओं का नाम पर लेकर उनसे सवाल किया। किसी तरह का कोई ऐसा सबूत नहीं है इससे पहले अकाली दल के सीनियर नेता विरसा सिंह वल्टोहा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जो राम रहीम काे माफी दी गई थी, वह उसका पहले दिन से ही विरोध करते आए हैं। उन्होंने कहा कि जो माफी संबंधी बातें कहीं जा रही है। सीएम हाउस में आने से जाने तक सबका रिकॉर्ड होता है। जसिस्ट रणजीत सिंह गिल की रिपोर्ट में इसका लिंक साबित नहीं हुआ है। अकाली दल से जो बाहर जाता है, वह इस तरह की बात करना शुरू कर देता है। अगर यह सही है तो यह नेता पहले बचाव क्यों करते रहे। अब श्री अकाल तख्त साहिब के पास चले गए, मामला जत्थेदार साहिब के पास है। वह विदेश में है। उनका जो भी फैसला आएगा उन्हें मंजूर होगा। उन्होंने कहा कि ज्ञानी गुरबचन सिंह ने राम रहीम को माफी दी थी, उन्होंने ही वापस ली थी। वहीं, पद छोड़ते हुए उन्होंने इसके लिए माफी मांगी थी। साथ ही इसे अपनी सबसे बड़ी गलती बताया था। बागी ग्रुप की हताशा आई सामने वहीं,शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता अर्शदीप सिंह ने कहा कि बागी ग्रुप किस तरह से हताश है यह उसकी बयानबाजी से ही पता चलता है। कुछ दिन पहले जो लोग कहते थे कि हम अकाल तख्त साहिब को समर्पित है। आज उस अकाल तख्त साहिब पर सवाल खड़ा कर दिया। जत्थेदार को बयान देने तो देते, जिस तरह झूठी बयानबाजी की गई। उससे पता चलता है केंद्रीय एजेंसियों के इशारे पर अकाली दल को तोड़ने वह बुरी तरफ फेल हुए है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में किसी तरह कोई जिक्र नहीं है। राम रहीम को जब भाजपा पैरोल देती है तो तो यह लोग कुछ नहीं बाेलते है। यह था सारा विवाद डेरा प्रमुख राम रहीम कई विवादों में रहे हैं। साल 2007 उनकी एक तस्वीर सामने आई थी। इसमें वह सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह वेशभूषा में थे। सिखों ने इस चीज का विरोध किया। फिर सिखों और डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों में हिंसक झड़पे तक हुईं। इस दौरान कई लोग जख्मी व एक व्यक्ति की जान तक की गई। साल 2015 में डेरे की तरफ से श्री अकाल तख्त से माफी मांग ली है। साथ ही माफी नामे में लिखा कि कि जो आरोप लगे हैं, ऐसा उन्होंने नहीं किया गया और भविष्य में ऐसा करने की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। इसके बाद उन्हें माफ कर दिया गया था। लेकिन इसका विरोध हुआ था। सिख संगठनों ने इसका विरोध किया था।
मोगा में बेटे ने मां को लगाई आग:जमीनी विवाद में की मारपीट, फेंकी जलती तीली, संपत्ति से किया गया बेदखल
मोगा में बेटे ने मां को लगाई आग:जमीनी विवाद में की मारपीट, फेंकी जलती तीली, संपत्ति से किया गया बेदखल पंजाब के मोगा के गांव लुहारा में जमीनी विवाद के चलते एक युवक ने अपनी मां पर माचिस की जलती तीली फेंक दी, जिससे महिला के कपड़ों में आग लग गई। महिला को झुलसी अवस्था में उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी देते हुए झुलसी महिला 67 वर्षीय मलकीत कौर के बेटे राज कुमार ने बताया कि, जमीनी विवाद के चलते उसके भाई ने उसकी माता के साथ पहले मारपीट की और बाद में माचिस की जलती तीली फेंक दी, जिस कारण गुरमीत कौर के कपड़ों में आग लग गई। कपड़ों में आग लगने के बाद गुरमीत ने शोर मचाया तो परिजन और आसपास के लोग एकत्रित हो गए और झुलसी मलकीत कौर को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। राज कुमार ने बताया कि उसकी मां मलकीत कौर ने उसके भाई को संपत्ति से बेदखल किया हुआ है। उसका भाई गांव की ही रहने वाली एक महिला के बहकावे में आकर परिजनों से झगड़ता रहता है। आज भी उक्त महिला के साथ मिलकर उसने मारपीट की। वहीं जब इस बारे में थाना मेहना पुलिस इस बारे में बात की तो पुलिस का कहना था कि थाने में अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
लुधियाना में कारों की तोड़फोड़ का VIDEO:पीड़ित बोला- नशा तस्कर ने मारपीट की, 17 दिन से पुलिस लगवा रही थाने के चक्कर
लुधियाना में कारों की तोड़फोड़ का VIDEO:पीड़ित बोला- नशा तस्कर ने मारपीट की, 17 दिन से पुलिस लगवा रही थाने के चक्कर पंजाब के लुधियाना में एमआईजी फ्लैट के पास दशमेश नगर से एक वीडियो सामने आया है। जिसमें दिख रहा है कि कुछ युवकों द्वारा इलाके में खड़ी गाड़ियों को तोड़ दिया गया है। यह झड़प दो पक्षों के बीच हुई। तोड़फोड़ का वीडियो सामने आने के बाद एक पीड़ित पुलिस कमिश्नर के दफ्तर में पुलिस की ढीली कार्रवाई के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचा। पीड़ित रविंदर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इलाके में कुछ युवक नशा तस्करी करते हैं। वह कुछ दिन पहले अपने किराएदार से कमरे का किराया लेने गया था। जब वह किराया लेकर लौटने लगा तो कुछ युवक उसकी गाड़ी तोड़ रहे थे। जब उसने उन्हें गाड़ी तोड़ने से रोका तो उन्होंने उसके साथ बुरी तरह मारपीट की। मारपीट के बाद उतार दी पगड़ी रविंदर के मुताबिक हमलावरों ने उसकी पगड़ी भी उतार दी। गाड़ी से सामान भी लूट लिया। रविंदर के मुताबिक ये बदमाश इलाके में नशा तस्करी करते हैं। इन लोगों से पूरा मोहल्ला परेशान हैं। वह कई बार इन्हें नशा तस्करी करने से रोकता रहा। इसी वजह से इन बदमाशों ने उस पर हमला कर दिया। वह पुलिस में शिकायत दर्ज कराने गया लेकिन उल्टा उसके खिलाफ ही केस दर्ज कर दिया गया। वह पिछले 17 दिनों से थाने के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन असली आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। पहले रविंदर ने कार तोड़ी वहीं, दूसरे पक्ष के पवन कुमार ने बताया कि रविंदर सिंह के पास 5 से 6 फ्लैट हैं, जिन्हें उन्होंने किराए पर दे रखा है। पवन के मुताबिक, रविंदर ने सबसे पहले उनकी कार का शीशा तोड़ा। उनकी कार रविंदर के फ्लैट के पास खड़ी थी। उन्होंने यह कहते हुए कार का शीशा तोड़ा कि वह अपनी कार कहां खड़ी करें। पवन के मुताबिक, जब वह रविंदर से बात कर रहे थे, तो उसने सबसे पहले उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस संबंध में मोहल्ले के लोग थाने में गवाही देने को भी तैयार हैं। हमारी कार तोड़े जाने का वीडियो हमारे पास नहीं है, लेकिन चश्मदीद गवाह काफी हैं। रविंदर मोहल्ले का माहौल खराब कर रहा है।