हरियाणा के हिसार में स्थित बिश्नोई मंदिर में जन्माष्टमी कार्यक्रम में मतदाताओं को लुभाने और वोट मांगने पर हिसार रिटर्निंग ऑफिसर (RO) ने भाजपा के दो नेताओं को नोटिस थमाया है। यह नोटिस कैबिनेट मंत्री डॉ. कमल गुप्ता और कुलदीप बिश्नोई के भाई फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम बिश्नोई को दिया गया है और कुछ घंटों में इसका जवाब देने को कहा है। चुनाव अधिकारी ने नोटिस में कहा कि 26 अगस्त को बिश्नोई मंदिर में हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री और विधायक ने धार्मिक कार्यक्रम में चुनावी एजेंडा फैलाया और मतदाताओं को एक तरह से लुभाने का प्रयास किया। चुनाव अधिकारी ने स्वयं संज्ञान लेते हुए दोनों नेताओं को नोटिस जारी कर दिया। इस बारे में आरओ जगदीप ढांडा का कहना है कि स्वयं संज्ञान लेते हुए यह कार्रवाई की गई है। धार्मिक कार्यक्रम में चुनावी कैंपेन नहीं किया जा सकता। क्या था बिश्नोई मंदिर में कार्यक्रम
दरअसल, जन्माष्टमी के मौके पर हिसार के बिश्नोई मंदिर में गुरु जम्भेश्वर भगवान की 574वीं जयंती और जन्माष्टमी महोत्सव मनाया गया। सुबह हवन यज्ञ के साथ कार्यक्रम की शुरुआत गई। इसके बाद ध्वजारोहण किया गया। जन्माष्टमी पर मंदिर में देर रात तक कार्यक्रम चलता है। इस कार्यक्रम में बिश्नोई सभा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया था और कार्यक्रम की अध्यक्षता बिश्नोई रत्न पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने की थी। इस कार्यक्रम में भाजपा के तमाम बड़े नेता हांसी के विधायक विनोद भयाणा, डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, हेल्थ मिनिस्टर डॉ. कमल गुप्ता, फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम बिश्नोई, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल और भाजपा नेता रणधीर पनिहार उपस्थित रहे थे। तय कार्यक्रम के अनुसार मंच पर सिर्फ कुलदीप बिश्नोई और मुख्यमंत्री नायब सैनी को ही बोलना था, मगर कार्यक्रम में दुड़ाराम, सावित्री जिंदल और डॉ. कमल गुप्ता को भी बोलने का मौका दिया गया। रिटर्निंग ऑफिसर की तरफ से दिया गया नोटिस… हरियाणा के हिसार में स्थित बिश्नोई मंदिर में जन्माष्टमी कार्यक्रम में मतदाताओं को लुभाने और वोट मांगने पर हिसार रिटर्निंग ऑफिसर (RO) ने भाजपा के दो नेताओं को नोटिस थमाया है। यह नोटिस कैबिनेट मंत्री डॉ. कमल गुप्ता और कुलदीप बिश्नोई के भाई फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम बिश्नोई को दिया गया है और कुछ घंटों में इसका जवाब देने को कहा है। चुनाव अधिकारी ने नोटिस में कहा कि 26 अगस्त को बिश्नोई मंदिर में हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री और विधायक ने धार्मिक कार्यक्रम में चुनावी एजेंडा फैलाया और मतदाताओं को एक तरह से लुभाने का प्रयास किया। चुनाव अधिकारी ने स्वयं संज्ञान लेते हुए दोनों नेताओं को नोटिस जारी कर दिया। इस बारे में आरओ जगदीप ढांडा का कहना है कि स्वयं संज्ञान लेते हुए यह कार्रवाई की गई है। धार्मिक कार्यक्रम में चुनावी कैंपेन नहीं किया जा सकता। क्या था बिश्नोई मंदिर में कार्यक्रम
दरअसल, जन्माष्टमी के मौके पर हिसार के बिश्नोई मंदिर में गुरु जम्भेश्वर भगवान की 574वीं जयंती और जन्माष्टमी महोत्सव मनाया गया। सुबह हवन यज्ञ के साथ कार्यक्रम की शुरुआत गई। इसके बाद ध्वजारोहण किया गया। जन्माष्टमी पर मंदिर में देर रात तक कार्यक्रम चलता है। इस कार्यक्रम में बिश्नोई सभा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया था और कार्यक्रम की अध्यक्षता बिश्नोई रत्न पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने की थी। इस कार्यक्रम में भाजपा के तमाम बड़े नेता हांसी के विधायक विनोद भयाणा, डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, हेल्थ मिनिस्टर डॉ. कमल गुप्ता, फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम बिश्नोई, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल और भाजपा नेता रणधीर पनिहार उपस्थित रहे थे। तय कार्यक्रम के अनुसार मंच पर सिर्फ कुलदीप बिश्नोई और मुख्यमंत्री नायब सैनी को ही बोलना था, मगर कार्यक्रम में दुड़ाराम, सावित्री जिंदल और डॉ. कमल गुप्ता को भी बोलने का मौका दिया गया। रिटर्निंग ऑफिसर की तरफ से दिया गया नोटिस… हरियाणा | दैनिक भास्कर