बठिंडा में सांसद कंगना रनोट की आने वाली इमरजेंसी फिल्म को लेकर मंगलवार को शिअद सांसद हरसिमरत कौर बादल ने विरोध जताते हुए कहा कि कंगना रानोत ने हमेशा सिखों को टारगेट किया है। इसी के तहत इमरजेंसी फिल्म में भी कंगना ने सिखों को गलत तरीके से दिखाया है। बादल ने कहा कि भाजपा को चाहिए कि वो अपनी सांसद को ऐसा करने से रोकें। सांसद बादल ने मांग उठाई कि इमरजेंसी फिल्म को पूरे देश में बायकॉट कर देना चाहिए और सिनेमा मालिकों को भी ऐसी फिल्म अपने सिनेमा घरों में नहीं लगानी चाहिए, जो एक समुदाय के लोगों को टारगेट करके बनाई हो, ऐसी फिल्म से देश में हालत खराब हो सकते है। सांसद बादल ने कहा कि पंजाब में पहले से ही कानून व्यवस्था का बूरा हाल है, लोग आए दिन सरेआम गोलियां मारकर मारे जा रहे है। अगर ऐसे में एक समुदाय को गलत तरीके से पेश कर बनाई फिल्म को दिखाया जाता ,है तो समुदाय की भावनाएं आहत होने से माहौल खराब हो सकता है। इमरजेंसी फिल्म को सबसे पहले एसजीपीसी को दिखाना चाहिए
सांसद बादल ने कहा कि इमरजेंसी फिल्म को सबसे पहले एसजीपीसी को दिखाना चाहिए। अगर उसमें सिखों के लिए कोई एतराज योग्य हिस्सा है तो उसे हटा देना चाहिए। सांसद बादल ने कहा कि कंगना ने पहले किसान आंदोलन के समय बुजुर्ग महिलाओं के लिए गलत भाषा का उपयोग किया था, फिर एयरपोर्ट पर महिला सिपाही के साथ गलत व्यवहार किया और हरियाना में भी गलत भाषण दिया। लेकिन अब इमरजेंसी फिल्म में सिखों को गलत तरीके से दिखाकर वो सिखों को टारगेट करने का सबूत दे रही है। जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सांसद बादल ने केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ टिप्पणी करते हुए कहा कि सरकार सबका साथ सबका विकास करने की बातें करती है तो वो अपनी सांसद कंगना को एक समुदाय टारगेट करने से क्यों नहीं रोक रही। बठिंडा में सांसद कंगना रनोट की आने वाली इमरजेंसी फिल्म को लेकर मंगलवार को शिअद सांसद हरसिमरत कौर बादल ने विरोध जताते हुए कहा कि कंगना रानोत ने हमेशा सिखों को टारगेट किया है। इसी के तहत इमरजेंसी फिल्म में भी कंगना ने सिखों को गलत तरीके से दिखाया है। बादल ने कहा कि भाजपा को चाहिए कि वो अपनी सांसद को ऐसा करने से रोकें। सांसद बादल ने मांग उठाई कि इमरजेंसी फिल्म को पूरे देश में बायकॉट कर देना चाहिए और सिनेमा मालिकों को भी ऐसी फिल्म अपने सिनेमा घरों में नहीं लगानी चाहिए, जो एक समुदाय के लोगों को टारगेट करके बनाई हो, ऐसी फिल्म से देश में हालत खराब हो सकते है। सांसद बादल ने कहा कि पंजाब में पहले से ही कानून व्यवस्था का बूरा हाल है, लोग आए दिन सरेआम गोलियां मारकर मारे जा रहे है। अगर ऐसे में एक समुदाय को गलत तरीके से पेश कर बनाई फिल्म को दिखाया जाता ,है तो समुदाय की भावनाएं आहत होने से माहौल खराब हो सकता है। इमरजेंसी फिल्म को सबसे पहले एसजीपीसी को दिखाना चाहिए
सांसद बादल ने कहा कि इमरजेंसी फिल्म को सबसे पहले एसजीपीसी को दिखाना चाहिए। अगर उसमें सिखों के लिए कोई एतराज योग्य हिस्सा है तो उसे हटा देना चाहिए। सांसद बादल ने कहा कि कंगना ने पहले किसान आंदोलन के समय बुजुर्ग महिलाओं के लिए गलत भाषा का उपयोग किया था, फिर एयरपोर्ट पर महिला सिपाही के साथ गलत व्यवहार किया और हरियाना में भी गलत भाषण दिया। लेकिन अब इमरजेंसी फिल्म में सिखों को गलत तरीके से दिखाकर वो सिखों को टारगेट करने का सबूत दे रही है। जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सांसद बादल ने केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ टिप्पणी करते हुए कहा कि सरकार सबका साथ सबका विकास करने की बातें करती है तो वो अपनी सांसद कंगना को एक समुदाय टारगेट करने से क्यों नहीं रोक रही। पंजाब | दैनिक भास्कर