<p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh News:</strong> हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति लगातार खराब होती चली जा रही है. विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने सदन में एक महत्वपूर्ण वक्तव्य दिया. इस वक्तव्य में सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है. राज्य का राजकोषीय घाटा लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री और मुख्य संसदीय सचिव आने वाले दो महीने तक अपने वेतन और भत्ते विलंबित करेंगे. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदन के अन्य सदस्यों से भी ऐसा करने का आग्रह किया है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh News:</strong> हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति लगातार खराब होती चली जा रही है. विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने सदन में एक महत्वपूर्ण वक्तव्य दिया. इस वक्तव्य में सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है. राज्य का राजकोषीय घाटा लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री और मुख्य संसदीय सचिव आने वाले दो महीने तक अपने वेतन और भत्ते विलंबित करेंगे. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदन के अन्य सदस्यों से भी ऐसा करने का आग्रह किया है.</p> हिमाचल प्रदेश हिमाचल: बीजेपी का आरोप- ‘शराब के ठेके की नीलामी में हुए घोटाले’, सीएम सुक्खू क्या बोले?
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क्राइम ब्रांच की रेड, स्कूटी छोड़कर फरार हुआ आरोपी
क्राइम ब्रांच की रेड, स्कूटी छोड़कर फरार हुआ आरोपी राहगीरों से मोबाइल की लूट करने वाले एक व्यक्ति पर थाना जोधेवाल में पर्चा दर्ज हुआ है। आरोपी छापेमारी के दौरान क्राइम ब्रांच की टीम के हाथों से बच निकला। जानकारी के अनुसार गत रात क्राइम ब्रांच की टीम के पास जानकारी आई कि एक व्यक्ति चोरी की एक्टिवा पर सवार होकर काकोवाल रोड के नजदीक चोरी के मोबाइल बेचने के लिए जा रहा है। सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी व्यक्ति को पकड़ने के लिए जब उक्त पते पर गई तो आरोपी व्यक्ति अपनी एक्टिवा को वहीं पर छोड़कर भाग गया। बाद में जब एक्टिवा की जांच की तो उस पर नंबर प्लेट नहीं लगी थी। एक्टिवा की डिग्गी खोलने पर अंदर 7 मोबाइल बरामद हुए, जो सभी अलग-अलग कंपनियों के थे। फिर पुलिस ने सामान को कब्जे में लेकर थाना जोधेवाल में आरोपी लखन कुमार पुत्र नवल कुमार निवासी गांव सुंदर नगर के खिलाफ पर्चा दर्ज किया है। फिलहाल आरोपी की तलाश की जा रही है। पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि पता चल सके कि वह कहां से होकर फरार हुआ है।
हरियाणा में मां-बेटे का मर्डर करने वाली समलैंगिक निकली:पुलिस बोली- सहेली की भाई से शादी कराई, VIP नवाब के नाम से इंस्टाग्राम अकाउंट
हरियाणा में मां-बेटे का मर्डर करने वाली समलैंगिक निकली:पुलिस बोली- सहेली की भाई से शादी कराई, VIP नवाब के नाम से इंस्टाग्राम अकाउंट हरियाणा के यमुनानगर में हुए मां-बेटे के डबल मर्डर केस में हैरतअंगेज खुलासा हुआ है। मीना सैनी (45) व उनके बेटे राहुल (24) की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उनकी बेटी काजल व भाई के बेटे कृष ने मिलकर की थी। यह बात काजल ने पूछताछ में कबूल की है। पुलिस ने काजल पर हत्या का केस दर्ज कर गिरफ्तार किया है। उसे 3 दिन के रिमांड पर लिया है। काजल की मौसी किरण ने बताया कि 27 वर्षीय काजल समलैंगिक है। इसका पता तब चला, जब कुछ साल पहले काजल ने राहुल की शादी अपनी सहेली से करा दी थी। रात में राहुल की पत्नी काजल के कमरे में चली जाती थी। इस पर घर में झगड़ा हुआ और राहुल की पत्नी घर से चली गई। मीना ने राहुल की दूसरी शादी कराई तो काजल ने अपनी भाभी के साथ जबरदस्ती की। इस कारण वह भी राहुल को छोड़कर चली गई। काजल अपनी लाइफ में मां व भाई को रोड़ा मानती थी। इंस्पेक्टर जगदीश ने कहा कि काजल का बोल व व्यवहार लड़कों जैसा है। उसमें वाई फैक्टर नजर आ रहा है। इसे लेकर घर में विवाद था। वह एक बार घर से भी चली गई थी। वह यमुनानगर में मोबाइल कंपनी की ओर से मोबाइल शॉप पर सेल्स गर्ल का काम करती है। काजल सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव है। इंस्टाग्राम पर उसने VIP नवाब के नाम से अकाउंट बनाया हुआ है। उसके करीब 1200 फॉलोअर हैं और 820 पोस्ट की हुई हैं। इसके अलावा, उसने हाथ पर टैटू भी बनवाया हुआ है, जिस पर नवाब लिखा हुआ है। काजल ने मां को सिर में चोट मारी, ईयरफोन से गला घोंटा पुलिस पूछताछ में काजल ने बताया, ‘रविवार सुबह 10 बजे राहुल शेविंग कराने गया हुआ था। तभी मां मीना के सिर पर कुछ मारकर गिराया और ईयरफोन की तार से गला दबाकर मार दिया। फिर मामा के बेटे कृष को बुलाया। तभी राहुल आ गया। उसे धक्का देकर गिराया। फिर हाथ मरोड़ा और पैर पकड़ लिए। कृष ने गमछे से राहुल का गला दबा दिया।’ पुलिस के अनुसार, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से लग रहा है कि वारदात के समय मीना व राहुल ने हत्यारोपी के साथ हल्का संघर्ष भी किया होगा। हत्यारे ने मीना के सिर पर रॉडनुमा मजबूत चीज से वार किया होगा, क्योंकि सिर में चोट मिली है। राहुल की कोहनी टूटी मिली है। कोई जहरीला या नशीला पदार्थ दिया गया था या नहीं, इसकी जांच के लिए बिसरा लैब में भेजा जाएगा। संपत्ति व रोक टोक से छुटकारे के लिए साजिश रची पुलिस के अनुसार, जब काजल के नाना की मौत हुई, तब मीना घर की बड़ी बेटी थी। मीना के 2 भाई व एक बहन है। एक भाई की मौत हो चुकी है, जिसका बेटा कृष हत्याकांड में शामिल है। मीना की मां ने अपने 40 गज के मकान और 200 गज के प्लाट की वसीयत मीना के नाम कर दी थी। उसमें लिखाया था कि जब सारे बच्चे बड़े हो जाएंगे, तब इस संपत्ति का सभी में बंटवारा कर दिया जाएगा। जब सब बड़े हुए तो मीना ने बंटवारे से मना कर दिया। इसी वजह से उसका अपने भाई शिवा उर्फ छोटू और बहन किरण के साथ भी विवाद हुआ था। पिता की मौत के बाद कृष को लग रहा था कि कहीं उसे घर से भी बेदखल न होना पड़े। इसलिए उसने ढाई महीने पहले काजल से दोस्ती कर ली। काजल को उसकी मां व भाई रोकते-टोकते थे। इसलिए दोनों के बीच तय हुआ कि अगर मां-बेटा रास्ते से हट जाएंगे तो 58 गज का पूरा मकान काजल का हो जाएगा। कृष को 40 गज का मकान और 200 गज का प्लाट मिल जाएगा। दोनों ने रविवार को मौका देखकर हत्याकांड को अंजाम दे दिया। अब मकान में सन्नाटा पसरा हुआ है। पुलिस काजल के मामा शिवा उर्फ छोटू और मौसी किरण से भी पूछताछ कर रही है। संपत्ति विवाद को लेकर भी जांच की जा रही है। पुलिस के सामने 24 घंटे में 25 बार बदली वारदात की कहानी पुलिस के अनुसार, काजल ने 24 घंटे में 25 बार वारदात की कहानी बदली। किरण ने बताया कि बचपन से ही काजल को भी राहुल की तरह ही पाल पोस कर बड़ा किया तो वह भी खुद को लड़की नहीं, बल्कि लड़का ही समझती थी। उसने लड़कियों वाले कपड़े पहने ही नहीं।
निकाय चुनाव मामले में सुप्रीम कोर्ट जाएगी पंजाब सरकार:बिना वार्डबंदी चुनाव करवाने को तैयार नहीं, हाइकोर्ट के आदेश को देगी चुनौती
निकाय चुनाव मामले में सुप्रीम कोर्ट जाएगी पंजाब सरकार:बिना वार्डबंदी चुनाव करवाने को तैयार नहीं, हाइकोर्ट के आदेश को देगी चुनौती पंजाब में निकाय चुनाव करवाने के मामले को लेकर अब राज्य सरकार, सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में है। सरकार वार्डबंदी करवाने के बाद ही चुनाव करवाना चाहती है। इसके लिए जल्दी ही सरकार द्वारा याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की जाएगी। सरकार की तरफ से पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा जारी आदेश की कॉपी की स्टडी की जा रही है। पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने मीडिया से बातचीत में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है। उनका कहना है कि कई नगर निगमों व नगर काउंसिलों में वार्डबंदी हो चुकी है, जबकि कुछ जगह चल रही है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि जनवरी व फरवरी अंत तक पूरी हो जाएगी। बाकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर तय होगा। इससे पहले वीरवार को निकाय चुनाव को लेकर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए पंजाब सरकार व राज्य निर्वाचन आयोग को अवमानना का नोटिस जारी किया था। उन पर उच्च अदालत के आदेशों की पालन न करने का आरोप है। अदालत ने पहले 15 दिन में निकाय चुनाव करवाने संबंधी नोटिफिकेशन जारी करने के आदेश पंजाब सरकार व स्टेट निर्वाचन आयोग को दिए थे। लेकिन इस दिशा में काेई कार्रवाई नहीं हुई है। जिसके बाद अदालत में इस संबंधी याचिका दायर हुई है। अदालत ने अब अपने आदेश में कहा है कि 10 दिनों में नोटिफिकेशन जारी नहीं हुई तो 50 हजार का जुर्माना लगेगा, साथ ही अवमानना का केस चलेगा। 5 निगमों और 42 परिषदों का कार्यकाल हुआ पूरा राज्य में फगवाड़ा, अमृतसर, पटियाला, जालंधर, लुधियाना नगर निगमों और 42 नगर परिषदों का पांच साल का कार्यकाल खत्म हो चुका है। इस समय को पूरा हुए काफी समय बीत गया है। लेकिन सरकार ने अभी तक चुनाव नहीं करवाए हैं। चुनाव की मांग को लेकर यह मामला पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट पहुंचा था। गत 14 अक्टूबर को सुनवाई के बाद अदालत ने आदेश दिए थे कि चुनाव संबंधी नोटिफिकेशन बिना वार्डबंदी से 15 दिनों में जारी की जाए। लेकिन तय समय अवधि यह प्रक्रिया नहीं हुई। इस दौरान बीच में सरकारी छुटि्टयां भी आ गई थी। इसके बाद इसी मामले लेकर अवमानना की याचिका दाखिल हुई थी। जिस पर सुनवाई देते हुए उच्च अदालत ने आदेश जारी किए हैं। वार्डबंदी के लिए 16 सप्ताह की जरूरत गत सुनवाई पर सरकारी वकील की तरफ से अदालत में दलील थी वार्डबंदी की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कुल 16 सप्ताह की जरूरत है। उन्होंने अदालत को बताया कि वार्डबंदी संबंधी फैसला पिछली बार 17 अक्टूबर 2023 को रद्द किया गया था। ऐसे में नए सिरे से वार्डबंदी की काफी जरूरत है। हालांकि अदालत ने बिना वार्डबंदी चुनाव करवाने को कहा था। वहीं, याचिका में निकाय चुनाव न होने से लोगों को आ रही दिक्कतों को भी उठाया गया था।