<p style=”text-align: justify;”><strong>Ayodhya Deepotsav 2024:</strong> राम नगरी अयोध्या में हर बार की तरह इस बार भी दीपोत्सव को बेहद भव्य बनाने की तैयारी की गई है. लेकिन, इस बार ये उत्सव और भी ज्यादा खास होने जा रहा है क्योंकि <a title=”राम मंदिर” href=”https://www.abplive.com/topic/ram-mandir” data-type=”interlinkingkeywords”>राम मंदिर</a> में प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ये पहला दीपोत्सव होगा. इस बार अयोध्या में दीप जलाने के एक नया रिकॉर्ड बनेगा. जहां पिछले साल 21 लाख दीये जलाए गए थे. वहीं इस बार 25 लाख दीयों से अवध नगरी जगमगा उठेगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद इस बार अयोध्या में दीपोत्सव बेहद खास होने वाला है. जहां ये पहले से ज़्यादा भव्य और आकर्षक बनाने की तैयारी की गई है. तो वहीं इस बार अयोध्या में दीये जलाने का अपना है रिकॉर्ड टूटेगा. इस बार सरयू के तट पर और सभी घाटों पर 25 लाख दीये जलाकर अवध विश्वविद्यालय के वालंटियर नया विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सितंबर से शुरू होंगी तैयारियां</strong><br />सितंबर महीने से ही इसकी तैयारियां शुरू हो जाएंगी. अवध विश्वविद्यालय ने दीपोत्सव के लिए नोडल अधिकारी को नियुक्त कर दिया है. प्रोफेसर एसएस मिश्रा दीपोत्सव के नोडल अधिकारी बनाए गए हैं. एक तरफ जहां लाखों दीयों की रोशनी से सरयू के घाट जगमगा उठाएंगे तो वहीं दूसरी इस उत्सव को और सुंदर बनाने के लिए 500 जगहों को आकर्षक बोर्ड से सजाया जाएगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस दीपोत्सव में 7 मैकेनाइज्ड टैबल्यू, कोरियोग्राफ्ट एरियल ग्रीन फायर क्रैकर शो समेत लेजर शो और कई आकर्षण साँकल किए जाएंगे, इस काम के लिए उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने एजेंसी निर्धारण व कार्यावंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके लिए अयोध्या शहर को सुंदर बनाने और सरयू के घाटों पर मिट्टी के दिए जलाने और नदियों के तटों के सौंदर्यीकरण पर काम किया जा रहा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि इससे पहले पिछले साल 2023 के दीपोत्सव में राम की पैड़ी समेत 51 घाटों पर कुल 21 लाख से ज्यादा दिए जलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया था. इस बार पर्यटन विभाग ने अपने ही इस रिकॉर्ड को तोड़ने की तैयारी की है. </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Ayodhya Deepotsav 2024:</strong> राम नगरी अयोध्या में हर बार की तरह इस बार भी दीपोत्सव को बेहद भव्य बनाने की तैयारी की गई है. लेकिन, इस बार ये उत्सव और भी ज्यादा खास होने जा रहा है क्योंकि <a title=”राम मंदिर” href=”https://www.abplive.com/topic/ram-mandir” data-type=”interlinkingkeywords”>राम मंदिर</a> में प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ये पहला दीपोत्सव होगा. इस बार अयोध्या में दीप जलाने के एक नया रिकॉर्ड बनेगा. जहां पिछले साल 21 लाख दीये जलाए गए थे. वहीं इस बार 25 लाख दीयों से अवध नगरी जगमगा उठेगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद इस बार अयोध्या में दीपोत्सव बेहद खास होने वाला है. जहां ये पहले से ज़्यादा भव्य और आकर्षक बनाने की तैयारी की गई है. तो वहीं इस बार अयोध्या में दीये जलाने का अपना है रिकॉर्ड टूटेगा. इस बार सरयू के तट पर और सभी घाटों पर 25 लाख दीये जलाकर अवध विश्वविद्यालय के वालंटियर नया विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सितंबर से शुरू होंगी तैयारियां</strong><br />सितंबर महीने से ही इसकी तैयारियां शुरू हो जाएंगी. अवध विश्वविद्यालय ने दीपोत्सव के लिए नोडल अधिकारी को नियुक्त कर दिया है. प्रोफेसर एसएस मिश्रा दीपोत्सव के नोडल अधिकारी बनाए गए हैं. एक तरफ जहां लाखों दीयों की रोशनी से सरयू के घाट जगमगा उठाएंगे तो वहीं दूसरी इस उत्सव को और सुंदर बनाने के लिए 500 जगहों को आकर्षक बोर्ड से सजाया जाएगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस दीपोत्सव में 7 मैकेनाइज्ड टैबल्यू, कोरियोग्राफ्ट एरियल ग्रीन फायर क्रैकर शो समेत लेजर शो और कई आकर्षण साँकल किए जाएंगे, इस काम के लिए उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने एजेंसी निर्धारण व कार्यावंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके लिए अयोध्या शहर को सुंदर बनाने और सरयू के घाटों पर मिट्टी के दिए जलाने और नदियों के तटों के सौंदर्यीकरण पर काम किया जा रहा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि इससे पहले पिछले साल 2023 के दीपोत्सव में राम की पैड़ी समेत 51 घाटों पर कुल 21 लाख से ज्यादा दिए जलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया था. इस बार पर्यटन विभाग ने अपने ही इस रिकॉर्ड को तोड़ने की तैयारी की है. </p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड झारखंड कांस्टेबल भर्ती: शारीरिक टेसट के दौरान बेहाश होकर गिरे थे 25 अभ्यर्थी, 3 की मौत, सामने आई ये वजह