हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी को सूबे की 90 विधानसभा क्षेत्रों में सेफ सीट नहीं मिल पा रही है। 2 दिन पहले हुई बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की मीटिंग में भी इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया। जबकि हरियाणा में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली सीएम के लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का दावा कर चुके हैं। वहीं मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद करनाल से चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं। स्टेट इलेक्शन कमेटी (SEC) ने हाल ही में गुरुग्राम में हुई बैठक में कथित तौर पर मुख्यमंत्री के लिए 4 सीटें, करनाल, लाडवा, नारायणगढ़ और रादौर ‘रिजर्व’ की थीं। हालांकि, सीईसी की बैठक में चर्चा किए गए कम से कम 55 नामों पर पार्टी उम्मीदवारों पर आम सहमति नहीं बन पाने के कारण पार्टी ने अभी तक उम्मीदवारों की पहली आधिकारिक सूची जारी नहीं की है। सीईसी की कल फिर बैठक हरियाणा में टिकटों पर मंथन के लिए केंद्रीय चुनाव समिति की एक और बैठक 2 सितंबर को बुलाई गई है। इस बैठक में हरियाणा के 1 केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, कृष्ण पाल गुज्जर के अलावा सीएम नायब सैनी शामिल होंगे। इस मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहेंगे। CM सैनी दे चुके सफाई किस सीट से सीएम चुनाव लड़ेंगे, इस पर मुख्यमंत्री खुद सफाई दे चुके हैं। उन्होंने कहा है कि ‘मैंने अपने पार्टी अध्यक्ष से बात की है, जिन्होंने मुझे बताया कि उन्होंने केवल उन मीडिया रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया दी थी, जिनमें दावा किया गया था कि मुख्यमंत्री लाडवा से चुनाव लड़ेंगे।’’ उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी विधानसभा क्षेत्र के लिए टिकट तय नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं वर्तमान में करनाल से विधायक हूं। जब तक सीईसी सभी सीटों पर अंतिम फैसला नहीं ले लेती, तब तक मेरे सहित कोई भी यह नहीं कह सकता कि हम इस विशेष निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। यहां पढ़िए सीएम-बड़ौली का क्या है दावा ? सीएम नायब सैनी क्या बोले ? शुक्रवार को करनाल में रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दावा किया था कि मैं करनाल से भी चुनाव लड़ूंगा। नायब सैनी ने कहा, ‘ मोहन लाल बड़ौली प्रदेश अध्यक्ष हैं, उसको मेरे से ज्यादा जानकारी है। पार्लियामेंट बोर्ड के सामने जिन दावेदारों ने अप्लाई किया था, उसे लिस्टिंग करके केंद्रीय नेतृत्व के सामने रख दिया है। अगला निर्णय पार्लियामेंट्री बोर्ड का है। करनाल से मैं ही चुनाव लड़ूंगा। बड़ौली ने ये कहा था सीईसी की मीटिंग के बाद बीजेपी की लिस्ट को लेकर पार्टी अध्यक्ष बड़ौली ने बयान दिया था कि लिस्ट अभी जारी नहीं होगी। बाकी बची सीटों पर चर्चा के लिए जल्द ही केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग बुलाई जाएगी। सीएम नायब सैनी करनाल की जगह लाडवा से चुनाव लड़ेंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी को सूबे की 90 विधानसभा क्षेत्रों में सेफ सीट नहीं मिल पा रही है। 2 दिन पहले हुई बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की मीटिंग में भी इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया। जबकि हरियाणा में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली सीएम के लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का दावा कर चुके हैं। वहीं मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद करनाल से चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं। स्टेट इलेक्शन कमेटी (SEC) ने हाल ही में गुरुग्राम में हुई बैठक में कथित तौर पर मुख्यमंत्री के लिए 4 सीटें, करनाल, लाडवा, नारायणगढ़ और रादौर ‘रिजर्व’ की थीं। हालांकि, सीईसी की बैठक में चर्चा किए गए कम से कम 55 नामों पर पार्टी उम्मीदवारों पर आम सहमति नहीं बन पाने के कारण पार्टी ने अभी तक उम्मीदवारों की पहली आधिकारिक सूची जारी नहीं की है। सीईसी की कल फिर बैठक हरियाणा में टिकटों पर मंथन के लिए केंद्रीय चुनाव समिति की एक और बैठक 2 सितंबर को बुलाई गई है। इस बैठक में हरियाणा के 1 केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, कृष्ण पाल गुज्जर के अलावा सीएम नायब सैनी शामिल होंगे। इस मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहेंगे। CM सैनी दे चुके सफाई किस सीट से सीएम चुनाव लड़ेंगे, इस पर मुख्यमंत्री खुद सफाई दे चुके हैं। उन्होंने कहा है कि ‘मैंने अपने पार्टी अध्यक्ष से बात की है, जिन्होंने मुझे बताया कि उन्होंने केवल उन मीडिया रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया दी थी, जिनमें दावा किया गया था कि मुख्यमंत्री लाडवा से चुनाव लड़ेंगे।’’ उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी विधानसभा क्षेत्र के लिए टिकट तय नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं वर्तमान में करनाल से विधायक हूं। जब तक सीईसी सभी सीटों पर अंतिम फैसला नहीं ले लेती, तब तक मेरे सहित कोई भी यह नहीं कह सकता कि हम इस विशेष निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। यहां पढ़िए सीएम-बड़ौली का क्या है दावा ? सीएम नायब सैनी क्या बोले ? शुक्रवार को करनाल में रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दावा किया था कि मैं करनाल से भी चुनाव लड़ूंगा। नायब सैनी ने कहा, ‘ मोहन लाल बड़ौली प्रदेश अध्यक्ष हैं, उसको मेरे से ज्यादा जानकारी है। पार्लियामेंट बोर्ड के सामने जिन दावेदारों ने अप्लाई किया था, उसे लिस्टिंग करके केंद्रीय नेतृत्व के सामने रख दिया है। अगला निर्णय पार्लियामेंट्री बोर्ड का है। करनाल से मैं ही चुनाव लड़ूंगा। बड़ौली ने ये कहा था सीईसी की मीटिंग के बाद बीजेपी की लिस्ट को लेकर पार्टी अध्यक्ष बड़ौली ने बयान दिया था कि लिस्ट अभी जारी नहीं होगी। बाकी बची सीटों पर चर्चा के लिए जल्द ही केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग बुलाई जाएगी। सीएम नायब सैनी करनाल की जगह लाडवा से चुनाव लड़ेंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
करनाल में 78वां स्वतंत्रता दिवस समारोह:मंत्री सुभाष सुधा होंगे मुख्य अतिथि, परेड में 7 टुकड़ियां लेंगी हिस्सा
करनाल में 78वां स्वतंत्रता दिवस समारोह:मंत्री सुभाष सुधा होंगे मुख्य अतिथि, परेड में 7 टुकड़ियां लेंगी हिस्सा हरियाणा के करनाल में 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। जिला स्तरीय कार्यक्रम अनाज मंडी में आयोजित किया गया है। समारोह में हरियाणा के शहरी एवं स्थानीय निकाय मंत्री सुभाष सुधा मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। सुबह 8:58 बजे ध्वजारोहण करेंगे और उसके बाद परेड का निरीक्षण करेंगे। शहीदों को दी जाएगी श्रद्धांजलि समारोह से पहले मंत्री सुभाष सुधा करनाल में कर्ण पार्क के पास स्थित युद्ध स्मारक पर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। वे जिला सैनिक बोर्ड कार्यालय परिसर में स्थित इस स्मारक स्थल पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। जिला प्रशासन की तैयारियां पूरी
DC उत्तम सिंह ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए जिला प्रशासन ने सभी आवश्यक प्रबंध पूरे कर लिए हैं। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और समारोह स्थल की साज-सज्जा पर विशेष ध्यान दिया गया है। दर्शकों के लिए स्वच्छ पेयजल और शौचालय की समुचित व्यवस्था की गई है। परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रम
इस वर्ष की परेड में 7 टुकड़ियां शामिल होंगी। जिनका नेतृत्व डीएसपी विजय कुमार करेंगे। परेड में हरियाणा पुलिस के महिला और पुरुष जवान, होम गार्ड, एनसीसी आर्मी विंग के छात्र-छात्राएं, और स्काउट्स व गाइड्स शामिल होंगे। नृत्य प्रस्तुत किए जाएंगे
स्कूली बच्चों द्वारा सामूहिक पीटी शो व सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। गुरुकुल नीलोखेड़ी के बच्चों द्वारा मलखंभ प्रदर्शन, तथा पार्थ पब्लिक स्कूल, प्रकाश पब्लिक स्कूल, डीपीएस, ओपीएस विद्या मंदिर, दयाल सिंह पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा देशभक्ति गीत व नृत्य प्रस्तुत किए जाएंगे।
हरियाणा BJP के पंजाबी वैक्यूम पर कांग्रेस की नजर:खट्टर दिल्ली चले गए, विज घर बैठे; इनके 32% वोट बैंक को साधने की तैयारी
हरियाणा BJP के पंजाबी वैक्यूम पर कांग्रेस की नजर:खट्टर दिल्ली चले गए, विज घर बैठे; इनके 32% वोट बैंक को साधने की तैयारी हरियाणा में सितंबर-अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के साथ कांग्रेस भी तैयारी में जुटी हुई है। 10 सालों से सत्ता में बैठी BJP को हराने के लिए कांग्रेस ने अब पार्टी के पंजाबी वैक्यूम पर नजर गड़ा दी है। भाजपा के 2 बड़े पंजाबी चेहरे पार्टी से दूर हो गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर लोकसभा चुनाव जीतकर दिल्ली में मोदी कैबिनेट में पहुंच गए हैं। वहीं, दूसरे बड़े पंजाबी चेहरे पूर्व गृहमंत्री अनिल विज घर बैठे हुए हैं। वह सिर्फ अपनी विधानसभा अंबाला कैंट में ही सक्रिय दिख रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस सूबे में चुनाव की नजदीकियों को देखते हुए पंजाबी वोट बैंक को रिझाने में जुट गई है। कांग्रेस की ओर से इसके लिए राष्ट्रीय पंजाबी महासभा (RPM) को जिम्मेदारी दी गई है। जानिए, क्यों BJP से दूर हुए पंजाबी नेता… पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर : हरियाणा में भाजपा में पंजाबी समुदाय का यह बड़ा चेहरा थे। 2014 में पहली बार विधानसभा चुनाव जीतने के बाद वह सूबे में BJP की सरकार में लगातार दो टर्म के मुख्यमंत्री रहे। 2024 में लोकसभा चुनाव जीतकर अब दिल्ली में केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी देख रहे हैं। अनिल विज : हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री भाजपा के बड़े नेताओं में शामिल हैं। यह भी पंजाबी समुदाय से आते हैं। खट्टर को हटाने के बाद केंद्रीय नेतृत्व ने नायब सैनी को CM बना दिया था, जिसके बाद से वह लगातार नाराज हैं। लोकसभा चुनाव में भी वह अपनी विधानसभा अंबाला कैंट में ही सक्रिय रहे। संदीप सिंह : पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी प्लेयर संदीप सिंह हरियाणा में भाजपा से जुड़े हैं। खट्टर के कार्यकाल में पहली बार विधानसभा चुनाव जीतने के बाद ही उन्हें खेल मंत्री बना दिया गया। हालांकि, इस दौरान उन पर जूनियर महिला कोच ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगा दिए, जिसके बाद अब वह भाजपा से अलग-थलग पड़े हुए हैं। पंजाबियों का सूबे में 34 से 40% वोट
हरियाणा की करीब ढाई करोड़ आबादी में पंजाबी समुदाय 34 से 40 फीसदी तक है। इसके साथ ही 25 से 26 विधानसभा ऐसी हैं, जहां पंजाबी बिरादरी की पकड़ है। इन इलाकों में पंजाबी बिरादरी के उम्मीदवार जीतते रहे हैं। 1991 में चौधरी भजनलाल के शासन काल में हरियाणा सरकार में 17 मंत्री अकेले पंजाबी समुदाय के थे, लेकिन आज के राजनीतिक दौर में उनका हिस्सा बहुत कम है। जबकि, चाहे लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा, इस समुदाय की भूमिका निर्णायक होती है। भाजपा से पहले यह समुदाय कांग्रेस के साथ था, लेकिन अनदेखी के कारण यह पंजाबी समुदाय कांग्रेस से टूट कर दूसरे दलों में बिखर गया है। अब कांग्रेस ने इसे साधने के लिए विशेष रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। अभी की सियासत में पंजाबियों का क्या योगदान
हरियाणा की सियासत में पंजाबियों का बड़ा योगदान रहा है। हालांकि, इसके बाद भी किसी भी पार्टी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी पंजाबियों को नहीं दी गई। चौधरी भजनलाल के कार्यकाल को छोड़ दें तो 2014 से लेकर 2024 तक भाजपा ने सरकार में पंजाबियों को ठीक नेतृत्व दिया। मनोहर लाल खट्टर को CM बनाया। उन्हीं की कैबिनेट में अनिल विज को गृह मंत्री और संदीप सिंह को खेल मंत्री की जिम्मेदारी दी गई, लेकिन इसके बाद अब सूबे की सियासत में कोई भी पंजाबी समुदाय का बड़ा नेता न ही सरकार में और न ही विपक्ष में एक्टिव है। एक्टिव हुए कांग्रेस से जुड़े पंजाबी नेता
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस से जुड़े पंजाबी नेताओं ने पार्टी में और टिकट के मामले में समुदाय को पर्याप्त प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए खुद को संगठित करना शुरू कर दिया है। इस उद्देश्य से समुदाय के नेता अगस्त में करनाल में एक पंजाबी सम्मेलन आयोजित करेंगे। इसमें राष्ट्रीय पंजाबी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक मेहता सम्मेलन के राज्य समन्वयक होंगे। इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान भी शामिल होंगे। टिकट के लिए पैरवी करेगा RPM
RPM ने पंजाबी समुदाय के संभावित उम्मीदवारों से कहा है कि वे टिकट के लिए कांग्रेस में आवेदन करें। इसके साथ ही वह अपने आवेदन की एक प्रति RPM को भेजें, जिससे नेताओं की उम्मीदवारी का समर्थन किया जा सके। आम चुनाव में कांग्रेस ने पंजाबी समुदाय को 2 टिकट दिए थे। विधानसभा चुनाव में इस समुदाय से जुड़े नेताओं को उम्मीद है कि पार्टी उन्हें पर्याप्त प्रतिनिधित्व देगी।
हरियाणा में मंत्री के ऑफिशियल टूर पर घमासान:दोस्त के घर शोक व्यक्त करने राजस्थान जाना था, शेड्यूल में ग्रीवेंस मीटिंग दिखाई
हरियाणा में मंत्री के ऑफिशियल टूर पर घमासान:दोस्त के घर शोक व्यक्त करने राजस्थान जाना था, शेड्यूल में ग्रीवेंस मीटिंग दिखाई हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता टूर प्रोग्राम को लेकर विवादों में घिर गए हैं। कमल गुप्ता को शुक्रवार (19 जुलाई) को राजस्थान के हनुमानगढ़ में अपने दोस्त भीमसेन शर्मा के यहां शोक व्यक्त करने के लिए जाना था। विवाद तब छिड़ा, जब उनके ऑफिशियल टूर कार्यक्रम में हनुमानगढ़ में पब्लिक ग्रीवेंस मीटिंग का शेड्यूल दिखाया गया। जैसे ही मंत्री का टूर प्रोग्राम सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए। राजनीतिक पार्टियों ने मंत्री पर सरकारी पैसे का दुरुपयोग करने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मंत्री हरियाणा के हैं और राजस्थान में जाकर किस तरह की जन समस्याएं सुनेंगे। डॉ. कमल गुप्ता के निजी सचिव (PA) ने सफाई देते हुए कहा कि हनुमानगढ़ में कोई ग्रीवेंस मीटिंग नहीं है। मंत्री जी को अपने दोस्त भीमसेन शर्मा की मां लक्ष्मी देवी के निधन पर आयोजित शोक सभा में शामिल होना था। यह सभा हनुमानगढ़ में करणी धर्मशाला में रखी गई है। मंत्री डॉ. कमल गुप्ता का टूर प्रोग्राम… सुबह 8 बजे जाना था, लेकिन 11 बजे निकले
डॉ. कमल गुप्ता के टूर प्रोग्राम के हिसाब से उन्हें सुबह सवा 8 बजे हिसार से वाया सिरसा-ऐलनाबाद होकर हनुमानगढ़ जाना था। मंत्री के नंबर पर सुबह 10:42 पर फोन किया तो उनके PA ने फोन उठाया और कहा कि मंत्री अभी हनुमानगढ़ के लिए रवाना नहीं हुए हैं। वह बस निकलने वाले हैं। कांग्रेस नेता बोले- मंत्री को ऐसा नहीं करना चाहिए
कांग्रेस नेता एवं हरियाणा के पूर्व वित्त मंत्री प्रो. संपत सिंह ने कहा कि मंत्री डॉ. कमल गुप्ता का टूर प्रोग्राम मैंने पढ़ा था। मंत्री को अन-ऑफिशियल टूर को ऑफिशियल नहीं बनाना चाहिए। इससे सरकारी पैसे की बर्बादी तो होती ही है और मंत्री को यह चीजें सूट नहीं करती। MLA के रूप में मंत्री को DA मिलता है। निजी गाड़ी से जाने पर किलोमीटर भरकर देना पड़ता है। इसलिए सरकारी गाड़ी का उपयोग अक्सर करते हैं। मंत्री को अगर जाना ही था अपने टूर कार्यक्रम की सूचना हरियाणा ही नहीं राजस्थान सरकार को भी देनी चाहिए थी। मंत्री के टूर प्रोग्राम में राजस्थान सरकार को कॉपी नहीं किया गया। डॉक्टर पैदा करने वाले बयान पर हुई थी किरकिरी इससे पहले, कैथल में ग्रीवेंस मीटिंग के दौरान कमल गुप्ता पत्रकारों पर भड़क गए थे। पत्रकारों ने डॉक्टरों की कमी पर सवाल किया था। इसके जवाब में गुप्ता ने कहा था कि मैं डॉक्टर पैदा नहीं कर सकता। प्रक्रिया के तहत डॉक्टरों की भर्ती की जा रही है। सरकार कर भी रही है, मगर आज आप कह तो डॉक्टर का इंतजाम कर दो तो वह मैं आज पैदा नहीं कर सकता। मंत्री के इस बयान पर AAP के हरियाणा प्रभारी सुशील गुप्ता ने इसे गैर जिम्मेदार बयान करार दिया था। मंत्री के इस बयान पर काफी किरकिरी हुई थी। समाजसेवी को कहा था- तुम्हारा दिमाग खराब करीब 4 महीने पहले डॉ. कमल गुप्ता की एक वीडियो भी वायरल हुई थी। हिसार के समाजसेवी योगराज शर्मा मंत्री गुप्ता को गुलदस्ता भेंट कर रहे थे। कमल गुप्ता ने गुलदस्ता लेने से मना करते हुए कहा कि आप लोगों का दिमाग खराब है, तुम एंटी हो। मंत्री इसके बाद अपनी गाड़ी का शीशा उतारकर कहा कि जो करना है, वो आप कर लेना। 2014 में पहली बार विधायक बने
RSS से संबंध रखने वाले कमल गुप्ता हरियाणा भाजपा के सीनियर नेताओं में से एक हैं। डॉ. कमल गुप्ता हिसार से वर्ष 2014 में पहली बार और 2019 में लगातार दूसरी बार भारी मतों से जीत कर विधायक बने थे। 2014 में विधायक बनने के बाद उन्होंने CPS का पद भी ग्रहण किया था। मनोहर लाल सरकार के दूसरे टर्म में डॉ. कमल गुप्ता को निकाय मंत्री और बाद में नायब सैनी सरकार में स्वास्थ्य और एविएशन मंत्री का पद मिला।