BJP नेता सतपाल का बेटा राजनीति में करेगा एंट्री:दादरी से चुनाव लड़ने की अटकलें, जेल सुपरिटेंडेंट पद से सुनील ने दिया इस्तीफा

BJP नेता सतपाल का बेटा राजनीति में करेगा एंट्री:दादरी से चुनाव लड़ने की अटकलें, जेल सुपरिटेंडेंट पद से सुनील ने दिया इस्तीफा

हरियाणा में 2 महीने पहले कांग्रेस छोड़कर BJP में शामिल हुए पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान के बेटे सुनील सांगवान ने भौंडसी (गुरुग्राम) जेल सुपरिटेंडेंट पद से इस्तीफा दे दिया है। सुनील सांगवान चरखी दादरी सीट से भाजपा की टिकट से चुनाव लड़ सकते हैं। सुनील सांगवान ने गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को वीआरएस के लिए पत्र भेजा है। सुनील सांगवान करीब साढ़े 22 साल से सरकारी सेवा में हैं। सुनील के पिता सतपाल सांगवान ने भी टेलीकॉम डिपार्टमेंट में एसडीओ के पद से इस्तीफा देकर राजनीति में कदम रखा था और चरखी दादरी से बंसीलाल की पार्टी हरियाणा विकास पार्टी से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। सतपाल सांगवान ने दो महीने पहले लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा जॉइन की थी। सुनील सांगवान के दो बच्चे हैं और दोनों ही आर्मी में कैप्टन हैं। सतपाल सांगवान ने 1996 में लड़ा था चुनाव
पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान हरियाणा के पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल को अपना राजनीतिक गुरू मानते हैं और वे उनके करीबी भी रहे हैं। बंसीलाल का परिवार अब भाजपा में हैं। उनकी राजनीति विरासत संभाल रही किरण चौधरी भाजपा से राज्यसभा सदस्य हैं। सतपाल सांगवान 1996 में हरियाणा विकास पार्टी के टिकट पर पहली बार चरखी दादरी के विधायक बने थे और बाद में कई चुनाव लड़े। 2009 में वे हरियाणा जनहित पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते और विधायक बने। उसके बाद भूपेंद्र हुड्‌डा सरकार में सहकारिता मंत्री बने। 2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर उन्हें हार झेलनी पड़ी थी। वहीं 2019 के चुनाव में कांग्रेस की टिकट कटने पर जजपा में शामिल हो गए थे और विधानसभा का चुनाव लड़ा। इस चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी सोमबीर सांगवान से उन्हें मात दी थी और सतपाल सांगवान दूसरे स्थान पर रहे थे। बबीता फोगाट की राजनीति को झटका
सुनील सांगवान की एंट्री से बबीता फोगाट को झटका लग सकता है। बबीता फोगाट भी चरखी दादरी से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। 2019 में बबीता चुनाव में तीसरे नंबर पर रही थी। भाजपा ने सोमबीर सांगवान का टिकट काटकर बबीता को चुनाव लड़वाया था। सोमबीर सांगवान निर्दलीय खड़े हो गए थे और जीत हासिल की थी। हरियाणा में 2 महीने पहले कांग्रेस छोड़कर BJP में शामिल हुए पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान के बेटे सुनील सांगवान ने भौंडसी (गुरुग्राम) जेल सुपरिटेंडेंट पद से इस्तीफा दे दिया है। सुनील सांगवान चरखी दादरी सीट से भाजपा की टिकट से चुनाव लड़ सकते हैं। सुनील सांगवान ने गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को वीआरएस के लिए पत्र भेजा है। सुनील सांगवान करीब साढ़े 22 साल से सरकारी सेवा में हैं। सुनील के पिता सतपाल सांगवान ने भी टेलीकॉम डिपार्टमेंट में एसडीओ के पद से इस्तीफा देकर राजनीति में कदम रखा था और चरखी दादरी से बंसीलाल की पार्टी हरियाणा विकास पार्टी से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। सतपाल सांगवान ने दो महीने पहले लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा जॉइन की थी। सुनील सांगवान के दो बच्चे हैं और दोनों ही आर्मी में कैप्टन हैं। सतपाल सांगवान ने 1996 में लड़ा था चुनाव
पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान हरियाणा के पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल को अपना राजनीतिक गुरू मानते हैं और वे उनके करीबी भी रहे हैं। बंसीलाल का परिवार अब भाजपा में हैं। उनकी राजनीति विरासत संभाल रही किरण चौधरी भाजपा से राज्यसभा सदस्य हैं। सतपाल सांगवान 1996 में हरियाणा विकास पार्टी के टिकट पर पहली बार चरखी दादरी के विधायक बने थे और बाद में कई चुनाव लड़े। 2009 में वे हरियाणा जनहित पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते और विधायक बने। उसके बाद भूपेंद्र हुड्‌डा सरकार में सहकारिता मंत्री बने। 2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर उन्हें हार झेलनी पड़ी थी। वहीं 2019 के चुनाव में कांग्रेस की टिकट कटने पर जजपा में शामिल हो गए थे और विधानसभा का चुनाव लड़ा। इस चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी सोमबीर सांगवान से उन्हें मात दी थी और सतपाल सांगवान दूसरे स्थान पर रहे थे। बबीता फोगाट की राजनीति को झटका
सुनील सांगवान की एंट्री से बबीता फोगाट को झटका लग सकता है। बबीता फोगाट भी चरखी दादरी से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। 2019 में बबीता चुनाव में तीसरे नंबर पर रही थी। भाजपा ने सोमबीर सांगवान का टिकट काटकर बबीता को चुनाव लड़वाया था। सोमबीर सांगवान निर्दलीय खड़े हो गए थे और जीत हासिल की थी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर