हिमाचल प्रदेश में मानसून शुरू से ही कमजोर पड़ा हुआ है। इस मानसून सीजन में अब तक सामान्य से 24 प्रतिशत कम बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, 1 जून से 1 सितंबर तक प्रदेश 618.9 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। मगर इस बार 471.1 मिलीमीटर ही बादल बरसे हैं। प्रदेश में शिमला इकलौता ऐसा जिला है जहां सामान्य से ज्यादा बादल बरसे हैं। शिमला में इस सीजन में 575.8 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि सामान्य बारिश 521.2 मिलीमीटर होती है। शिमला में इस बार सामान्य से 10 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। अन्य सभी जिलों में सामान्य से काफी कम बादल बरसे हैं। औसत की तुलना में लाहौल स्पीति में सामान्य से 73 प्रतिशत कम बारिश हुई है। वहीं कांगड़ा जिला में औसत से 8 प्रतिशत कम बारिश हुई है। यहां देखे किस जिला में सामान्य से कितनी कम व ज्यादा बारिश हुई… कल 9 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट मौसम विभाग की माने तो आज भी प्रदेश के ज्यादातर भागों धूप खिलेगी। मगर अगले कल चंबा, किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य सभी 9 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट दिया गया है। इन जिलों में तेज बारिश का पूर्वानुमान है। 4 सितंबर से मौसम फिर प्रदेश में साफ हो जाएगा। प्रदेश में बीते तीन दिन के दौरान भी ज्यादातर हिस्सों में मौसम साफ बना हुआ है। बादल फटने की 51 घटनाएं प्रदेश में बादल फटने व बाढ़ की 51 घटनाएं पेश आई हैं। राज्य में 40 बड़े भूस्खलन की घटनाएं पेश आई है। इससे जान व माल को भारी नुकसान हुआ है। 176 घर ढहे, 483 क्षतिग्रस्त प्रदेश में इस मानसून सीजन में 127 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति बारिश से नष्ट हो चुकी है। 274 लोगों की विभिन्न कारणों से मौत तथा 30 लोग लापता हैं। भारी बारिश के कारण 176 घर पूरी तरह तबाह हुए हैं। 483 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। हिमाचल प्रदेश में मानसून शुरू से ही कमजोर पड़ा हुआ है। इस मानसून सीजन में अब तक सामान्य से 24 प्रतिशत कम बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, 1 जून से 1 सितंबर तक प्रदेश 618.9 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। मगर इस बार 471.1 मिलीमीटर ही बादल बरसे हैं। प्रदेश में शिमला इकलौता ऐसा जिला है जहां सामान्य से ज्यादा बादल बरसे हैं। शिमला में इस सीजन में 575.8 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि सामान्य बारिश 521.2 मिलीमीटर होती है। शिमला में इस बार सामान्य से 10 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। अन्य सभी जिलों में सामान्य से काफी कम बादल बरसे हैं। औसत की तुलना में लाहौल स्पीति में सामान्य से 73 प्रतिशत कम बारिश हुई है। वहीं कांगड़ा जिला में औसत से 8 प्रतिशत कम बारिश हुई है। यहां देखे किस जिला में सामान्य से कितनी कम व ज्यादा बारिश हुई… कल 9 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट मौसम विभाग की माने तो आज भी प्रदेश के ज्यादातर भागों धूप खिलेगी। मगर अगले कल चंबा, किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य सभी 9 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट दिया गया है। इन जिलों में तेज बारिश का पूर्वानुमान है। 4 सितंबर से मौसम फिर प्रदेश में साफ हो जाएगा। प्रदेश में बीते तीन दिन के दौरान भी ज्यादातर हिस्सों में मौसम साफ बना हुआ है। बादल फटने की 51 घटनाएं प्रदेश में बादल फटने व बाढ़ की 51 घटनाएं पेश आई हैं। राज्य में 40 बड़े भूस्खलन की घटनाएं पेश आई है। इससे जान व माल को भारी नुकसान हुआ है। 176 घर ढहे, 483 क्षतिग्रस्त प्रदेश में इस मानसून सीजन में 127 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति बारिश से नष्ट हो चुकी है। 274 लोगों की विभिन्न कारणों से मौत तथा 30 लोग लापता हैं। भारी बारिश के कारण 176 घर पूरी तरह तबाह हुए हैं। 483 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला में मस्जिद निर्माण मामला उलझा:कांग्रेस विधायक बोले- बाहरी लड़ाई में शहर की शांति न करें भंग, प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं
शिमला में मस्जिद निर्माण मामला उलझा:कांग्रेस विधायक बोले- बाहरी लड़ाई में शहर की शांति न करें भंग, प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं शिमला के उपनगर संजोली स्थित विवादित निर्माणाधीन मस्जिद का विवाद उलझ गया है। रविवार को हुए प्रदर्शन पर आज शिमला शहरी से कांग्रेस विधायक हरीश जनारथा ने प्रदर्शनकारियों को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि बाहर के मामले में शिमला शहर की शांति भंग ना करें। शहर के बाहर दो गुटों में हुए झगड़े को धर्म से ना जोड़ा जाए। दरअसल रविवार को संजोली में बनी विवादित मस्जिद के बाहर हिंदूवादी संगठनों ने समुदाय विशेष पर शिमला का का माहौल खराब करने के आरोप लगाए थे। प्रदर्शकारियों ने कहा कि समुदाय विशेष के लोग बाहर से आकर शिमला की शांति भंग कर रहे है। बीते दिनों शिमला के मल्याणा में युवक पर इन्ही लोगो ने तेजदार हथियारों से जानलेवा हमला किया। जिसके बाद हिंदूवादी संगठनों में समुदाय विशेष के खिलाफ रोष बढ़ गया और रविवार को शिमला के संजोली स्थित मस्जिद केबाहर फुट गया। इस दौरान प्रदर्शकारियों ने संजौली में बनी मस्जिद अवैध होने के आरोप लगाए थे और उसको ध्वस्त करने की मांग की। विधायक बोले मामले में दिया गया धर्म का एंगल सोमवार को मामले में नया मोड़ आ गया है, शिमला शहर के विधायक हरीश जनारथा ने मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह विवाद दो गुटों के आपसी झगड़े के कारण पैदा हुआ है। यह झगड़ा मल्याणा क्षेत्र में हुआ है। इस मुद्दे को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मल्याणा में हुए झगड़े को वहां के पार्षद सहित सिमिट्री व भट्टकुफर के पार्षद ने मिलकर संजोली में पहुंचा दिया। पुलिस को इस झगड़े में FIR दर्ज करने के पहले निर्देश दे दिए थे। इस मामले को हिन्दू व मुस्लिम समुदाय का रूप दिया गया वह बिल्कुल गलत है।शिमला एक शांतिप्रिय जगह है और इसकी शांति भंग न करें। अवैध निर्माण पर प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं विधायक ने कहा कि जो अवैध मस्जिद की बात कर रहे हैं तो यह मस्जिद 1950 से पहले की है। यहां जो अवैध निर्माण हुआ है उसका मामला कोर्ट में चल रहा है और उसकी सुनवाई शनिवार को है। वक्फ बोर्ड इस केस केस को लड़ रहा है। यह मामला 2009 से यह मामला चल रहा है।इसके बाद कितनी सरकारें आयी।इस मामले में किसी धर्म समुदाय पर बोलना उचित नही। उन्होंने कहा कि निर्माण अवैध हुआ है तो कानून इसमें अपनी कार्रवाई करेगा कोई पार्षद नहीं। प्रदर्शन में शामिल ने बाहरी लोग ,शहर वासी नहीं उन्होंने कहा कि संजौली में जो कल जो विवाद हुआ उसमे अधिकतर लोग भट्टाकुफ़्फ़र व मल्याणा क्षेत्र के थे और कुछ कांग्रेस के पार्षद भी थे। उन्होंने कहा कि बाहरी मामले शिमला शहर की शांति क्यों भंग की जा रही है बाहर के विवाद पर शिमला विधानसभा क्षेत्र में क्यों हंगामा किया जा किया जा रहा है।पार्षदों के बोलने से किसी को वैध या अवैध नही बोला जा सकता।यह मामला कोर्ट में है और इस पर निर्णय भी वही देगा। नगर निगम ने माना है मस्जिद के कुछ मंजिल अवैध वहीं बीते कल मौके पर पहुंचे नगर निगम आयुक्त ने यह माना कि मस्जिद के ऊपरी कुछ मंजिल अवैध है ।लेकिन इसका मामला कोर्ट में चला हुआ है ।कोर्ट से फैसला आने के बाद बी नगर निगम मामले कार्रवाई की जा सकती है। क्या है मामला…? बता दें कि शिमला के संजौली के शिमला में एक मस्जिद के निर्माण को लेकर काफी समय सवाल उठ रहे थे। जिसको लेकर हिंदू वादी संगठनों के कार्यकर्ताओं में अंदर ही अंदर गुस्सा पनप रहा था। पंरन्तु बीते दिनों शिमला के मल्याणा में दो गुटों में झगड़ा हो गया है। जिसमे कुछ समुदाय विशेष के लोगो ने तेजधार हथियारों से एक युवक को लहूलुहान कर दिया जिसके बाद इस विवाद ने रफ्तार पकड़ी और इसका गुस्सा रविवार को शिमला के संजौली में बनी मस्जिद के बाहर फुट गया । प्रदर्शकारियों ने मल्याणा में हुई मारपीट करने वाले लोगो के खिलाफ कार्रवाही व मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने की मांग की।
कंगना रनोट का सिर कलम करने की धमकी:बोला- संत भिंडरावाले के लिए सिर कटवा और काट भी सकते हैं; इमरजेंसी फिल्म का विरोध
कंगना रनोट का सिर कलम करने की धमकी:बोला- संत भिंडरावाले के लिए सिर कटवा और काट भी सकते हैं; इमरजेंसी फिल्म का विरोध हिमाचल प्रदेश के मंडी से BJP सांसद और बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट को इमरजेंसी में संत जरनैल सिंह भिंडरावाले को दिखाने को लेकर सिर कलम करने की धमकी दी गई है। इस संबंध में सोशल मीडिया पर कंगना के एक फैन ने वीडियो पोस्ट किया। जिसमें कुछ निहंग बैठे हुए हैं। उनके साथ बैठा विक्की थॉमस सिंह कंगना रनोट को धमकी दे रहा है। इस वीडियो पर कंगना रनोट ने भी रिएक्ट किया। उन्होंने महाराष्ट्र के डीजीपी, हिमाचल और पंजाब की पुलिस को टैग करते हुए कार्रवाई की मींग की। विक्की थॉमस वीडियो में धमकी देते हुए कह रहा है कि अगर कंगना रनोट ने संत जी के बारे में कुछ गलत दिखाया होगा तो हम उनके लिए सिर कटवा भी सकते हैं। जो सिर कटवा सकते हैं वह सिर काट भी सकते हैं। विक्की थॉमस ने धमकी देते हुए क्या कहा…
वायरल वीडियो में विक्की थॉमस धमकाते हुए कह रहा है- ”इतिहास को बदला नहीं जा सकता। अगर आतंकवादी दिखाया गया तो अंजाम के लिए तैयार हो जाना। जिसकी फिल्म कर रही है, उसकी क्या सेवा होगी। सतवंत सिंह व बेअंत सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर गोलियां बरसाने वाले) कौन थे, वे रोल भी करने के लिए तैयार हो जाना। ये मैं दिल से बोल रहा हूं, क्योंकि उंगली जो हमारी तरफ करता है, वे उंगली ही झटका (काट) देते हैं हम। वो संत (जरनैल सिंह भिंडरांवाला) के लिए हम अपना सिर कटवा भी देंगे। अगर सिर कटवा सकते हैं तो काट भी सकते हैं।” साथ बैठे युवक ने भी धमकाया
विक्की थॉमस के साथ बैठे महाराष्ट्र के रहने वाले सिख युवक ने कहा- ”अगर ये फिल्म रिलीज करते हो तो सिखों से चप्पलें खाओगे ही, लाफा (थप्पड़) तो तुम खा ही चुके हो। भारतीय होने पर मुझे गर्व है। मैं महाराष्ट्रियन भी हूं। हिंदू भी, सिख भी, मुस्लिम भी… अगर फिल्म रिलीज हो गई तो चप्पलों से तुम्हारा स्वागत होगा।” कौन है विक्की थॉमस
विक्की थॉमस सोशल मीडिया पर मार्च 2020 के बाद पॉपुलर हुआ। वह सोशल मीडिया पर लगातार अपनी वीडियो और फोटो अपलोड करता है। अधिकतर वीडियो गुरुघरों में व बड़े सिख चेहरों के साथ ही होती हैं। इतना ही नहीं, विक्की बीते साल 26 जनवरी को लाल किले में हुई हिंसा में भी नजर आया था। अमृतसर के अजनाला में FIR दर्ज
ईसाई होते हुए सिख धर्म का प्रचार करने वाले विक्की थॉमस के खिलाफ अमृतसर के अजनाला में FIR दर्ज है। उसके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को भड़काने का मामला दर्ज किया गया। अजनाला के उम्रपुर में रहने वाले राजू सिंह ने FIR में कहा था कि 26 मार्च 2022 को यू-ट्यूब पर एक वीडियो अपलोड हुई। उसमें विक्की थॉमस ईसाई धर्म के नेता व ईसाई धर्म का प्रचार करने वाले प्रोफेट बरजिंदर सिंह को जान से मारने की धमकी दे रहा था। एक साल पहले मांस खाते हुए का वीडियो वायरल
एक साल पहले अगस्त 2023 को विक्की थॉमस के मछली खाते हुए का वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद थॉमस जमकर सोशल मीडिया पर ट्रोल हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि थॉमस ने आगे से पंजाब न आने की बात कही थी। अपकमिंग फिल्म को लेकर विवाद में कंगना
हिमाचल की मंडी सीट से BJP सांसद व एक्ट्रेस कंगना रनोट अपकमिंग मूवी ‘इमरजेंसी’ को लेकर विवादों में हैं। कंगना की यह फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में लगाई गई इमरजेंसी पर बनाई गई है। फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होगी। इस पर सबसे पहले पंजाब के निर्दलीय सांसद सर्बजीत सिंह खालसा ने ट्रेलर में दिखाए गए दृश्यों पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि इसमें सिखों को गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने केंद्र सरकार को लेटर लिखकर फिल्म की रिलीज रोकने की मांग की है। सर्बजीत सिंह खालसा ने कहा, ‘नई फिल्म ‘इमरजेंसी’ में सिखों को गलत तरीके से पेश करने की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे समाज में शांति और कानून की स्थिति बिगड़ने की आशंका है। अगर इस फिल्म में सिखों को अलगाववादी या आतंकवादी के रूप में दिखाया गया है तो यह एक गहरी साजिश है। यह फिल्म मनोवैज्ञानिक हमला है, जिस पर सरकार को पहले से ध्यान देकर दूसरे देशों में सिखों के प्रति नफरत भड़काना बंद कर देना चाहिए।’ फिल्म के इंटरव्यू में विवादित बयान दिया
हाल ही में दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं होता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता। किसान बिल को वापस ले लिया गया वर्ना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे। कांग्रेस नेता ने कंगना पर NSA लगाने की मांग की
इंटरव्यू में दिए कंगना के बयान पर पहले SGPC ने माफी मांगने के लिए कहा। इसके बाद पंजाब के कांग्रेस नेता राजकुमार वेरका ने एक्ट्रेस पर NSA लगाने की बात कही। वेरका ने कहा, “कंगना लगातार किसानों पर ऐसे बयान दे रही हैं। उनके खिलाफ FIR दर्ज की जाए और उन पर NSA लगाया जाए।” कंगना के बयान से पार्टी ने किनारा किया
वहीं, आज भाजपा ने कंगना रनोट के बयान से खुद को अलग कर लिया है। न्यूज एजेंसी PTI ने भाजपा की प्रेस रिलीज जारी की है। इसमें लिखा है- पार्टी कंगना के बयान से असहमत है। उन्हें पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बोलने की इजाजत नहीं है। वह पार्टी की तरफ से बयान देने के लिए अधिकृत भी नहीं हैं। भाजपा ने कंगना को हिदायत दी है कि वह इस मुद्दे पर आगे कोई बयान न दें। पार्टी स्टेटमेंट में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के सिद्धांत पर चलने की बात कही गई है। किसान आंदोलन में महिलाओं को 100 रुपए में आने वाली कहा
कंगना ने किसान आंदोलन को लेकर एक पोस्ट पर कमेंट किया था। इसमें एक बुजुर्ग महिला की फोटो थी। एक्ट्रेस ने लिखा, ‘हाहाहा, ये वही दादी है, जिसे टाइम मैग्जीन में भारत की पावरफुल महिला होने पर फीचर किया गया था। वो 100 रुपए में उपलब्ध है। पाकिस्तानी जर्नलिस्ट ने भारत के लिए इंटरनेशनल पीआर को हाईजैक कर लिया है, जो शर्मिंदगी भरा रास्ता है। हमें इंटरनेशनली बोलने के लिए अपने लोगों की जरुरत है।’ आंदोलनकारियों की तुलना ‘खालिस्तानी’ आतंकियों से की
कंगना ने किसान आंदोलन के दौरान कई बयान दिए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर आंदोलनकारियों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की थी। उन्होंने लिखा था- ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन हमें एक महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नहीं भूलना चाहिए। इंदिरा गांधी ने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था। भले उन्होंने इस देश को कितनी भी पीड़ा दी हो, लेकिन उन्होंने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनकी मृत्यु के दशकों बाद भी आज भी उनके नाम से कांपते हैं, इनको वैसा ही गुरू चाहिए।’ CISF कॉन्स्टेबल ने थप्पड़ मारा
कंगना रनोट को सांसद बनने के बाद चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर थप्पड़ मारा गया। यह तमाचा एयरपोर्ट पर तैनात CISF की एक महिला कॉन्स्टेबल ने मारा था। उसका एक वीडियो भी सामने आया। इसमें आरोपी कह रही थी, ‘कंगना ने कहा था कि 100-100 रुपए की खातिर लोग किसान आंदोलन में बैठ रहे हैं। जब उसने यह बयान दिया तो मेरी मां भी वहां बैठी थी।’ महिला कॉन्स्टेबल का नाम कुलविंदर कौर है। इस घटना के बाद उसे नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया है और पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। कंगना का आरोप- महिला जवान ने मुझे गालियां दीं
CISF कॉन्स्टेबल द्वारा थप्पड़ मारने की बात कंगना ने एक वीडियो शेयर बताई थी। उन्होंने कहा था, ‘मैं सेफ हूं। आज चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर मेरे साथ हादसा हो गया। एयरपोर्ट पर एक महिला जवान ने मुझे गालियां देनी शुरू कर दीं। उसने बताया कि वो किसान आंदोलन की सपोर्टर है। उसने साइड से आकर मुझे चेहरे पर हिट कर दिया। मैं तो सुरक्षित हूं, लेकिन मेरी चिंता पंजाब में बढ़ रहे उग्रवाद और आतंकवाद को लेकर है। इसे कैसे भी करके हैंडल करना पड़ेगा।’ इसके अलावा कंगना राहुल गांधी को लेकर भी कई बार बयानबाजी कर चुकी हैं।
कुल्लू में बन रही विश्व की सबसे लंबी सुरंग:800 मेगावाट पार्वती परियोजना-2 प्रोजेक्ट जल्द होगी पूरी, NHPC के निदेशक ने किया माता का दर्शन
कुल्लू में बन रही विश्व की सबसे लंबी सुरंग:800 मेगावाट पार्वती परियोजना-2 प्रोजेक्ट जल्द होगी पूरी, NHPC के निदेशक ने किया माता का दर्शन हिमाचल के कुल्लू मनाली में देश की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक, 800 मेगावाट पार्वती परियोजना-2 का निर्माण कार्य जल्द ही पूर्ण होने की ओर है। इस परियोजना की 32 किलोमीटर लंबी सुरंग को विश्व की सबसे लंबी सुरंग माना जा रहा है। इस मौके पर एनएचपीसी लिमिटेड के निदेशक उत्तम लाल ने शक्तिपीठ श्री नैना देवी में माता के दर्शन कर आशीर्वाद लिया और परियोजना की सफलता की प्रार्थना की। प्रोजेक्ट की सफलता के लिए माता का लिया आशीर्वाद श्री नैना देवी मंदिर में दर्शन के उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए उत्तम लाल ने कहा कि पार्वती परियोजना-2 का कार्य लगभग पूर्णता की ओर है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना को सफलतापूर्वक पूर्ण करने के उद्देश्य से वे माता के दरबार में आशीर्वाद लेने आए हैं। उत्तम लाल ने विश्वास व्यक्त किया कि NHPC इस परियोजना को निर्धारित समय पर पूरा करेगी और यह देश के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। अश्वनी कुमार ने उत्तम लाल चुनरी भेंटकर किया सम्मानित इस अवसर पर मंदिर न्यास की ओर से अधीक्षक अश्वनी कुमार ने उत्तम लाल को माता की चुनरी और फोटो भेंट कर सम्मानित किया। उनके साथ एनएचपीसी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी, जैसे डॉ. ज्योतिर्मय जैन (महाप्रबंधक, चिकित्सा) भी मौजूद रहे। इस परियोजना के सफलतापूर्वक पूरा होने से देश की ऊर्जा क्षमता में वृद्धि होगी और हिमाचल प्रदेश में विकास की नई संभावनाएं उत्पन्न होंगी। एनएचपीसी के इस प्रयास को लेकर क्षेत्र में सकारात्मक उत्साह देखा जा रहा है।