8वीं पास राजन वर्मा जब खाकी वर्दी पहनकर अपने गांव और दोस्तों के बीच जाता, तो उसका रुतबा अलग ही होता था। हर बार नई-नई गाड़ियों के शौकीन राजन वर्मा ने खुद को सिपाही बताकर यूपी पुलिस की 10 महिलाओं को झांसे में लिया। शादी का ऑफर देकर पहले दोस्ती की। फिर होटल में ले जाकर संबंध बनाए। 5 साल से वह अयोध्या, श्रावस्ती, लखीमपुर, कानपुर और बरेली में महिला कॉन्स्टेबलों की जिंदगी से खिलवाड़ करता रहा। लेकिन, पुलिस को उसकी असली कहानी की भनक तक नहीं लगी। खाकी वर्दी पहनकर फर्जी तरह से पासिंग आउट परेड के समय के कथित फोटो भी उसके मोबाइल से मिले। पेठा बेचकर एक SOG सिपाही के संपर्क में आया। 1200 रुपए में पुलिस की फर्जी वर्दी सिलवाई। मंगलवार यानी 3 सितंबर को बरेली पुलिस ने राजन वर्मा को अरेस्ट कर लिया।पढ़िए राजन वर्मा की पूरी कहानी… गांव में पेठा बेचने से शुरू हुई राजन की कहानी
लखीमपुर से पास पड़ता है मिदनिया गढ़ी कस्बा। राजन वहीं रहता था। उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता था। जहां उसने 8वीं के पास पढ़ाई छोड़ दी। लेकिन, फिर उसने 10वीं व 12वीं के फर्जी तरह से कागजात बनवाने की योजना बनाई। लेकिन, उसमें सफल नहीं हुआ। राजन पुलिस में भर्ती होना चाहता था। पढ़ाई उसकी इतनी नहीं थी कि वह सिपाही बन सके। राजन ने अपने गांव में 8 साल पहले पेठा मिठाई बनाने का काम शुरू किया, यह काम उसने अपने गांव में गांव में किया। पेठा बनाने की एक छोटी सी फैक्ट्री लगाई थी। फैक्ट्री में बनाए जाने वाले पेठा की सप्लाई अयोध्या में करता था। इसी दौरान रात में बस अड्डे पर राजन की मुलाकात एसओजी के सिपाही सुनील से हुई। सुनील खुद को दरोगा को कभी हेड कॉन्स्टेबल बताता। राजन एसओजी के इस सिपाही के झांसे में आ गया। पेठे में मुनाफा होने लगा तो एसओजी के सिपाही के कमरे में जाने लगा। एसओजी सिपाही ने कहा कि तू अपने 5 लाख रुपए दें, मैं पुलिस में भर्ती करवाता हूं। कागज भी मैं खुद तैयार कराऊंगा। राजन ने 5 लाख रुपए दे दिए। इस बीच एसओजी सिपाही ने राजन को अपना मुखबिर बना लिया। हर माह 3 हजार रुपए देने शुरू कर दिए। पुलिस लाइन में ही राजन पुलिसकर्मियों में घूमता। लेकिन, उसकी नौकरी नहीं लगी तो उसने शिकायत करने की बात कही, जहां उसे 50 हजार रुपए उलटे सिपाही ने दे दिए। अयोध्या में खाकी वर्दी सिलवाई
राजन ने पुलिस काे पूछताछ में बताया कि अयोध्या में पुलिस लाइन से कुछ दूरी पर पुलिसकर्मी वर्दी सिलवाते थे। वहां गया तो 1200 रुपए में वर्दी सिलवा ली। 700 रुपए में चमड़े के शूज खरीदे। राजन खुद को सिपाही बताने लगा। वर्दी में फोटो खिंचवाना और अपने दोस्तों को फोटो भेजना। यहां इस बार वह पुलिस कर्मियों की वर्दी पहनकर राइफल के साथ फोटो खिंचाना शुरू कर दिया, जिसके मोबाइल फोन में कई पुलिस कर्मियों के साथ फोटो भी मिले हैं। दूसरे पुलिस वालों के साथ घुलने मिलने का यह खेल आरोपी ने अयोध्या पुलिस लाइन में रहकर ही सीखा। कानपुर में महिला कॉन्स्टेबल के रिलेशनशिप में रहा आरोपी राजन वर्मा ने कानपुर देहात में तैनात एक महिला कॉन्स्टेबल से शादी का झांसा देकर होटल में ले जाकर संबंध बनाए। लेकिन कुछ समय बाद महिला कॉन्स्टेबल को भनक लग गई, जहां महिला सिपाही को चकमा देकर राजन फरार हो गया। कुछ समय मोबाइल फोन बंद किए। उसके बाद पुलिस की साइट से महिला कॉन्स्टेबल के फोटो व नाम और उपनाम देखकर उनके नंबर अरेंज किए। लखीमपुर में एक महिला कॉन्स्टेबल से फर्जी तरह से शादी की और उसके 7 लाख रुपए हड़प लिए। जहां महिला कॉन्स्टेबल ने इसकी पोल खोली। 15 नवंबर 2022 को लखीमपुर पुलिस ने प्लॉट दिलाने का झांसा देकर राजन 7 लाख की ठगी में राजन और उसकी प्रेमिका को अरेस्ट किया। यह गिरफ्तारी थाना मितौली पुलिस ने की, जिसके बाद राजन व महिला कॉन्स्टेबल जेल गई। बरेली की महिला कॉन्स्टेबल से कहा-दिसंबर में शादी करूंगा
राजन ने पुलिस पूछताछ में बताया कि एक साल पहले मेरी दोस्ती बरेली में तैनात महिला कॉन्स्टेबल से हुई। जहां शादी की बात कही। राजन हर बार नई गाड़ी बदलकर महिला कॉन्स्टेबल से मिलने जाता। जहां कभी वर्दी में को कभी महंगे कपड़े पहनकर होटल में मिलता। कॉन्स्टेबल को झांसे में लिया कि दिसंबर में शादी होगी। दोस्ती और शादी के झांसे में आकर महिला कॉन्स्टेबल से कई बार होटल में ले जाकर शारीरिक संबंध बनाए। जहां महिला कॉन्स्टेबल से प्लॉट खरीदने के नाम पर साढ़े 6 लाख रुपए भी हड़प लिए। यहां तक की महिला कॉन्स्टेबल के नाम पर फर्जी तरह से कार भी खरीदी। लखनऊ में महिला कॉन्स्टेबल के फर्जी तरह से कागजात एडिट कराकर 23 लाख का लोन भी कराया, जब महिला के खाते से 37500 रुपए की किस्त कटी तब बैंक से पता चला। SP सिटी राहुल भाटी ने बताया कि राजन वर्मा के खिलाफ अलग अलग जिलों में 4 महिला पुलिसकर्मियों द्वारा एफआईआर कराने की बात सामने आई है। वह महिला कॉन्स्टेबलों से ही दोस्ती कर शादी के झांसे के लिए लेकर टारगेट करता था। 8वीं पास राजन वर्मा जब खाकी वर्दी पहनकर अपने गांव और दोस्तों के बीच जाता, तो उसका रुतबा अलग ही होता था। हर बार नई-नई गाड़ियों के शौकीन राजन वर्मा ने खुद को सिपाही बताकर यूपी पुलिस की 10 महिलाओं को झांसे में लिया। शादी का ऑफर देकर पहले दोस्ती की। फिर होटल में ले जाकर संबंध बनाए। 5 साल से वह अयोध्या, श्रावस्ती, लखीमपुर, कानपुर और बरेली में महिला कॉन्स्टेबलों की जिंदगी से खिलवाड़ करता रहा। लेकिन, पुलिस को उसकी असली कहानी की भनक तक नहीं लगी। खाकी वर्दी पहनकर फर्जी तरह से पासिंग आउट परेड के समय के कथित फोटो भी उसके मोबाइल से मिले। पेठा बेचकर एक SOG सिपाही के संपर्क में आया। 1200 रुपए में पुलिस की फर्जी वर्दी सिलवाई। मंगलवार यानी 3 सितंबर को बरेली पुलिस ने राजन वर्मा को अरेस्ट कर लिया।पढ़िए राजन वर्मा की पूरी कहानी… गांव में पेठा बेचने से शुरू हुई राजन की कहानी
लखीमपुर से पास पड़ता है मिदनिया गढ़ी कस्बा। राजन वहीं रहता था। उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता था। जहां उसने 8वीं के पास पढ़ाई छोड़ दी। लेकिन, फिर उसने 10वीं व 12वीं के फर्जी तरह से कागजात बनवाने की योजना बनाई। लेकिन, उसमें सफल नहीं हुआ। राजन पुलिस में भर्ती होना चाहता था। पढ़ाई उसकी इतनी नहीं थी कि वह सिपाही बन सके। राजन ने अपने गांव में 8 साल पहले पेठा मिठाई बनाने का काम शुरू किया, यह काम उसने अपने गांव में गांव में किया। पेठा बनाने की एक छोटी सी फैक्ट्री लगाई थी। फैक्ट्री में बनाए जाने वाले पेठा की सप्लाई अयोध्या में करता था। इसी दौरान रात में बस अड्डे पर राजन की मुलाकात एसओजी के सिपाही सुनील से हुई। सुनील खुद को दरोगा को कभी हेड कॉन्स्टेबल बताता। राजन एसओजी के इस सिपाही के झांसे में आ गया। पेठे में मुनाफा होने लगा तो एसओजी के सिपाही के कमरे में जाने लगा। एसओजी सिपाही ने कहा कि तू अपने 5 लाख रुपए दें, मैं पुलिस में भर्ती करवाता हूं। कागज भी मैं खुद तैयार कराऊंगा। राजन ने 5 लाख रुपए दे दिए। इस बीच एसओजी सिपाही ने राजन को अपना मुखबिर बना लिया। हर माह 3 हजार रुपए देने शुरू कर दिए। पुलिस लाइन में ही राजन पुलिसकर्मियों में घूमता। लेकिन, उसकी नौकरी नहीं लगी तो उसने शिकायत करने की बात कही, जहां उसे 50 हजार रुपए उलटे सिपाही ने दे दिए। अयोध्या में खाकी वर्दी सिलवाई
राजन ने पुलिस काे पूछताछ में बताया कि अयोध्या में पुलिस लाइन से कुछ दूरी पर पुलिसकर्मी वर्दी सिलवाते थे। वहां गया तो 1200 रुपए में वर्दी सिलवा ली। 700 रुपए में चमड़े के शूज खरीदे। राजन खुद को सिपाही बताने लगा। वर्दी में फोटो खिंचवाना और अपने दोस्तों को फोटो भेजना। यहां इस बार वह पुलिस कर्मियों की वर्दी पहनकर राइफल के साथ फोटो खिंचाना शुरू कर दिया, जिसके मोबाइल फोन में कई पुलिस कर्मियों के साथ फोटो भी मिले हैं। दूसरे पुलिस वालों के साथ घुलने मिलने का यह खेल आरोपी ने अयोध्या पुलिस लाइन में रहकर ही सीखा। कानपुर में महिला कॉन्स्टेबल के रिलेशनशिप में रहा आरोपी राजन वर्मा ने कानपुर देहात में तैनात एक महिला कॉन्स्टेबल से शादी का झांसा देकर होटल में ले जाकर संबंध बनाए। लेकिन कुछ समय बाद महिला कॉन्स्टेबल को भनक लग गई, जहां महिला सिपाही को चकमा देकर राजन फरार हो गया। कुछ समय मोबाइल फोन बंद किए। उसके बाद पुलिस की साइट से महिला कॉन्स्टेबल के फोटो व नाम और उपनाम देखकर उनके नंबर अरेंज किए। लखीमपुर में एक महिला कॉन्स्टेबल से फर्जी तरह से शादी की और उसके 7 लाख रुपए हड़प लिए। जहां महिला कॉन्स्टेबल ने इसकी पोल खोली। 15 नवंबर 2022 को लखीमपुर पुलिस ने प्लॉट दिलाने का झांसा देकर राजन 7 लाख की ठगी में राजन और उसकी प्रेमिका को अरेस्ट किया। यह गिरफ्तारी थाना मितौली पुलिस ने की, जिसके बाद राजन व महिला कॉन्स्टेबल जेल गई। बरेली की महिला कॉन्स्टेबल से कहा-दिसंबर में शादी करूंगा
राजन ने पुलिस पूछताछ में बताया कि एक साल पहले मेरी दोस्ती बरेली में तैनात महिला कॉन्स्टेबल से हुई। जहां शादी की बात कही। राजन हर बार नई गाड़ी बदलकर महिला कॉन्स्टेबल से मिलने जाता। जहां कभी वर्दी में को कभी महंगे कपड़े पहनकर होटल में मिलता। कॉन्स्टेबल को झांसे में लिया कि दिसंबर में शादी होगी। दोस्ती और शादी के झांसे में आकर महिला कॉन्स्टेबल से कई बार होटल में ले जाकर शारीरिक संबंध बनाए। जहां महिला कॉन्स्टेबल से प्लॉट खरीदने के नाम पर साढ़े 6 लाख रुपए भी हड़प लिए। यहां तक की महिला कॉन्स्टेबल के नाम पर फर्जी तरह से कार भी खरीदी। लखनऊ में महिला कॉन्स्टेबल के फर्जी तरह से कागजात एडिट कराकर 23 लाख का लोन भी कराया, जब महिला के खाते से 37500 रुपए की किस्त कटी तब बैंक से पता चला। SP सिटी राहुल भाटी ने बताया कि राजन वर्मा के खिलाफ अलग अलग जिलों में 4 महिला पुलिसकर्मियों द्वारा एफआईआर कराने की बात सामने आई है। वह महिला कॉन्स्टेबलों से ही दोस्ती कर शादी के झांसे के लिए लेकर टारगेट करता था। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर