हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री जम्मू कश्मीर ने विधानसभा चुनाव को प्रचार करेंगे। कांग्रेस हाईकमान ने हिमाचल के दोनों नेताओं को जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए स्टार कैम्पेनर बनाया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने जम्मू कश्मीर के लिए 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है। इसमें सीएम सुक्खू 10वें और मुकेश अग्निहोत्री 13वें स्थान पर है। जम्मू कश्मीर में 25 सितंबर को विधानसभा चुनाव होने है। इससे पहले चुनाव प्रचार शुरू हो गया है। कांग्रेस हाईकमान द्वारा जारी स्टार प्रचारकों की लिस्ट… हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री जम्मू कश्मीर ने विधानसभा चुनाव को प्रचार करेंगे। कांग्रेस हाईकमान ने हिमाचल के दोनों नेताओं को जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए स्टार कैम्पेनर बनाया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने जम्मू कश्मीर के लिए 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है। इसमें सीएम सुक्खू 10वें और मुकेश अग्निहोत्री 13वें स्थान पर है। जम्मू कश्मीर में 25 सितंबर को विधानसभा चुनाव होने है। इससे पहले चुनाव प्रचार शुरू हो गया है। कांग्रेस हाईकमान द्वारा जारी स्टार प्रचारकों की लिस्ट… हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल CM सुक्खू आज दिल्ली में:कांग्रेस हाईकमान से कर सकते हैं मुलाकात; बोर्ड-निगमों में ताजपोशी को लेकर चर्चा संभावित हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात कर सकते हैं। इस दौरान राज्य के विभिन्न बोर्ड निगमों में ताजपोशी को लेकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से चर्चा कर सकते हैं। प्रदेश में राज्य के मार्केटिंग बोर्ड समेत कुछ कृषि उपज विपणन समिति और कई बोर्ड निगमों में अभी ताजपोशी होनी है। सरकार बनने के 21 महीने बाद भी कुछ जगह नेताओं की तैनाती नहीं हो पाई है। इससे कार्यकर्ता नाराज है। यह मामला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी पहले कई बार हाईकमान के समक्ष उठा चुकी है। कैबिनेट में भी एक पद खाली इसी तरह कैबिनेट में भी मंत्री का एक पद खाली है। इसे लेकर भी CM सुक्खू हाईकमान से चर्चा कर सकते हैं। आधिकारिक तौर पर मुख्यमंत्री का कोई कार्यक्रम नहीं है। मगर वह आज दिल्ली में कुछ केंद्रीय मंत्रियों से भी मुलाकात कर सकते हैं और कल तक वापस लौट सकते हैं। बता दें कि मुख्यमंत्री सुक्खू मंगलवार को दोपहर बाद पहले दिल्ली और फिर केरल के वायनाड प्रियंका गांधी के नामांकन में शामिल होने गए। बीती शाम को वह वायनाड से वापस दिल्ली लौटें हैं। जल शक्ति अधिकारियों से कर सकते हैं मीटिंग दिल्ली में ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू जल शक्ति विभाग के अधिकारियों की एक मीटिंग भी कर सकते है। हिमाचल हाईकोर्ट द्वारा वाटर सेस को असंवैधानिक करार देने के बाद राज्य सरकार लेवी लेने पर विचार कर रही है।
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जेपी नड्डा नयना देवी मंदिर पहुंचे:नवरात्र पर की विशेष पूजा अर्चना; हरियाणा में जीत के बाद लिया मां का आशीर्वाद हरियाणा विधानसभा चुनावों में मिली जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा शुक्रवार को नयना देवी मंदिर पहुंचे। नवरात्र पर जेपी नड्डा ने मां नयना देवी का आशीर्वाद लिया। जेपी नड्डा ने नयना देवी मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की। कुछ देर बाद नड्डा अपने परिवार के साथ दबट स्थित कुल देवी के मंदिर में भी पूजा करेंगे। हरियाणा विधानसभा चुनाव से फ्री होने के बाद नड्डा सुबह के वक्त ही नयना देवी पहुंचे। यहां पर नड्डा का भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। भाजपा के सम्मेलन में जाएंगे नड्डा जेपी नड्डा कुछ देर बाद नड्डा सड़क मार्ग से बिलासपुर जाएंगे। जहां नड्डा भाजपा के सम्मेलन में शिरकत करेंगे। सात दिन पहले भी नड्डा बिलासपुर आए थे। तब यहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।
हिमाचल के 12 लाख बेरोजगारों से धोखा:रेगुलर के बजाय आउटसोर्स नौकरी; टांडा में ठेकेदारी प्रथा से भरेंगे 458 पद, आंदोलन की तैयारी में युवा
हिमाचल के 12 लाख बेरोजगारों से धोखा:रेगुलर के बजाय आउटसोर्स नौकरी; टांडा में ठेकेदारी प्रथा से भरेंगे 458 पद, आंदोलन की तैयारी में युवा हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने हर साल एक लाख नौकरी देने के वादा किया था। इस गारंटी के साथ कांग्रेस सत्ता में आई। मगर अब रेगुलर नौकरी के बजाय ऑउटसोर्स भर्ती करके युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। बीते 8 अगस्त की कैबिनेट ने कांगड़ा के टांडा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में विभिन्न श्रेणियों के 458 पद सृजित किए। इसके बाद बेरोजगार युवा परीक्षाओं की तैयारी में जुट गए। मगर उनके पांव तले तब जमीन खिसक गई, जब स्वास्थ्य सचिव ने इन पदों को भरने के लिए नोटिफिकेशन जारी की, जिसमें साफ किया गया कि टांडा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में इन पदों को आउटसोर्स आधार पर भरा जाएगा। इस तरह की अस्थाई भर्ती युवाओं के साथ धोखा है। आउटसोर्स पर किया जाता है शोषण प्रदेश में पहले भी 18 सालों से आउटसोर्स भर्तियां की जाती रही है। नाम मात्र मानदेय पर बेरोजगारों का शोषण किया जाता है। सत्ता बदलने पर इन्हें सरकारें अपनी-अपनी सुविधानुसार बाहर कर देती है। सत्तारूढ़ कांग्रेस ने भी इन बेरोजगारों के साथ यही किया है। स्वास्थ्य विभाग में कोरोना काल में भर्ती आउटसोर्स कर्मियों को सुक्खू सरकार ने बाहर किया। अब फिर से कांग्रेस सरकार आउटसोर्स भर्तियां करने जा रही है। टांडा में आउटसोर्स से भरेंगे ये पद स्वास्थ्य सचिव द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, टांडा मेडिकल कालेज में विभिन्न श्रेणी के 458 पद भरे जाने है। इनमें स्टाफ नर्स के 300 पद, रेडियोग्राफर के 2, वॉर्ड-बॉय के 47, ऑपरेशन थियेटर असिस्टेंट के 12 पद, ट्रांसप्लांट को-ऑर्डिनेटर के 2 पद, डाटा एंट्री ऑपरेटर के 10, क्लास-4 के 5, सफाई कर्मचारी के 50 और सिक्योरिटी गार्ड के 30 पद आउटसोर्स पर भरे जाने है। विपक्ष में आउटसोर्स भर्ती का विरोध करती रही कांग्रेस कांग्रेस जब विपक्ष में थी, तो पांच साल तक आउटसोर्स भर्तियों का विरोध करती रही। मगर सत्ता मिलते ही कांग्रेस खुद भी इसी राह पर चल पड़ी है। इससे पहले शिक्षा विभाग में भी जनवरी माह में टैंपरेरी नौकरी करने की तैयारी कर ली थी। मगर तब बेरोजगार सड़कों पर उतरे और सीएम सुक्खू को यह निर्णय आनन-फानन में वापस लेना पड़ा था। कई अन्य विभागों में इस तरह की अस्थाई भर्तियां कांग्रेस सरकार कर चुकी है। हर साल 1 लाख नौकरी का वादा साल 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी ने हर साल 1 लाख और 5 साल में 5 लाख बेरोजगारों को नौकरी देने का वादा किया था। सत्ता में आए कांग्रेस सरकार को 20 महीने हो गए। मगर 20 महीने में 2000 को भी पक्की नौकरी नहीं दे पाए। लगभग 1000 युवाओं को पक्की नौकरी जरूर दी गई। मगर इनमें ज्यादातर पदों को भरने की प्रक्रिया पूर्व सरकार के कार्यकाल में जारी थी। इससे प्रदेश के 12 लाख से ज्यादा बेरोजगार युवाओं के सब्र का बांध टूटता जा रहा है और सड़कों पर उतरने की तैयारी कर रही है। शिमला में बनाएंगे आंदोलन की रणनीति : घनश्याम हिमाचल के प्रशिक्षित बेरोजगार संघ के अध्यक्ष घनश्याम नेहटू ने बताया कि अगले सप्ताह शिमला में बेरोजगारों की मीटिंग बुलाई जा रही है। इसमें आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। पढ़ा-लिखा युवा लाइब्रेरी में पढ़ते हुए बूढ़ा हो रहा है। मगर सरकार की नींद नहीं टूट रही। उन्होंने बताया कि सरकार एक साल बाद भी राज्य चयन आयोग को फंक्शनल नहीं कर पाई। जब तक इसे फंक्शनल नहीं किया जाता, तब तक नौकरी संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि मौजूदा सरकार ने एक भी पक्की नौकरी नहीं दी। पूर्व सरकार के कार्यकाल की भर्तियों के कुछ रिजल्ट जरूर निकाले गए हैं और टीजीटी की बैचवाइज भर्ती जरूर की गई। मगर नए पद विज्ञापित नहीं किए जा रहे। अब युवाओं को आउटसोर्स भर्ती के नाम पर ठगा जा रहा है।