हिमाचल की राजधानी शिमला के संजौली में उपजा मस्जिद विवाद अब पूरे शहर व आसपास के क्षेत्रों में फैल गया है। शिमला में बाहर से आने वाले समुदाय विशेष के लोगों के खिलाफ लोगों का आक्रोश बढ़ गया है। लोगों ने बाहरी राज्य से आए लोगों के सर्टिफिकेट चेक करना शुरु कर दिए हैं। इसी कड़ी में शिमला के घणाहट्टी का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें बात कर रहे लोगों के अनुसार तीन बाहरी व्यक्तियों की जन्मतिथि एक जैसी होने होने पर बवाल हो रहा है। जानकारी के अनुसार, वायरल वीडियो शिमला के घणाहट्टी का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में लोग साफ बात करते हुए दिखाए दे रहे हैं। यह कहा जा रहा है कि तुम्हारी सबकी जन्मतिथि सेम कैसे है। स्थानीय लोग युवक से कह रहे है कि आपके पास कोई भी डॉक्यूमेंट सही नहीं है। जिसके बाद बवाल बढ़ गया और मकान मालिक को फ़ोन करने की बात हो रही है। हालांकि वीडियो पुराना बताया जा रहा है । लेकिन संजौली में उपजे मस्जिद विवाद के बाद तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। कहां से गरमाया माहौल बता दें कि, बीते रविवार से शिमला के संजौली में मस्जिद को लेकर बवाल मचा हुआ है जिसके बाद शांतिप्रिय प्रदेश में समुदाय विशेष के बाहरी लोगों के खिलाफ स्थानीय लोगों में आक्रोश है। शिमला के मल्याणा में स्थानीय युवक के साथ हुई मारपीट के बाद यह पूरा माहौल गर्माया है। संजौली में बनी मस्जिद पर अवैध निर्माण के आरोप लगाए जा रहे हैं। हिंदूवादी संगठन उसे गिराने की मांग पर अड़े हुए है। हालांकि मामला नगर निगम के रेवेन्यू कोर्ट में चला हुआ है और अगली सुनवाई पांच अक्टूबर को होनी है। हिमाचल की राजधानी शिमला के संजौली में उपजा मस्जिद विवाद अब पूरे शहर व आसपास के क्षेत्रों में फैल गया है। शिमला में बाहर से आने वाले समुदाय विशेष के लोगों के खिलाफ लोगों का आक्रोश बढ़ गया है। लोगों ने बाहरी राज्य से आए लोगों के सर्टिफिकेट चेक करना शुरु कर दिए हैं। इसी कड़ी में शिमला के घणाहट्टी का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें बात कर रहे लोगों के अनुसार तीन बाहरी व्यक्तियों की जन्मतिथि एक जैसी होने होने पर बवाल हो रहा है। जानकारी के अनुसार, वायरल वीडियो शिमला के घणाहट्टी का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में लोग साफ बात करते हुए दिखाए दे रहे हैं। यह कहा जा रहा है कि तुम्हारी सबकी जन्मतिथि सेम कैसे है। स्थानीय लोग युवक से कह रहे है कि आपके पास कोई भी डॉक्यूमेंट सही नहीं है। जिसके बाद बवाल बढ़ गया और मकान मालिक को फ़ोन करने की बात हो रही है। हालांकि वीडियो पुराना बताया जा रहा है । लेकिन संजौली में उपजे मस्जिद विवाद के बाद तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। कहां से गरमाया माहौल बता दें कि, बीते रविवार से शिमला के संजौली में मस्जिद को लेकर बवाल मचा हुआ है जिसके बाद शांतिप्रिय प्रदेश में समुदाय विशेष के बाहरी लोगों के खिलाफ स्थानीय लोगों में आक्रोश है। शिमला के मल्याणा में स्थानीय युवक के साथ हुई मारपीट के बाद यह पूरा माहौल गर्माया है। संजौली में बनी मस्जिद पर अवैध निर्माण के आरोप लगाए जा रहे हैं। हिंदूवादी संगठन उसे गिराने की मांग पर अड़े हुए है। हालांकि मामला नगर निगम के रेवेन्यू कोर्ट में चला हुआ है और अगली सुनवाई पांच अक्टूबर को होनी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल में मजबूत नेता के तौर उभरे सुक्खू:उप चुनाव के नतीजों ने बचाई CM की कुर्सी; पार्टी में अंदरुनी बगावत शांत
हिमाचल में मजबूत नेता के तौर उभरे सुक्खू:उप चुनाव के नतीजों ने बचाई CM की कुर्सी; पार्टी में अंदरुनी बगावत शांत हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू लोकसभा चुनाव की परीक्षा में फेल हुए। मगर विधानसभा उप चुनाव में छह में से चार सीटों पर जीतकर सुक्खू मजबूत नेता के तौर पर उभरे हैं। इस जीत ने पार्टी के भीतर भी विरोध के स्वरों पर विराम लगाया है। सरकार पर आया सियासी संकट भी टला है। यही वजह है कि दो रोज पहले कांग्रेस विधायक दल ने भी प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री सुक्खू के नेतृत्व में भरोसा जाहिर किया और चट्टान की तरह मुख्यमंत्री के साथ खड़े होने का दावा किया। सुक्खू सरकार को आगामी 10 जुलाई को एक ओर इम्तिहान देना है। इस इम्तिहान में भी सबसे ज्यादा साख सीएम सुक्खू की दाव पर लगी हुई है, क्योंकि हमीरपुर और देहरा दो विधानसभा सीटें मुख्यमंत्री सुक्खू के गृह संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में पड़ती है। 2022 में इन सीटों पर कांग्रेस को मिली थी हार इन दोनों सीटों पर 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार हुई थी और इस बार लोकसभा चुनाव में भी इन दोनों सीटों से बीजेपी प्रत्याशी अनुराग ठाकुर को बढ़त मिली है। अब इन सीटों पर सत्तारूढ़ कांग्रेस को चुनाव लड़ना है। देहरा और हमीरपुर के अलावा नालागढ़ में भी सरकार की परीक्षा होने वाली है। इन चुनाव में कांग्रेस जीतती है तो हिमाचल से पूरे देश में कांग्रेस की मजबूती का संदेश जाएगा। 6 बागियों की बगावत भी काम नहीं आई राजनीति के जानकारों की माने तो कांग्रेस के छह बागी विधायकों की बगावत के बाद सरकार पर सियासी संकट टालना आसान नहीं था। उप चुनाव में कांग्रेस की हार हुई तो CM सुक्खू की कुर्सी खतरे में पड़ जाती। मगर अब 65 विधायकों वाली विधानसभा में पूर्ण बहुमत के आंकड़े से कांग्रेस के पास 5 विधायक ज्यादा हो गए हैं। यदि 10 जुलाई को प्रस्तावित तीनों सीटों पर कांग्रेस उप चुनाव हार भी जाती है तब भी कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत से तीन विधायक ज्यादा हो गए हैं। कांग्रेस के पास अभी 38 विधायक और भाजपा के पास 27 MLA है, जबकि तीन पर उप चुनाव चल रहा है। भविष्य में कोई विधायक बगावत की हिम्मत नहीं कर पाएगा: संजीव हिमाचल के वरिष्ठ पत्रकार संजीव शर्मा ने बताया कि लोकसभा चुनाव में जरूर कांग्रेस की हार हुई है। मगर विधानसभा उप चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस का अच्छा प्रदर्शन रहा। इससे कांग्रेस बहुमत में आ गई है। अब सरकार पर कोई खतरा नहीं रहा। उन्होंने बताया कि जिस तरह छह विधायक अनसीट किए गए, उससे आगे भी कोई विधायक पार्टी छोड़ने या बगावत कि हिम्मत नहीं करेगा। बीजेपी ने भी अब हिमाचल सरकार बदलेगा, यह कहना छोड़ दिया है। लोकसभा में इसलिए हुई सुक्खू सरकार की किरकिरी लोकसभा चुनाव की बात करें तो सत्तारूढ़ कांग्रेस व मुख्यमंत्री की देशभर में किरकिरी हुई है, क्योंकि पूरे देश में जब I.N.D.I.A. गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन किया है। ऐसे में हिमाचल की सत्तारूढ़ कांग्रेस से गठबंधन को बहुत ज्यादा उम्मीदें थी। मगर प्रदेश की जनता ने लोकसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार कांग्रेस का सुपड़ा साफ किया है। आर्थिक मोर्चे पर घिरेंगे सुक्खू जानकारों की माने तो उप चुनाव के नतीजों से सरकार पर सियासी संकट तो टाल दिया है। मगर आर्थिक मोर्चे पर सुक्खू सरकार की मुश्किलें बढ़नी तय है। प्रदेश सरकार पर लगभग 85 हजार करोड़ रुपए का कर्ज हो गया है। लगभग 11 हजार करोड़ रुपए की कर्मचारियों व पेंशनर के छठे वेतनमान के एरियर की देनदारी बकाया है। इस बीच सरकार ने 18 साल से अधिक आयु की सभी महिलाओं को 1500 रुपए देने की घोषणा और इसकी नोटिफिकेशन जारी कर रखी है। इससे सरकार पर वित्तीय बोझ ओर बढ़ेगा। मुख्यमंत्री सुक्खू के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती कर्मचारियों की सैलरी व पेंशनर की पेंशन देने और विकास कार्य निरंतर जारी रखने की होगी।
हिमाचल में 4 दिवसीय दौरे पर सीएम सुक्खू:3 जिलों में करेंगे विकास कार्यों का उद्घाटन, कुल्लू दशहरे का करेंगे समापन
हिमाचल में 4 दिवसीय दौरे पर सीएम सुक्खू:3 जिलों में करेंगे विकास कार्यों का उद्घाटन, कुल्लू दशहरे का करेंगे समापन हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 3 जिलों के दौरे पर निकले हैं। आगामी चार दिनों तक वह मंडी, कुल्लू और हमीरपुर जिले का दौरा करेंगे और अलग अलग स्थानों पर करोड़ों के विकासात्मक कार्यों के शिलान्यास व आधार शिलाएं रखेंगे। जनसभा को करेंगे संबोधित
सीएम सुक्खू अपने चार दिवसीय दौरे में सबसे पहले आज मंडी जिला के जोगिंदरनगर विधानसभा के लिए रवाना हो गए है। जोगिंदरनगर में मेला ग्राउंड में सीएम सुक्खू एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इस दौरान सीएम सुक्खू विधानसभा में चल रहे विकास योजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे। सीएम सुक्खू आज जोगिंदरनगर में ही रात्रि ठहराव करेंगे। वहीं 18 अक्टूबर को मंडी के जोगिंदर नगर से भुंतर कुल्लू के लिए हेलिकॉप्टर के माध्यम से उड़ान भरेंगे। कुल्लू में सीएम सुक्खू विभिन्न देशों के राजदूतों के साथ बैठक करेंगे और उसके बाद जन संपर्क करेंगे। सीएम सुक्खू 19 तारीख को कुल्लू के अंतरराष्ट्रीय दशहरा का समापन करेंगे। 20 अक्टूबर को लौटेंगे शिमला
अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के समापन के बाद सीएम कुल्लू से सीधा हमीरपुर के लिए उड़ान भरेंगे और हमीरपुर में कई योजनाओं के शिलान्यास व आधार शिला रखेंगे। और रात्रि ठहराव हमीरपुर में ही करेंगे। उसके बाद 20 अक्टूबर को सीएम हमीरपुर में ही पूरा दिन जन संपर्क करेंगे और शाम को शिमला लौटेंगे। सीएम सुक्खू ने 22 को बुलाई कैबिनेट बैठक
वही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश के चार दिवसीय दौरे के बाद 22 अक्टूबर को शिमला में प्रदेश सरकार मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है। कैबिनट बैठक करीब एक महीने के अंतराल के बाद हो रही है ऐसे में बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
हमीरपुर में 16 दिन से JOA अभ्यर्थी अनशन पर:रिजल्ट में देरी से नाराज, बोले- तारीख पर तारीख मिल रही; कल हाईकोर्ट में पेशी
हमीरपुर में 16 दिन से JOA अभ्यर्थी अनशन पर:रिजल्ट में देरी से नाराज, बोले- तारीख पर तारीख मिल रही; कल हाईकोर्ट में पेशी हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में राज्य चयन आयोग के रिजल्ट में देरी को लेकर नाराज जेओए पोस्टकार्ड 817 के अभ्यर्थियों का क्रमिक अनशन 16वें दिन बाद भी जारी है। वे खराब मौसम के बीच कार्यालय के गेट के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन आयोग के सूत्रों के मुताबिक हाई कोर्ट में 5 अगस्त को पोस्टकार्ड 556 की सुनवाई होनी है, उसी के बाद तय होगा के रिजल्ट कब घोषित किया जाएगज्ञ। छात्रों से बार-बार कहा जा रहा है कि दो-चार दिन में रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा। 16 दिन पहले आयोग के मुख्य प्रशासक ने एक सप्ताह के भीतर रिजल्ट घोषित करने को कहा था, मगर अब दो सप्ताह से ज्यादा समय हो गया है। धरना-प्रदर्शन कर रहे कई अभ्यर्थी बीमार भी हो चुके हैं। एक का मोटरसाइकिल भी चोरी हो चुका है। अब बारिश भी उन्हें तंग कर रही है। उनके परिजन भी इसमें शामिल हो चुके हैं। लेकिन रिजल्ट घोषित हुए बिना यहां से वे लौटने वाले नहीं हैं। प्रदेश भर से अभ्यर्थी चयन आयोग पहुंच कर नई उम्मीदों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन उनकी बात भीतर से कोई सुनने वाला कोई भी दिख नहीं रहा। एक मामले की हाईकोर्ट में 5 अगस्त को पेशी एक अन्य पोस्टकार्ड 556 मामले में हाईकोर्ट में 5 अगस्त को फिर पेशी है, लेकिन अभ्यर्थियों का कहना है कि जिस कोड के रिजल्ट को घोषित करने की अभ्यर्थी मांग कर रहे हैं, उससे उसका कोई लेना देना नहीं है। इसीलिए अभ्यर्थी बेचैनी में हैं। इसी को लेकर अभ्यर्थी भड़के हुए थे। अभ्यर्थियों का कहना है कि हर बार परिणाम घोषित करने को लेकर नई तिथि बता दी जाती है। लेकिन रिजल्ट घोषित नहीं किया जा रहा है। आयोग की तरफ से परिणाम घोषित करने की तिथि 17 जुलाई 2024 बताई गई थी। निर्धारित समय अवधि में परिणाम घोषित न करने को लेकर अभ्यर्थी लगातार प्रदर्शन पर उतर आए हैं। हाई कोर्ट के फैसले के बाद आएगा रिजल्ट इधर आयोग के सहायक प्रशासक जितेंद्र सांजटा ने बताया कि हाई कोर्ट में एक अन्य मामले में अब 5 तारीख को पेशी है। उसी के बाद फैसला होगा। जिस पोस्ट कोड 817 के तहत रिजल्ट घोषित करने को कहा गया है, उसका नतीजा इस फैसले के बाद ही घोषित होगा। रिजल्ट ओके है। केवल हाई कोर्ट के फैसले की इंतजार है।