महाराष्ट्र में चुनाव से पहले बना तीसरा मोर्चा! प्रकाश आंबेडकर ने तैयार किया फॉर्मूला, कौन-कौन सी पार्टी शामिल?

महाराष्ट्र में चुनाव से पहले बना तीसरा मोर्चा! प्रकाश आंबेडकर ने तैयार किया फॉर्मूला, कौन-कौन सी पार्टी शामिल?

<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Assembly Election 2024:</strong> महाराष्ट्र में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है. चुनाव से पहले महाराष्ट्र का सियासी पारा हाई है. <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में महाविकास अघाड़ी से गठबंधन पर बात नहीं बनने के बाद VBA ने अकेले चुनाव लड़ा था, लेकिन आगामी विधानसभा को लेकर प्रकाश आंबेडकर ने अब तीसरे मोर्चे का ऐलान कर दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इस पार्टी के साथ किया गठबंधन</strong><br />प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रकाश आंबेडकर ने बताया कि <a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/maharashtra-assembly-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव</a> के लिए आदिवासियों के अलग-अलग संगठनों ने मिलकर तीसरा मोर्चा बनाने की पहल की है. इनके नाम वंचित बहुजन आघाडी, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, आदीवासी गोड़ गवारी, आदिवासी माना समाज, आदिवासी जमात संघ, आदिवासी विद्यार्थी कृति समिति, भारत आदिवासी पार्टी, एकलव्य आघाडी, आदिवासी एकता परिषद और जयेश संगठन हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आंबेडकर ने आगे बताया कि आदिवासियों के लिए महाराष्ट्र में 24 जगह आरक्षित हैं. ट्राइबल प्लान में ये क्षेत्र आते हैं. नॉन ट्राइबल प्लान में भी आदिवासी रहते हैं. विदर्भ, जलगांव खानदेश के आदिवासी, पालघर इगतपुर कर्जत के आदिवासी और कोंकण के आदिवासी अलग दिशा में चल रहे हैं. नागपुर में बैठक हुई और तय हुआ कि एक साथ एक मंच पर आदिवासी संगठन आएंगे. आज आदिवासी संगठन की मुंबई में बैठक हुई और आज ऐलान कर रहे हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या होंगे आदिवासी के मुद्दे?&nbsp;</strong><br />- आदिवासी भाग प्रदूषित नहीं है ऐसे अप्रदूषित भाग में विकास नहीं होगा ऐसी छवि बनाई गई है .&nbsp;<br />- ⁠अभयारण्य बनाना होता है तो सबसे पहले नजर आदिवासी इलाकों पर आती है.<br />- ⁠आदिवासी इलाके में खनिज खनन होता है पर आदिवासी बेरोजगार ही रहते हैं.&nbsp;<br />- ⁠आदिवासियों में सबसे ज्यादा कुपोषण और बेरोजगारी है.<br />- ⁠आने वाले समय में महाराष्ट्र के अलग-अलग भागों के आदिवासी एक मंच पर आएंगे और आगे एक साथ भूमिका तय करेंगे.&nbsp;<br />- ⁠तीन जगहों पर आदिवासियों का कार्यक्रम किया जाएगा. जलगांव, मनमाड और नागपुर में बड़े सभा का आयोजन होगा.&nbsp;<br />- ⁠24 आरक्षित विधानसभा क्षेत्रों में 22% आदिवासी आवादी है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि अन्य को लेकर गठबंधन मजबूत करेंगे. इस समय दल-बदल कर वही चेहरे सरकार में हैं और राज्य का विकास पिछड़ गया है. चुनाव मुद्दों पर होनी चाहिए और आदिवासियों के मुद्दों को लेकर हम मैदान में उतर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Ganesh Chaturthi 2024: महाराष्ट्र के जालना में गणेश पंडाल में आरती के बाद पढ़ी गई संविधान की प्रस्तावना, दिया गया ये संदेश” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-ganesh-chaturthi-festival-preamble-of-the-constitution-was-read-after-the-aarti-at-pandal-in-jalna-2779340″ target=”_blank” rel=”noopener”>Ganesh Chaturthi 2024: महाराष्ट्र के जालना में गणेश पंडाल में आरती के बाद पढ़ी गई संविधान की प्रस्तावना, दिया गया ये संदेश</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Assembly Election 2024:</strong> महाराष्ट्र में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है. चुनाव से पहले महाराष्ट्र का सियासी पारा हाई है. <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में महाविकास अघाड़ी से गठबंधन पर बात नहीं बनने के बाद VBA ने अकेले चुनाव लड़ा था, लेकिन आगामी विधानसभा को लेकर प्रकाश आंबेडकर ने अब तीसरे मोर्चे का ऐलान कर दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इस पार्टी के साथ किया गठबंधन</strong><br />प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रकाश आंबेडकर ने बताया कि <a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/maharashtra-assembly-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव</a> के लिए आदिवासियों के अलग-अलग संगठनों ने मिलकर तीसरा मोर्चा बनाने की पहल की है. इनके नाम वंचित बहुजन आघाडी, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, आदीवासी गोड़ गवारी, आदिवासी माना समाज, आदिवासी जमात संघ, आदिवासी विद्यार्थी कृति समिति, भारत आदिवासी पार्टी, एकलव्य आघाडी, आदिवासी एकता परिषद और जयेश संगठन हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आंबेडकर ने आगे बताया कि आदिवासियों के लिए महाराष्ट्र में 24 जगह आरक्षित हैं. ट्राइबल प्लान में ये क्षेत्र आते हैं. नॉन ट्राइबल प्लान में भी आदिवासी रहते हैं. विदर्भ, जलगांव खानदेश के आदिवासी, पालघर इगतपुर कर्जत के आदिवासी और कोंकण के आदिवासी अलग दिशा में चल रहे हैं. नागपुर में बैठक हुई और तय हुआ कि एक साथ एक मंच पर आदिवासी संगठन आएंगे. आज आदिवासी संगठन की मुंबई में बैठक हुई और आज ऐलान कर रहे हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या होंगे आदिवासी के मुद्दे?&nbsp;</strong><br />- आदिवासी भाग प्रदूषित नहीं है ऐसे अप्रदूषित भाग में विकास नहीं होगा ऐसी छवि बनाई गई है .&nbsp;<br />- ⁠अभयारण्य बनाना होता है तो सबसे पहले नजर आदिवासी इलाकों पर आती है.<br />- ⁠आदिवासी इलाके में खनिज खनन होता है पर आदिवासी बेरोजगार ही रहते हैं.&nbsp;<br />- ⁠आदिवासियों में सबसे ज्यादा कुपोषण और बेरोजगारी है.<br />- ⁠आने वाले समय में महाराष्ट्र के अलग-अलग भागों के आदिवासी एक मंच पर आएंगे और आगे एक साथ भूमिका तय करेंगे.&nbsp;<br />- ⁠तीन जगहों पर आदिवासियों का कार्यक्रम किया जाएगा. जलगांव, मनमाड और नागपुर में बड़े सभा का आयोजन होगा.&nbsp;<br />- ⁠24 आरक्षित विधानसभा क्षेत्रों में 22% आदिवासी आवादी है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि अन्य को लेकर गठबंधन मजबूत करेंगे. इस समय दल-बदल कर वही चेहरे सरकार में हैं और राज्य का विकास पिछड़ गया है. चुनाव मुद्दों पर होनी चाहिए और आदिवासियों के मुद्दों को लेकर हम मैदान में उतर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Ganesh Chaturthi 2024: महाराष्ट्र के जालना में गणेश पंडाल में आरती के बाद पढ़ी गई संविधान की प्रस्तावना, दिया गया ये संदेश” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-ganesh-chaturthi-festival-preamble-of-the-constitution-was-read-after-the-aarti-at-pandal-in-jalna-2779340″ target=”_blank” rel=”noopener”>Ganesh Chaturthi 2024: महाराष्ट्र के जालना में गणेश पंडाल में आरती के बाद पढ़ी गई संविधान की प्रस्तावना, दिया गया ये संदेश</a></strong></p>  महाराष्ट्र प्रदूषण से निपटने में यूपी के ये शहर अव्वल, रायबरेली नंबर 1, आगरा और गोरखपुर भी लिस्ट में