हरियाणा के सोनीपत जिले की गन्नौर विधानसभा सीट पर भाजपा को बड़ा झटका लगा है। करीब 10 साल से क्षेत्र में सक्रिय भाजपा नेता एवं युवा आयोग के चेयरमैन देवेंद्र कादियान ने मंगलवार को भाजपा छोड़ने का ऐलान कर दिया। वे गन्नौर से भाजपा की टिकट पर दावा ठोक रहे थे। माना जा रहा है कि टिकट की ना होने के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया। देवेंद्र कादियान ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर पार्टी छोड़ने व निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया। इस दौरान उनकी आंखों से आंसू भी निकल आए। चर्चा है कि भाजपा पूर्व सांसद रमेश कौशिक के भाई देवेंद्र कौशिक काे गन्नौर से टिकट देने का फैसला कर चुकी है। हालांकि वर्तमान विधायक निर्मल चौधरी भी टिकट के लिए जोर आजमाइश में लगी हैं। युवा कांग्रेस से की थी राजनीति की शुरुआत देवेंद्र कादियान मन्नत ग्रुप होटल्स के चेयरमैन हैं। उन्होंने राजनीति की शरुआत युवा कांग्रेस में की। वे राहुल गांधी के करीबी रहे हैं। युवा कांग्रेस में राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं। 2018 में भूपेंद्र हुड्डा से नाराजगी के बाद कांग्रेस छोड़ कर उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। तब वे भाजपा में टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन भाजपा ने टिकट निर्मल चौधरी को दे दी। क्षेत्र में फ्री एंबुलेंस चला रहे देवेंद्र क्षेत्र में समाजसेवी की छवि रखते हैं। फ्री में एंबुलेंस चला रहे हैं, गरीब युवाओं की शिक्षा में भी सहयोग कर रहे हैं। देवेंद्र कादियान इस बार अपनी टिकट को पक्का मान कर चल रहे थे, लेकिन अब भाजपा के जवाब देने के बाद उन्होंने भाजपा को अलविदा कह दिया। हरियाणा के सोनीपत जिले की गन्नौर विधानसभा सीट पर भाजपा को बड़ा झटका लगा है। करीब 10 साल से क्षेत्र में सक्रिय भाजपा नेता एवं युवा आयोग के चेयरमैन देवेंद्र कादियान ने मंगलवार को भाजपा छोड़ने का ऐलान कर दिया। वे गन्नौर से भाजपा की टिकट पर दावा ठोक रहे थे। माना जा रहा है कि टिकट की ना होने के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया। देवेंद्र कादियान ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर पार्टी छोड़ने व निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया। इस दौरान उनकी आंखों से आंसू भी निकल आए। चर्चा है कि भाजपा पूर्व सांसद रमेश कौशिक के भाई देवेंद्र कौशिक काे गन्नौर से टिकट देने का फैसला कर चुकी है। हालांकि वर्तमान विधायक निर्मल चौधरी भी टिकट के लिए जोर आजमाइश में लगी हैं। युवा कांग्रेस से की थी राजनीति की शुरुआत देवेंद्र कादियान मन्नत ग्रुप होटल्स के चेयरमैन हैं। उन्होंने राजनीति की शरुआत युवा कांग्रेस में की। वे राहुल गांधी के करीबी रहे हैं। युवा कांग्रेस में राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं। 2018 में भूपेंद्र हुड्डा से नाराजगी के बाद कांग्रेस छोड़ कर उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। तब वे भाजपा में टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन भाजपा ने टिकट निर्मल चौधरी को दे दी। क्षेत्र में फ्री एंबुलेंस चला रहे देवेंद्र क्षेत्र में समाजसेवी की छवि रखते हैं। फ्री में एंबुलेंस चला रहे हैं, गरीब युवाओं की शिक्षा में भी सहयोग कर रहे हैं। देवेंद्र कादियान इस बार अपनी टिकट को पक्का मान कर चल रहे थे, लेकिन अब भाजपा के जवाब देने के बाद उन्होंने भाजपा को अलविदा कह दिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के रेसलर ने करोड़ों के दावों की हवा निकाली:विनेश फोगाट के पति बोले- झूठ न फैलाएं, हमें कोई पैसा नहीं मिला
हरियाणा के रेसलर ने करोड़ों के दावों की हवा निकाली:विनेश फोगाट के पति बोले- झूठ न फैलाएं, हमें कोई पैसा नहीं मिला हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट का दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर उनके गांव बलाली तक स्वागत करने वालों की लिस्ट अब इनाम राशि के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि विनेश को विभिन्न संस्थाओं से करोड़ों रुपए का इनाम मिला है। इनमें कुछ नामी संस्थाओं से जुड़े लोग भी अपनी इनाम राशि को लेकर प्रचार प्रसार करने में लगे हैं। लेकिन, विनेश के पति सोमवीर राठी ने इन दावों की हवा निकाल दी है। उन्होंने कहा है कि उन्हें कोई इनाम नहीं मिला है। यह सस्ती लोकप्रियता पाने का साधन है। 125 किमी का रोड शो निकला
बता दें कि पेरिस ओलिंपिक से खेलकर स्वदेश लौटी विनेश फोगाट का शनिवार को भव्य स्वागत हुआ। दिल्ली एयरपोर्ट से उनके पैतृक गांव बलाली तक करीब 125 किलोमीटर का रोड शो निकाला गया। इसी बीच 100 से ज्यादा जगहों पर उनका स्वागत किया गया। हर जगह कार्यक्रम में विनेश को लोगों ने पुरस्कार स्वरूप नोटों की मालाएं, मेडल, गदा और अन्य उपहार दिए। बलाली पहुंचने पर भी सैकड़ों लोगों ने विनेश को कुछ न कुछ भेंट किया। इसके लिए विनेश सभी लोगों का धन्यवाद कर चुकी हैं। सोशल मीडिया पर लिस्ट वायरल हुई
इसके बाद रविवार को सोशल मीडिया पर एक लिस्ट वायरल हुई, जिसमें विनेश को करोड़ों रुपए की भारी भरकम इनाम राशि दिए जाने का दावा किया गया। X पर कई वेरिफाइड अकाउंट होल्डर भी इसे शेयर कर चुके। शाम होते-होते इस लिस्ट पर किसी तरह का कोई रिएक्शन एवं ऑब्जेक्शन न आने के चलते लोग इसे प्रमाणित समझ रहे थे। इसी बीच विनेश फोगाट के पति सोमवीर राठी ने इस लिस्ट का खंडन कर दिया। यह सोमवीर ने जवाब दिया
सोमवीर राठी ने X पर लिखा, ‘निम्नलिखित संस्थाओं, व्यापारियों, कंपनियों और पार्टियों द्वारा विनेश फोगाट को कोई धनराशि प्राप्त नहीं हुई है। आप सभी हमारे शुभ चिंतक लोग हैं। कृपया झूठी खबरें न फैलाएं। इससे हमारा नुकसान तो होगा ही, सामाजिक मूल्यों का भी नुकसान होगा। यह सस्ती लोकप्रियता पाने का साधन मात्र है।’ गांव वालों ने 100 रुपए से लेकर 21 हजार तक दिया इनाम
विनेश के गांव बलाली पहुंचने पर ग्रामीणों ने एकजुट होकर विनेश के लिए पुरस्कार की रकम जुटाई। छोटे-बड़े सभी ने इसमें बढ़-चढ़ कर अपनी ओर से योगदान दिया, जिसमें गांव के चौकीदार की ओर से 100 से लेकर फौजी भाईचारा समूह के सदस्यों की ओर से 21,000 तक की रकम शामिल था। कथित तौर पर दान देर रात में आया। गांव की सरपंच रीतिका सांगवान विनेश के स्वागत समारोह में शामिल नहीं हो सकीं और उन्होंने अपने पति से उनका स्वागत करने के लिए कहा। विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन 52.700 किग्रा तक बढ़ गया। 2. विनेश का वजन 2.7 किलो ज्यादा था भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक, विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट मिले, 100 ग्राम ज्यादा था बुधवार सुबह दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। इसके बाद नियमानुसार सिर्फ 15 मिनट मिले, लेकिन इतने कम समय में विनेश का वजन घटाकर 50KG तक नहीं लाया जा सका। लास्ट में जब वेट किया गया तो विनेश का वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक निकला। ओलिंपिक कमेटी के फैसले के बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल भर्ती करवाया। 4. डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील भी की विनेश ने संन्यास के ऐलान से पहले बुधवार रात अपने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील दायर की है। उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स से मांग की कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। विनेश ने पहले फाइनल खेलने की मांग भी की थी। फिर उन्होंने अपील बदली और अब संयुक्त रूप से सिल्वर दिए जाने की मांग की। 5. विनेश ने लिया संन्यास, सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट विनेश ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया (X) पर इसका ऐलान किया। विनेश ने 5 लाइनों की पोस्ट में लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।” 6. 14 अगस्त को अपील खारिज हुई 14 अगस्त को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स ने विनेश फोगाट की याचिका खारिज कर दी थी। विनेश फोगाट ने याचिका लगाकर सिल्वर मेडल की मांग की थी।
पूर्व विधायक ने कांग्रेस अध्यक्ष का पद मांगा:गोगी बोले-3 साल के लिए बनाओ, वही बनना चाहिए जो मुख्यमंत्री न बनकर पार्टी को मजबूत करे
पूर्व विधायक ने कांग्रेस अध्यक्ष का पद मांगा:गोगी बोले-3 साल के लिए बनाओ, वही बनना चाहिए जो मुख्यमंत्री न बनकर पार्टी को मजबूत करे हरियाणा की असंध विधानसभा सीट से पूर्व कांग्रेस विधायक शमशेर सिंह गोगी ने खुद को 3 साल के लिए कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की मांग रखी है। उन्होंने कहा कि हमारे पास 5 साल का समय है। हाईकमान चाहेगा तो सब कुछ हो सकता है। हाईकमान मुझे 3 साल के लिए प्रदेश अध्यक्ष बना दे। बाद में इलेक्शन के लिए किसी और को चेहरा बनाना होगा तो हाईकमान बना सकता है। पार्टी को तैयार करना होगा। जो हमने ग्राउंड लेवल पर खोया है, पहले उसे हासिल करना होगा। बड़ी-बड़ी रैलियां करने की जरूरत नहीं है। अभी महाराष्ट्र में इलेक्शन होने हैं। इसलिए इस पर चर्चा एक महीने बाद ही चलेगी। हाईकमान जिसे ठीक समझे उसे प्रदेश अध्यक्ष बनाए। मेरे विचार में प्रदेश अध्यक्ष उसे ही बनाया जाना चाहिए, जो बिना विधायकों के मुख्यमंत्री न बनकर पार्टी को मजबूत करे। पार्टी मुझे जो जिम्मेदारी देगी, मुझे कोई आपत्ति नहीं है। मैंने सारी उम्र पार्टी के लिए काम किया है और मुझे सारी उम्र पार्टी में ही रहना है। जो राहुल गांधी की बात करे, उसे अध्यक्ष बनाना चाहिए। नेताओं के पार्टी छोड़ने से नुकसान हुआ पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव के कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने पर गोगी ने दुख जताया। उन्होंने कहा कि अजय यादव साहब एक सीनियर लीडर हैं। उन्होंने पार्टी क्यों छोड़ी, इसका कारण मेरे पास नहीं है लेकिन बड़े लीडरों के पार्टी छोड़ने से बहुत नुकसान हुआ है। पहले किरण चौधरी ने पार्टी छोड़ी तो कितना बड़ा नुकसान हुआ। पार्टी हाईकमान और हरियाणा लीडरशिप को भी अपने कार्यकलापों पर विचार करना चाहिए। अगर एक-एक करके सभी लीडर जाते रहे तो पार्टी में कौन बचेगा? कैप्टन साहब ने कहा है- हार और व्यवहार। यह क्या है, इसके बारे में तो मुझे भी नहीं पता, क्योंकि मेरी कैप्टन साहब से कोई बात नहीं हुई है। गोगी का चुनाव से पहले वीडियो हुआ था वायरल विधानसभा चुनाव से पहले शमशेर सिंह गोगी का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। एक पब्लिक मीटिंग के दौरान उन्होंने कहा था कि सरकार में सबका हिस्सा होगा, तो सरकार में अपने रिश्तेदारों को भी खुश करेंगे। जो बाहर से आ रहे हैं, भाईचारे में उन्हें भी सेट करेंगे। अपना घर भी भरेंगे। इसलिए, सरकार में बनने के लिए इलेक्शन जीतना जरूरी है। हालांकि इस बयान के बाद गोगी ने स्पष्टीकरण भी दिया। उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी की तरह काम नहीं करता। मैने कहा था कि असंध जिला बनेगा और जिला बनने के बाद यहां का जब विकास होगा, तो हम अपने साथियों का भी विकास करेंगे। उसके बाद अपना घर भी भरेंगे। अपने घर का मतलब है कि असंध हलका, और वह मैने कोई झूठ नहीं बोला। असंध भी मेरा घर है। मैं विकास की बात कर रहा था। औद्योगिक क्षेत्र बनाएंगे और उससे रोजगार मिलेंगे।
फरीदाबाद में 8 लव जिहाद के मामले आए सामने:पुलिस कमिश्नर से मिले हिंदू संगठन, दोषियों पर कार्रवाई की मांग
फरीदाबाद में 8 लव जिहाद के मामले आए सामने:पुलिस कमिश्नर से मिले हिंदू संगठन, दोषियों पर कार्रवाई की मांग हरियाणा के जिले फरीदाबाद में लगभग 2 महीने में सात लव जिहाद के मामले सामने आने के बाद पीड़ित परिवारों के साथ हिंदू संगठन आक्रोश में नजर आ रहा है इसके चलते आज पीड़ित परिवारों के साथ हिंदू संगठनों ने एकत्रित होकर फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर कार्यालय में पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा और दोषियों के खिलाफ उचित करने कार्रवाई की मांग की है। क्या है लव जिहाद जब से सुप्रीम कोर्ट ने लव जेहाद को मान्यता प्रदान की है, तब से ये शब्द चारों तरफ चर्चा और बहस का ज्वलंत विषय बना हुआ है। इसलिए अब खबरदार में हम लव जिहाद के जिन्न का संपूर्ण विश्लेषण करेंगे। लव जिहाद का ये जिन्न केरल में एक हिंदू लड़की और एक मुस्लिम लड़के के प्रेम विवाह से पैदा हुआ है। जब एक धर्म विशेष को मानने वाले दूसरे धर्म की लड़कियों को अपने प्यार के जाल में फंसाकर उस लड़की का धर्म परिवर्तन करवा देते हैं, तो इस पूरी प्रक्रिया को लव जिहाद कहा जाता है। सभी बच्चियां नाबालिग फरीदाबाद में 2 माह में आठ लव जिहाद के मामले सामने आए हैं जिनमें से एक लड़की बालिक है, बाकी सभी बच्चियां नाबालिग है। हैरत की बात है कि लव जिहाद में फंसी सभी बच्चियां फरीदाबाद से गायब है। लेकिन पुलिस अभी तक किसी को भी बरामद या आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पीड़ित परिवार समेत हिंदू संगठन पुलिस कमिश्नर से मिलकर मामले को गंभीरता से लेते हुए बच्चियों की बरामद की। आरोपियों की गिरफ्तारी के दिए निर्देश आरोपियों गिरफ्तारी की मांग करने के लिए ज्ञापन देने के लिए पहुंचे थे, जहां पर एसीपी सेंट्रल विष्णु प्रसाद ने पीड़ित परिवारों के साथ आए हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं की बात सुनी और मामले को गंभीरता से लेते हुए आठों मामले के संबंधित थाना प्रभारी को फोन मिलाकर इसमें त्वरित कार्यवाही करते हुए गायब हुई बच्चियों की बरामदगी के साथ-साथ आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए। अलग-अलग थानों में केस दर्ज वहीं एसीपी विष्णु प्रसाद से मिलने के बाद न केवल हिंदू संगठन बल्कि पीड़ित परिवार भी संतोष जनक नजर आया, जिन्होंने मीडिया के सामने बात करते हुए कहा कि अब उन्हें उम्मीद है कि पुलिस मामले में गंभीरता से काम करेगी। हिंदू संगठन के कार्यकर्ता सुशील ने बताया कि आठ मामले जो सामने आए हैं, सभी फरीदाबाद के हैं जो की फरीदाबाद के अलग-अलग थानों में रजिस्टर्ड हैं। इन आठ मामलों में सात नाबालिक और एक बच्ची बालिक है। सभी को लव जिहाद में फंसाने वाले मुस्लिम लड़के हैं, जिन्होंने लव जिहाद में फंसा कर लड़कियों को गायब कर रखा है। वह चाहते हैं कि पुलिस इस मामले में जल्द एक्शन ले और आरोपियों को गिरफ्तार करें। गाड़ी करके लाओ, तब चलेंगे बच्ची को खोजने
वही मामले में पीड़ित बच्ची की मां ने बताया कि वह अपनी बेटी के गायब होने के बाद पुलिस थाने के चक्कर काट कर थक चुके हैं, जिस पर उन्हें शक होता है, वह उसके बारे में पुलिस को बताते हैं, लेकिन पुलिस उनसे पूछताछ तक नहीं करती। कई बार पुलिस वाले उनसे कहते हैं कि बच्ची को खोजने के लिए गाड़ी करके लाओ, तब बच्ची को खोजने के लिए चलेंगे। अब उन्हें एसीपी से मिलकर उम्मीद है कि अब पुलिस उनके मामले में उचित कार्रवाई करेगी।