हरियाणा के जिले फरीदाबाद में लगभग 2 महीने में सात लव जिहाद के मामले सामने आने के बाद पीड़ित परिवारों के साथ हिंदू संगठन आक्रोश में नजर आ रहा है इसके चलते आज पीड़ित परिवारों के साथ हिंदू संगठनों ने एकत्रित होकर फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर कार्यालय में पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा और दोषियों के खिलाफ उचित करने कार्रवाई की मांग की है। क्या है लव जिहाद जब से सुप्रीम कोर्ट ने लव जेहाद को मान्यता प्रदान की है, तब से ये शब्द चारों तरफ चर्चा और बहस का ज्वलंत विषय बना हुआ है। इसलिए अब खबरदार में हम लव जिहाद के जिन्न का संपूर्ण विश्लेषण करेंगे। लव जिहाद का ये जिन्न केरल में एक हिंदू लड़की और एक मुस्लिम लड़के के प्रेम विवाह से पैदा हुआ है। जब एक धर्म विशेष को मानने वाले दूसरे धर्म की लड़कियों को अपने प्यार के जाल में फंसाकर उस लड़की का धर्म परिवर्तन करवा देते हैं, तो इस पूरी प्रक्रिया को लव जिहाद कहा जाता है। सभी बच्चियां नाबालिग फरीदाबाद में 2 माह में आठ लव जिहाद के मामले सामने आए हैं जिनमें से एक लड़की बालिक है, बाकी सभी बच्चियां नाबालिग है। हैरत की बात है कि लव जिहाद में फंसी सभी बच्चियां फरीदाबाद से गायब है। लेकिन पुलिस अभी तक किसी को भी बरामद या आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पीड़ित परिवार समेत हिंदू संगठन पुलिस कमिश्नर से मिलकर मामले को गंभीरता से लेते हुए बच्चियों की बरामद की। आरोपियों की गिरफ्तारी के दिए निर्देश आरोपियों गिरफ्तारी की मांग करने के लिए ज्ञापन देने के लिए पहुंचे थे, जहां पर एसीपी सेंट्रल विष्णु प्रसाद ने पीड़ित परिवारों के साथ आए हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं की बात सुनी और मामले को गंभीरता से लेते हुए आठों मामले के संबंधित थाना प्रभारी को फोन मिलाकर इसमें त्वरित कार्यवाही करते हुए गायब हुई बच्चियों की बरामदगी के साथ-साथ आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए। अलग-अलग थानों में केस दर्ज वहीं एसीपी विष्णु प्रसाद से मिलने के बाद न केवल हिंदू संगठन बल्कि पीड़ित परिवार भी संतोष जनक नजर आया, जिन्होंने मीडिया के सामने बात करते हुए कहा कि अब उन्हें उम्मीद है कि पुलिस मामले में गंभीरता से काम करेगी। हिंदू संगठन के कार्यकर्ता सुशील ने बताया कि आठ मामले जो सामने आए हैं, सभी फरीदाबाद के हैं जो की फरीदाबाद के अलग-अलग थानों में रजिस्टर्ड हैं। इन आठ मामलों में सात नाबालिक और एक बच्ची बालिक है। सभी को लव जिहाद में फंसाने वाले मुस्लिम लड़के हैं, जिन्होंने लव जिहाद में फंसा कर लड़कियों को गायब कर रखा है। वह चाहते हैं कि पुलिस इस मामले में जल्द एक्शन ले और आरोपियों को गिरफ्तार करें। गाड़ी करके लाओ, तब चलेंगे बच्ची को खोजने
वही मामले में पीड़ित बच्ची की मां ने बताया कि वह अपनी बेटी के गायब होने के बाद पुलिस थाने के चक्कर काट कर थक चुके हैं, जिस पर उन्हें शक होता है, वह उसके बारे में पुलिस को बताते हैं, लेकिन पुलिस उनसे पूछताछ तक नहीं करती। कई बार पुलिस वाले उनसे कहते हैं कि बच्ची को खोजने के लिए गाड़ी करके लाओ, तब बच्ची को खोजने के लिए चलेंगे। अब उन्हें एसीपी से मिलकर उम्मीद है कि अब पुलिस उनके मामले में उचित कार्रवाई करेगी। हरियाणा के जिले फरीदाबाद में लगभग 2 महीने में सात लव जिहाद के मामले सामने आने के बाद पीड़ित परिवारों के साथ हिंदू संगठन आक्रोश में नजर आ रहा है इसके चलते आज पीड़ित परिवारों के साथ हिंदू संगठनों ने एकत्रित होकर फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर कार्यालय में पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा और दोषियों के खिलाफ उचित करने कार्रवाई की मांग की है। क्या है लव जिहाद जब से सुप्रीम कोर्ट ने लव जेहाद को मान्यता प्रदान की है, तब से ये शब्द चारों तरफ चर्चा और बहस का ज्वलंत विषय बना हुआ है। इसलिए अब खबरदार में हम लव जिहाद के जिन्न का संपूर्ण विश्लेषण करेंगे। लव जिहाद का ये जिन्न केरल में एक हिंदू लड़की और एक मुस्लिम लड़के के प्रेम विवाह से पैदा हुआ है। जब एक धर्म विशेष को मानने वाले दूसरे धर्म की लड़कियों को अपने प्यार के जाल में फंसाकर उस लड़की का धर्म परिवर्तन करवा देते हैं, तो इस पूरी प्रक्रिया को लव जिहाद कहा जाता है। सभी बच्चियां नाबालिग फरीदाबाद में 2 माह में आठ लव जिहाद के मामले सामने आए हैं जिनमें से एक लड़की बालिक है, बाकी सभी बच्चियां नाबालिग है। हैरत की बात है कि लव जिहाद में फंसी सभी बच्चियां फरीदाबाद से गायब है। लेकिन पुलिस अभी तक किसी को भी बरामद या आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पीड़ित परिवार समेत हिंदू संगठन पुलिस कमिश्नर से मिलकर मामले को गंभीरता से लेते हुए बच्चियों की बरामद की। आरोपियों की गिरफ्तारी के दिए निर्देश आरोपियों गिरफ्तारी की मांग करने के लिए ज्ञापन देने के लिए पहुंचे थे, जहां पर एसीपी सेंट्रल विष्णु प्रसाद ने पीड़ित परिवारों के साथ आए हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं की बात सुनी और मामले को गंभीरता से लेते हुए आठों मामले के संबंधित थाना प्रभारी को फोन मिलाकर इसमें त्वरित कार्यवाही करते हुए गायब हुई बच्चियों की बरामदगी के साथ-साथ आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए। अलग-अलग थानों में केस दर्ज वहीं एसीपी विष्णु प्रसाद से मिलने के बाद न केवल हिंदू संगठन बल्कि पीड़ित परिवार भी संतोष जनक नजर आया, जिन्होंने मीडिया के सामने बात करते हुए कहा कि अब उन्हें उम्मीद है कि पुलिस मामले में गंभीरता से काम करेगी। हिंदू संगठन के कार्यकर्ता सुशील ने बताया कि आठ मामले जो सामने आए हैं, सभी फरीदाबाद के हैं जो की फरीदाबाद के अलग-अलग थानों में रजिस्टर्ड हैं। इन आठ मामलों में सात नाबालिक और एक बच्ची बालिक है। सभी को लव जिहाद में फंसाने वाले मुस्लिम लड़के हैं, जिन्होंने लव जिहाद में फंसा कर लड़कियों को गायब कर रखा है। वह चाहते हैं कि पुलिस इस मामले में जल्द एक्शन ले और आरोपियों को गिरफ्तार करें। गाड़ी करके लाओ, तब चलेंगे बच्ची को खोजने
वही मामले में पीड़ित बच्ची की मां ने बताया कि वह अपनी बेटी के गायब होने के बाद पुलिस थाने के चक्कर काट कर थक चुके हैं, जिस पर उन्हें शक होता है, वह उसके बारे में पुलिस को बताते हैं, लेकिन पुलिस उनसे पूछताछ तक नहीं करती। कई बार पुलिस वाले उनसे कहते हैं कि बच्ची को खोजने के लिए गाड़ी करके लाओ, तब बच्ची को खोजने के लिए चलेंगे। अब उन्हें एसीपी से मिलकर उम्मीद है कि अब पुलिस उनके मामले में उचित कार्रवाई करेगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर