<p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh Electricity Bill</strong>: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को बिजली खपत पर प्रति यूनिट 10 पैसे मिल्क सेस लगाने वाला बिल पास हो गया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को ही सदन में यह बिल पेश किया था. विधानसभा में चर्चा के बाद संशोधन बिल पारित हो गया. संशोधन बिल को राज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद राज्य में लोगों को महंगी बिजली मिलेगी. इसके अलावा उद्योगों पर भी पर्यावरण सेस लगाया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जयराम ठाकुर बोले- आम जनता पर डाला जा रहा बोझ</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इसे जनविरोधी निर्णय करार दिया. उन्होंने कहा कि जब से कांग्रेस सरकार सत्ता में आई है, तब से लेकर अब तक लगातार आम जनता पर बोझ डाला जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि उद्योगों पर भी सेस बढ़ाया गया है. इससे राज्य में उद्योग पलायन कर रहे हैं. जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को इन सभी बातों को गंभीरता से लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब से कांग्रेस पार्टी सत्ता में गई है, तब से राज्य में विकास ठाकुर हो चुका है. जनता पास सिर्फ वोट डालने का ही काम हो रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हर यूनिट पर 10 पैसे अतिरिक्त बिल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>गौर हो कि हिमाचल प्रदेश में पात्र उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक निःशुल्क बिजली का प्रावधान है. राज्य में इस सेस का इस्तेमाल मिल्क प्रोडक्शन को बढ़ाने के साथ दुग्ध उत्पादकों को लाभ पहुंचाने के लिए किया जाएगा. राज्यपाल से मंजूरी मिलने के बाद हिमाचल में बढ़ी हुई दरों पर लोगों को बिजली उपलब्ध होगी. बढ़ी हुई दरें लागू होने के बाद घरेलू उपभोक्ताओं को 150 यूनिट बिजली इस्तेमाल करने पर 15 रुपए तक अतिरिक्त बिल चुकाना होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लघु औद्योगिक उर्जा यूनिट में पर्यावरण सेस</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा एक अन्य संशोधन भी किया गया है. इसके मुताबिक लघु औद्योगिक उर्जा यूनिट में पर्यावरण सेस के तौर पर 2 पैसे प्रति यूनिट, मध्यम औद्योगिक उर्जा पर 4 पैसे, बड़े उद्योगों पर 10 पैसे और कॉमर्शियल सेक्टर पर भी 10 पैसे प्रति यूनिट पर्यावरण सेस लगेगा. अस्थाई कनेक्शन पर 2 रुपए प्रति यूनिट, स्टोन क्रेशर पर भी 2 रुपए प्रति यूनिट और विद्युत वाहन के चार्जिंग स्टेशन पर 6 रुपए प्रति यूनिट पर्यावरण सेस लगेगा. पर्यावरण सेस का उपयोग रिन्यूएबल एनर्जी से बिजली उत्पादन बढ़ाने और पर्यावरण संरक्षण के लिए किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किस पर कितना पर्यावरण सेस?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>लघु औद्योगिक ऊर्जा- ₹0.02 प्रति यूनिट</p>
<p style=”text-align: justify;”>मध्यम औद्योगिक ऊर्जा- ₹0.04 प्रति यूनिट</p>
<p style=”text-align: justify;”>बड़े औद्योगिक ऊर्जा- ₹0.10 प्रति यूनिट</p>
<p style=”text-align: justify;”>कॉमर्शियल कनेक्शन- ₹0.10 प्रति यूनिट</p>
<p style=”text-align: justify;”>अस्थाई कनेक्शन- ₹2.00 प्रति यूनिट</p>
<p style=”text-align: justify;”>स्टोन क्रशर- ₹2.00 प्रति यूनिट</p>
<p style=”text-align: justify;”>इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन- ₹6.00 प्रति यूनिट</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/shimla-sanjauli-masjid-controversy-mla-harish-janartha-says-government-will-take-legal-action-ann-2780440″>संजौली मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शनों पर शिमला के विधायक हरीश जनारथा, ‘लोगों को तंग न करें, सरकार…'</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh Electricity Bill</strong>: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को बिजली खपत पर प्रति यूनिट 10 पैसे मिल्क सेस लगाने वाला बिल पास हो गया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को ही सदन में यह बिल पेश किया था. विधानसभा में चर्चा के बाद संशोधन बिल पारित हो गया. संशोधन बिल को राज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद राज्य में लोगों को महंगी बिजली मिलेगी. इसके अलावा उद्योगों पर भी पर्यावरण सेस लगाया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जयराम ठाकुर बोले- आम जनता पर डाला जा रहा बोझ</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इसे जनविरोधी निर्णय करार दिया. उन्होंने कहा कि जब से कांग्रेस सरकार सत्ता में आई है, तब से लेकर अब तक लगातार आम जनता पर बोझ डाला जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि उद्योगों पर भी सेस बढ़ाया गया है. इससे राज्य में उद्योग पलायन कर रहे हैं. जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को इन सभी बातों को गंभीरता से लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब से कांग्रेस पार्टी सत्ता में गई है, तब से राज्य में विकास ठाकुर हो चुका है. जनता पास सिर्फ वोट डालने का ही काम हो रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हर यूनिट पर 10 पैसे अतिरिक्त बिल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>गौर हो कि हिमाचल प्रदेश में पात्र उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक निःशुल्क बिजली का प्रावधान है. राज्य में इस सेस का इस्तेमाल मिल्क प्रोडक्शन को बढ़ाने के साथ दुग्ध उत्पादकों को लाभ पहुंचाने के लिए किया जाएगा. राज्यपाल से मंजूरी मिलने के बाद हिमाचल में बढ़ी हुई दरों पर लोगों को बिजली उपलब्ध होगी. बढ़ी हुई दरें लागू होने के बाद घरेलू उपभोक्ताओं को 150 यूनिट बिजली इस्तेमाल करने पर 15 रुपए तक अतिरिक्त बिल चुकाना होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लघु औद्योगिक उर्जा यूनिट में पर्यावरण सेस</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा एक अन्य संशोधन भी किया गया है. इसके मुताबिक लघु औद्योगिक उर्जा यूनिट में पर्यावरण सेस के तौर पर 2 पैसे प्रति यूनिट, मध्यम औद्योगिक उर्जा पर 4 पैसे, बड़े उद्योगों पर 10 पैसे और कॉमर्शियल सेक्टर पर भी 10 पैसे प्रति यूनिट पर्यावरण सेस लगेगा. अस्थाई कनेक्शन पर 2 रुपए प्रति यूनिट, स्टोन क्रेशर पर भी 2 रुपए प्रति यूनिट और विद्युत वाहन के चार्जिंग स्टेशन पर 6 रुपए प्रति यूनिट पर्यावरण सेस लगेगा. पर्यावरण सेस का उपयोग रिन्यूएबल एनर्जी से बिजली उत्पादन बढ़ाने और पर्यावरण संरक्षण के लिए किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किस पर कितना पर्यावरण सेस?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>लघु औद्योगिक ऊर्जा- ₹0.02 प्रति यूनिट</p>
<p style=”text-align: justify;”>मध्यम औद्योगिक ऊर्जा- ₹0.04 प्रति यूनिट</p>
<p style=”text-align: justify;”>बड़े औद्योगिक ऊर्जा- ₹0.10 प्रति यूनिट</p>
<p style=”text-align: justify;”>कॉमर्शियल कनेक्शन- ₹0.10 प्रति यूनिट</p>
<p style=”text-align: justify;”>अस्थाई कनेक्शन- ₹2.00 प्रति यूनिट</p>
<p style=”text-align: justify;”>स्टोन क्रशर- ₹2.00 प्रति यूनिट</p>
<p style=”text-align: justify;”>इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन- ₹6.00 प्रति यूनिट</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/shimla-sanjauli-masjid-controversy-mla-harish-janartha-says-government-will-take-legal-action-ann-2780440″>संजौली मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शनों पर शिमला के विधायक हरीश जनारथा, ‘लोगों को तंग न करें, सरकार…'</a></strong></p> हिमाचल प्रदेश Jackal Attack: मध्य प्रदेश में खूंखार सियार का आतंक, 6 लोगों को किया घायल