हरियाणा में कांग्रेस की तीसरी लिस्ट ने पार्टी नेताओं की टेंशन बढ़ा दी है। यही वजह है कि अब तक 41 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया जा सकता है। इन लिस्ट के जारी होने के बाद पार्टी में होने वाली बगावत और भगदड़ को देखते हुए अमेरिका दौरे पर गए राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं के साथ देर रात तक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मंथन किया। इधर अंबाला की 3 विधानसभा सीटों को लेकर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद कुमारी सैलजा अपने अपने समर्थकों के लिए अड़े हुए हैं। इधर पार्टी सूत्रों का कहना है कि अमेरिका से सीधे राहुल गांधी ने अजय माकन और केसी वेणुगोपाल के साथ वर्चुअल मीटिंग की। जिस पर सभी 49 सीटों पर फाइनल मोहर लग गई है। जिसके बाद अब कांग्रेस की दोपहर तक सूची आने की संभावना है। कांग्रेस अब तक 41 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। इसी बीच कांग्रेस के 46 उम्मीदवारों की लिस्ट वायरल हो गई। हालांकि कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विनीत पूनिया ने कहा कि यह लिस्ट फर्जी है। कांग्रेस उम्मीदवारों की वायरल लिस्ट… कांग्रेस प्रभारी बाबरिया पड़ चुके बीमार
हरियाणा में टिकट बंटवारे के बीच प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया की तबीयत खराब हो गई है। उनका ब्लड प्रेशर (BP) बढ़ने के बाद उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया है। 2 दिन पहले ही बाबरिया के वीडियो वायरल हुए थे, जिसमें वह कांग्रेस के टिकट दावेदारों के आगे निराशा जाहिर कर रहे थे। प्रदेश में कांग्रेस अभी तक उम्मीदवारों की 2 लिस्ट जारी कर चुकी है। जिसमें 41 उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों के लिए 2,556 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। टिकट बंटवारे में बाबरिया की सबसे बड़ी भूमिका था। इसके अलावा राहुल गांधी ने प्रदेश में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की जिम्मेदारी भी बाबरिया को सौंपी थी। कांग्रेस अब खेल रही ‘सेफ गेम’
हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस हाईकमान ने टिकटों की 2 लिस्ट में सेफ गेम खेलने की कोशिश की है। इसी वजह से 2 लिस्ट में सिर्फ 41 उम्मीदवारों की ही घोषणा की गई है। कांग्रेस हाईकमान की यह चिंता भाजपा की एक साथ जारी 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट से थी। जिसके जारी होते ही 24 घंटे में मंत्री और मौजूदा विधायक समेत 32 नेताओं ने पार्टी छोड़ दी। अभी तक बीजेपी में विरोध जारी है। 7 मीटिंग के बाद सिर्फ 41 नामों का ऐलान
कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की 4 मीटिंग हुईं। उसके बाद 3 मीटिंग केंद्रीय चुनाव समिति की हुईं। आखिरी बैठक में राहुल गांधी की जगह खुद सोनिया गांधी पहुचीं थी। इसके बावजूद पार्टी बड़ी लिस्ट जारी करने की हिम्मत नहीं दिखा पाई। 41 उम्मीदवारों की जो 2 लिस्ट जारी की, उनमें 28 नाम तो मौजूदा विधायकों के ही रहे। इन सबके टिकट पहले से तय थे और इनकी सीटों पर दूसरा कोई बड़ा दावेदार भी नहीं था। पार्टी ने सिर्फ 4 सीटों पर चेहरे बदले। दरअसल पार्टी ये असेसमेंट करना चाह रही है कि उसके यहां भी BJP जैसा कोई बवाल होता है या नहीं?। दोनों गुटों को अभी तक साधा
कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने दोनों लिस्ट में सभी गुटों को साधने की कोशिश भी की। उसने पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा खेमे के 24 और सांसद कुमारी सैलजा के समर्थक चारों विधायकों को टिकट दे दिया। हुड्डा-सैलजा कैंप से अलग चल रहे पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव का टिकट भी नहीं रोका। कांग्रेस हाईकमान हरियाणा में सिर्फ जीत चाहता है। इसीलिए ED जांच और नूंह हिंसा के केस में फंसे अपने चारों विधायकों और दूसरे दलों से आए 2 नेताओं के नाम भी पहली लिस्ट में क्लियर कर दिए हैं। भाजपा की 3 सीटें होल्ड
हरियाणा में कांग्रेस से टिकटों के ऐलान को लेकर भाजपा आगे चल रही है। सूबे की 90 विधानसभा सीटों पर बीजेपी अब तक 87 उम्मीदवारों का नाम का ऐलान कर चुकी है। 3 सीटों की लिस्ट आज आनी है। इसमें सिरसा सीट पर गोपाल कांडा को बीजेपी कमल के सिंबल पर चुनाव लड़ने का दबाव बना रही है, लेकिन कांडा अपनी हजपा पार्टी से ही चुनाव लड़ना चाह रहे हैं, जिसके कारण अभी तक इस सीट पर बीजेपी ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। वहीं महेंद्रगढ़ और फरीदाबाद एनआईटी पर भी राव के कारण टिकट का ऐलान अभी पार्टी ने नहीं किया है। हरियाणा में कांग्रेस की तीसरी लिस्ट ने पार्टी नेताओं की टेंशन बढ़ा दी है। यही वजह है कि अब तक 41 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया जा सकता है। इन लिस्ट के जारी होने के बाद पार्टी में होने वाली बगावत और भगदड़ को देखते हुए अमेरिका दौरे पर गए राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं के साथ देर रात तक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मंथन किया। इधर अंबाला की 3 विधानसभा सीटों को लेकर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद कुमारी सैलजा अपने अपने समर्थकों के लिए अड़े हुए हैं। इधर पार्टी सूत्रों का कहना है कि अमेरिका से सीधे राहुल गांधी ने अजय माकन और केसी वेणुगोपाल के साथ वर्चुअल मीटिंग की। जिस पर सभी 49 सीटों पर फाइनल मोहर लग गई है। जिसके बाद अब कांग्रेस की दोपहर तक सूची आने की संभावना है। कांग्रेस अब तक 41 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। इसी बीच कांग्रेस के 46 उम्मीदवारों की लिस्ट वायरल हो गई। हालांकि कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विनीत पूनिया ने कहा कि यह लिस्ट फर्जी है। कांग्रेस उम्मीदवारों की वायरल लिस्ट… कांग्रेस प्रभारी बाबरिया पड़ चुके बीमार
हरियाणा में टिकट बंटवारे के बीच प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया की तबीयत खराब हो गई है। उनका ब्लड प्रेशर (BP) बढ़ने के बाद उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया है। 2 दिन पहले ही बाबरिया के वीडियो वायरल हुए थे, जिसमें वह कांग्रेस के टिकट दावेदारों के आगे निराशा जाहिर कर रहे थे। प्रदेश में कांग्रेस अभी तक उम्मीदवारों की 2 लिस्ट जारी कर चुकी है। जिसमें 41 उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों के लिए 2,556 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। टिकट बंटवारे में बाबरिया की सबसे बड़ी भूमिका था। इसके अलावा राहुल गांधी ने प्रदेश में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की जिम्मेदारी भी बाबरिया को सौंपी थी। कांग्रेस अब खेल रही ‘सेफ गेम’
हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस हाईकमान ने टिकटों की 2 लिस्ट में सेफ गेम खेलने की कोशिश की है। इसी वजह से 2 लिस्ट में सिर्फ 41 उम्मीदवारों की ही घोषणा की गई है। कांग्रेस हाईकमान की यह चिंता भाजपा की एक साथ जारी 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट से थी। जिसके जारी होते ही 24 घंटे में मंत्री और मौजूदा विधायक समेत 32 नेताओं ने पार्टी छोड़ दी। अभी तक बीजेपी में विरोध जारी है। 7 मीटिंग के बाद सिर्फ 41 नामों का ऐलान
कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की 4 मीटिंग हुईं। उसके बाद 3 मीटिंग केंद्रीय चुनाव समिति की हुईं। आखिरी बैठक में राहुल गांधी की जगह खुद सोनिया गांधी पहुचीं थी। इसके बावजूद पार्टी बड़ी लिस्ट जारी करने की हिम्मत नहीं दिखा पाई। 41 उम्मीदवारों की जो 2 लिस्ट जारी की, उनमें 28 नाम तो मौजूदा विधायकों के ही रहे। इन सबके टिकट पहले से तय थे और इनकी सीटों पर दूसरा कोई बड़ा दावेदार भी नहीं था। पार्टी ने सिर्फ 4 सीटों पर चेहरे बदले। दरअसल पार्टी ये असेसमेंट करना चाह रही है कि उसके यहां भी BJP जैसा कोई बवाल होता है या नहीं?। दोनों गुटों को अभी तक साधा
कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने दोनों लिस्ट में सभी गुटों को साधने की कोशिश भी की। उसने पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा खेमे के 24 और सांसद कुमारी सैलजा के समर्थक चारों विधायकों को टिकट दे दिया। हुड्डा-सैलजा कैंप से अलग चल रहे पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव का टिकट भी नहीं रोका। कांग्रेस हाईकमान हरियाणा में सिर्फ जीत चाहता है। इसीलिए ED जांच और नूंह हिंसा के केस में फंसे अपने चारों विधायकों और दूसरे दलों से आए 2 नेताओं के नाम भी पहली लिस्ट में क्लियर कर दिए हैं। भाजपा की 3 सीटें होल्ड
हरियाणा में कांग्रेस से टिकटों के ऐलान को लेकर भाजपा आगे चल रही है। सूबे की 90 विधानसभा सीटों पर बीजेपी अब तक 87 उम्मीदवारों का नाम का ऐलान कर चुकी है। 3 सीटों की लिस्ट आज आनी है। इसमें सिरसा सीट पर गोपाल कांडा को बीजेपी कमल के सिंबल पर चुनाव लड़ने का दबाव बना रही है, लेकिन कांडा अपनी हजपा पार्टी से ही चुनाव लड़ना चाह रहे हैं, जिसके कारण अभी तक इस सीट पर बीजेपी ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। वहीं महेंद्रगढ़ और फरीदाबाद एनआईटी पर भी राव के कारण टिकट का ऐलान अभी पार्टी ने नहीं किया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर