डॉ. शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय का 11वां दीक्षांत समारोह:राज्यपाल की मौजूदगी में 1615 स्टूडेंट्स को उपाधि; 159 मेधावियों को मेडल

डॉ. शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय का 11वां दीक्षांत समारोह:राज्यपाल की मौजूदगी में 1615 स्टूडेंट्स को उपाधि; 159 मेधावियों को मेडल

डॉ.शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह का आयोजन आज होगा। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की अध्यक्षता में सुबह 11 बजे कॉन्वोकेशन की शुरुआत होगी। पद्मश्री मुरलीकांत पेटकर बतौर मुख्य अतिथि दीक्षांत में शामिल होंगे। इस दौरान 1615 स्टूडेंट्स को उपाधि और 130 मेधावियों को 159 मेडल दिए जाएंगे। इनमें 59 गोल्ड, 50 सिल्वर और 50 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। इन मेधावियों को मिलेंगे मेडल
चांसलर गोल्ड मेडल लखीमपुर खीरी निवासी छात्र चिन्मय शुक्ला को मिलेगा। सीएम गोल्ड मेडल कला एवं संगीत संकाय में तेजल कनौजिया, वाणिज्य से शिवानी अग्रवाल, विशेष शिक्षा प्रेमांशी साहू, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की आकांक्षा शर्मा को दिया जाएगा। इसके अलावा 37 शोधार्थियों को पीएचडी उपाधि दी जाएगी। गुरुवार को हुआ रिहर्सल
दीक्षांत समारोह के एक दिन पहले यानी गुरुवार को विश्वविद्यालय में कॉन्वोकेशन का रिहर्सल हुआ। इसमें प्रो. शेफाली यादव चांसलर की भूमिका में नजर आईं। जबकि मुख्य अतिथि पद्मश्री मुरलीकांत पेटकर की भूमिका में डॉ. महेश चौधरी, डॉ. देवेश कटियार विभागीय मंत्री, प्रमुख सचिव सुभाष चंद्र शर्मा बने। इसके साथ कुलपति प्रो. संजय सिंह, कुलसचिव रोहित सिंह व परीक्षा नियंत्रक अमित कुमार राय मौजूद रहे। आहत दिव्यांग छात्र ने थीसिस जलाने की दे रखी हैं धमकी
विश्वविद्यालय में कॉन्वोकेशन की तैयारियों के बीच नया विवाद सामने आया है। कुलपति से लिखित आश्वासन न मिलने पर दिव्यांग छात्र ने दीक्षांत समारोह के दिन थीसिस जलाने की धमकी दी हैं। आरोप हैं कि दिव्यांग छात्र मंतोष को थीसिस सबमिट करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। मंतोष के मुताबिक वर्ष 2015-16 में उसने पीएचडी में दाखिला लिया था। विश्वविद्यालय के छात्रावास में रहते हुए लगातार 5 साल से अधिक समय तक पीएचडी की पढ़ाई की। UGC के नियमों का पूरा पालन किया। पर जब थीसिस जमा करने का समय आया तो जिम्मेदारों ने आनाकानी शुरू कर दी। जबकि उसके साथ के कई स्टूडेंट्स को पीएचडी अवॉर्ड भी की जा चुकी हैं। अब केवल उनकी थीसिस जमा कर डिग्री अवॉर्ड करना बाकी है। मंतोष ने विश्वविद्यालय पर जानबूझ कर शोधार्थियों की थीसिस जमा करने में बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाया है। डॉ.शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह का आयोजन आज होगा। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की अध्यक्षता में सुबह 11 बजे कॉन्वोकेशन की शुरुआत होगी। पद्मश्री मुरलीकांत पेटकर बतौर मुख्य अतिथि दीक्षांत में शामिल होंगे। इस दौरान 1615 स्टूडेंट्स को उपाधि और 130 मेधावियों को 159 मेडल दिए जाएंगे। इनमें 59 गोल्ड, 50 सिल्वर और 50 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। इन मेधावियों को मिलेंगे मेडल
चांसलर गोल्ड मेडल लखीमपुर खीरी निवासी छात्र चिन्मय शुक्ला को मिलेगा। सीएम गोल्ड मेडल कला एवं संगीत संकाय में तेजल कनौजिया, वाणिज्य से शिवानी अग्रवाल, विशेष शिक्षा प्रेमांशी साहू, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की आकांक्षा शर्मा को दिया जाएगा। इसके अलावा 37 शोधार्थियों को पीएचडी उपाधि दी जाएगी। गुरुवार को हुआ रिहर्सल
दीक्षांत समारोह के एक दिन पहले यानी गुरुवार को विश्वविद्यालय में कॉन्वोकेशन का रिहर्सल हुआ। इसमें प्रो. शेफाली यादव चांसलर की भूमिका में नजर आईं। जबकि मुख्य अतिथि पद्मश्री मुरलीकांत पेटकर की भूमिका में डॉ. महेश चौधरी, डॉ. देवेश कटियार विभागीय मंत्री, प्रमुख सचिव सुभाष चंद्र शर्मा बने। इसके साथ कुलपति प्रो. संजय सिंह, कुलसचिव रोहित सिंह व परीक्षा नियंत्रक अमित कुमार राय मौजूद रहे। आहत दिव्यांग छात्र ने थीसिस जलाने की दे रखी हैं धमकी
विश्वविद्यालय में कॉन्वोकेशन की तैयारियों के बीच नया विवाद सामने आया है। कुलपति से लिखित आश्वासन न मिलने पर दिव्यांग छात्र ने दीक्षांत समारोह के दिन थीसिस जलाने की धमकी दी हैं। आरोप हैं कि दिव्यांग छात्र मंतोष को थीसिस सबमिट करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। मंतोष के मुताबिक वर्ष 2015-16 में उसने पीएचडी में दाखिला लिया था। विश्वविद्यालय के छात्रावास में रहते हुए लगातार 5 साल से अधिक समय तक पीएचडी की पढ़ाई की। UGC के नियमों का पूरा पालन किया। पर जब थीसिस जमा करने का समय आया तो जिम्मेदारों ने आनाकानी शुरू कर दी। जबकि उसके साथ के कई स्टूडेंट्स को पीएचडी अवॉर्ड भी की जा चुकी हैं। अब केवल उनकी थीसिस जमा कर डिग्री अवॉर्ड करना बाकी है। मंतोष ने विश्वविद्यालय पर जानबूझ कर शोधार्थियों की थीसिस जमा करने में बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाया है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर