हरियाणा के कैथल जिला में अपने गांव सतनाली जिला महेंद्रगढ़ से अपने दोस्त फौजी परमिंद्र को चंडीगढ़ छोड़ने जा रहे थे, तभी रात करीब 2 बजे कैथल के गांव करोड़ा के पास निकल रहे नेशनल हाईवे 152-डी पर उनकी स्कार्पियो गाड़ी की ट्रक के साथ टक्कर लगी और तीनों के मौके पर ही मौत होगी। मरने वालों में 35 वर्षीय कृष्ण, 25 वर्षीय सुदीप और 32 वर्षीय परविंद्र फौजी है। बारिश में धीरे-धीरे चल रहा था ट्रक जांच अधिकारी रामवीर शर्मा ने बताया कि परविंदर युवक भारतीय सेवा में लगा हुआ था, जो अपने घर छुट्टी पर आया हुआ था। वीरवार देर रात अपने दोस्तों के साथ स्कार्पियो गाड़ी में चंडीगढ़ की तरफ जा रहे थे। तेज बारिश के कारण रास्ते में एक ट्रक धीरे-धीरे चल रहा था, तभी अचानक उनकी गाड़ी की टक्कर हाईवे पर चल रहे ट्रक से हो गई और मौके पर ही तीनों युवकों को मौत हो गई। फिलहाल तीनों युवकों के शव को जिला नागरिक अस्पताल लाया गया है। वहीं मामले की जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को सूचित करते हुए अपनी आगामी कार्रवाई को शुरू कर दिया है। (देखिये घटना से संबंधित कुछ फोटो) हरियाणा के कैथल जिला में अपने गांव सतनाली जिला महेंद्रगढ़ से अपने दोस्त फौजी परमिंद्र को चंडीगढ़ छोड़ने जा रहे थे, तभी रात करीब 2 बजे कैथल के गांव करोड़ा के पास निकल रहे नेशनल हाईवे 152-डी पर उनकी स्कार्पियो गाड़ी की ट्रक के साथ टक्कर लगी और तीनों के मौके पर ही मौत होगी। मरने वालों में 35 वर्षीय कृष्ण, 25 वर्षीय सुदीप और 32 वर्षीय परविंद्र फौजी है। बारिश में धीरे-धीरे चल रहा था ट्रक जांच अधिकारी रामवीर शर्मा ने बताया कि परविंदर युवक भारतीय सेवा में लगा हुआ था, जो अपने घर छुट्टी पर आया हुआ था। वीरवार देर रात अपने दोस्तों के साथ स्कार्पियो गाड़ी में चंडीगढ़ की तरफ जा रहे थे। तेज बारिश के कारण रास्ते में एक ट्रक धीरे-धीरे चल रहा था, तभी अचानक उनकी गाड़ी की टक्कर हाईवे पर चल रहे ट्रक से हो गई और मौके पर ही तीनों युवकों को मौत हो गई। फिलहाल तीनों युवकों के शव को जिला नागरिक अस्पताल लाया गया है। वहीं मामले की जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को सूचित करते हुए अपनी आगामी कार्रवाई को शुरू कर दिया है। (देखिये घटना से संबंधित कुछ फोटो) हरियाणा | दैनिक भास्कर
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भाजपा के पूर्व मंत्री कांग्रेस में शामिल:टिकट कटने पर नाराज; CM सैनी मनाने गए तो हाथ भी नहीं मिलाया था
भाजपा के पूर्व मंत्री कांग्रेस में शामिल:टिकट कटने पर नाराज; CM सैनी मनाने गए तो हाथ भी नहीं मिलाया था हरियाणा के पूर्व मंत्री कर्ण देव कंबोज शुक्रवार (13 सितंबर) को कांग्रेस में शामिल हो गए। दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। वह टिकट कटने से नाराज थे। पिछले दिनों मुख्यमंत्री नायब सैनी कंबोज को मनाने के लिए उनके निवास स्थान पर गए थे। यहां जब सैनी ने कर्ण देव कंबोज की तरफ हाथ बढ़ाया तो उन्होंने हाथ नहीं मिलाया। कांग्रेस जॉइन करने के बाद कर्ण देव कंबोज ने कहा, ‘जो बीजेपी में राजनीति में सेवा के लिए आए थे वो अब बीजेपी से किनारा कर रहे हैं। मैंने खून पसीने से पार्टी को सींचा है, लेकिन पार्टी ने ऐसे गद्दार व्यक्ति को टिकट दिया है, जिस पर कई आपराधिक मुकदमे कोर्ट में चल रहे हैं l’ कंबोज 2014 में करनाल जिले की इंद्री सीट से विधायक बने थे। मनोहर लाल खट्टर की सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया।2019 विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सीट बदलकर उन्हें रादौर से चुनाव लड़ाया और हार गए। 2024 विधानसभा चुनाव में वह इंद्री और रादौर दोनों सीट से तैयारी कर रहे थे, लेकिन भाजपा ने उन्हें कहीं से टिकट नहीं दिया। इसके बाद वह भाजपा से बागी हो गए। इंद्री से कश्यप और रादौर से राणा को टिकट दिया भाजपा ने इंद्री सीट से रामकुमार कश्यप और रादौर से श्याम सिंह राणा को टिकट दिया है। इसके बाद कर्ण देव कंबोज नाराज हो गए। 8 दिन पहले उन्होंने भाजपा में अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। उसी दौरान उन्होंने कांग्रेस में जाने का फैसला कर लिया था। इसके लिए उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र सिंह हुड्डा से मुलाकात भी की थी। गद्दारों को तवज्जो देने का आरोप लगाया कर्ण देव कंबोज ने इस्तीफे में भाजपा पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि भारतीय जनता पार्टी अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वाली भाजपा नहीं रही। अब पार्टी में नुकसान पहुंचाने वाले गद्दारों को तवज्जो दी जा रही है, जबकि वफादार कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज किया जा रहा है। उनके परिवार ने वर्षों तक भाजपा की सेवा की, लेकिन पार्टी ने उनके योगदान को नजरअंदाज किया। पिछले 5 सालों में उन्होंने OBC मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में पूरे हरियाणा में काम किया और 150 सामाजिक टोलियों का गठन किया। इसके बावजूद पार्टी ने उनकी सेवाओं को नजरअंदाज किया और उन्हें टिकट नहीं दिया। पार्टी ने वफादार कार्यकर्ताओं के बजाय, उन लोगों को टिकट दिया है जो हाल ही में पार्टी में शामिल हुए हैं। हम इस खबर को लगातार अपडेट कर रहे हैं…
हरियाणा का अरबपति BJP प्रत्याशी:देवेंद्र बबली दंपति के पास करोड़ों की संपत्ति, गुरुग्राम-दिल्ली में हैं कामर्शियल बिल्डिंग
हरियाणा का अरबपति BJP प्रत्याशी:देवेंद्र बबली दंपति के पास करोड़ों की संपत्ति, गुरुग्राम-दिल्ली में हैं कामर्शियल बिल्डिंग ,हरियाणा के फतेहाबाद जिले की टोहाना विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र बबली अरबपति हैं। उनकी संपत्ति करोड़ों में हैं। पति-पत्नी के पास सोना, चांद, जेवरात, जमीन, प्लांट और कामर्शियल प्लांट हैं। इसके अलावा लग्जरी गाड़ी, 3 तरह के हथियार और करोड़ों की कृषि योग्य जमीन है। देवेंद्र बबली ने आज टोहाना विधानसभा से अपना नामांकन भरा है। देवेंद्र बबली के नामांकन में दिए शपथ पत्र के अनुसार संपत्ति विधायक बनने के बाद बेहिसाब से बढ़ी है। बबली की जहां 2019 में सालान इनकम 8.93 लाख थी जो 5 साल में बढ़कर 51.10 लाख सालाना हो गई है। इसी तरह पत्नी की आय तीन गुना बढ़ी है। 2019 में 14.99 लाख थी जो अब 2024 में बढ़कर 42.72 लाख हो गई। देवेंद्र के पास 84 हजार कैश और पत्नी सुनीता देवी के पास 75 हजार कैश है। वहीं बबली के 4 और पत्नी के 2 बैंकों में खातें हैं। बबली के खातों में 81.96 लाख रुपए वहीं पत्नी के बैंक खातों में 26.42 लाख रुपए जमा हैं। शेयर होल्डर हैं पति-पत्नी
बबली के एसडी फ्रेश फ्रूट कंपनी के 5000, नेकाट्रेन लोजोस्टिक प्राईवेट लिमिटेड के 5000 शेयर हैं जिनकी कीमत 50-50 हजार रुपए है। इसके अलावा दो कंपनियों में शेयर हैं जिनकी कीमत भी 50-50 हजार रुपए है। इसके अलावा 47000 की कीमत के शेयर अलग से हैं। पत्नी के पास भी 20 हजार और 47 हजार के शेयर हैं। वहीं पति-पत्नी ने अलग-अलग 10-10 लाख की बीमा पालिसी भी ली हुई है जिसकी सिंगल प्रीमियम 69300 रुपए है। पत्नी के एलआईसी बीमे का सिंगल प्रीमियम 77331 हजार का है। वहीं जिस कंपनी के शेयर हैं उनसे बबली ने 1.40 करोड़ एडवांस वहीं पत्नी ने 69 लाख एडवांस लिया हुआ है। बबली के एक लग्जरी गाड़ी, पत्नी के पास नहीं
बबली के पास एक लग्जरी कार टोयटो फारच्यूनर है और दूसरी होंडा स्कूटी है जिसकी कीमत 70 हजार रुपए है। बबली के पास 30 तोला सोना है जिसकी कीमत 20 लाख रुपए और पत्नी के पास 80 तोला सोना जिसकी कीमत करीब 50 लाख है। इसके अलावा पत्नी के पास 20 कैरेट के डायमंड है जिसकी कीमत 10.50 लाख रुपए और 500 ग्राम चांदी है जिसकी कीमत करीब 40 हजार रुपए है। पति-पत्नी दोनों के पास हथियार
बबली के पास 12 बोर की गन है जिसकी कीमत 10 लाख, एक 50 हजार की पिस्टल है। वहीं पत्नी के बार एक राइफिल है जिसकी कीमत 10 लाख है। बबली की करीब 2.60 करोड़ की चल संपति और पत्नी के पास 3.66 करोड़ की चल संपत्ति है। बबली की अधिक कमाई जमीन-जायदाद से
बबली के पास 9.81 करोड़ की जमीन वहीं पत्नी के बाद 4.93 करोड़ की जमीन है। इसके अलावा बबली ने 20 करोड़ रुपए जमीन और डेवलपमेंट में इन्वेस्टमेंट किया हुआ। पत्नी ने भी 4.93 करोड़ इन्वेस्टमेंट किए हुए हैं। बबली के नरवाना में 3 एससीओ हैं जिनका मार्केट प्राइस 1.63 करोड़ रुपए है। बबली के पास गुरुग्राम के 31 सेक्टर में 2 बूथ, पत्नी के पास लीला टावर में अपार्टमैंट है। बबली के पास उदयपुर और टोहाना में भी कॉमर्शियल बिल्डिंग हैं वहीं पत्नी के नाम गुरुग्राम के सेक्टर 57 में नर्सरी स्कूल के लिए बिल्डिंग है। बबली के पास गुरुग्राम के सेक्टर 71 में सीएचडी फ्लैट, दिल्ली के पटेल नगर और डीएलएफ कैपिटल ग्रीन में भी कॉमर्शियल बिल्डिंग है। बबली के नाम करीब 28.11 करोड़ और पत्नी के नाम करीब 20 करोड़ की कॉमर्शियल प्रॉपर्टी है।
खट्टर ने जिसका टिकट काटा नायब उसे BJP में लाएंगे:सिरसा के कालांवाली से चुनाव लड़े राजेद्र देसुजोधा की 5 साल बाद एंट्री
खट्टर ने जिसका टिकट काटा नायब उसे BJP में लाएंगे:सिरसा के कालांवाली से चुनाव लड़े राजेद्र देसुजोधा की 5 साल बाद एंट्री सिरसा जिले की कालांवाली विधानसभा से 2014 में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके राजेंद्र देसूजोधा की एक बार फिर भाजपा में एंट्री होने जा रही है। 5 साल पहले पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने देसुजोधा का टिकट काट दिया था। खट्टर ने तब देसूजोधा पर नशा तस्करों की मदद करने का आरोप लगाया था। मगर अब नायब सैनी ने खट्टर का एक और फैसला पलटते हुए उनकी एंट्री के दरवाजे भाजपा के लिए खोल दिए हैं। राजेंद्र देसूजोधा आज कार्यकर्ताओं के साथ सिरसा में नायब सैनी के कार्यक्रम में भाजपा ज्वाइन करेंगे। देसुजोधा की भाजपा में एंट्री से कालांवाली से भाजपा के पूर्व विधायक बलकौर सिंह नाराज हो गए हैं। बलकौर सिंह ने कहा कि खट्टर एक संत पुरुष हैं और उन्होंने ही देसुजोधा पर नशा तस्करों की मदद के आरोप लगाए थे। बकायदा मनोहर लाल ने देसुजोधा का नाम भी लिया था। मगर अब भाजपा देसुजोधा को फिर पार्टी में ला रही है यह गलत है। मैं कभी ऐसे नेता का स्वागत नहीं करूंगा और ना ही नायब सैनी के कार्यक्रम में जाऊंगा। देसूजोधा बोले-कभी नशा तस्करों की मदद नहीं की वहीं कालांवाली से 2 बार चुनाव लड़ चुके देसूजोधा अकाली दल छोड़कर भाजपा में आ रहे हैं। देसूजोधा ने खट्टर के पहले दिए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैंने कभी नशा तस्करों की मदद नहीं की। देसूजोधा मेरा गांव जरूर है और नशे के लिए बदनाम भी है। मगर मैंने कभी किसी नशा तस्कर के लिए एक फोन तक नहीं किया। हम 4 भाई हैं और 3 भाईयों के रिश्ते चौथे से नहीं है, जो गांव में रहता है। अपने इलाके कालांवाली के विकास के लिए मेरी घर वापसी हो रही है। नशे के खिलाफ इतने काम करूंगा की कालांवाली ही नहीं , डबवाली-सिरसा के युवाओं को रोजगार, खेल और शिक्षा के अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। भाजपा को इसलिए पड़ी देसूजोधा की जरूरत दरअसल, 2019 के विधानसभा चुनाव में देसूजोधा का टिकट खट्टर ने काटकर बलकौर सिंह को दे दिया। कालांवाली आरक्षित सीट है। टिकट कटने पर देसूजोधा ने भाजपा छोड़कर अकाली दल ज्वाइन कर लिया। अकाली ने देसूजोधा को टिकट दे दिया। इस चुनाव में कांग्रेस के शीशपाल केहरवाला को 53059 वोट मिले थे, वहीं दूसरे नंबर पर अकाली उम्मीदवार राजेंद्र देसूजोधा रहे जिनको 33816 वोट मिले थे। भाजपा के बलकौर सिंह तीसरे नंबर रहे जिनको 30134 वोट मिले। भाजपा के पास अब कोई कालांवाली में बड़ा चेहरा नहीं है। टिकट कटने पर फूट-फूटकर रोए थे देसूजोधा 2014 में भाजपा की टिकट पर सिरसा से विधानसभा चुनाव लड़ चुकी सुनीता सेतिया और कालांवाली से विधानसभा चुनाव लड़ चुके राजेंद्र देसूजोधा जब लोगों के बीच बैठे थे तो दोनों ही नेता फूट फूट कर रोए थे। दोनों ही नेताओं का कहना था कि उन्होंने भाजपा की दिलो जान से सेवा की है लेकिन पार्टी ने उनकी सेवा को दरकिनार कर दिया। सुनीता सेतिया के बेटे गोकुल सेतिया इस समय सक्रिय हैं और उन्होंने आजाद उम्मीदवार के तोर पर सिरसा शहर से चुनाव लड़ा मगर गोपाल कांडा से हार गए। वही कालांवाली से राजेंद्र देसूजोधा ने अकाली दल का दामण थाम लिया था।