यमुनानगर पुलिस ने एक करोड़ की चरस के साथ तीन नाबालिग लड़कियों सहित चार को गिरफ्तार किया। यमुनानगर में सीआईए वन पुलिस स्टाफ ने 33 किलो 900 ग्राम की चरस बरामद की । इस चरस की तस्करी के लिए नाबालिग लड़कियों का इस्तेमाल किया जाता था। पुलिस ने इस संबंध में चार लोगों को गिरफ्तार किया है । यमुनानगर सीआईए स्टाफ स्टाफ के इंस्पेक्टर यादविंदर सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि ट्रेन के माध्यम से चरस की खेप आ रही है। जिसको लेकर टीम गठित की। टीम ने चार लोगों को गिरफ्तार किया । जिसमें तीन नाबालिग लड़कियां हैं, जिनका इस्तेमाल चरस तस्करी में किया जाता था। उन्होंने बताया कि 33 किलो 900 ग्राम चरस बरामद की गई है। जिसमें राज नामक युवक सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जो बिहार के मोतिहारी के रहने वाले बताए जा रहे हैं। इस चरस की कीमत बाजार में एक करोड़ बताई जा रही है। इंस्पेक्टर सीआईए ने बताया कि क्योंकि तीन लड़कियां नाबालिग है इसलिए उन्हें सीडब्ल्यूसी के पास पेश किया जा रहा है। इन्हें कौन इस्तेमाल करता था और किस तरह से यह चरस सप्लाई की जाती थी इन सब की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि यह लोग पहले भी चरस की तस्करी करते थे लेकिन अब बड़े पैमाने पर की है, जिसको लेकर चारों को गिरफ्तार किया गया है। यमुनानगर पुलिस ने एक करोड़ की चरस के साथ तीन नाबालिग लड़कियों सहित चार को गिरफ्तार किया। यमुनानगर में सीआईए वन पुलिस स्टाफ ने 33 किलो 900 ग्राम की चरस बरामद की । इस चरस की तस्करी के लिए नाबालिग लड़कियों का इस्तेमाल किया जाता था। पुलिस ने इस संबंध में चार लोगों को गिरफ्तार किया है । यमुनानगर सीआईए स्टाफ स्टाफ के इंस्पेक्टर यादविंदर सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि ट्रेन के माध्यम से चरस की खेप आ रही है। जिसको लेकर टीम गठित की। टीम ने चार लोगों को गिरफ्तार किया । जिसमें तीन नाबालिग लड़कियां हैं, जिनका इस्तेमाल चरस तस्करी में किया जाता था। उन्होंने बताया कि 33 किलो 900 ग्राम चरस बरामद की गई है। जिसमें राज नामक युवक सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जो बिहार के मोतिहारी के रहने वाले बताए जा रहे हैं। इस चरस की कीमत बाजार में एक करोड़ बताई जा रही है। इंस्पेक्टर सीआईए ने बताया कि क्योंकि तीन लड़कियां नाबालिग है इसलिए उन्हें सीडब्ल्यूसी के पास पेश किया जा रहा है। इन्हें कौन इस्तेमाल करता था और किस तरह से यह चरस सप्लाई की जाती थी इन सब की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि यह लोग पहले भी चरस की तस्करी करते थे लेकिन अब बड़े पैमाने पर की है, जिसको लेकर चारों को गिरफ्तार किया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में कैप्टन अजय यादव का कांग्रेस पर फिर हमला:बोले- राहुल गांधी चापलूसों से घिरे हैं, बड़े नेता का बेटा होना उनका मौलिक अधिकार नहीं
हरियाणा में कैप्टन अजय यादव का कांग्रेस पर फिर हमला:बोले- राहुल गांधी चापलूसों से घिरे हैं, बड़े नेता का बेटा होना उनका मौलिक अधिकार नहीं हरियाणा में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे चुके पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव लगातार सोशल मीडिया पर एक्टिव रहकर कांग्रेस पर हमला बोल रहे हैं। कैप्टन ने X पर दो और पोस्ट कर राहुल गांधी को टैग करते हुए लिखा-‘मैं आत्मसम्मान में विश्वास करता हूं, क्योंकि किसी पद पर बने रहना महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि आप बिना किसी बाधा के पार्टी के लिए कितना कुछ कर सकते हैं। मैं 1988 में कांग्रेस में शामिल हुआ था, जब पार्टी नेताओं के साथ उचित बातचीत होती थी, जो स्वर्गीय राजीव गांधी और यहां तक कि सोनिया गांधी तक चलती रही, लेकिन हाल ही में राहुल गांधी के इर्द-गिर्द एक गुट ने घेरा बना लिया है, जिससे वरिष्ठ नेताओं सहित पार्टी कार्यकर्ता उनसे दूर हो गए हैं।’ दूसरी पोस्ट में कैप्टन ने लिखा-‘कोई अपने पिता के सहकर्मी को अपमानित करता है, बड़े नेता का बेटा होना उसका मौलिक अधिकार नहीं है। मैं अपने आत्मसम्मान के साथ समझौता नहीं कर सकता और जो यह दिखाने की कोशिश करता है कि वह जो कहता है वह बाइबल है, वह सपनों की दुनिया में जी रहा है और उस सबसे पुरानी पार्टी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। इस पोस्ट में भी कैप्टन अजय यादव ने राहुल गांधी को टैग किया। इस्तीफा स्वीकार होने पर खुलासा करेंगे कैप्टन कैप्टन अजय यादव ने एक दिन पहले भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा था-‘मैं कोई संत नहीं हूं और एक पूर्णकालिक राजनीतिज्ञ हूं तथा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा मेरा इस्तीफा स्वीकार किए जाने के बाद ही मैं अपने भविष्य की रणनीति तय करूंगा तथा कुछ नेताओं द्वारा मेरे राजनीतिक करियर को नुकसान पहुंचाने के लिए की गई कार्यप्रणाली और बाधाओं का खुलासा करूंगा।’ दो दिन पहले छोड़ी पार्टी बता दें कि दो दिन पहले सोशल मीडिया (X) पर खुद की अनदेखी से खफा होकर कैप्टन ने दो पोस्ट करते हुए कांग्रेस ओबीसी विभाग के चेयरमैन पद छोड़ने सहित पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा देने की जानकारी दी थी। कैप्टन के अचानक पार्टी छोड़ने से कांग्रेस में खलबली मच गई। कैप्टन ने पार्टी छोड़ते हुए कहा कि उनका पार्टी आलाकमान से मोहभंग हो चुका है। बीजेपी में जाने की अटकलें पार्टी छोड़ने के बाद कैप्टन अजय यादव के बीजेपी में जाने की अटकलें चल रही है। कैप्टन अजय को लेकर पहले भी कई बार बीजेपी ज्वॉइन करने की चर्चाएं चली थी। 2014 और 2019 के चुनाव से पहले भी इस तरह की चर्चाएं हुई। हालांकि कैप्टन पार्टी में बने रहे। लेकिन अब पार्टी छोड़ने के बाद बीजेपी ज्वॉइन करने की चर्चा ज्यादा है। बेटे की हार के बाद निराश पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव हरियाणा कांग्रेस में अपनी अनदेखी से नाराज चल रहे थे। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले गुरुग्राम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर राज बब्बर को यहां से मैदान में उतारा था। हालांकि कैप्टन की ये नाराजगी विधानसभा चुनाव आते-आते कम हो गई। इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कैप्टन के बेटे चिरंजीव राव को फिर से रेवाड़ी सीट से चुनावी मैदान में उतारा, लेकिन वह हार गए। उन्हें भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह यादव ने 28769 वोटों से हराया है। बेटे की हार के बाद अजय यादव ने पार्टी नेताओं पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। उन्होंने OBC विभाग पद को भी झुनझुना बताया था। हालांकि, पार्टी ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की तो 7 दिन बाद कैप्टन यादव ने खुद ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी हैं। लालू यादव के समधी हैं कैप्टन अजय कैप्टन अजय यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के समधी है। कैप्टन के बेटे चिरंजीव राव की 2011 में लालू यादव की बेटी अनुष्का से हुई थी। चिरंजीव भी काफी लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं। यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सहित विभिन्न पदों पर रहने के बाद 2019 में चिरंजीव राव रेवाड़ी सीट से विधायक चुने गए। इससे पहले उनके पिता कैप्टन अजय यादव लगातार 6 बार 1991 से 2014 तक इस सीट से विधायक रहे। कैप्टन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की तत्कालीन सरकार में दोनों बार पावरफुल मंत्री भी रहे।
दिवाली पर हरियाणवी लड़ियों से जगमगाएगा अयोध्या का राम मंदिर:करनाल की 250 महिलाओं के ग्रुप का कमाल, चाइनीज लड़ियों को दे रहीं टक्कर
दिवाली पर हरियाणवी लड़ियों से जगमगाएगा अयोध्या का राम मंदिर:करनाल की 250 महिलाओं के ग्रुप का कमाल, चाइनीज लड़ियों को दे रहीं टक्कर हरियाणा के करनाल में बनी स्वदेशी लड़ियों की दिवाली पर खूब डिमांड है। ये लड़ियां चीन में बनी लड़ियों को टक्कर दे रही हैं। सेवा भारती से जुड़ी महिलाएं लड़ियां बनाने में इतनी एक्सपर्ट हो चुकी हैं कि महज 4 महिलाएं ही 300 से ज्यादा लड़ियां एक दिन में बना देती हैं। एक लड़ी की कीमत 150 रुपए है। लोकल फॉर वोकल का लक्ष्य लेकर चली संस्था की महिलाओं द्वारा तैयार की गई लड़ियां अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन में भी शोभा बढ़ा चुकी हैं। इस दिवाली पर करीब 40 हजार लड़ियां राम मंदिर के लिए गई हैं। RSS की सेवा भारती विंग 1980 में अस्तित्व में आई थी। मौजूदा समय में यश देव त्यागी संस्था के अध्यक्ष हैं। महासचिव पंकज क्लेव हैं और कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी कृष्ण विज के पास है। बीते 5 साल से संस्था आत्मनिर्भर भारत, नारी सशक्तिकरण और स्वावलंबी भारत अभियान को बढ़ावा दे रही है। लड़ियों के अलावा यहां पर मल्टी ग्रेन आटा, पापड़, बड़ियां और टोकरी बनती हैं। संस्था के साथ लगभग 14 गांवों की 250 महिलाएं जुड़ी हुई हैं। महिलाएं गरीब परिवारों से हैं और ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं है। अगर आमदनी की बात की जाए तो महिलाओं को कमीशन बेस पर मेहनताना मिलता है, जिससे उनके परिवार का गुजारा हो जाता है। ममता बोली- अच्छी आमदनी हो जाती है
महिला ममता ने बताया कि मैं 4 साल से संस्था के साथ जुड़कर काम कर रही हूं। मैं लड़ियों में सर्किट लगाने का काम करती हूं। मुझे यहां से अच्छी आमदनी हो जाती है। महिलाएं आगे बढ़ रही हैं और महिलाओं को भी चाहिए कि वे आत्मनिर्भर बने। यहां बहुत से गांव की महिलाएं काम करती हैं। यहां पर लड़ियों के अलावा दीये भी बनाए जाते हैं, इसके अलावा सिलाई सेंटर भी है। यहां महिलाओं को अपने पैरों पर खड़े होने की ट्रेनिंग दी जाती है। इतना ही नहीं, लड़कियों के लिए कंप्यूटर क्लासेस भी लगती हैं। महिलाएं लड़ियां बनाने के काम में इतनी निपुण हो चुकी हैं कि यहां पर एक दिन में 300 लड़ियां भी बना लेती हैं। 45 सालों से काम कर रही है संस्था
संस्था के प्रांत उपाध्यक्ष रोशन लाल ने बताया कि सेवा भारती संस्था गरीब समाज के उत्थान के लिए पिछले 45 वर्षों से काम कर रही है। लड़ियों के प्रोजेक्ट से 13-14 गांवों से लगभग 250 परिवार जुड़े हुए हैं और उन्हें गर्व भी महसूस होता है कि हम स्वदेशी अभियान से जुड़े हुए हैं। यहां पर 15 साल से लेकर 70 साल तक की महिलाएं काम कर रही हैं। इसमें ज्यादा पढ़ी लिखी महिलाएं नहीं है। जिस काम को करने से हम डरते हैं, उस काम को महिलाएं अच्छी तरह से कर रही हैं। लड़ियां बनाने के लिए 2 या 3 घंटे की ट्रेनिंग दी जाती है, उसके बाद वे लड़ी बनाने में सक्षम हो जाती हैं।
अहमदाबाद, दिल्ली और गाजियाबाद से आता है कच्चा माल
रोशन लाल ने बताया कि संस्था 1980 से कार्य कर रही है। करनाल में आत्मनिर्भर भारत अभियान शुरू किए हुए 5 साल हो चुके हैं। पहले साल जो लड़ियों का लोट गया था, उसके बाद आज तक किसी तरह की शिकायत नहीं आई। यहां पर हाथों से ही लड़ियों का काम किया जाता है। इसमें मशीनों का यूज नहीं होता। लड़ियों के लिए कच्चा माल अहमदाबाद, दिल्ली और गाजियाबाद से लिया जाता है। देश-विदेश में जा रहीं लड़ियां रोशन लाल ने बताया कि यहां से अयोध्या के राम मंदिर के लिए भी लड़ियां गई हैं। राम मंदिर कमेटी को पता है कि करनाल में लड़ियां बनती हैं। उन्होंने हमसे संपर्क किया था। 22 जनवरी को जब राम मंदिर का उद्घाटन हुआ था, तब राम मंदिर के लिए यहां से लड़ियां गई थीं। दरअसल, हमारे एक कार्यकर्ता ने राम मंदिर में लड़ियां देखी थीं। उनकी क्वालिटी ठीक नहीं थी। हमारे कार्यकर्ता ने राम मंदिर प्रबंधन कमेटी के कार्यकर्ता से बात की और स्वदेशी लड़ियों के बारे में बताया और सैंपल दिखाया। जिसके बाद राम मंदिर से हमें लड़ियों का ऑर्डर मिल गया। अब करनाल से भोपाल, जम्मू कश्मीर और अन्य राज्यों में भी लड़ियां गई हैं। यहां से लोग अपने रिश्तेदारों को कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और यूएसए में भी लड़ियां भेज रहे हैं। संस्था के प्रोग्राम में स्टॉल लगाकर करते हैं मार्केटिंग रोशन लाल ने बताया कि यह कोई व्यापार नहीं है। यह तो केवल स्वदेशी अपनाओ अभियान है, नारी सशक्तिकरण अभियान और मेरा स्वावलंबी भारत अभियान है। इन अभियान को एक ही प्रकल्प से बल मिलता है। मार्केटिंग की बात करें तो करनाल में सेवा भारती का हेड ऑफिस है और हरियाणा में अलग-अलग जगहों पर हमारी समितियां है। उन समितियों के कार्यकर्ता समाज में स्वदेशी के प्रति सजगता लाते है। इसके साथ ही संस्था के कार्यक्रमों के दौरान भी स्टॉल लगाकर मार्केटिंग की जाती है। लोगों में स्वदेशी के प्रति जागरूकता आई है और यही संस्था के लिए सबसे बड़ा सम्मान है।
लोहे की रॉड से किया गया हमला, दो पर केस दर्ज
लोहे की रॉड से किया गया हमला, दो पर केस दर्ज भास्कर न्यूज| करनाल घर में घुसकर व्यक्ति पर लोहे की रॉड से हमला करने का मामला सामने आया है। उसके सिर पर गंभीर चोट लगी हुई है। पुलिस ने आरोपी संदीप उर्फ सोनू व पिरथी वासी ललैण के खिलाफ केस दर्ज किया है। गांव ललैण वासी महेंद्र सिंह ने शिकायत दी कि 31 जुलाई रात को संदीप उर्फ सोनू व पिरथी उसके घर का दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गए। संदीप रॉड से उसके सिर पर वार किया, जो रॉड उसके सिर के बीच में लगी। पिरथी ने डंडों से व मुक्कों से उसके ऊपर वार किए। भतीजे नरेंद्र ने उसको अस्पताल में दाखिल कराया गया। पुलिस ने मंगलवार को केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।