अमृतसर| रेलवे बोर्ड ट्रैफिक विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी जसविंदर सिंह श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेकने पहुंचे। दिल्ली से वंदे भारत ट्रेन से पहुंचे जसविंदर सिंह का स्वागत श्री सुखमणि साहिब सेवा सोसायटी के सदस्य दविंदर सिंह काका ने किया। एसजीपीसी अधिकारियों और काका दविंदर सिंह ने रेलवे बोर्ड के अधिकारियों को सिख इतिहास की जानकारी दी। इसी दौरान जसविंदर सिंह ने कहा कि गुरु के इस आध्यात्मिक केंद्र में आकर मन को काफी शांति मिली है। इसके बाद वह जलियांवाला बाग और दुर्ग्याणा तीर्थ भी पहुंचे। दुर्ग्याणा के मुख्य श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में माथा टेकने पर पुजारी ने उन्हें ठाकुर जी का सिरोपा और प्रसाद आशीर्वाद के रूप में भेंट किया। अमृतसर| रेलवे बोर्ड ट्रैफिक विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी जसविंदर सिंह श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेकने पहुंचे। दिल्ली से वंदे भारत ट्रेन से पहुंचे जसविंदर सिंह का स्वागत श्री सुखमणि साहिब सेवा सोसायटी के सदस्य दविंदर सिंह काका ने किया। एसजीपीसी अधिकारियों और काका दविंदर सिंह ने रेलवे बोर्ड के अधिकारियों को सिख इतिहास की जानकारी दी। इसी दौरान जसविंदर सिंह ने कहा कि गुरु के इस आध्यात्मिक केंद्र में आकर मन को काफी शांति मिली है। इसके बाद वह जलियांवाला बाग और दुर्ग्याणा तीर्थ भी पहुंचे। दुर्ग्याणा के मुख्य श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में माथा टेकने पर पुजारी ने उन्हें ठाकुर जी का सिरोपा और प्रसाद आशीर्वाद के रूप में भेंट किया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब पुलिस में नौकरी जॉइन करेंगी शुभकरण की बहन:2 दिन पहले मिला था नियुक्ति पत्र; आंदोलन में युवा किसान ने गंवाई थी जान
पंजाब पुलिस में नौकरी जॉइन करेंगी शुभकरण की बहन:2 दिन पहले मिला था नियुक्ति पत्र; आंदोलन में युवा किसान ने गंवाई थी जान फसलों के लिए एमएसपी गारंटी को लेकर हरियाणा सीमा पर मारे गए किसान शुभकरण सिंह की बहन गुरप्रीत कौर आज नौकरी ज्वाइन करेंगी। पंजाब सरकार ने दो दिन पहले ही उन्हें पुलिस विभाग में नियुक्ति दी है। जानकारी के मुताबिक, उनकी सभी मेडिकल प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि वह आज नौकरी ज्वाइन कर सकती हैं, उन्हें इस संबंध में आदेश मिल चुके हैं। पंजाब के किसान फरवरी से फसलों के एमएसपी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। 21 फरवरी को खनौरी बॉर्डर पर किसान शुभकरण की मौत हो गई थी। उस समय कहा गया था कि शुभकरण की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है। जबकि हाईकोर्ट के आदेश पर गठित कमेटी ने कोर्ट को बताया है कि शुभकरण की मौत शॉटगन से हुई है। हालांकि, पुलिस शॉटगन नहीं चलाती। परिवार को मिला एक करोड़ का चेक शुभकरण सिंह की मौत को किसानों ने प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद पंजाब सरकार ने किसान के परिवार को एक करोड़ का चेक और उसकी बहन को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। पंजाब सरकार ने बीते दिनों ये दोनों वादे पूरे कर दिए।
पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह को ऑस्ट्रिया से कराया डिपोर्ट:बटाला पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट से किया गिरफ्तार, कई मामलों में हैं शामिल
पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह को ऑस्ट्रिया से कराया डिपोर्ट:बटाला पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट से किया गिरफ्तार, कई मामलों में हैं शामिल पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों के सहयोग से एक शातिर आरोपी अमृतपाल सिंह को ऑस्ट्रिया से डिपोर्ट करवाया गया है। अमृतपाल सिंह पीओ घोषित था। वह मूलरूप से गांव भोमा थाना घुम्मन का रहने वाला है। काफी समय से ऑस्ट्रिया में रह रहा था। पंजाब पुलिस ने नई दिल्ली के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उसे अपने कब्जे में लिया है। अब उसे बटाला पुलिस पंजाब लेकर आ रही है। DGP पंजाब गौरव यादव ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट डालकर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह हत्या, हत्या के प्रयास, नशीले पदार्थों की तस्करी और आर्म्स एक्ट समेत विभिन्न जघन्य अपराधों में शामिल रहा है। 2022 में दुबई के रास्ते गया था ऑस्ट्रिया एसएसपी बटाला सुहैल कासिम मीर ने बताया कि आरोपी अमृतपाल सिंह कई मामलों में पीओ घोषित किया गया था। 2022 में दुबई और सर्बिया के रास्ते ऑस्ट्रिया भाग गया था और तब से गिरफ्तारी से बच रहा था। अंतरराष्ट्रीय अधिकारियों के सहयोग के बाद पुलिस उसे वापस देश में लाने में कामयाब रही है। पुलिस अब उससे पूछताछ करेगी। उम्मीद है कि कई राज खुलेंगे। राजनीतिक शरण लेने की फिराक में था पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी काफी शातिर था। उसने वहां पर राजनीतिक शरण लेने की कोशिश तक की थी। इसके लिए उसने आवेदन भी किया था। लेकिन पुलिस को उसकी तलाश थी। पुलिस ने मजबूती से अपना पक्ष वहां की अथॉरिटी के समक्ष रखा। जिस वजह से वह इस चीज में कामयाब नहीं हो पाया। रोमी का हांगकांग से प्रत्यर्पण करवाया इससे पहले 22 अगस्त को पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने नाभा जेल ब्रेक कांड के मास्टरमाइंड रमनजीत सिंह रोमी का हांगकांग से प्रत्यर्पण करवाया था।। आरोपी को वहां से खुद पंजाब पुलिस लेकर आ ई है। रोमी नाभा जेल से फरार हुए लोगों का सबसे बड़ा मददगार था। आरोपी दो दिन पहले अमृतसर की जेल में शिफ्ट किया है।
एसजीपीसी अंतरिम कमेटी की बैठक आज:सुखबीर बादल पर हमले के बाद बुलाई; प्रधान व कमेटी सदस्य कर चुके जत्थेदार से मुलाकात
एसजीपीसी अंतरिम कमेटी की बैठक आज:सुखबीर बादल पर हमले के बाद बुलाई; प्रधान व कमेटी सदस्य कर चुके जत्थेदार से मुलाकात शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की अंतरिम कमेटी की बैठक आज सोमवार होने जा रही है। श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से सजा सुनाए जाने और सुखबीर बादल पर हमले के बाद ये पहली बैठक है। इस बैठक का मुख्य एजेंडा भी सुखबीर बादल पर हुआ हमला ही रखा गया है। इसके अलावा कुछ अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जानी है। इस बैठक की घोषणा से पहले कमेटी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी और घोषणा के बाद अंतरिम कमेटी के सदस्य श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह से मिलने भी पहुंचे थे। वहीं, सुखबीर बादल की सजा अभी भी चल रही है। तीन गुरुद्वारों पर सेवा के बाद अब दमदमा साहिब और श्री मुक्तसर साहिब में सुखबीर बादल को सजा पूरी करने के लिए जाना है। विज्ञापन का 90 लाख भी वसूलना है एसजीपीसी ने सुखबीर बादल को सजा सुनाए जाने के बाद डेरा सच्चा साध की सजा माफी के बाद दिए गए 90 लाख के विज्ञापन पर भी श्री अकाल तख्त साहिब ने टिप्पणी की थी। श्री अकाल तख्त साहिब ने साफ किया था कि सुखबीर बादल व उनके सहयोगियों से ब्याज सहित इस राशि को वसूला जाना है। इस पैसे को वसूलने की जिम्मेदारी एसजीपीसी को दी गई है। अनुमान है कि इस बैठक में ये पैसा वापस लेने की प्रक्रिया पर भी चर्चा की जाएगी। 13 दिसंबर को होगी सुखबीर बादल की सजा पूरी सुखबीर बादल की सजा 3 दिसंबर को गोल्डन टेंपल से शुरू हुई थी, जो 13 दिसंबर को पूरी होगी। श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से सुखबीर बादल व अन्य के दिए गए इस्तीफों को परवान करने और इसकी रिपोर्ट भेजने का भी आदेश दिया गया है। लेकिन अकाली दल ने सजा के चलते श्री अकाल तख्त साहिब से इसे मंजूर करने व रिपोर्ट दाखिल करने के लिए समय मांग लिया था और उनकी इस मांग को श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से मान भी लिया गया है। वहीं, सुखबीर बादल का इस्तीफा मंजूर करने में देरी पर बागी गुट एक बार फिर अलग नजर आया। बागी गुट ने सुखबीर बादल के इस्तीफे को मंजूर करने में देरी को श्री अकाल तख्त साहिब के हुकमों का निरादर बताया है। बादल सरकार को 4 मामलों में सजा मिली 1. राम रहीम के खिलाफ शिकायत वापस ली- 2007 में सलाबतपुरा में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने सिखों के 10वें गुरू श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की परंपरा का अनुकरण करते हुए उन्हीं की तरह कपड़े पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचा था। इस पर राम रहीम के खिलाफ पुलिस केस दर्ज किया गया था, लेकिन बादल सरकार ने सजा देने की जगह इस मामले को ही वापस ले लिया। 2. डेरा मुखी को सुखबीर बादल ने माफी दिलवाई थी- श्री अकाल तख्त साहिब ने कार्रवाई करते हुए राम रहीम को सिख पंथ से निष्कासित कर दिया था। सुखबीर ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए राम रहीम को माफी दिलवा दी थी। इसके बाद अकाली दल और शिरोमणि कमेटी के नेतृत्व को सिखों के गुस्से और नाराजगी का सामना करना पड़ा। अंत में श्री अकाल तख्त साहिब ने राम रहीम को माफी देने का फैसला वापस लिया। 3. बेअदबी की घटनाओं की सही जांच नहीं हुई- बादल सरकार के कार्यकाल के दौरान 1 जून 2015 को कुछ लोगों ने बुर्ज जवाहर सिंह वाला (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ चुराई। फिर 12 अक्टूबर 2015 को बरगाड़ी (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 110 अंग चुरा लिए और बाहर फेंक दिए। इससे सिख पंथ में भारी आक्रोश फैल गया। अकाली दल सरकार और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की समय रहते जांच नहीं की। दोषियों को सजा दिलाने में असफल रहे। इससे पंजाब में हालात बिगड़ गए। 4. झूठे केसों में मारे गए सिखों को इंसाफ नहीं दे पाए- अकाली दल सरकार ने सुमेध सैनी को पंजाब का DGP नियुक्त किया गया। उन्हें राज्य में फर्जी पुलिस मुठभेड़ों को अंजाम देकर सिख युवाओं की हत्या करने का दोषी माना जाता था। पूर्व DGP इजहार आलम, जिन्होंने आलम सेना का गठन किया, उनकी पत्नी को टिकट दिया और उन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया।