हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल सोमवार को रोहतक पहुंचे। यहां पर दिल्ली बाइपास स्थित एक होटल में प्रबुद्ध जन सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कांग्रेस और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर हमला बोला। सम्मेलन में पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, पूर्व मेयर मनमोहन गोयल और पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर राजू सहगल आदि नेता उपस्थित रहे। केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व सीएम मनोहर लाल ने कहा कि 10 साल भाजपा के शासन और 10 साल कांग्रेस के शासन की तुलना की जाए। अब तो यह कांग्रेस नहीं रही, हुड्डा गैंग बन गई है। इस हुड्डा गैंग से सावधान हो जाना, खासकर के रोहतक के लोग। हर प्रकार की परेशानियां फिर खड़ी हो जाएंगी, जो पहले खड़ी होती थी। इससे सचेत रहना है। 2014 में हरियाणा को इस गैंग के हाथों से बड़ी मुश्किल से निकाला है। फिर से उसके हाथों में मत जाने देना। क्योंकि कांग्रेस राज में तो व्यापारियों से हफ्ता वसूली होती थी। जिसे भाजपा ने पूर्ण रूप से रोक लगाने का काम किया। कांग्रेस हारने के 2 कारण बताए मनोहर लाल ने हरियाणा में कांग्रेस के हार के 2 कारण बताए। उन्होंने कहा कि एक तो हरियाणा में 1966 से आज तक एक ट्रेंड रहा है कि केंद्र के पहले चुनाव होते हैं और फिर प्रदेश के। जो केंद्र में सरकार होती है, वही प्रदेश में होती है। चाहे 2004, 2009, 2014 और 2019 उठाकर देख सकते हैं। 2024 में केंद्र में भाजपा की सरकार है। इसलिए प्रदेश में भाजपा की सरकार बननी चाहिए। डबल इंजन की सरकार होती है तो लाभ अवश्य होता है। जो असमंजस 2019 में था वह 2024 में खत्म हो गया है। दूसरा कारण यह है कि पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस इतनी घबराई हुई है कि कहीं भाजपा ना आ जाए। इसलिए किसी दल से गठबंधन कर लें। आखिर में जिनके सामने हाथ बढ़ाया, उन्होंने भी हाथ पकड़ने से मना कर दिया। गलती इनकी है या उनकी पता नहीं। अगर इतना ही भरोसा है तो गठबंधन क्यों करते हो। दो छोटे-छोटे दलों से तो अभी भी गठबंधन किया है। कांग्रेस कभी संविधान खत्म करने तो कभी आरक्षण खत्म करने का झूठ बोलती हैं। उल्टा राहुल गांधी ने संविधान खत्म करने की बात विदेश में जाकर कही है। बेरोजगार बिचौलिए हुए हैं : मनोहर लाल बेरोजगारी के मुद्दे पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि बेरोजगारी उन बिचौलिए लोगों के लिए हुई है, उनके पास काम नहीं हैं। वे अपने नेताओं के कान भरते हैं कि वे बेरोजगार हो गए। अगर सरकारी नौकरियों की बात करें तो कांग्रेस राज से ज्यादा नौकरियां भाजपा सरकार ने दी हैं। 10 साल में हुड्डा सरकार ने 80 हजार नौकरी दी, जबकि भाजपा सरकार ने एक लाख 46 हजार सरकारी नौकरियां दी। कांग्रेस ने तो नौकरियां देने से रोकने का प्रयास किया है। इनकी भर्ती रोको गैंग ने 25 हजार नौकरियां रोक दी, नहीं तो करीब पौने 2 लाख हो जाती। उनकी सरकार में जो धोल कपड़िये थे, उनके नकाब उतरवाकर खुंटियों पर टंगवा दिए है। पूर्व सीएम हुड्डा पर बरसे मनीष ग्रोवर पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने कांग्रेस व हुड्डा पिता-पुत्र पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले हुड्डा बाप-बेटा ही नहीं पूरा परिवार घर-घर हो रखा था। चाहे किसी की भी मौत हो जाती, तो वे पहुंच जाते थे। लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद एक बार भी लोगों के बीच नहीं गए हैं। जनता के सामने उनका चेहरा स्पष्ट हो चुका है। उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सीएम बनने के बाद कहा था कि वे अपने जाति के पहले हैं, फिर हरियाणा के मुख्यमंत्री। जबकि मनोहर लाल ने सभी जातियों को समानभाव से सम्मान दिया। जाट आरक्षण आंदोलन को याद दिलाते हुए हुड्डा पर निशाना साधा और कहा कि इन व्यापारियों का क्या कसूर था कि पूरा रोहतक फूंक दिया गया। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल सोमवार को रोहतक पहुंचे। यहां पर दिल्ली बाइपास स्थित एक होटल में प्रबुद्ध जन सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कांग्रेस और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर हमला बोला। सम्मेलन में पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, पूर्व मेयर मनमोहन गोयल और पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर राजू सहगल आदि नेता उपस्थित रहे। केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व सीएम मनोहर लाल ने कहा कि 10 साल भाजपा के शासन और 10 साल कांग्रेस के शासन की तुलना की जाए। अब तो यह कांग्रेस नहीं रही, हुड्डा गैंग बन गई है। इस हुड्डा गैंग से सावधान हो जाना, खासकर के रोहतक के लोग। हर प्रकार की परेशानियां फिर खड़ी हो जाएंगी, जो पहले खड़ी होती थी। इससे सचेत रहना है। 2014 में हरियाणा को इस गैंग के हाथों से बड़ी मुश्किल से निकाला है। फिर से उसके हाथों में मत जाने देना। क्योंकि कांग्रेस राज में तो व्यापारियों से हफ्ता वसूली होती थी। जिसे भाजपा ने पूर्ण रूप से रोक लगाने का काम किया। कांग्रेस हारने के 2 कारण बताए मनोहर लाल ने हरियाणा में कांग्रेस के हार के 2 कारण बताए। उन्होंने कहा कि एक तो हरियाणा में 1966 से आज तक एक ट्रेंड रहा है कि केंद्र के पहले चुनाव होते हैं और फिर प्रदेश के। जो केंद्र में सरकार होती है, वही प्रदेश में होती है। चाहे 2004, 2009, 2014 और 2019 उठाकर देख सकते हैं। 2024 में केंद्र में भाजपा की सरकार है। इसलिए प्रदेश में भाजपा की सरकार बननी चाहिए। डबल इंजन की सरकार होती है तो लाभ अवश्य होता है। जो असमंजस 2019 में था वह 2024 में खत्म हो गया है। दूसरा कारण यह है कि पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस इतनी घबराई हुई है कि कहीं भाजपा ना आ जाए। इसलिए किसी दल से गठबंधन कर लें। आखिर में जिनके सामने हाथ बढ़ाया, उन्होंने भी हाथ पकड़ने से मना कर दिया। गलती इनकी है या उनकी पता नहीं। अगर इतना ही भरोसा है तो गठबंधन क्यों करते हो। दो छोटे-छोटे दलों से तो अभी भी गठबंधन किया है। कांग्रेस कभी संविधान खत्म करने तो कभी आरक्षण खत्म करने का झूठ बोलती हैं। उल्टा राहुल गांधी ने संविधान खत्म करने की बात विदेश में जाकर कही है। बेरोजगार बिचौलिए हुए हैं : मनोहर लाल बेरोजगारी के मुद्दे पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि बेरोजगारी उन बिचौलिए लोगों के लिए हुई है, उनके पास काम नहीं हैं। वे अपने नेताओं के कान भरते हैं कि वे बेरोजगार हो गए। अगर सरकारी नौकरियों की बात करें तो कांग्रेस राज से ज्यादा नौकरियां भाजपा सरकार ने दी हैं। 10 साल में हुड्डा सरकार ने 80 हजार नौकरी दी, जबकि भाजपा सरकार ने एक लाख 46 हजार सरकारी नौकरियां दी। कांग्रेस ने तो नौकरियां देने से रोकने का प्रयास किया है। इनकी भर्ती रोको गैंग ने 25 हजार नौकरियां रोक दी, नहीं तो करीब पौने 2 लाख हो जाती। उनकी सरकार में जो धोल कपड़िये थे, उनके नकाब उतरवाकर खुंटियों पर टंगवा दिए है। पूर्व सीएम हुड्डा पर बरसे मनीष ग्रोवर पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने कांग्रेस व हुड्डा पिता-पुत्र पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले हुड्डा बाप-बेटा ही नहीं पूरा परिवार घर-घर हो रखा था। चाहे किसी की भी मौत हो जाती, तो वे पहुंच जाते थे। लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद एक बार भी लोगों के बीच नहीं गए हैं। जनता के सामने उनका चेहरा स्पष्ट हो चुका है। उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सीएम बनने के बाद कहा था कि वे अपने जाति के पहले हैं, फिर हरियाणा के मुख्यमंत्री। जबकि मनोहर लाल ने सभी जातियों को समानभाव से सम्मान दिया। जाट आरक्षण आंदोलन को याद दिलाते हुए हुड्डा पर निशाना साधा और कहा कि इन व्यापारियों का क्या कसूर था कि पूरा रोहतक फूंक दिया गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के SDO की याचिका पर हाईकोर्ट का बड़ा फैसला:इमरजेंसी में जीवन बचाना प्राथमिकता, सरकारी कर्मचारियों के पक्ष में दिया अहम निर्णय
हरियाणा के SDO की याचिका पर हाईकोर्ट का बड़ा फैसला:इमरजेंसी में जीवन बचाना प्राथमिकता, सरकारी कर्मचारियों के पक्ष में दिया अहम निर्णय हरियाणा एंड पंजाब हाईकोर्ट ने सरकारी कर्मचारियों को राहत देते हुए एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। हाईकोर्ट ने यह साफ किया है कि इमरजेंसी में ट्रीटमेंट के लिए अस्पताल की सूची को प्राथमिकता देना अनुचित है। कोर्ट का कहना है कि ऐसे हालात में जीवन बचाने का फैसला सबसे पहले होना चाहिए, न कि हॉस्पिटल की लिस्ट की खोज। करनाल के आरके गर्ग की याचिका पर यह फैसला आया है। आरके गर्ग हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड से रिटायर्ड SDO हैं। आरके गर्ग को जुलाई 2023 में मध्य प्रदेश के उज्जैन में रहते समय कार्डियक इमरजेंसी फेस करनी पड़ी। उन्हें इंदौर के एक सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया। उनकी बाईपास सर्जरी में 22 लाख रुपए से ज्यादा का खर्च आया। हरियाणा कृषि विपणन बोर्ड ने केवल 5.36 लाख रुपए की छोटी सी राशि की प्रतिपूर्ति दी। जिसे आरके गर्ग ने कोर्ट में चैलेंज कर दिया। बोर्ड की नीति पर कोर्ट की टिप्पणी हरियाणा कृषि विपणन बोर्ड ने अपनी नीति का हवाला देते हुए कहा था कि इलाज एक गैर-अनुमोदित अस्पताल में हुआ था, इसलिए पूरी प्रतिपूर्ति नहीं दी जा सकती। कोर्ट ने इस तर्क को रिजेक्ट करते हुए कहा कि इमरजेंसी की सिचुएशन में अस्पताल का चयन करना कर्मचारी के लिए व्यावहारिक नहीं है। जस्टिस जसगुरप्रीत सिंह पुरी ने अपने फैसले में यह भी कहा कि जीवन बचाने की स्थिति में अस्पताल की सूची पर ध्यान देना अमानवीय और अव्यावहारिक है। संविधान के अनुच्छेद 21 का दिया गया हवाला जस्टिस पुरी ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 का हवाला देते हुए कहा कि जीवन का अधिकार सभी को प्राप्त है। इसे सीमित करने वाली नीतियां संविधान के खिलाफ हैं। उन्होंने साफ किया कि आपातकालीन स्थितियों में प्राथमिकता जीवन बचाने की होनी चाहिए, न कि अस्पताल की स्वीकृत सूची की जांच करने की। इस फैसले के बाद सरकारी कर्मचारियों में संतोष का माहौल है, क्योंकि यह उनके हित में एक महत्वपूर्ण निर्णय माना जा रहा है। ऐसे में कर्मचारी को भविष्य में इमरजेंसी के दौरान किसी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
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हरियाणा में कल से होगी मानसून की वापसी:अधिकांश जिलों में हैवी रेन का अलर्ट; 24 घंटे में 3 जिलों में बारिश, गिरा पारा हरियाणा में बुधवार से फिर मानसून की वापसी होगी। इससे पहले 6 अगस्त की शाम से ही मौसम बदल जाएगा। इसको देखते हुए मौसम विभाग ने हरियाणा के अधिकांश जिलों में अलर्ट जारी किया है। मौसम विशेषज्ञों ने इस दौरान हैवी रेन के आसार जताए हैं। 24 घंटे में सूबे के तीन जिले गुरुग्राम, महेंद्रगढ़ और पंचकूला में बादल छाए रहे, यहां 1 से 0.5 एमएम तक बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम में उतार-चढ़ाव के बीच दिन के अधिकतम तापमान में 1.4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि इस बार मानसून प्रदेश से रुठा हुआ है। यही कारण है कि 1 जून से अब तक मात्र 165.0 एमएम बारिश ही दर्ज की गई। जबकि सामान्य तौर पर प्रदेश में 217.0 एमएम बारिश होनी चाहिए थी। इसलिए बन रहे बारिश के आसार पंजाब के ऊपर एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से बंगाल की खाड़ी की ओर से मानसून सक्रियता बढ़ने की संभावना है। जिसके प्रभाव से 6 से 9 अगस्त के बीच भी हरियाणा के कई क्षेत्रों में बारिश की संभावना बन रही है। कुछ स्थानों पर तेज बारिश भी हो सकती है। जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि मानसून की अक्षय रेखा उत्तर दिशा की ओर सामान्य स्थिति में रहने के कारण 4 से 6 अगस्त के बीच कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 5 सालों में सबसे कम बारिश हरियाणा में इस बार जुलाई में 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।
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