प्रयागराज में अंबेडकर नगर से आए एक परिवार दो साल की बच्ची का मुंडन संगम पर कराने के लिए आए थे। रात में सोए कि भोर में मुंडन कराएंगे। रात के अंधेरे में किसी ने उनकी 2 साल की मासूम बच्ची को अगवा कर लिया। यह काम बच्चा चोरी करने वाले गिरोह का माना जा रहा है। पुलिस मामला दर्ज कर बैठ गई। परिवार के लोग अंबेडकर नगर से प्रयागराज का चक्कर काट रहे हैं। अंबेडकर नगर के थाना सम्मनपुर के सिकंदरपुर के रहने वाले शंकर कुमार अपनी पत्नी मनीता और दो साल की इकलौती बेटी सलोनी के साथ प्रयागराज आए। 9 सितंबर की रात वह संगम क्षेत्र में परेड पर पहुंच गए। सुबह सुबह मुंडन कराना था तो लोगों ने कहा परेड पर ही रुक जाओ। शंकर का कहना है कि रात करीब एक से दो के बीच किसी ने उनकी बेटी सलोनी को अगवा कर लिया। सुबह 4 बजे पत्नी-पत्नी की आंख खुली तो बच्ची को गायब देख उनके होश उड़ गए। घंटों तलाश के बाद वह लोग दारागंज थाने पहुंचे और बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। इसके बाद भी लगातार बच्ची को तलाश करते रहे लेकिन पता नहीं चला। परिवार का कहना है कि बच्चा चोरी करने वाला गिरोह सलोनी को उठा ले गया। पुलिस की जांच में भी अब तक कुछ साफ नहीं हुआ है। पति-पत्नी अंबेडकरनगर से प्रयागराज का चक्कर काट रहे हैं। दारागंज पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है। कई जगह के सीसीटीवी फुटेज निकलवाए गए हैं। 3 महीना पहले भी अगवा हुई थी बच्ची इससे पहले दारागंज में कच्ची सड़क से 9 साल की एक बच्ची को अगवा किया गया था। दारागंज में रहने वाले राजेश पटेल मूल रूप से जौनपुर के ऊंचगांव दद्दान गांव के रहने वाले हैं। उनकी नौ वर्षीय बेटी शिल्पा 23 जून की शाम खेलने निकली और लापता हो गई थी। दारागंज से लेकर शहर के अलग-अलग कोनों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो सुराग मिला। नैनी रेलवे स्टेशन पर लगे कैमरे के सीसीटीवी फुटेज से एक शख्स बच्ची को ले जाता दिख गया। इसके बाद पुलिस ने कौशांबी के युवक को अरेस्ट कर बच्ची को बरामद किया था। वह बच्ची को बेचने की फिराक में था। हालांकि उस बच्ची अगवा करने वाले अभी जेल में हैं। आगरा के तीन लोग उठा ले गए थे बच्ची संगम क्षेत्र के हनुमान मंदिर के पास से तीन वर्षीय बालिका का अपहरण हुआ था। दारागंज पुलिस ने तीन आरोपितों को नैनी इलाके से गिरफ्तार कर लिया। तीनों के कब्जे से अपहृत बालिका बरामद की गई है। राजस्थान के अलवर जिले के बीजवाद गांव के रहने वाले विक्की की तीन वर्षीय बेटी का हनुमान मंदिर के पास से अपहरण हुआ था। विक्की की पत्नी कल्पना ने दारागंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस टीम ने सड़कों के किनारे लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया। पता चला कि एक पुरुष और दो महिलाएं बालिका को लेकर नैनी की तरफ गए हैं। पुलिस टीम ने अमन मिश्रा उसकी पत्नी अंकिता और हेमा को गिरफ्तार किया।तीनों आगरा के फतेहाबाद के रहने वाले थे। प्रयागराज में अंबेडकर नगर से आए एक परिवार दो साल की बच्ची का मुंडन संगम पर कराने के लिए आए थे। रात में सोए कि भोर में मुंडन कराएंगे। रात के अंधेरे में किसी ने उनकी 2 साल की मासूम बच्ची को अगवा कर लिया। यह काम बच्चा चोरी करने वाले गिरोह का माना जा रहा है। पुलिस मामला दर्ज कर बैठ गई। परिवार के लोग अंबेडकर नगर से प्रयागराज का चक्कर काट रहे हैं। अंबेडकर नगर के थाना सम्मनपुर के सिकंदरपुर के रहने वाले शंकर कुमार अपनी पत्नी मनीता और दो साल की इकलौती बेटी सलोनी के साथ प्रयागराज आए। 9 सितंबर की रात वह संगम क्षेत्र में परेड पर पहुंच गए। सुबह सुबह मुंडन कराना था तो लोगों ने कहा परेड पर ही रुक जाओ। शंकर का कहना है कि रात करीब एक से दो के बीच किसी ने उनकी बेटी सलोनी को अगवा कर लिया। सुबह 4 बजे पत्नी-पत्नी की आंख खुली तो बच्ची को गायब देख उनके होश उड़ गए। घंटों तलाश के बाद वह लोग दारागंज थाने पहुंचे और बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। इसके बाद भी लगातार बच्ची को तलाश करते रहे लेकिन पता नहीं चला। परिवार का कहना है कि बच्चा चोरी करने वाला गिरोह सलोनी को उठा ले गया। पुलिस की जांच में भी अब तक कुछ साफ नहीं हुआ है। पति-पत्नी अंबेडकरनगर से प्रयागराज का चक्कर काट रहे हैं। दारागंज पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है। कई जगह के सीसीटीवी फुटेज निकलवाए गए हैं। 3 महीना पहले भी अगवा हुई थी बच्ची इससे पहले दारागंज में कच्ची सड़क से 9 साल की एक बच्ची को अगवा किया गया था। दारागंज में रहने वाले राजेश पटेल मूल रूप से जौनपुर के ऊंचगांव दद्दान गांव के रहने वाले हैं। उनकी नौ वर्षीय बेटी शिल्पा 23 जून की शाम खेलने निकली और लापता हो गई थी। दारागंज से लेकर शहर के अलग-अलग कोनों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो सुराग मिला। नैनी रेलवे स्टेशन पर लगे कैमरे के सीसीटीवी फुटेज से एक शख्स बच्ची को ले जाता दिख गया। इसके बाद पुलिस ने कौशांबी के युवक को अरेस्ट कर बच्ची को बरामद किया था। वह बच्ची को बेचने की फिराक में था। हालांकि उस बच्ची अगवा करने वाले अभी जेल में हैं। आगरा के तीन लोग उठा ले गए थे बच्ची संगम क्षेत्र के हनुमान मंदिर के पास से तीन वर्षीय बालिका का अपहरण हुआ था। दारागंज पुलिस ने तीन आरोपितों को नैनी इलाके से गिरफ्तार कर लिया। तीनों के कब्जे से अपहृत बालिका बरामद की गई है। राजस्थान के अलवर जिले के बीजवाद गांव के रहने वाले विक्की की तीन वर्षीय बेटी का हनुमान मंदिर के पास से अपहरण हुआ था। विक्की की पत्नी कल्पना ने दारागंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस टीम ने सड़कों के किनारे लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया। पता चला कि एक पुरुष और दो महिलाएं बालिका को लेकर नैनी की तरफ गए हैं। पुलिस टीम ने अमन मिश्रा उसकी पत्नी अंकिता और हेमा को गिरफ्तार किया।तीनों आगरा के फतेहाबाद के रहने वाले थे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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होम गार्ड की कलाई से बंधा मिला सुसाइड नोट:लिखा- पुलिस से पंगा मत लेना, मैंने भूल कर दी, सरकार मेरे परिवार का ख्याल रखना, तीन दिन में दो भाइयों ने किया सुसाइड
होम गार्ड की कलाई से बंधा मिला सुसाइड नोट:लिखा- पुलिस से पंगा मत लेना, मैंने भूल कर दी, सरकार मेरे परिवार का ख्याल रखना, तीन दिन में दो भाइयों ने किया सुसाइड आगरा के बरहन के 3 दिन पहले पुलिस टॉर्चर से परेशान एक युवक संजय ने फांसी लगा ली थी। छोटे भाई के बाद उसके बड़े भाई प्रमोद ने भी पुलिस से परेशान होकर सुसाइड कर लिया। बड़े भाई का शव खेत में पेड़ से लटका मिला। मृतक के हाथ की कलाई में धागे से सुसाइड नोट भी बंधा था। सुसाइड नोट में उसने पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। लिखा है कि भाई की मौत के बाद पुलिस वाले उसे धमकी दे रहे थे। छोटे भाई ने भी पुलिस के डर और समाज में बेइज्जती होने के चलते सुसाइड किया था। गांव में दो भाइयों की सुसाइड के बाद तनाव भरा माहौल है। इस मामले में पीड़ित के जीजा की ओर से सादाबाद थाना प्रभारी व सब इंस्पेक्टर के खिलाफ तहरीर दी गई है। हाथ में बंधा मिला सुसाइड नोट
प्रमोद ने मरने से पहले अपने हाथ में सुसाइड नोट बांध लिया था। हाथ में बंधे मिले सुसाइड नोट में लिखा है कि हरिओम दरोगा ने उठाया। दो दिन 11-12 को हवालात में बंद किया। एक लाख हवालात के सामने मांगे गए। 10 हजार रुपए लेकर 13 को छोड़ा। ऑफिस में पैसा दिया। 50 हजार रुपए की मांग की। पुलिस व हरिओम दरोगा ने प्रताड़ित किया। इसके बाद लिखा कि संजय फांसी लगाकर मर गया। अब मुझमें क्षमता नहीं है। इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं। मुझ पर फोन आ रहे हैं। आज ही बयान देने आ जाओ। मैंने कहा कल आऊंगा। नहीं आज ही आ जाओ। इसलिए मेरा दिमाग ठीक नहीं है। सरकार से प्रार्थना है कि मेरे परिवार की तरफ ध्यान दिया जाए। जय माता दी, जय श्री राम….। आखिर में लिखा कि पुलिस से पंगा लेने की भूल की। कोई पुलिस के खिलाफ नहीं बोलना। पुलिस सुसाइड नोट की जांच कर रही है। छोटे भाई का चालान हुआ, पीटा गया
बरहन के गांव रूपपुर के रहने वाले किसान संजय सिंह का साला सादाबाद में एक युवती को भगा कर ले गया था। सादाबाद में इसका मुकदमा दर्ज हुआ था। सादाबाद पुलिस ने साले को पकड़ने के लिए संजय सिंह को उठाया था। आरोप है कि उसे सादाबाद पुलिस ने यातनाएं दी थीं। बाद में शांति भंग में चालान कर उसे छोड़ दिया था। पुलिस ने उससे कहा था, अगर लड़की नहीं मिली तो फिर थाने ले आएंगे। शनिवार 22 जून को पुलिस ने उसे फिर से बुलाया था। पुलिस की यातना और धमकी से आहत होकर संजय ने शनिवार को अपने गांव में खेत में पेड़ से लटक कर फांसी लगा ली थी। 72 घंटे में बडे़ भाई ने भी किया सुसाइड
छोटे भाई संजय की चिता की आग अभी ठंडी नहीं हुई थी कि सोमवार दोपहर को बडे़ भाई प्रमोद सिंह ने भी उसी जगह पेड़ से लटककर सुसाइड कर लिया। लोगों ने शव को पेड़ से लटके देखा तो गांव में सूचना दी। इसके बाद बड़ी संख्या में गांव के लोग इकट्ठा हो गए। परिजनों और गांव वालों का आरोप है कि छोटे भाई की सुसाइड के बाद प्रमोद आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR कराने के लिए थाने के चक्कर काट रहा था। मगर, उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। इसको लेकर प्रमोद काफी दुखी था। इसीलिए उसने सुसाइड कर लिया।आगरा में होमगार्ड था प्रमोद
प्रमोद आगरा में होमगार्ड के रूप में तैनात था। छोटे भाई की मौत के समय प्रमोद ने रोते हुए कहा था- मेरे भाई को पुलिस ने बेवजह फंसाया है। उसे यातनाएं दी गईं। संजय की मौत के बाद भी परिजनों और ग्रामीणों ने हंगामा किया था। वो सीओ और दरोगा के निलंबन की मांग पर अडे़ थे। उस समय पुलिस ने उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिलाकर शांत कर दिया था। पुलिस के खिलाफ आक्रोश, जमकर नारेबाजी
दूसरे भाई के सुसाइड करने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। उन्होंने आवंलखेड़ा पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस वालों का जमकर विरोध किया। गांव में पुलिसकर्मियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। गांव में तनाव का माहौल है। चार घंटे बाद उतारा शव
परिजन और ग्रामीणों की मांग है कि जब तक संजय की सुसाइड के जिम्मेदार पुलिस वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं होगा, तब तक वो प्रमोद का शव नहीं उतारेंगे। चार घंटे बाद रात नौ बजे शव को नीचे उतारा गया।
यूपी के 30 जिलों में कोहरा, कल से बारिश:24 घंटे में 26 जिलों में बरसात; बुलंदशहर सबसे ठंडा, पारा 8°c
यूपी के 30 जिलों में कोहरा, कल से बारिश:24 घंटे में 26 जिलों में बरसात; बुलंदशहर सबसे ठंडा, पारा 8°c यूपी में मौसम बदल गया है। 24 घंटे में 26 जिलों में बारिश हुई। गुरुवार सुबह से 30 शहरों में घना कोहरा छाया हुआ है। विजिबिलिटी 80 मीटर रह गई है। 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं, जिससे गलन बढ़ गई है। मौसम विभाग का कहना है कि 27 से 30 दिसंबर यानी 4 दिनों तक बारिश हो सकती है। इसके चलते नया साल कड़ाके की ठंड के बीच शुरू होगा। गुरुवार को फतेहपुर में सबसे ज्यादा 4.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। बुलंदशहर सबसे ठंडा जिला रहा। यहां तापमान 8°C रिकॉर्ड किया गया। हल्के बादल रहेंगे, बारिश होगी
मौसम विशेषज्ञ डॉ. SN सुनील पांडेय का कहना है- पश्चिमी विक्षोभ के असर से गुरुवार को भी बादल छाए रहेंगे, लेकिन बारिश की संभावना कम रहेगी। 27 से 30 दिसंबर के बीच कोहरा और बूंदाबांदी की संभावना है। इसके बाद तेज उत्तर पश्चिमी हवाएं चलेंगी। दिन का पारा 4 डिग्री चढ़ गया
बारिश और बादलों ही आवाजाही से प्रदेश के औसत तापमान में बढ़ोतरी हुई है। बुधवार को प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान 4 डिग्री बढ़कर 24 और न्यूनतम तापमान 3 डिग्री बढ़कर 12 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। ……….. मौसम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- लखनऊ-कानपुर समेत 5 शहरों में बारिश:यूपी के कई शहरों में बादल छाए, सर्दी और बढ़ेगी; 2 दिन ऐसा ही रहेगा मौसम यूपी में मंगलवार को मौसम अचानक बदल गया। सुबह कानपुर, आगरा, बरेली, लखनऊ और मेरठ में हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग ने आज 35 जिलों में घने कोहरे और कुछ जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। 17 जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से अधिक रहा। पढ़िए पूरी खबर…