हरियाणा के सिरसा जिले के गांव रामपुरा ढिल्लों के पास गोगामेडी जा रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्राली पलटने से 25 श्रद्धालु घायल हो गए। ट्रैक्टर ट्राली में 35 लोग सवार थे। ट्रैक्टर ट्राली पलटते ही चीख पुकार मच गई। घायलों को नाथूसरी चौपटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल करवाया गया। वहां पर उपचार शुरू किया। एक गंभीर घायल महिला को सिरसा नागरिक अस्पताल में रेफर कर दिया गया। महिलाओं और बच्चों की मची चीख पुकार जानकारी अनुसार फतेहाबाद जिले के रतिया क्षेत्र के गांव सरदारे वाला से 35 श्रद्धालु ट्रैक्टर ट्राली में सवार होकर राजस्थान के गोगामेड़ी धाम में पूजा करने के लिए जा रहे थे। श्रद्धालु देशा सिंह बताया कि गांव से 2 बजे ट्रैक्टर ट्राली में सवार होकर 35 से ज्यादा श्रद्धालु गोगामेड़ी के लिए चले थे। देर शाम को सिरसा जिले के गांव रामपुरा ढिल्लों के पास अचानक ट्राली अनियंत्रित होकर पलट गई। ट्रॉली पलटते ही महिलाओं में बच्चों की चीख पुकार मच गई। सिरसा नागरिक अस्पताल में रेफर चीख पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण घटना स्तर पर पहुंचे और घायलों को एम्बुलेंस व निजी वाहनों की सहायता से नाथूसरी चौपटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल करवाया। वहां पर ड्यूटी डॉ. सिद्धांत व डॉ रोहित की टीम ने घायलों का इलाज किया। एक गंभीर घायल महिला को सिरसा के नागरिक अस्पताल में रेफर किया गया। चिकित्सकों ने बताया कि 25 लोगों का प्राथमिक उपचार किया गया है। हरियाणा के सिरसा जिले के गांव रामपुरा ढिल्लों के पास गोगामेडी जा रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्राली पलटने से 25 श्रद्धालु घायल हो गए। ट्रैक्टर ट्राली में 35 लोग सवार थे। ट्रैक्टर ट्राली पलटते ही चीख पुकार मच गई। घायलों को नाथूसरी चौपटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल करवाया गया। वहां पर उपचार शुरू किया। एक गंभीर घायल महिला को सिरसा नागरिक अस्पताल में रेफर कर दिया गया। महिलाओं और बच्चों की मची चीख पुकार जानकारी अनुसार फतेहाबाद जिले के रतिया क्षेत्र के गांव सरदारे वाला से 35 श्रद्धालु ट्रैक्टर ट्राली में सवार होकर राजस्थान के गोगामेड़ी धाम में पूजा करने के लिए जा रहे थे। श्रद्धालु देशा सिंह बताया कि गांव से 2 बजे ट्रैक्टर ट्राली में सवार होकर 35 से ज्यादा श्रद्धालु गोगामेड़ी के लिए चले थे। देर शाम को सिरसा जिले के गांव रामपुरा ढिल्लों के पास अचानक ट्राली अनियंत्रित होकर पलट गई। ट्रॉली पलटते ही महिलाओं में बच्चों की चीख पुकार मच गई। सिरसा नागरिक अस्पताल में रेफर चीख पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण घटना स्तर पर पहुंचे और घायलों को एम्बुलेंस व निजी वाहनों की सहायता से नाथूसरी चौपटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल करवाया। वहां पर ड्यूटी डॉ. सिद्धांत व डॉ रोहित की टीम ने घायलों का इलाज किया। एक गंभीर घायल महिला को सिरसा के नागरिक अस्पताल में रेफर किया गया। चिकित्सकों ने बताया कि 25 लोगों का प्राथमिक उपचार किया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा विधानसभा सत्र से पहले कांग्रेस-इनेलो का प्लान:पराली जलाने पर जुर्माने समेत 5 मुद्दों पर सरकार को घेरेंगे; INLD ने 8 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव बनाए
हरियाणा विधानसभा सत्र से पहले कांग्रेस-इनेलो का प्लान:पराली जलाने पर जुर्माने समेत 5 मुद्दों पर सरकार को घेरेंगे; INLD ने 8 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव बनाए हरियाणा में 13 नवंबर से शुरू होने जा रहे शीतकालीन सत्र को लेकर विपक्षी दलों ने मेगा प्लानिंग बना ली है। विपक्षी दल पराली जलाने पर डबल जुर्माने के केंद्र के फैसले समेत 5 बड़े मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी को घेरने की तैयारी कर रहे हैं। इस बार कांग्रेस के साथ इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के विधायक भी पूरी तरह से एक्टिव है। इनेलो की ओर से 8 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव विधानसभा में दे दिए गए हैं। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी संकेत दिए हैं कि सेशन काफी हंगामेदार होने वाला है। पिछले दिनों रोहतक में उन्होंने कहा था कि विपक्ष मजबूत है। विधानसभा में जनहित के मुद्दों को जोर-शोर से उठाया जाएगा। विधानसभा में ये मुद्दे गूंज सकते हैं… 1. धान की 3100 रुपए प्रति क्विंटल पर खरीद
8 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से MSP पर धान खरीदने का वादा किया था। हालांकि, अभी प्रदेश में धान की फसल 2300 रुपए प्रति क्विंटल के MSP की दर से खरीदी जा रही है। कांग्रेस नेता दावा कर रहे हैं कि प्रदेश के 60% से अधिक किसानों ने 2000 से 2100 रुपए प्रति क्विंटल पर अपनी धान की फसल बेची है। चूंकि, हरियाणा में किसान हमेशा से बड़ा मुद्दा रहे हैं, इसलिए कांग्रेस और INLD इस मुद्दे को सेशन में जोर-शोर से उठाएगी। 2. DAP खाद की कमी बड़ा मुद्दा बनेगी
विधानसभा सेशन में धान की MSP पर खरीद के बाद DAP खाद की कमी दूसरा बड़ा मुद्दा रहने वाली है। कांग्रेस के नेता भी सार्वजनिक रूप से आंकड़ा देकर सरकार को सदन से पहले ही घेर रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि हर जिले में खाद की कमी है। सिरसा में 13,000 टन DAP की आवश्यकता है, लेकिन भाजपा सरकार ने केवल 900 टन ही दी। पानीपत में 6500 टन DAP की आवश्यकता है, तो भाजपा सरकार ने केवल 360 टन DAP उपलब्ध करवाई। DAP न मिलने से और गेहूं की बिजाई न कर पाने के संकट से घिरे मेहनतकश किसान रामभगत की आत्महत्या को लेकर भी विपक्ष हंगामे की योजना बना रहा है। 3. पराली जलाने पर डबल जुर्माना बड़ा मुद्दा बनेगा
केंद्र की भाजपा सरकार ने हरियाणा समेत अन्य राज्यों में पराली जलाने पर अब किसानों से दोगुना जुर्माना वसूलने का फैसला किया है। पर्यावरण मंत्रालय ने जुर्माने की राशि को दोगुना कर दिया है, जो अब 5 हजार रुपए से शुरू होकर 30 हजार रुपए तक होगा। हालांकि, यह फैसला पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए लिया गया है। हरियाणा में अब तक 4 हजार से अधिक पराली जलाने के मामले सामने आए हैं। कई किसानों के खिलाफ केस भी दर्ज किए गए। किसानों के इस मुद्दे को लेकर विपक्षी दल भी लगातार हमला कर रहे हैं। सदन में यह बड़ा मुद्दा बनने वाला है। 4. नशे को लेकर सदन में होगा हंगामा
हरियाणा में युवाओं में बढ़ रहे नशे के चलन को लेकर विधानसभा सेशन में हंगामा होने के पूरे आसार हैं। हाल ही में सूबे के हलका उकलाना के गांव पाबड़ा में नशे का कहर देखने को मिला है। यहां तीन युवक नशे की लत के कारण मौत का शिकार हो गए। 29 अक्टूबर को नशे से होने वाली पहली मौत का मामला सामने आया था। वहीं, 8 नवंबर को भी 23 साल के एक युवक की नशे के कारण मौत हो गई थी। इसके अलावा 5 नवंबर को भी 30 साल के एक युवक की मौत की वजह नशा ही बताई गई थी। कांग्रेस के साथ INLD ने भी अपने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में इसे शामिल किया है। 5. बेरोजगारी-सरकारी भर्तियां भी बनेंगी मुद्दा
हरियाणा में बेरोजगारी हमेशा से ही बड़ा मुद्दा रही है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की सितंबर में जारी हुई पीरियॉडिक लेबर फोर्स सर्वे (PLFS) की 2023-24 की रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा में बेरोजगारी दर 3.4 फीसदी है। हालांकि, पिछले साल के मुकाबले यह काफी कम है, लेकिन इसके बाद भी विपक्षी दल इस मुद्दे को सदन में मुद्दा बनाएंगे। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि हाल ही में ग्रुप C-D की रुकी भर्तियों के लिए भाजपा ने कांग्रेस के भर्ती रोको गैंग का मुद्दा बनाया था। इसके बाद कांग्रेस अब बेरोजगारी को लेकर सदन में CM सैनी को घेरने की तैयारी कर रही है। INLD के MLA अर्जुन चौटाला की ओर से इसे लेकर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी दिया गया है। विधानसभा सत्र को लेकर विपक्ष के नेताओं ने क्या कहा…. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा- 13 नवंबर से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में विपक्ष जोर-शोर से जनहित के मुद्दों को उठाएगा। हम चुनाव हारे हैं, हिम्मत नहीं। सरकार को प्रश्नकाल और शून्यकाल को सदन की कार्यवाही में शामिल करना चाहिए। इनेलो विधायक आदित्य देवीलाल- यह मेरा पहला विधानसभा सत्र है। विधानसभा के नियमों का पालन करते हुए जनता से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाएंगे। हमारी तरफ से 6 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव विधानसभा में दिए गए हैं, जो जनता की समस्याओं से संबंधित हैं। इनेलो विधायक अर्जुन सिंह चौटाला- मेरा यह पहला विधानसभा सत्र है और मैं भी विधानसभा में इनेलो विधायक दल के नेता अपने चाचा आदित्य देवीलाल के नेतृत्व में जनता से जुड़े सभी मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाऊंगा।
किरण चौधरी बोलीं-हरियाणा में कांग्रेस खत्म, पिता-पुत्र बचे:CM बनने के लिए एक-दूसरे की काट-कटाई की, इसलिए चुनाव हारे
किरण चौधरी बोलीं-हरियाणा में कांग्रेस खत्म, पिता-पुत्र बचे:CM बनने के लिए एक-दूसरे की काट-कटाई की, इसलिए चुनाव हारे ‘हरियाणा में कांग्रेस नाम की कोई चीज नहीं रही। पिता-पुत्र (भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा) ने सब कुछ हाईजैक कर लिया। नतीजा यह हुआ कि जनता समझ गई कि इनके पास यहां कुछ नहीं है। इनके पास हरियाणा के लिए सिर्फ भाई-भतीजावाद था। इनके आसपास भ्रष्टाचार में लिप्त लोग थे सारे के सारे।’ यह बात राज्यसभा सांसद और भाजपा नेता किरण चौधरी ने कही। किरण ने कहा कि चुनाव के दौरान कांग्रेसियों में इतनी ज्यादा काट-कटाई थी कि उसने यह सोचा कि ये बन गया तो मुश्किल हो जाएगी, ये (सैलजा) चुनकर आ गई तो भी मुश्किल। इसलिए इन्होंने एक-दूसरे की कटाई की और खूब षड्यंत्र रचे। इसके बाद जो हश्र हुआ है, वह देख ही रहे हैं। दैनिक भास्कर से किरण चौधरी ने बेटी श्रुति के मंत्री बनने, हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की सरकार आने और भिवानी में पानी की समस्या पर खुलकर बात की। पढ़िए बातचीत के प्रमुख अंश… सवाल : भाजपा की तीसरी बार सरकार से क्या उम्मीद है? किरण : भाजपा ने तीसरी बार सरकार बनाकर इतिहास रच दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प और सपने को पूरा करना है। जनता जानती है कि वे ही ऐसे नेता हैं जो देश और प्रदेश को आगे ले जा सकते हैं। सवाल : श्रुति चौधरी मंत्री बनी हैं, उनकी क्या प्राथमिकता रहेगी?
किरण : श्रुति चौधरी को जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे वह बखूबी निभाएंगी। उन्हें जो विभाग दिए गए हैं, उन पर वह पूरे हरियाणा के लिए काम करेंगी। सवाल : आप कांग्रेस से जुड़ी रही हैं। पुरानी कार्यकर्ता रही हैं। उसकी हार का क्या कारण मानती हैं? किरण : हरियाणा में कांग्रेस नाम की कोई चीज नहीं रही है। पिता-पुत्र ने सब कुछ हाईजैक कर लिया है। कांग्रेस में व्यापक भ्रष्टाचार है। कई MLA हारे। जिन पर 13 हजार करोड़ के केस हैं, उन्हें टिकट दे दिया गया। जब ऐसे लोग आगे आते हैं, तो ऐसी बातें होती हैं। तब सिर्फ और सिर्फ यही बात कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा। दूसरे नेताओं को कैसे काटा जाए और उनके समर्थकों को कैसे खत्म किया जाए। उन्होंने खुद ही ऐसी स्थिति पैदा कर दी कि कांग्रेस पूरी तरह खत्म हो गई और लोगों ने उसे पूरी तरह से नकार दिया। सवाल : कांग्रेस में सीएम की कुर्सी को लेकर भी घमासान देखने को मिला, लेकिन कांग्रेस जीत नहीं पाई। आप इसे कैसे देखते हैं? किरण : तो यही तो बात है। उसी का नतीजा यह है कि आपस में इतना ज्यादा काट-कटाई थी कि उन सबने यह सोचा कि ये बन गया तो मुश्किल हो जाएगी, ये बन गया तो भी मुश्किल हो जाएगी। इसलिए दूसरे को बनने न दिया जाए, एक-दूसरे की कटाई की और खूब षड्यंत्र रचे गए। इसके बाद जो हश्र हुआ, वह देख ही रहे हैं। सवाल : आप खुद भिवानी जिले से आती हैं, जहां पानी की मुख्य समस्या रही है। श्रुति चौधरी को भी जल संसाधन मंत्रालय मिला है। तो क्या उम्मीद है? किरण : पूरी तरह से उम्मीद लगाएं, क्योंकि हम काम पूरी ईमानदारी एवं निष्ठा के साथ काम करते हैं। जहां-जहां लोग वंचित रहे हैं और जिनका हक मारा गया है, उनको समान बंटवारे के साथ पानी मिलेगा। सवाल : आपके भिवानी के सौतेला व्यवहार करने के बयान पर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पूरे प्रदेश में समान विकास करवाया था। आपका क्या कहना है? किरण : वो तो कुछ भी बोल दें, बोलने की क्या बात है। कहते हैं ना प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं होती। उन्होंने तो क्षेत्रवाद इतना जबरदस्त किया कि हमें मालूम है कि सरकार में रहते हुए हम विपक्ष के अंदर थे। यह हालात थे कि खेड़ी मोड़ से आगे जो सड़क बनती थी और श्रुति चौधरी उस समय सांसद थी और तरले कर-कर के मर गई, लेकिन कलानौर तक तो चमाचम सड़क और उसके बाद बिल्कुल गड्ढे वाली सड़क। यह तो एक उदाहरण है। उस समय दादरी भी भिवानी में था। चाहे महेंद्रगढ़ हो, उसे पूरी तरह से उपेक्षित रखा गया।
हरियाणा के पहलवान बजरंग पूनिया डोपिंग एजेंसी पर भड़के:कहा- नहीं चाहते कि मैं कुश्ती जारी रखूं; एक्सपायर किट का जवाब क्यों नहीं देते
हरियाणा के पहलवान बजरंग पूनिया डोपिंग एजेंसी पर भड़के:कहा- नहीं चाहते कि मैं कुश्ती जारी रखूं; एक्सपायर किट का जवाब क्यों नहीं देते नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) ने पिछले दिनों पहलवान बजरंग पूनिया को दूसरी बार सस्पेंड कर दिया था। एजेंसी का बजरंग पूनिया पर आरोप है कि उन्होंने नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी के नियमों का उल्लंघन किया। दरअसल, बजरंग पूनिया ने मार्च में सोनीपत में हुए नेशनल ट्रायल के दौरान डोप टेस्ट के लिए अपना सैंपल नहीं दिया था, जिसके बाद NADA ने यह एक्शन लिया है। नोटिस के खिलाफ जवाब देने के लिए बजरंग पूनिया के पास 11 जुलाई तक का समय है। इससे पहले, 5 मई को भी NADA ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था। जब पिछली बार NADA ने बजरंग को निलंबित किया था, तो उनका निलंबन तीन हफ्ते बाद एंटी डोपिंग डिसिप्लिनरी पैनल ने रद्द कर दिया था, क्योंकि उन्हें नोटिस जारी नहीं किया गया था। अब NADA ने निलंबन के साथ-साथ बजरंग पूनिया को नोटिस भी जारी किया है। 10 मार्च को ओलिंपिक गेम्स में हिस्सा लेने के लिए हुए एशियन क्वालिफायर्स के नेशनल ट्रायल्स के दौरान NADA ने बजरंग से सैंपल देने के लिए कहा था। लेकिन, बजरंग ने सैंपल देने से इनकार कर दिया। बहरहाल, अब बजरंग पूनिया की प्रतिक्रिया आई है। भारतीय पहलवान ने एक्स (X) पर अपनी बात रखी है यह NADA द्वारा एक ही मामले में पहले निलंबन को निरस्त करने के बाद लगातार 2 महीनों में दूसरे निलंबन से संबंधित है। NADA ने उन्हें दिए गए सभी तथ्यों को स्पष्ट रूप से नजर अंदाज कर दिया और मुझे फिर से निलंबित कर दिया। यह दर्शाता है कि NADA मुझे कैसे निशाना बना रहा है, वे नहीं चाहते कि मैं किसी भी कीमत पर कुश्ती जारी रखूं। उनके पास कोई जवाब नहीं है और वे अपनी गलतियों की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते। वे सिर्फ अपने छुटकारे के लिए एथलीट को परेशान करना चाहते हैं। NADA नहीं चाहता कि कोई उनके गलत तरीकों पर सवाल उठाए और अगर कोई ऐसा करता है तो उसे निशाना बनाया जाता है ताकि वह अपना खेल जारी न रख सके। अगर नाडा अपने अहंकार के लिए पहलवानों के धैर्य और अपने अधिकारों के लिए खड़े होने के दृढ़ संकल्प को चुनौती देना चाहता है, तो उसे ऐसा करने दो। पहलवान यहीं है और अंत तक लड़ेगा। मेरे वकील समय पर अपना जवाब दाखिल करेंगे। बजरंग ने इन सवालों के मांगे जवाब
– NADA एक्सपायर हो चुकी किट के बारे में जवाब क्यों नहीं देता ?
– NADA इस बात का जवाब क्यों नहीं देता कि कैसे एक अंपजीकृत चैपरोन जिसका नाम मिशन ऑर्डर में नहीं था, सैंपल कलेक्शन के लिए मुझसे संपर्क किया और दबाव डाला ?
– NADA इस बात का जवाब क्यों नहीं देता कि दो मैचों के बीच सैंपल कलेक्शन के लिए मुझ पर दबाव दिया गया, जबकि उन्हें पता था कि मेरे पास अगली कुश्ती की तैयारी करने के लिए केवल 20 मिनट थे।