जयहिंद सेना के सुप्रीमो नवीन जयहिंद ने रोहतक में मंगलवार को पत्रकार वार्ता करते हुए विवादित बयान दिया। नवीन जयहिंद ने कहा कि आतंकी अफजल गुरु की बहन आतिशी दिल्ली की मुख्यमंत्री बनी हैं। नवीन जयहिंद ने कहा कि आतंकी अफजल गुरु के पक्ष में राष्ट्रपति के पास आतिशी के माता-पिता ने दया याचिका लगाई थी। आज उसे ही अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की सीएम बना दिया है। आतिशी का अन्ना आंदोलन से भी कुछ लेना-देना नहीं हैं। अन्ना आंदोलन में सक्रिय रहने वाले सौरभ भरद्वाज और राखी बिड़लान को भी मुख्यमंत्री नहीं बनाया। जयहिंद ने कहा कि इससे अच्छा तो अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी को ही मुख्यमंत्री बना देते। कम से कम सुनीता केजरीवाल के माता-पिता ने किसी आतंकी को बचाने के लिए कोर्ट में याचिका तो नहीं लगाई। साथ ही अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वे इतना ही त्याग करना चाहते हैं तो 10 साल से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। वे अपने पद से इस्तीफा दें। अब सीएम पद छोड़ने का कारण यह है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद वह एक चपरासी बनकर रह गया है। जयहिंद ने दावा किया कि आने वाले समय अब अरविंद केजरीवाल सीएम भी नहीं बनेगा। हरियाणा में आएं, जनता क्या चाहती है, बता देगी नवीन जयहिंद ने अरविंद केजरीवाल के बयान (अगर जनता चाहेगी और जिताएगी तो दोबारा मुख्यमंत्री बनकर ही कुर्सी पर बैठूंगा) पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि यह बयान तो लोकसभा चुनाव से पहले भी दिया था। उस समय दिल्ली की जनता ने सभी सातों सीटों पर हराने का काम किया। अगर जनता पर ही फैसला छोड़ता है तो हरियाणा विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी के प्रत्याशी खड़े हैं। वे हरियाणा में आएं और यहां सीएम बनने की घोषणा करें। जनता अपने आप बता देगी कि वह अरविंद केजरीवाल को क्या मानती है। जयहिंद सेना के सुप्रीमो नवीन जयहिंद ने रोहतक में मंगलवार को पत्रकार वार्ता करते हुए विवादित बयान दिया। नवीन जयहिंद ने कहा कि आतंकी अफजल गुरु की बहन आतिशी दिल्ली की मुख्यमंत्री बनी हैं। नवीन जयहिंद ने कहा कि आतंकी अफजल गुरु के पक्ष में राष्ट्रपति के पास आतिशी के माता-पिता ने दया याचिका लगाई थी। आज उसे ही अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की सीएम बना दिया है। आतिशी का अन्ना आंदोलन से भी कुछ लेना-देना नहीं हैं। अन्ना आंदोलन में सक्रिय रहने वाले सौरभ भरद्वाज और राखी बिड़लान को भी मुख्यमंत्री नहीं बनाया। जयहिंद ने कहा कि इससे अच्छा तो अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी को ही मुख्यमंत्री बना देते। कम से कम सुनीता केजरीवाल के माता-पिता ने किसी आतंकी को बचाने के लिए कोर्ट में याचिका तो नहीं लगाई। साथ ही अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वे इतना ही त्याग करना चाहते हैं तो 10 साल से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। वे अपने पद से इस्तीफा दें। अब सीएम पद छोड़ने का कारण यह है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद वह एक चपरासी बनकर रह गया है। जयहिंद ने दावा किया कि आने वाले समय अब अरविंद केजरीवाल सीएम भी नहीं बनेगा। हरियाणा में आएं, जनता क्या चाहती है, बता देगी नवीन जयहिंद ने अरविंद केजरीवाल के बयान (अगर जनता चाहेगी और जिताएगी तो दोबारा मुख्यमंत्री बनकर ही कुर्सी पर बैठूंगा) पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि यह बयान तो लोकसभा चुनाव से पहले भी दिया था। उस समय दिल्ली की जनता ने सभी सातों सीटों पर हराने का काम किया। अगर जनता पर ही फैसला छोड़ता है तो हरियाणा विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी के प्रत्याशी खड़े हैं। वे हरियाणा में आएं और यहां सीएम बनने की घोषणा करें। जनता अपने आप बता देगी कि वह अरविंद केजरीवाल को क्या मानती है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में सैलजा का भाजपा पर तंज:बोली- बीजेपी ने अपनी विचारधारा देश पर थोपी, जनता ने नकार दिया हरियाणा के करनाल में जाट भवन पहुंचने पर सिरसा से नवनिर्वाचित सांसद कुमारी सैलजा का कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान सैलजा ने एनडीए पर जमकर निशाना साधा। सैलजा ने कहा कि केंद्र में ऑल इंडिया गठबंधन की सरकार नहीं बन पाई, इस सवाल पर कुमारी शैलजा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि इसमें कुछ भी नहीं है, लेकिन पिछली बार के मुकाबले हम काफी आगे बढ़ चुके हैं। अगर नैतिक रूप से कहा जाए तो भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी की यह अपनी हार है। 400 पार का नारा धरासाई हो गया। भाजपा ने पूरे देश पर अपनी विचारधारा थोपने का भी प्रयास किया, उसको देश ने पूरी तरह से नकार दिया है, यह एक असलियत है, अब इसको भाजपा माने या ना माने। अगर आंकड़ों में भाजपा कहती है कि हमारी सरकार तीसरी बार बन गई है, लेकिन यह भाजपा की तो सरकार बनी ही नहीं है, बल्कि गठबंधन की सरकार है। सिर्फ परिवार के बारे में न सोचे दिल्ली हाउस में मीटिंग के दौरान हुड्डा या उदयभान द्वारा सैलजा का नाम नहीं लिया गया, बड़े नेता सैलजा का नाम कैसे भूल गए, इस पर सैलजा ने जवाब दिया कि किसी ओर के भूलने से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, बस जनता मुझे न भूले। अगर उन्होंने मेरा नाम नहीं लिया है तो यह सवाल उन्हीं से पूछा जाना चाहिए। हमें सभी को इकट्ठा होने की जरूरत है। जब तक आप लोगों के सामने विकल्प के रूप में नहीं आओगे तो जनता कैसे हमें चुनेगी। विकल्प पार्टी के कारण ही बना जाता है। चाहे मैं हूं या फिर कोई ओर, अगर जनता के हितों को भूल कर हम सिर्फ अपना और अपने परिवार को सोचेगें तो जनता हमें नहीं अपनाएगी। शायद हम करनाल की सीट भी जीत जाते कुमारी सैलजा ने कहा कि आज समय आ चुका है कि भाजपा को घर बैठाया जाए। भाजपा के अब केंद्र में हालात देख लो और प्रदेश में हालात देख लो, प्रधानमंत्री भी अपनी सीट पर करीब डेढ़ लाख वोट से ही जीते है। अगर हम थोड़ा ओर जोर लगाते तो शायद करनाल लोकसभा सीट और विधानसभा सीट हमारे पास होती। गुटबाजी खत्म होनी चाहिए कुमारी शैलजा ने कांग्रेस के संगठन को लेकर कहा कि पार्टी का संगठन होना चाहिए। हमारा कार्यकर्ता पद का मोहताज नहीं है लेकिन संगठन होता तो हरियाणा में परिणाम कुछ और होता। संगठन पार्टी का हिस्सा है लेकिन संगठन सब कुछ नहीं है। कांग्रेस में गुटबाजी खत्म होगी, इस पर सैलजा ने कहा कि गुटबाजी खत्म होनी चाहिए, गुटबाजी खत्म नहीं होती है तो पार्टी को नुकसान होगा, कार्यकर्ताओं को नुकसान होगा, भले ही हम जैसे नेताओं को नुकसान न हो। BJP की आंखे खोलना चाहता है RSS RSS प्रमुख मोहन भागवत द्वारा मणिपुर को लेकर दिए गए बयान पर शैलजा ने कहा कि RSS बीजेपी की आंखे खोलना चाहता है। मणिपुर के लोगो ने भारी कीमत चुकाई है । सरकार समय रहते कदम उठाती तो ऐसा नहीं होता। वहीं उन्होंने कंगना रनोट के साथ हुई घटना पर कहा कि सार्वजनिक जीवन में आने वाले लोगो को सोच समझ कर बोलना चाहिए।
केबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा का कांग्रेस पर बड़ा तंज:बोले-कांग्रेस के लोग सदमे से बाहर निकले और देखे कि हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की सरकार बन चुकी
केबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा का कांग्रेस पर बड़ा तंज:बोले-कांग्रेस के लोग सदमे से बाहर निकले और देखे कि हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की सरकार बन चुकी हरियाणा के सहकारिता, जेल एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कांग्रेस की 8 सदस्यीय समीक्षा कमेटी को लेकर बड़ा तंज कसा है। अरविंद शर्मा ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की करारी हार हुई, लेकिन कांग्रेस फिर भी सोच रही थी कि वे जीतने वाले थे, लेकिन हार गए। कांग्रेस अभी तक भी उस सदमें से बाहर नहीं निकल पाई है, क्योंकि कांग्रेस ने खुद ही झूठ का पुलिंदा इतना बड़ा बना लिया था कि “हमारी सरकार आएगी, कांग्रेस की सरकार आएगी”, कांग्रेस के लोग अब तक इससे बाहर ही नहीं निकल पा रहे है। अब उनको पता ही नहीं लग रहा है कि भाजपा की तीसरी बार सरकार बन गई। नाबय सैनी मुख्यमंत्री बन गए, कांग्रेस को इस बात का पता ही नहीं है, वे अपनी धुन में है। इस सदमे से और बात से कांग्रेस के लोगों को बाहर आना चाहिए, अपनी आंखों पर लगे चश्मों को हटाकर उन्हें देखना चाहिए कि हरियाणा में 36 बिरादरी ने मिलकर तीसरी बार भाजपा की सरकार बन चुकी है और इसका ध्यान कांग्रेस को है या नहीं, यह मुझे समझ में नहीं आ रहा। यह बात उन्होंने सोमवार देर शाम को करनाल के कर्ण लेक पर आयोजित द्वितीय महाभारत सर्किट सम्मेलन के दौरान कहे। हिंदूओं का अपमान सहन नहीं किया जाएगा कनाड़ा के अंदर विरोध प्रदर्शनों के सवाल पर डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि अल्पसंख्यकों का जितना सम्मान अपने देश में है, उतना किसी देश में नहीं है। एक बात कह देना चाहता हूं कि कोई भी देश हो, जो हिंदूओं का अपमान करेगा या कर रहा है वह ज्यादा लंबा चलने वाला नहीं है, यह भी आगे आ जाएगा। टूरिज्म को बढ़ाना ही है लक्ष्य अरविंद शर्मा ने कहा कि करनाल में आयोजित द्वितीय महाभारत सर्किट सम्मेलन में का लक्ष्य टूरिज्म को बढ़ावा देना है। टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए इंटरनेशनल लेवल के ट्रैवलर्स को बुलाया गया है, यूटूबर्स को बुलाया गया है, इलेक्ट्रोनिक्स मीडिया, प्रिंट मीडिया, होटलर्स है, इन सबकी के साथ कुरूक्षेत्र सर्किट की मीटिंग रखी गई है। कुरूक्षेत्र में जो जो प्वाइंट आते है उन सबको मिलाकर एक सर्किट तैयार किया गया है। जिसका मकसद है, इस सर्किट में ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु आए, पर्यटक आए और लोगों की संख्या बढ़े तथा हरियाणा में टूरिज्म को बढ़ावा मिले। जैसे अयोध्या में भगवान श्रीराम की स्थली है, ऐसे ही कुरूक्षेत्र भगवान कृष्णा की स्थली है। यहीं पर गीता का उपदेश दिया गया था। इसके अतिरिक्त गीता मुनि ज्ञानानंद जी महाराज ने भी विश्व स्तर पर भगवत गीता का प्रचार प्रसार किया है। आज ऐसा समय है कि हर घर और हर पॉकेट में भगवत गीता मिलती है।
करनाल में एरिया मैनेजर किया सुसाइड:बड़ी कंपनी में काम करता था युवक, काम के प्रेशर की बात आई सामने
करनाल में एरिया मैनेजर किया सुसाइड:बड़ी कंपनी में काम करता था युवक, काम के प्रेशर की बात आई सामने हरियाणा के करनाल में एक युवक ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। युवक एक कंपनी में काम किया करता था। युवक काफी हंसमुख था। किसी को भी यकीन नहीं था कि युवक ऐसा कदम उठा सकता है। आज घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक की पहचान 31 वर्षीय कर्ण के रूप में हुई है। कर्ण वर्मा करनाल की सिग्नेचर ग्लोबल सोसाइटी में दूसरे फ्लोर पर अपनी मां के साथ रहता था। मंगलवार को उसने अपने कमरे में सुसाइड कर लिया। जब उसकी मां सपना कमरे के अंदर पहुंची तो बेटे को लटका देख सुध बुध खो बैठी। बेटे को देख मां की चीखे निकल आई। जिसे सुनकर आसपास के लोग दूसरे फ्लोर पर पहुंचे तो कर्ण के सुसाइड की खबर से हैरान रह गए। क्रॉम्पटन कंपनी में था एरिया मैनेजर मृतक की मां सपना ने बताया कि वह मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले है। बचपन में ही कर्ण के पिता की मौत हो गई थी। जिसके बाद मैंने ने अपने बेटे को पाल पोष कर बढ़ा किया। अब करीब 3 माह पहले ही वह कंपनी ने उसके बेटे कर्ण का ट्रांसफर करनाल में कर दिया। वह क्रॉम्पटन कंपनी में सेल्स एरिया मैनेजर के पर तैनात था। उस पर काम का बहुत प्रेशर था, जिसके चलते वह काफी परेशान रहता था। अक्सर व कंपनी के प्रेशर के काम को लेकर मुझे व आसपास के लोगों को बताता था। मां बना रही थी कढ़ी पकोड़ा मृतक की मां सपना ने बताया कि आज सुबह 9 बजे कर्ण बाहर का चक्कर लगाकर वापस घर आ गया था। उस वक्त मैं कढ़ी के लिए पकौड़े बना रही थी। कर्ण ने आकर पहले पानी पिया। कर्ण प्याज के पकौड़े खाता था, और मैं उससे पूछने के लिए जा ही रही थी कि वह प्याज के पकौड़े खा लेगा या नहीं, इस दौरान सोसाइटी में नीचे रहने वाली पड़ोसन आ गई, उसने कहा कि आंटी मेरे सिर में दर्द है, मुझे कोई गोली दे दो। मैने उसको गोली दी और मैं कर्ण के कमरे की तरफ चली गई। दरवाजा बंद था, मैंने दरवाजा खटखटाया लेकिन नहीं खोला। मैं पिछले दरवाजे से अंदर गई, तो कर्ण पंखे से लटका हुआ था। 16 अक्टूबर को था बर्थडे मृतक की मां सपना ने बताया कि कर्ण का कल यानी 16 अक्टूबर को जन्मदिन था और जन्मदिन से पहले ही उसने ऐसा कदम उठा लिया। पड़ोसी धर्मेंद्र और सुनील ने बताया कि कर्ण बताता था कि काम का बहुत प्रेशर है। जिसकी वजह से वह परेशान रहता था। जब भी किसी का बर्थडे होता है तो सोसाइटी वाले मिलकर बर्थडे मनाते है, और कर्ण के जन्मदिन की पार्टी को लेकर भी खुशी का माहौल था, लेकिन यह माहौल गम में बदल गया। मां ने बताया कि जब कर्ण छोटा था तो उसके पिता की मौत हो गई थी। जिसके बाद से ही उसने अपने बच्चों को पाला। पुलिस जुटी जांच में सूचना के बाद मौके पर पहुंचे सदर थाना के जांच अधिकारी ने बताया कि युवक कर्ण ने फंदा लगाकर आत्महत्या की है। शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों हवाले कर दिया।