फरीदाबाद में निवर्तमान कैबिनेट मंत्री और बल्लभगढ़ से बीजेपी उम्मीदवार मूलचंद शर्मा ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 40 साल से युवाओं पर कुठाराघात हो रहा था, जिससे भाजपा ने निजात दिलाई है। शर्मा ने कहा कि बीजेपी सरकार ने हरियाणा में बिना पर्ची बिना खर्ची के नौकरी देने का सिस्टम लागू किया है। नौकरी के नाम पर युवाओं से पैसे लेने वाले दलालों की दुकानें अब बंद हो गई हैं। उन्होंने हरियाणा में भाजपा की तीसरी बार सरकार बनने का दावा करते हुए कहा की हिंदुस्तान की जनता कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगी। हरियाणा का हर दसवां जवान भारतीय सेना में है, आज शिक्षित बच्चे योग्यता के आधार पर नौकरियों पा रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की रैलियों में पाकिस्तान जिंदाबाद, कश्मीर में आतंकियों को रिहा करने जैसे विवादित बयानों पर भी कांग्रेस को घेरा है। उन्होंने कह की भाजपा का लक्ष्य हरियाणा को विकसित राज्य और देश को विकसित राष्ट्र बनाना है। फरीदाबाद में निवर्तमान कैबिनेट मंत्री और बल्लभगढ़ से बीजेपी उम्मीदवार मूलचंद शर्मा ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 40 साल से युवाओं पर कुठाराघात हो रहा था, जिससे भाजपा ने निजात दिलाई है। शर्मा ने कहा कि बीजेपी सरकार ने हरियाणा में बिना पर्ची बिना खर्ची के नौकरी देने का सिस्टम लागू किया है। नौकरी के नाम पर युवाओं से पैसे लेने वाले दलालों की दुकानें अब बंद हो गई हैं। उन्होंने हरियाणा में भाजपा की तीसरी बार सरकार बनने का दावा करते हुए कहा की हिंदुस्तान की जनता कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगी। हरियाणा का हर दसवां जवान भारतीय सेना में है, आज शिक्षित बच्चे योग्यता के आधार पर नौकरियों पा रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की रैलियों में पाकिस्तान जिंदाबाद, कश्मीर में आतंकियों को रिहा करने जैसे विवादित बयानों पर भी कांग्रेस को घेरा है। उन्होंने कह की भाजपा का लक्ष्य हरियाणा को विकसित राज्य और देश को विकसित राष्ट्र बनाना है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कैथल में तीन युवकों की सड़क हादसे में मौत:फौजी दोस्त को छोड़ने जा रहे थे चंडीगढ़, स्कॉर्पियो गाड़ी की ट्रक से टक्कर हरियाणा के कैथल जिला में अपने गांव सतनाली जिला महेंद्रगढ़ से अपने दोस्त फौजी परमिंद्र को चंडीगढ़ छोड़ने जा रहे थे, तभी रात करीब 2 बजे कैथल के गांव करोड़ा के पास निकल रहे नेशनल हाईवे 152-डी पर उनकी स्कार्पियो गाड़ी की ट्रक के साथ टक्कर लगी और तीनों के मौके पर ही मौत होगी। मरने वालों में 35 वर्षीय कृष्ण, 25 वर्षीय सुदीप और 32 वर्षीय परविंद्र फौजी है। बारिश में धीरे-धीरे चल रहा था ट्रक जांच अधिकारी रामवीर शर्मा ने बताया कि परविंदर युवक भारतीय सेवा में लगा हुआ था, जो अपने घर छुट्टी पर आया हुआ था। वीरवार देर रात अपने दोस्तों के साथ स्कार्पियो गाड़ी में चंडीगढ़ की तरफ जा रहे थे। तेज बारिश के कारण रास्ते में एक ट्रक धीरे-धीरे चल रहा था, तभी अचानक उनकी गाड़ी की टक्कर हाईवे पर चल रहे ट्रक से हो गई और मौके पर ही तीनों युवकों को मौत हो गई। फिलहाल तीनों युवकों के शव को जिला नागरिक अस्पताल लाया गया है। वहीं मामले की जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को सूचित करते हुए अपनी आगामी कार्रवाई को शुरू कर दिया है। (देखिये घटना से संबंधित कुछ फोटो)
जींद में महिला टीचर का शारीरिक-मानसिक शोषण:प्रिंसिपल ने होटल में खाना खिलाने को बोला; शिक्षक के खिलाफ नहीं दी थी गवाही
जींद में महिला टीचर का शारीरिक-मानसिक शोषण:प्रिंसिपल ने होटल में खाना खिलाने को बोला; शिक्षक के खिलाफ नहीं दी थी गवाही हरियाणा के जींद शहर में सरकारी महिला टीचर ने प्रिंसिपल पर शारीरिक और मानसिक शोषण के आरोप लगाए हैं। पीड़िता कहना है कि शिक्षा विभाग और प्रशासन प्रिंसिपल पर कार्रवाई करने की बजाय उसको बचाने में लगे हैं। डेढ़ साल से प्रिंसिपल उस पर दबाब बना रहा है कि वह एक टीचर के खिलाफ बयान दे, जबकि उसे मामले को जानकारी तक नहीं थी। प्रिंसिपल ने उसे होटल ले जाकर खाना खिलाने को कहा। प्रिंसिपल ने आरोपों को झुठलाया है। शिकायतकर्ता अध्यापिका ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले स्कूल में प्रिंसिपल ने एक शिक्षक के खिलाफ किसी मामले को लेकर पुलिस को शिकायत दी थी। प्रिंसिपल उस पर शिक्षक के खिलाफ बयान देने के लिए दबाव बना रहा था। वह उस शिक्षक के मामले के बारे में नहीं जानती थी, इसलिए उसने बयान देने से मना कर दिया। इस पर प्रिंसिपल उससे रंजिश रखने लगा। कहीं नहीं हो रही सुनवाई
उसने बताया कि करीब सवा साल पहले प्रिंसिपल ने उससे कहा कि वह उसे होटल में खाना खिलाने के लिए लेकर चले। इसकी रिकार्डिंग भी उसके पास है। जो पुलिस को दी गई है। पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। मई 2023 में उसने शिक्षा विभाग की एक अधिकारी को मौखिक शिकायत दी। उस पर भी कार्रवाई नहीं की गई। 29 जनवरी 2024 को उसने डीसी को शिकायत दी। डीसी ने तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी को कार्रवाई के लिए ये शिकायत भेज दी। लेकिन यहां भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसके बाद डीसी ने जिला परिषद की तत्कालीन सीईओ डा. किरण सिंह को जांच दी थी। सीईओ की अध्यक्षता में स्थानीय शिकायत कमेटी गठित की गई थी। लेकिन अब तक इस कमेटी ने जांच की कोई रिपोर्ट नहीं दी है। जब तक कमेटी की जांच पूरी नहीं होती, आगे कोई कार्रवाई नहीं होगी।शिक्षिका की तरफ से 5 जून को महिला आयोग को भी शिकायत दी थी। महिला आयोग ने ये शिकायत एसपी को भेज दी थी। शिक्षिका ने बताया कि वह अब तक क्या जांच हुई, इसको लेकर सीएम विंडो भी लगा चुकी है। इसी बीच सीईओ का ट्रांसफर हो गया और इस मामले में कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाई। प्रिंसिपल बोले- झूठे हैं आरोप, एक शिक्षक रच रहा साजिश
महिला शिक्षिका के आरोपों पर प्राचार्य का कहना है कि शिक्षिका की तरफ से लगाए गए आरोप गलत हैं। वे दिव्यांग हैं और दूसरे व्यक्ति पर निर्भर हैं। शिक्षिका ने जो आरोप लगाए हैं, उनकी जांच शिक्षा विभाग की तरफ से आई टीम भी कर चुकी है। जिसमें कुछ नहीं पाया गया है। एक शिक्षक जिसके खिलाफ किसी मामले में उसने शिकायत दी थी, ये मामला कोर्ट में भी चल रहा है। वही शिक्षक एक व्यक्ति के साथ मिलकर उसके साथ साजिश के तहत ये सब करवा रहा है।
एडीसी ने कहा-महिला अधिकारी ही करेंगी सुनवाई
एडीसी एवं सीईओ विवेक आर्य ने बताया कि महिला शोषण से संबंधित मामले की जांच के लिए जो स्थानीय शिकायत कमेटी गठित की जाती है। उसकी अध्यक्ष महिला अधिकारी ही होती हैं। तत्कालीन मुख्य कार्यकारी डा. किरण सिंह फिलहाल उचाना एसडीएम हैं। वे ही इस मामले को देखेंगी। एक बार सुनवाई के बाद हो गई थी ट्रांसफर : डा. किरण सिंह
उचाना की एसडीएम डा. किरण सिंह ने बताया कि इस मामले में दोनों पक्षों को बुलाकर एक बार ही सुनवाई हुई थी। उसी दौरान उनकी सीईओ के पद से ट्रांसफर हो गई थी। अगर उनके पास ये मामला आता है, तो आगे की जांच कर रिपोर्ट दी जाएगी। कमेटी में शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागों से महिला अधिकारी, वकील सहित छह सदस्य हैं।