भास्कर न्यूज | रेवाड़ी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रेवाड़ी से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव ने विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान चलाया। इनमें पैदयावास, शहबाजपुर खालसा, बैरियावास, काठूवास, भुडला, संगवाडी, लाधुवास गुर्जर, साल्हावास और निखरी शामिल थे। यादव ने निवासियों से मुलाकात की और समस्याएं जानी। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य रेवाड़ी को एक आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाना है, जहां प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण जीवन जीने का अवसर मिले। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य रेवाड़ी को एक आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाना है। हम सामूहिक प्रयासों से इस क्षेत्र को विकास के नए शिखर पर ले जाएंगे। कैप्टन हाउस पर हमला बोलते हुए सतीश यादव ने कहा कि एक परिवार यहां वर्षों से राज कर रहा है। कांग्रेस प्रत्याशी कहता है कि मेरे दादा 3 बार, पिता 6 बार व एक बार वह स्वयं विधायक रहे। यादव ने कहा कि इसके बावजूद भी रेवाड़ी की दुर्दशा सुधारने की बजाय गर्त में धकेल दिया। बता दें कि 21 सितंबर को पंजाब के सीएम भगवंत मान व उसके बाद 29 सितंबर को अरविंद केजरीवाल प्रचार के लिए रेवाड़ी आएंगे। भास्कर न्यूज | रेवाड़ी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रेवाड़ी से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव ने विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान चलाया। इनमें पैदयावास, शहबाजपुर खालसा, बैरियावास, काठूवास, भुडला, संगवाडी, लाधुवास गुर्जर, साल्हावास और निखरी शामिल थे। यादव ने निवासियों से मुलाकात की और समस्याएं जानी। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य रेवाड़ी को एक आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाना है, जहां प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण जीवन जीने का अवसर मिले। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य रेवाड़ी को एक आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाना है। हम सामूहिक प्रयासों से इस क्षेत्र को विकास के नए शिखर पर ले जाएंगे। कैप्टन हाउस पर हमला बोलते हुए सतीश यादव ने कहा कि एक परिवार यहां वर्षों से राज कर रहा है। कांग्रेस प्रत्याशी कहता है कि मेरे दादा 3 बार, पिता 6 बार व एक बार वह स्वयं विधायक रहे। यादव ने कहा कि इसके बावजूद भी रेवाड़ी की दुर्दशा सुधारने की बजाय गर्त में धकेल दिया। बता दें कि 21 सितंबर को पंजाब के सीएम भगवंत मान व उसके बाद 29 सितंबर को अरविंद केजरीवाल प्रचार के लिए रेवाड़ी आएंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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फरीदाबाद में बीजेपी प्रत्याशी का कांग्रेस पर हमला:सैलजा को जाति सूचक शब्द कहकर किया अपमानित, सीएम पद के लिए करें घोषित
फरीदाबाद में बीजेपी प्रत्याशी का कांग्रेस पर हमला:सैलजा को जाति सूचक शब्द कहकर किया अपमानित, सीएम पद के लिए करें घोषित हरियाणा के फरीदाबाद जिले में पूर्व कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के प्रत्याशी विपुल गोयल ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस में महिलाओं का सम्मान नहीं किया जाता। जिस तरह से कांग्रेस के नेता ने कांग्रेस की बड़ी और सम्मानित नेत्री कुमारी सैलजा को जाति सूचक शब्द कहकर संबोधित किया। इससे साफ पता चलता है कि कांग्रेस में ना केवल दलितों का सम्मान है और न ही महिलाओं का सम्मान है। जिस तरीके से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा में ओबीसी चेहरे को मुख्यमंत्री घोषित किया है। यदि कांग्रेस में दम है, तो वह कुमारी शैलजा को यानी दलित चेहरे को सीएम पद के लिए घोषित करें। खर्ची के बदले पर्ची देकर दी नौकरी वही विपुल गोयल ने कांग्रेस के दो पूर्व विधायक को और मौजूदा कांग्रेस के प्रत्याशियों द्वारा दिए गए विवादित बयान को लेकर घेरते हुए कहा कि कांग्रेस का एक विधायक 50 वोट पर एक नौकरी देने की बात कह रहा है। इससे साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस ने जो अपने पुराने शासनकाल में लोगों को खर्ची के बदले पर्ची देकर नौकरियां दी थी। यह वही दोबारा करने वाले हैं। लूट और भ्रष्टाचार की राजनीति शासनकाल में लोगों को अपने बच्चों की नौकरियां लगवाने के लिए नेताओं की चाकरी करनी पड़ती थी। उनकी खिड़कियों के बाहर खड़े रहना पड़ता था, लेकिन बीजेपी के आने के बाद हर शिक्षक और युवा को काबिलियत के आधार पर बिना खर्ची और पर्ची के नौकरी दी गई। कहा कि दूसरा विधायक कह रहा है कि यदि वह विधायक बनते हैं, तो पहले अपना और अपने रिश्तेदारों का घर भरेंगे, फिर दूसरों के बारे में सोचेंगे। इससे साफ हो जाता है कि कांग्रेस केवल लूट और भ्रष्टाचार की राजनीति करती है उसके पास आम लोगों के हितों के लिए कुछ नहीं है। बीजेपी घोषणा नहीं, संकल्प पत्र जारी करती है वही विपुल गोयल ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस केवल घोषणा करती है, जिन्हें पूरा नहीं करती। बीजेपी घोषणा नहीं करती, बीजेपी ने संकल्प पत्र जारी किया है और बीजेपी जिस संकल्प को लेती है उसे पूरा करती है। जैसा कि हमने पिछले 10 सालों की सरकार में किया है । इस बार भी उनके संकल्प पत्र में महिलाओं, बच्चों से लेकर हर वर्ग के हितों का ध्यान किया गया है।
सोनीपत में जिम संचालक को मारी गोलियां:प्रॉपर्टी डीलर दोस्त के दफ्तर आया था; रंजिश में बाहर बुला कर की फायरिंग
सोनीपत में जिम संचालक को मारी गोलियां:प्रॉपर्टी डीलर दोस्त के दफ्तर आया था; रंजिश में बाहर बुला कर की फायरिंग हरियाणा के सोनीपत में बीती रात को एक जिम संचालक को गोली मार दी गई। उसे दो गालियां लगी हैं। उसकी हालत गंभीर है और दिल्ली के अस्पताल में इलाज चल रहा है। वारदात पुरानी रंजिश के चलते हुई है। कुंडली थाना पुलिस केस दर्ज कर इसमें छानबीन कर रही है। कुंडली के रहने वाले नवीन के अनुसार वह कुंडली गांव में जिम चलाता है। रविवार देर शाम को वह प्रॉपर्टी डीलर के कार्यालय में अपने दोस्त अर्पित से मिलने गया था। अर्पित का प्याऊ मनियारी स्थित पेपर मिल कॉलोनी के पास शिवा प्रॉपर्टी के नाम से कार्यालय है। इसी दोरान वहां एक युवक अमन अपने साथियों के आ गया। नवीन का दो दिन पहले ही अमन के साथ झगड़ा हुआ था। उसने तब देख लेने की धमकी दी थी। आवाज देकर दफ्तर से बाहर बुलाया नवीन ने बताया कि अमन ने आवाज देकर उसे कार्यालय से बाहर बुलाया। उसके 7- 8 साथी हाथों में डंडे व अन्य हथियार लिए हुए थे। उसके बाहर आते ही अमन व उसके साथियों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी। उस पर पांच गोलियां चलाई गई। एक गोली नवीन के पेट व दूसरी पैर में लगी। प्रॉपर्टी डीलर के दफ्तर के शीशे भी गोलियां लगने से टूट गए। इसके बाद बदमाश हथियार लहराते हुए मौके से फरार हो गए। पुलिस ने शुरू की छानबीन अर्पित, राहुल व अन्य ने गोली लगने से घायल नवीन को नरेला के सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने उसे दाखिल कर इलाज शुरू किया। बाद में उसे वहां से रेफर कर दिया गया। इस बीच थाना कुंडली पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। फोरेंसिक टीम को भी सबूत जुटाने के लिए बुलाया गया। हत्या के प्रयास का केस दर्ज कुंडली थाना के एसआई महेंद्र के अनुसार पुलिस ने बयान दर्ज कर अमन व उसके साथियों पर हत्या के प्रयास व अन्य धारा 109 (1), 190, 191(3), 324(4) BNS 25/27-54-59 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस अभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। जांच जारी है।
हरियाणा में कैंडिडेट सिलेक्शन के लिए 3 सर्वे करेगी कांग्रेस:प्रभारी से मीटिंग में फैसला; नेताओं, प्राइवेट एजेंसी के बाद हाईकमान भी फील्ड में आएगा
हरियाणा में कैंडिडेट सिलेक्शन के लिए 3 सर्वे करेगी कांग्रेस:प्रभारी से मीटिंग में फैसला; नेताओं, प्राइवेट एजेंसी के बाद हाईकमान भी फील्ड में आएगा हरियाणा में अक्टूबर-नवंबर महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने तैयारियां तेज कर दी हैं। लोकसभा चुनाव में विधानसभा की 90 में से 46 सीटों पर बढ़त मिली देख कांग्रेस ने इंटरनल सर्वे शुरू कर दिया है। जिसमें जिताऊ उम्मीदवारों की खोज की जा रही है। कांग्रेस का यह सर्वे हर विधानसभा में होगा। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस उम्मीदवार फाइनल करने के लिए 3 सर्वे कराएगी। पहला सर्वे कांग्रेस की जिला स्तर की कमेटी करेगी। दूसरा सर्वे प्राइवेट एजेंसी से कराया जाएगा। तीसरा और फाइनल सर्वे AICC की टीम करेगी। सर्वे के दौरान कांग्रेस हरियाणा के जातीय समीकरणों का भी पूरा ध्यान रखेगी। लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने इसी तरह सर्वे कराया था। जिसकी वजह से 2019 में जीरो सीट के मुकाबले इस पर कांग्रेस 5 सीटें जीतने में कामयाब रहीं। कांग्रेस का मानना है कि इसी सर्वे की बदौलत उन्हें मजबूत उम्मीदवार मिले। 2 सर्वे पूरे होने के बाद मांगे जाएंगे आवेदन
कांग्रेस की ओर से 2 सर्वे पूरे होने के बाद विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों से आवदेन मांगे जाएंगे। आवेदन के आधार पर ही अंत में एक फाइनल सर्वे आल इंडिया कांग्रेस कमेटी की ओर से किया जाएगा। इस सर्वे में सोशल इंजीनियरिंग के फार्मूले को ध्यान में रखा जाएगा। कांग्रेस इस बार भी भाजपा की लिस्ट आने के बाद ही जांच परख कर उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है। हरियाणा में इस बार कांग्रेस को विश्वास है कि वह 70 से अधिक सीटें जीत सकती है। लोकसभा की तरह विधानसभा चुनाव लड़ेगी
कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तर्ज पर ही हरियाणा में विधानसभा चुनाव लड़ेगी। इसके संकेत कांग्रेस ने अभी से दे दिए हैं। लोकसभा की तरह की भूपेंद्र सिंह हुड्डा व प्रदेश प्रभारी कार्यकर्ता सम्मेलन कर रहे हैं। इसके समानांतर ही सर्वे शुरू हुआ है। इसके अलावा स्टार प्रचारकों में भी प्रदेश के नेताओं को शामिल किया जाएगा। इस बार उन उम्मीदवारों का टिकट कटना तय है जिसकी रिपोर्ट लोकसभा चुनाव में नेगेटिव रही है। ऐसे नेताओं की अलग से सूची तैयार हो रही है। ऐसे में बड़े नेताओं को झटका लग सकता है। प्रभारी के फीडबैक में करनाल-भिवानी की सबसे खराब रिपोर्ट
हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने मंगलवार को हरियाणा लोकसभा चुनावों को लेकर उम्मीदवारों से मंत्रणा की थी। बाबरिया ने बैठक न करके एक-एक कर उम्मीदवारों व जीतकर आए सांसदों से बातचीत की। प्रदेश प्रभारी को सबसे खराब रिपोर्ट भिवानी, करनाल की मिली है। यहां के उम्मीदवारों ने भीतरघात की रिपोर्ट दी। वहीं हिसार के सांसद जयप्रकाश जेपी ने भी भीतरघात की बात स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि हिसार के बड़े नेताओं ने साथ नहीं दिया। अगर वे साथ होते तो जीत का मार्जिन और बड़ा होता। इतना ही नहीं कुछ नेताओं के भाजपा प्रत्याशी की मदद करने की बात रिपोर्ट में कही गई है। इसी तरह गुरुग्राम में भी स्थानीय नेताओं के अहीरवाल क्षेत्र में साथ नहीं देने की बात सामने आई है। हाईकमान को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी की ओर से बनाई गई रिपोर्ट कांग्रेस हाई कमान को सौंपी जाएगी। बाबरिया ने उम्मीदवारों से आगामी विधानसभा के संभावित नामों पर चर्चा भी की ओर उनकी तरफ से हर विधानसभा में कौन बेहतर उम्मीदवार हो सकता है, उनके नाम भी पूछे। वहीं चुनाव में बढ़चढ़ कर काम करने वाले नेताओं और काम न करने वाले नेताओं व भीतरघात करने वालों के नाम भी उम्मीदवारों ने बताए। प्रभारी से मीटिंग में कांग्रेस की 5 सीटों पर हार की ये वजहें… गुटबाजी भारी पड़ी हरियाणा कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि 2 सीटों पर उन्हें गुटबाजी की वजह से नुकसान हुआ। भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर MLA किरण चौधरी और गुरुग्राम में पूर्व कैबिनेट मंत्री कैप्टन अजय यादव ने टिकट कटने के बाद अपनी नाराजगी खुलकर जताई। किरण चौधरी ने तो हुड्डा कैंप पर उनकी सियासी हत्या की साजिश रचने जैसे आरोप तक लगा डाले। इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार राव दान सिंह की हार का अंतर 41 हजार 510 वोट रहा। भिवानी जिले की 3 में से 2 सीटों पर भाजपा को लीड मिली। इनमें किरण चौधरी की तोशाम सीट शामिल रही। अगर पार्टी के नेता एकजुटता दिखाते तो यहां रिजल्ट कांग्रेस के पक्ष में भी आ सकता था। गुरुग्राम सीट पर भी यही कहानी रही। यहां कांग्रेस कैंडिडेट राज बब्बर 75 हजार वोट से हारे। लालू यादव के समधी कैप्टन अजय यादव इस सीट पर लंबे अर्से से एक्टिव थे लेकिन पार्टी ने ऐन मौके पर उनकी जगह राज बब्बर को टिकट थमा दिया। इससे कैप्टन नाराज हो गए। राज बब्बर की इलेक्शन कैंपेनिंग के दौरान अजय यादव बहुत कम मौकों पर नजर आए। फरीदाबाद सीट पर भी टिकट न मिलने के कारण पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समधी करण दलाल की नाराजगी देखने को मिली। पार्टी के भीतर चौधर की लड़ाई
लोकसभा चुनाव में कांग्रेसी नेताओं के बीच चलने वाली चौधर की लड़ाई भी जमकर देखने को मिली। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह शुरू से आखिर तक बांगर बेल्ट में हिसार के उम्मीदवार जयप्रकाश जेपी का सक्रियता से प्रचार करते नजर नहीं आए। हालांकि चुनाव नतीजों में बीरेंद्र सिंह के गढ़ उचाना से ही जेपी को सबसे बड़ी लीड मिली। जयप्रकाश जेपी के हुड्डा कैंप से जुड़े होने के कारण सैलजा, किरण चौधरी और रणदीप सुरजेवाला की तिकड़ी ने हिसार में एक सभा तक नहीं की। सैलजा सिरसा तक सिमटी रही तो रणदीप सिरसा के अलावा कुरुक्षेत्र एरिया में एक्टिव रहे।