कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ हिमाचल प्रदेश के छोटा शिमला पुलिस थाना में भारतीय जनता पार्टी गुरुवार को शिकायत लेकर पहुंची। BJP अनुसूचित जाति मोर्चा ने राहुल गांधी के खिलाफ FIR करने की मांग की है। अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश डोगरा ने कहा कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली दी है। उन्होंने ऐसा एक बार नहीं बल्कि अनेक बार किया है। इससे न केवल प्रधानमंत्री बल्कि देश की छवि को भी खराब किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने भी यह बात पत्र लिखकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के ध्यान में लाई है। उन्होंने कहा, जिस प्रकार राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को गालियां दी है, वह उसकी निंदा करते हैं। FIR नहीं की तो पूरे प्रदेश में होंगे प्रदर्शन आज उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर की मांग की है। यदि ऐसा नहीं किया गया तो पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ओबीसी और आरक्षण खत्म करने की बात कर रहे हैं। कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ हिमाचल प्रदेश के छोटा शिमला पुलिस थाना में भारतीय जनता पार्टी गुरुवार को शिकायत लेकर पहुंची। BJP अनुसूचित जाति मोर्चा ने राहुल गांधी के खिलाफ FIR करने की मांग की है। अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश डोगरा ने कहा कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली दी है। उन्होंने ऐसा एक बार नहीं बल्कि अनेक बार किया है। इससे न केवल प्रधानमंत्री बल्कि देश की छवि को भी खराब किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने भी यह बात पत्र लिखकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के ध्यान में लाई है। उन्होंने कहा, जिस प्रकार राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को गालियां दी है, वह उसकी निंदा करते हैं। FIR नहीं की तो पूरे प्रदेश में होंगे प्रदर्शन आज उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर की मांग की है। यदि ऐसा नहीं किया गया तो पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ओबीसी और आरक्षण खत्म करने की बात कर रहे हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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राहुल गांधी को पांचवीं पंक्ति में बैठाने पर बवाल:विक्रमादित्य बोले- लोकतंत्र को खंडित करती है ऐसी मानसिकता, यह नेता प्रतिपक्ष नहीं पूरे देश का अपमान
राहुल गांधी को पांचवीं पंक्ति में बैठाने पर बवाल:विक्रमादित्य बोले- लोकतंत्र को खंडित करती है ऐसी मानसिकता, यह नेता प्रतिपक्ष नहीं पूरे देश का अपमान दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को पांचवीं पंक्ति में बैठाए जाने पर बवाल मच गया है। हिमाचल के लोक निर्माण मंत्री (PWD) विक्रमादित्य सिंह ने भी सोशल मीडिया पर इस पर निशाना साधा है। उन्होंने राहुल गांधी को पिछली पंक्ति में बैठाए जाने को देश का अपमान बताया है। विक्रमादित्य ने लिखा, राहुल गांधी लोकसभा के विपक्ष के नेता हैं, जिनका प्रोटोकॉल केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के बराबर है। फिर भी लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में उन्हें पांचवीं पंक्ति में बैठाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। अंत में उन्होंने लिखा, ऐसी मानसिकता लोकतंत्र को खंडित करती है और हमारे देश के हित में नहीं है। दरअसल, पिछले कल दिल्ली में राहुल गांधी को पांचवीं पंक्ति में बिठाया गया। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भी पांचवीं पंक्ति में ही सीट रिजर्व थी। हालांकि खड़गे कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। मगर नेता प्रतिपक्ष को पांचवीं पंक्ति में बिठाने से कांग्रेस आग बबूला है। सोशल मीडिया में भी इसे लेकर नई बहस छिड़ गई है। कांग्रेस आग बबूला नेता प्रतिपक्ष को भारतीय ऑलंपिक टीम के पीछे बिठाया गया। कांग्रेस जानबूझकर राहुल गांधी का अपमान करने का आरोप लगा रही है। पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, छोटे मन के लोगों से बड़ी चीजों की उम्मीद करना बेमानी है। नेता प्रतिपक्ष को स्वतंत्रता दिवस के समारोह में पांचवीं लाइन में बिठा कर सरकार ने अपनी कुंठा जगजाहिर की। इससे राहुल गांधी को कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा, नेता प्रतिपक्ष का दर्जा कैबिनेट मंत्री का होता है। सरकार के मंत्री पहली पंक्ति में बैठे थे। इन लोगों को लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की कोई परवाह नहीं। राहुल गांधी पांचवीं पंक्ति में बैठें या 50वीं, वो जन नायक ही रहेंगे।
हिमाचल के नड्डा दूसरी बार बने केंद्रीय मंत्री:अनुराग के पिता से मतभेद के बाद छोड़ा हिमाचल, मोदी घर आते-जाते रहे, शाह के करीबी
हिमाचल के नड्डा दूसरी बार बने केंद्रीय मंत्री:अनुराग के पिता से मतभेद के बाद छोड़ा हिमाचल, मोदी घर आते-जाते रहे, शाह के करीबी हिमाचल से ताल्लुक रखने वाले जगत प्रकाश नड्डा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार में बतौर कैबिनेट मिनिस्टर शामिल किया है। BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर नड्डा इसी महीने 30 जून को अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करने जा रहे हैं। 2024 का लोकसभा चुनाव भाजपा ने उन्हीं की अगुवाई में लड़ा। हिमाचल के बिलासपुर से संबंध रखने वाले जेपी नड्डा इस समय गुजरात से राज्यसभा के मेंबर हैं। 2 दिसंबर 1960 को जन्मे नड्डा केंद्र सरकार में दूसरी बार मंत्री बने हैं। उन्हें मंत्री बनाकर पीएम मोदी ने हिमाचल के साथ-साथ गुजरात को भी साधने की कोशिश की है। 64 साल के नड्डा, नरेंद्र मोदी और अमित शाह दोनों के करीबी हैं। नड्डा की लाइफ का टर्निंग पॉइंट
हिमाचल में 2007 के विधानसभा में BJP को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद प्रेमकुमार धूमल दूसरी बार हिमाचल के CM बने। उनकी सरकार में नड्डा फॉरेस्ट मिनिस्टर बने, लेकिन उनका धूमल के साथ छत्तीस का आंकड़ा रहा। साल 2010 में नड्डा ने राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया और राज्यसभा सांसद बनकर दिल्ली शिफ्ट हो गए। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और संगठन में काम करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंच गए। धूमल सरकार से इस्तीफा देकर दिल्ली जाना नड्डा की लाइफ का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। मोदी का नड्डा के घर आना-जाना, शाह के खास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ष 1996 से 1998 तक हिमाचल प्रदेश भाजपा के प्रभारी रहे। नड्डा की उसी समय से उनसे नजदीकियां रही हैं। संगठन का काम करते हुए मोदी जब बिलासपुर जाते तो उनका नड्डा के घर आना-जाना रहता था। साल 2014 में भाजपा ने नरेंद्र मोदी को PM फेस घोषित किया। उसके बाद पार्टी ने जेपी नड्डा को चुनाव कैंपेनिंग की मॉनिटरिंग का जिम्मा सौंपा। नड्डा ने दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में रहते हुए पूरे देश में पार्टी की कैंपेनिंग की मॉनिटरिंग की। मोदी के अलावा वह अमित शाह के भी करीबी रहे हैं। BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर नड्डा का दूसरा कार्यकाल इसी महीने 30 जून को पूरा हो रहा है। इससे पहले ही उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया। पटना में जन्म, स्कूलिंग भी वहीं से
जेपी नड्डा का जन्म हिमाचल प्रदेश नहीं बल्कि बिहार के पटना में हुआ है। नड्डा के पिता नारायण लाल नड्डा पटना यूनिवर्सिटी में टीचर थे। नड्डा का पालन-पोषण और बीए तक की पढ़ाई पटना में ही हुई। एलएलबी के लिए उन्होंने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। बड़ा मंत्रालय मिलना तय
कैबिनेट मिनिस्टर बनने के बाद नड्डा को केंद्र में बड़ा पोर्टफोलियो मिलना भी लगभग तय है। वर्ष 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी ने नड्डा को अपनी सरकार में शामिल करते हुए स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा सौंपा था। 2019 में दूसरी बार भाजपा की सरकार बनने के बाद मोदी-शाह ने नड्डा को BJP का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया। अब मोदी ने नड्डा को फिर से अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है, ऐसे में उन्हें बड़ा मंत्रालय मिलना भी लगभग तय है। नड्डा के कारण अनुराग की छुट्टी
हिमाचल प्रदेश के कोटे से नड्डा के मंत्री बनने के साथ ही, हमीरपुर से 5वीं बार सांसद चुने गए अनुराग ठाकुर की केंद्रीय मंत्रिमंडल से छुट्टी हो गई। वर्ष 2019 में मोदी की अगुवाई वाली सरकार में केंद्रीय सूचना
एवं प्रसारण मंत्रालय संभालने वाले अनुराग ठाकुर इस बार भी मंत्रिपद के दावेदार थे लेकिन नड्डा के मिनिस्टर बन जाने के कारण वह चूक गए। हालांकि सूत्रों का कहना है कि अनुराग ठाकुर को अब भाजपा संगठन में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। जेपी नड्डा भी वर्ष 2010 में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री का दायित्व निभा चुके हैं। भाजपा ने तीसरी बार हिमाचल की चारों सीटें जीती
इस लोकसभा चुनाव में BJP ने एक बार फिर से क्लीन स्वीप करते हुए हिमाचल की चारों लोकसभा सीटें जीती है। 2014 और 2019 में भी पार्टी ने प्रदेश की चारों लोकसभा सीटें जीती थी। इस बार शिमला से सुरेश कश्यप, हमीरपुर से अनुराग ठाकुर, कांगड़ा से डॉ. राजीव भारद्वाज और मंडी से कंगना रनोट सांसद चुनी गईं हैं। चारों सांसद पिछले चार दिन से दिल्ली में ही हैं। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा से 3 मंत्री बनाने के पीछे विधानसभा चुनाव:जीटी रोड बेल्ट समेत 2 इलाके साधे, 50 विस सीटों पर नजर; नॉन जाट पॉलिटिक्स पर अडिग शूटर रहे राव तीसरी बार मोदी कैबिनेट में:मोदी के PM फेस बनने के 10 दिन बाद छोड़ी कांग्रेस, पिता से मिलने चप्पल में पहुंची थीं इंदिरा हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:सियासत की शुरुआत कॉलेज से, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में मोदी को बाइक पर घुमाने वाले खट्टर बने मंत्री:दिल्ली का दुकानदार पहले CM और अब केंद्रीय मंत्री बना, गरीबी के कारण नहीं बन पाए डॉक्टर
अमेरिकी महिला का निर्वासित तिब्बती सांसदों पर हमला:मैक्लोड़गंज में गाड़ी रोककर दी धमकी, हिरासत में महिला, सांसदों ने जताई चीन की साजिश की आशंका
अमेरिकी महिला का निर्वासित तिब्बती सांसदों पर हमला:मैक्लोड़गंज में गाड़ी रोककर दी धमकी, हिरासत में महिला, सांसदों ने जताई चीन की साजिश की आशंका हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के मैक्लोडगंज स्थित केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के हेड-ऑफिस के बाहर बीती शाम को अमेरिकी मूल की तिब्बती विदेशी महिला ने निर्वासित तिब्बती सांसद की गाड़ी रोककर हमला किया। हमले के पहले इंटेलिजेंस इनपुट के बाद पुलिस पहले से मौके पर मौजूद थी। इससे विदेशी महिला का निर्वासित तिब्बती सांसद पर हमला नाकाम हो गया। पुलिस ने हमला करने वाली महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। निर्वासित तिब्बती सांसदों पर यह हमला तिब्बतियों के सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा की हत्या के संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर की जा रही दुर्भावनापूर्ण टिप्पणियां के एक दिन बाद हुआ। हमलावर विदेशी महिला को हिरासत में लेकर जांच जारी है। पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार हमला करने वाली महिला तिब्बती मूल की अमेरिका नागरिक है। महिला के पासपोर्ट और वीजा की जांच की जा रही है। पुलिस पता लगा रही है कि महिला कब और किस इरादे से मैक्लोडगंज पहुंची। कांगड़ा की SP शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि महिला के हमले की मंशा का पता लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा, इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर पुलिस पहले से अलर्ट थी। इसलिए हमले को नाकाम किया गया। हमला करने वाली महिला अमेरिकी नागरिक है। उससे पूछताछ जारी है। मैक्लोडगंज में चल रहा निर्वासित तिब्बती सांसदों का अधिवेशन बता दें कि मैक्लोडगंज में इन दिनों 17वीं निर्वासित तिब्बती संसद का 8वां आम अधिवेशन चल रहा है। इसमें निर्वासित तिब्बतियों के चार्टर में चीन-तिब्बत संघर्ष के समाधान पर गहनता से विचार विमर्श चल रहा है। इस अधिवेशन के दौरान इस तरह की घटनाओं ने केंद्रीय तिब्बती प्रशासन की चिंता बढ़ा दी हैं। तिब्बत निर्वासित सांसद घटना के पीछे चीन की साजिश होने की भी शंका व्यक्त कर चुके हैं। इन घटनाओं के पीछे चीनी साजिश को पुख्ता करने वाले कई तथ्य सुरक्षा एजेंसियों को मिले हैं। दोरजे बोले- दलाई लामा के बारे में दुर्भावनापूर्ण टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण तिब्बती सांसद मिंग्युर दोरजी ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दलाई लामा के बारे में की जा रही दुर्भावनापूर्ण टिप्पणियों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जब भी वह ऐसी चीजों को देखते हैं, तो उन्हें बहुत परेशानी और दुख होता है। हमें ऐसी टिप्पणियां करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने दलाई लामा और निर्वासित सांसद पर हुए हमले पर चीनी साजिश की आशंका जताई है।