फतेहाबाद की टोहाना विधानसभा के चंद्रावल गांव में आज भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली की जनसभा में किसानों ने जमकर हंगामा किया। बबली ने उन्हें माइक थमाया तो उन्होंने गांव की समस्याएं उठाईं, जो पंचायत मंत्री रहते हुए गांव में बबली पूरी नहीं करवा पाए। जानकारी के मुताबिक, टोहाना से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र बबली आज भूना खंड के चंद्रावल गांव में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे, जहां सामान्य चौपाल में उनकी जनसभा चल रही थी। इस दौरान किसान रामस्वरूप, जितेंद्र, सतपाल के नेतृत्व में काफी संख्या में किसान मौके पर पहुंच गए और उन्होंने गांव की समस्याओं और किसानों की पुरानी मांगों को लेकर वहां हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा होते देख देवेंद्र बबली ने किसानों को माइक भिजवाया तो उन्होंने काफी खरी-खोटी सुनाई। जिसके बाद सभा को वहीं बंद कर बबली आगे के लिए रवाना हो गए। लोगों ने बताया कि गांव में जिम बनाने और लाइब्रेरी शुरू करने की घोषणा बतौर मंत्री बबली ने की थी। लेकिन काफी प्रयासों के बाद भी यह मांगें पूरी नहीं हुई। वे इसके लिए बबली के कार्यालय तक भी गए थे। गांव में खेत के पानी के मोगों का लेवल भी सही नहीं थे, इसको लेकर भी वे कई बार मांग उठा चुके थे। साथ ही किसान आंदोलन को लेकर किसानों की जो मांगें थी, उसको लेकर भी विरोध जताया गया था। फतेहाबाद की टोहाना विधानसभा के चंद्रावल गांव में आज भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली की जनसभा में किसानों ने जमकर हंगामा किया। बबली ने उन्हें माइक थमाया तो उन्होंने गांव की समस्याएं उठाईं, जो पंचायत मंत्री रहते हुए गांव में बबली पूरी नहीं करवा पाए। जानकारी के मुताबिक, टोहाना से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र बबली आज भूना खंड के चंद्रावल गांव में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे, जहां सामान्य चौपाल में उनकी जनसभा चल रही थी। इस दौरान किसान रामस्वरूप, जितेंद्र, सतपाल के नेतृत्व में काफी संख्या में किसान मौके पर पहुंच गए और उन्होंने गांव की समस्याओं और किसानों की पुरानी मांगों को लेकर वहां हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा होते देख देवेंद्र बबली ने किसानों को माइक भिजवाया तो उन्होंने काफी खरी-खोटी सुनाई। जिसके बाद सभा को वहीं बंद कर बबली आगे के लिए रवाना हो गए। लोगों ने बताया कि गांव में जिम बनाने और लाइब्रेरी शुरू करने की घोषणा बतौर मंत्री बबली ने की थी। लेकिन काफी प्रयासों के बाद भी यह मांगें पूरी नहीं हुई। वे इसके लिए बबली के कार्यालय तक भी गए थे। गांव में खेत के पानी के मोगों का लेवल भी सही नहीं थे, इसको लेकर भी वे कई बार मांग उठा चुके थे। साथ ही किसान आंदोलन को लेकर किसानों की जो मांगें थी, उसको लेकर भी विरोध जताया गया था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में हैट्रिक के लिए BJP की मेगा प्लानिंग:21% दलित वोटर टारगेट, खट्टर को सौंपी जिम्मेदारी, महासम्मेलन में पकड़ेंगे ‘संकल्प का लोटा’
हरियाणा में हैट्रिक के लिए BJP की मेगा प्लानिंग:21% दलित वोटर टारगेट, खट्टर को सौंपी जिम्मेदारी, महासम्मेलन में पकड़ेंगे ‘संकल्प का लोटा’ हरियाणा विधानसभा चुनाव में सरकार की हैट्रिक के लिए BJP ने दलित वोटरों को रिझाने की मेगा प्लानिंग की है। इसके लिए BJP इसी महीने कुरूक्षेत्र में दलित महासम्मेलन करने जा रही है। इसकी जिम्मेदारी पूर्व CM और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर को दी गई है। खट्टर इस महासम्मेलन में मुख्य मेहमान होंगे। लोकसभा चुनाव में 21% दलित वोटरों ने भाजपा को बड़ा झटका दिया था। जिस वजह से भाजपा राज्य की 10 में से 2 रिजर्व सीट सिरसा और अंबाला हार गई। कुछ सीटों पर दलित वोटरों के जाट वोटरों संग जुड़ने से भाजपा मामूली अंतर से लोकसभा चुनाव हार गई। भाजपा को डर है कि अगर यही स्थिति विधानसभा में भी रही तो फिर तीसरी बार सरकार बननी मुश्किल हो जाएगी। सबसे पहले 2 हिस्सों में BJP की प्लानिंग जानिए 1. 17 रिजर्व सीटों पर फोकस, जिला-विधानसभा स्तर के सम्मेलन हो चुके
भाजपा ने इसके लिए 17 रिजर्व सीटों से शुरुआत की। जहां जिला और विधानसभा स्तर पर सम्मेलन किए जा चुके हैं। जिसमें दलितों को केंद्र-राज्य की स्कीमें बता उनके सुझाव लेकर नई राज्य सरकार से लागू कराने का भरोसा दिया जा रहा है। चूंकि इसकी अगुआई खट्टर कर रहे हैं, इसलिए उनके करीबी चीफ मीडिया कोऑर्डिनेटर सुदेश कटारिया को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। कटारिया खुद भी दलित वर्ग से ही संबंधित हैं। उनकी अगुआई में खट्टर की टीम को दलितों के प्रभाव वाली सीटों पर काम करने का टास्क दिया गया है। 2. 15 हजार लोग बुला दलित सम्मेलन, खट्टर को संकल्प लोटा देंगी
भाजपा कुरुक्षेत्र के दलित महासम्मेलन को बड़े स्तर पर करने जा रही है। इसमें 15 हजार से ज्यादा दलित समुदाय के लोग बुलाए जाएंगे। जिनमें 10 हजार पुरुष और 5 हजार महिलाओं को लाने का टारगेट रखा गया है। दलित समुदाय से सीधे कनेक्ट के लिए इसमें महिलाएं लोटा लेकर आएंगी। यह संकल्प लोटा महिलाएं महासम्मेलन के चीफ गेस्ट मनोहर लाल खट्टर को देंगी। भाजपा ने इस मुहिम को ‘मनोहर लाल का परिवार’ नाम दिया है। जिसे चुनाव में भी भुनाया जाएगा। भाजपा को दलितों की याद क्यों आई, 3 पॉइंट में समझें 1. लोकसभा में दोनों रिजर्व सीट हारे
हरियाणा में लोकसभा की 10 सीटें हैं। इनमें 2 सीटें रिजर्व हैं। कुछ महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा दोनों सीटें हार गई। सिरसा में कांग्रेस की कुमारी सैलजा ने भाजपा के अशोक तंवर को 2 लाख 68 हजार 497 वोटों से हरा दिया। अंबाला में भाजपा की बंतो कटारिया को कांग्रेस के MLA वरूण चौधरी से 49 हजार 36 वोटों हार मिली। 2. कांग्रेस 11 रिजर्व विधानसभा सीटें जीत गई, 2 पर AAP ने चौंकाया
राज्य की 10 लोकसभा सीटों के अधीन आती 90 विधानसभा सीटों में 17 SC वर्ग के लिए रिजर्व हैं। इसी साल के लोकसभा रिजल्ट को विधानसभा वाइज देखें तो इन 17 में भाजपा सिर्फ 4 ही जीत सकी। 11 पर कांग्रेस जीती तो 2 पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने भाजपा से बढ़त बनाकर चौंका दिया। 3. वोट शेयर में 5 साल में बड़ी गिरावट
मई में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को 46.06% वोट शेयर मिला। 2019 के लोकसभा चुनाव में वोट शेयर 58% था। 5 साल में वोट परसेंट में यह 11.06% की गिरावट रही। वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर 2019 में 28.42% के मुकाबले बढ़कर 43.73% हो गया। 5 साल में कांग्रेस का वोट शेयर 15.31% बढ़ा। दलित महासम्मेलन से भाजपा का मकसद क्या? दलित महासम्मेलन के जरिए भाजपा 3 बड़े मकसद को पाना चाहती है। पहला.. प्रदेश में 21% दलित वोटर है। राज्य में 17 सीटें दलित वर्ग के लिए रिजर्व हैं। ऐसे में भाजपा का सीधा निशाना यही सीटें हैं। इसके अलावा 35 सीटें ऐसी हैं, जहां दलित वोटरों का प्रभाव है। अगर वे किसी एक पार्टी के हक में हो जाएं तो फिर उनकी सीट जीतनी तय है। भाजपा इन्हें अपने पक्ष में या फिर एकजुटता को भी तोड़ना चाहती है। दूसरा.. कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में आरक्षण छीनने और संविधान बदलने का प्रचार किया। जिसका हरियाणा के दलित वोटरों पर बड़ा असर पड़ा। यही वजह है कि वे भाजपा से दूर हो गए। सम्मेलन के जरिए भाजपा कोशिश करेगी कि कांग्रेस की बातों को झूठा साबित करे। तीसरा.. लोकसभा चुनाव में 10 में से 5 सीटें हारने के बाद भाजपा की समीक्षा बैठक में सामने आया कि जाट और दलित वोटर उनके खिलाफ एकजुट हो गए। जिस वजह से वह रोहतक और सिरसा जैसी सीटों ढ़ाई से साढ़े 3 लाख वोटों से एकतरफा हार मिली। सोनीपत सीट महज 22 हजार से हार गए। कुरूक्षेत्र, गुरुग्राम और भिवानी-महेंद्रगढ़ हारते-हारते बचे। भाजपा इस एकजुटता को तोड़ना चाहती है। हरियाणा में 10 साल से सत्ता में भाजपा
हरियाणा में भाजपा लगातार 2 टर्म से सरकार चला रही है। 2014 में भाजपा ने विधानसभा की 90 में से 47 सीटें जीतकर अकेले बहुमत की सरकार बनाई। 2019 में भाजपा 40 सीटों पर सिमट गई लेकिन JJP के 10 विधायकों का साथ लेकर फिर सरकार बना ली। इस बार भाजपा के पास हैट्रिक लगाने का मौका है। केंद्रीय मंत्री खट्टर को ही जिम्मेदारी क्यों?
दलितों को मनाने का जिम्मा खट्टर को ही क्यों, इसकी वजह ये है कि खट्टर साढ़े 9 साल हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। लगातार 2 टर्म में भाजपा की सरकार ने उनकी अगुआई में कामकाज किया। हालांकि मई महीने में लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने उन्हें सीएम कुर्सी से हटाकर लोकसभा चुनाव लड़ाया। करनाल से पहली बार सांसद बनकर वह केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री बना दिए गए। वहीं उनकी जगह ओबीसी वर्ग से नायब सैनी को सीएम बनाया गया लेकिन वह कार्यकाल के अंत में ज्यादा कुछ नहीं कर पाए। यही वजह है कि चुनाव भले ही भाजपा सैनी की अगुआई में लड़ रही लेकिन सरकार की हैट्रिक में खट्टर को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
हरियाणा में नहीं रूकेगी 24 हजार युवाओं की जॉइनिंग:हाईकोर्ट में भर्ती रोकने की याचिका खारिज; बीजेपी बोली- पहले भी सक्रिय रहा भर्ती रोको गैंग
हरियाणा में नहीं रूकेगी 24 हजार युवाओं की जॉइनिंग:हाईकोर्ट में भर्ती रोकने की याचिका खारिज; बीजेपी बोली- पहले भी सक्रिय रहा भर्ती रोको गैंग हरियाणा में ग्रुप सी और डी के 24 हजार पदों का रिजल्ट जारी होने के बाद चयनित युवाओं को ज्वाइनिंग कराने का काम शुरू हो गया है। ज्वाइनिंग रोकने के लिए शनिवार को दाखिल याचिका को पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने पहली सुनवाई पर ही खारिज कर दिया। चयनित युवाओं की ज्वाइनिंग रोकने के लिए विपिन सागर ने हरियाणा सरकार एवं अन्य के विरुद्ध अधिवक्ता केडीएस हुड्डा के माध्यम से याचिका दाखिल की थी। हाई कोर्ट में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने अपना मजबूती से पक्ष रखा। पहले भी सक्रिय रह चुका है भर्ती रोको गैंग बीजेपी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी प्रवक्ता राजबीर रोहिता ने बताया कि भर्ती रोको गैंग इस तरह के कार्यों में पहले भी सक्रिय रहा है। भाजपा सरकार भर्ती रोको गैंग के मंसूबों को कभी पूरा नहीं होने देगी। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने भर्ती रोको गैंग की याचिका खारिज करके युवाओं के हित में फैसला लिया है।भविष्य में भी बिना खर्ची और बिना पर्ची के नीति के साथ ही भाजपा सरकार काम करेगी और युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने का काम किया जाएगा। भर्ती रोको गैंग चाहता था कि युवाओं की ज्वाइनिंग में रोड़े अटका कर भर्ती को रोका जाए लेकिन पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने याचिका खारिज कर उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया है। 24 हजार पदों पर घोषित हुआ परिणाम दरअसल, 17 अक्टूबर को हरियाणा की नई सरकार ने शपथ के बाद 24 हजार युवाओं को नौकरियों का रिजल्ट जारी किया। ये परिणाम तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के लिए घोषित हुए। विधानसभा चुनाव के चलते प्रदेश में आचार संहिता लगी हुई थी। जिसके कारण रिजल्ट घोषित नहीं किया गया। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) द्वारा रिजल्ट के एलान के बाद अब जल्द ही चयनित कर्मचारियों की नियुक्तियां की जाएंगी। हरियाणा कर्मचारी आयोग के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने बताया कि ग्रुप सी के कुल 25 हजार 500 पद व ग्रुप डी के 2600 पदों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। सीएम बोले- विपक्षी दल हो जाते हैं सक्रिय हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ग्रुप सी और डी का रिजल्ट जारी होने के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि ने कहा कि कुछ युवाओं के रिजल्ट एचएसएससी की तरफ से तैयार हो चुके थे। जैसे ही आयोग रिजल्ट जारी करने लगा तो विपक्षी दल चुनाव आयोग के पास पहुंच गए। जिसके बाद यह परिणाम हाईकोर्ट के पास पहुंच गया।
चरखी दादरी में ट्रक ने बोलेरो कैंपर मारी टक्कर:हादसे में 2 चचेरे भाइयों की मौत, झज्जर से लौट रहे थे घर
चरखी दादरी में ट्रक ने बोलेरो कैंपर मारी टक्कर:हादसे में 2 चचेरे भाइयों की मौत, झज्जर से लौट रहे थे घर हरियाणा के चरखी दादरी में लोहारू चौक के समीप बोलेरो कैंपर और ट्रक की आमने-सामने की भिड़ंत हो गई। हादसे में पिकअप सवार दो चचेरे भाइयों की मौत हो गई। सिटी थाना पुलिस ने शनिवार को सिविल अस्पताल में दोनों के शवों का पोस्टमार्टम करवाया और परिजनों के बयान पर ट्रक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। ट्रक ने बोलेरो कैंपर को मारी टक्कर पुलिस को दिए बयान में बिलावल निवासी नरेंद्र ने बताया कि उसका बड़ा भाई करीब 45 वर्षीय अशोक और चचेरा भाई 65 वर्षीय अत्तर सिंह शुक्रवार देर रात बोलेरो कैंपर में सवार होकर झज्जर जिले के गांव खोरड़ा से आए थे। चरखी दादरी शहर में अपना कोई काम निपटाने के बाद वे रावलधी बाइपास और भिवानी टी प्वाइंट से होते हुए लोहारू चौक दादरी की ओर आ रहे थे। जब वे उत्सव गार्डन के समीप पहुंचे तो महेंद्रगढ़ चौक की ओर से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने उनके पिकअप को टक्कर मार दी। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपे शव जिससे बोलेरो कैंपर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और उनको गंभीर चोटें लगी। इस दौरान ट्रक भी अनियंत्रित होकर पलट गया। ट्रक का ड्राइवर मौके से फरार हो गया। नरेंद्र ने बताया कि एक वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से उन्हें एक्सीडेंट की सूचना मिली। जिसके बाद वह परिजनों सहित वहां पहुंचा। तब तक अशोक व अत्तर की मौत हो चुकी थी। उसने पुलिस को शिकायत देकर ट्रक ड्राइवर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। शनिवार को कागजी प्रक्रिया पूरी कर मृतकों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिए गए। पुलिस ने ट्रक ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।