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MHADA लॉटरी के लिए आवेदन शुरु, 2030 घरों की होगी बिक्री, जानें सबकुछ
MHADA लॉटरी के लिए आवेदन शुरु, 2030 घरों की होगी बिक्री, जानें सबकुछ <p style=”text-align: justify;”><strong>MHADA Lottery Applications Open:</strong> महाराष्ट्र में अपने घर में रहने का सपना देख रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है. महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी किफायती दरों पर फ्लैट की बिक्री करता है. MHADA लॉटरी के लिए आवेदन शुक्रवार (9 अगस्त) से शुरु हो गए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) ने 7 अगस्त को म्हाडा लॉटरी 2024 के तहत 2,030 किफायती घरों को बिक्री के लिए रखा. लॉटरी के लिए आवेदन ऑनलाइन स्वीकार किए जाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>म्हाडा लॉटरी के तहत 4 कैटेगरी में बांटे गए हैं फ्लैट</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक म्हाडा लॉटरी के जरिए बिक्री के लिए उपलब्ध घरों को कई कैटेगरी में बांटा गया है. म्हाडा लॉटरी 2024 में कुल 2,030 घरों में से मध्यम आय समूह (MIG) कैटेगरी में सबसे अधिक संख्या में लगभग 768 घर हैं. लॉटरी के लिए उपलब्ध घरों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या निम्न आय वर्ग (LIG) के लिए 627 अपार्टमेंट होगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>म्हाडा की ओर से साझा किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) कैटेगरी में 359 घर होंगे. वहीं हाई इनकम ग्रुप (HIG) के लिए घरों की सबसे कम संख्या 359 होगी. MIG में बेचे जाने वाले घर मुख्य रूप से 2 बीएचके कॉन्फ़िगरेशन में हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वन बीएचके अपार्टमेंट एलआईजी और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के तहत बेचे जा रहे हैं. इसके साथ ही सबसे बड़े 3 BHK अपार्टमेंट एचआईजी कैटेगरी में बेचे जा रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सालाना आय के हिसाब से करें आवेदन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>म्हाडा के नियमों के मुताबिक, जिनकी पारिवारिक आय सालाना 6 लाख रुपये तक है, वे ईडब्ल्यूएस श्रेणी के तहत घर के लिए आवेदन कर सकते हैं. वहीं, 6 लाख से 9 लाख रुपये के बीच आय वाले लोग एलआईजी श्रेणी के तहत आवेदन कर सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जिनकी पारिवारिक आय 9 लाख रुपये से 12 लाख रुपये के बीच है, वे MIG कैटेगरी के तहत आवेदन कर सकते हैं और जिनकी पारिवारिक आय 12 लाख प्रति वर्ष से अधिक है, वे HIG श्रेणी के तहत आवेदन कर सकते हैं. म्हाडा लॉटरी 2024 के नतीजे 13 सितंबर को सुबह 11 बजे घोषित किए जाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें:</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”महाराष्ट्र सरकार के बजट पर अजित पवार गुट के छगन भुजबल बोले, ‘चुनाव नजदीक हैं इसलिए विपक्ष…'” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/chhagan-bhujbal-minister-says-good-budget-by-maharastra-eknath-shinde-govt-covers-farmers-girl-students-mukhyamantri-majhi-ladki-bahin-2757311″ target=”_self”>महाराष्ट्र सरकार के बजट पर अजित पवार गुट के छगन भुजबल बोले, ‘चुनाव नजदीक हैं इसलिए विपक्ष…'</a></strong></p>
महाप्रसादम् बनाने वालों को PM ने सराहा…वही बेरोजगार:बोलीं- पति कैंसर से मर गए, हम बेसहारा; लड्डू लेने से क्यों मना किया
महाप्रसादम् बनाने वालों को PM ने सराहा…वही बेरोजगार:बोलीं- पति कैंसर से मर गए, हम बेसहारा; लड्डू लेने से क्यों मना किया ’मैं महाप्रसादम् तैयार कर रही थी। अचानक नोटिस आ गया कि लड्डू नहीं लिए जाएंगे। हमारे साथ ऐसी भी महिलाएं हैं, जिनके पति और बेटे की कैंसर से मौत हो चुकी है।’ यह कहना है महाप्रसादम् बनाने वाली संस्था बेला पापड़ स्वयं सहायता समूह की सुनीता जायसवाल का। जिन्हें काशी के सांसद नरेंद्र मोदी और UP के सीएम योगी तक शाबाशी दे चुके हैं। दरअसल, काशी विश्वनाथ मंदिर में महाप्रसादम् बनाने का जिम्मा अब अमूल कंपनी संभालने वाली है। उसी के प्लांट में ही प्रसाद तैयार किया जाएगा। अब तक महाप्रसादम् 2 संस्थाएं मिलकर तैयार कर रही थीं। दैनिक भास्कर ने इनमें से एक संस्था बेला पापड़ स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से बात की। सामने आया कि मंदिर न्यास के फैसले के बाद महिलाओं के सामने रोटी, कपड़ा, मकान और इलाज का संकट खड़ा हो गया है। अब महिलाएं अपने बच्चों की पढ़ाई तक के लिए परेशान हैं। पढ़िए महिलाओं ने क्या-कुछ कहा…
सुनीता बोलीं- मैं 2 बार PM से मिली टीम की सबसे पहले मुलाकात समूह की अध्यक्ष सुनीता जायसवाल से हुई। वह 2 बार PM नरेंद्र मोदी से मिल चुकी हैं। उन्होंने कहा- काउंटर पर 3-4 क्विंटल लड्डुओं की सेल थी। 3 दिन पहले अचानक 2 बजे सूचना दी गई कि काउंटर हटा दीजिए। PM ने कहा था- आप अच्छा कर रही हैं
सुनीता ने कहा- हमारी PM मोदी से मुलाकात करखियांव में अमूल की ओपनिंग के दौरान हुई थी। उन्होंने हमसे बातचीत की। PM ने हमसे पूछा तो हमने बताया कि हम काशी विश्वनाथ धाम में महाप्रसादम् बनाते हैं। उन्होंने कहा- आप बहुत अच्छा कर रही हैं। अब अधिकारियों ने हमारे हाथ काट दिए हैं। अधिकारी कहते हैं कि ऊपर से आदेश है, लेकिन यह नहीं बताते कि कहां का आदेश है, हम वहीं जाकर गुहार लगाएं। बताया गया कि PMO से आदेश है कि प्रसादम् नहीं बनाना है। हमारी समझ में नहीं आ रहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय का आदेश है कि अधिकारियों का ही आदेश है। हमें इसका जवाब चाहिए। मंदिर गए लेकिन किसी ने नहीं सुनी
प्रसाद बनाने वाली महिलाएं बीते शनिवार को कमिश्नर और सीईओ से मिलीं, लेकिन कोई आश्वासन नहीं मिला। उनका कहना है कि हमारी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। दिवाली और देव दीपावली को लेकर हमने पूरी तैयारी कर ली थी। लाखों रुपए का माल एडवांस में मंगा लिया था। 5 लाख डिब्बे भी तैयार करा लिए थे। हमारा 3 क्विंटल प्रसाद भी तैयार है। इसके अलावा खोया, बेसन घी आदि तैयार पड़ा है। महाप्रसाद बंद होने पर समूह की अन्य महिलाएं की बात पढ़िए… ‘पति की कैंसर से मौत के बाद बिखर गई दुनिया’
स्वयं सहायता समूह में महाप्रसाद बनाने वाली किरन कुमारी की आंखें नम हैं। किरन के पति कई साल कैंसर से जूझते रहे। फिर कुछ साल पहले उनकी मौत हो गई। इसके बाद उनकी दुनिया बिखर गई। तब उन्हें बेला पापड़ सहायता समूह ने सहारा दिया। किसी तरह जिंदगी पटरी पर तो आई लेकिन अब अचानक फिर से किरन के पास रोजगार नहीं है। पांच साल से इसी काम में दिन-रात लगी रहती थीं। उनका कहना है कि अब कैसे जिएंगे और बच्चों का भरण-पोषण कैसे होगा। इस उम्र में अब कोई दूसरा काम भी नहीं कर सकते। पूनम के पति कैंसर से मरे, अब बेरोजगार होने से परेशान
लहरतारा में रहने वाली पूनम के पति की शादी के कुछ साल बाद ही मौत हो गई। तब उसने भी जान देने की कोशिश की थी। परिजनों ने समझाया। वह स्वयं सहायता समूह से जुड़ी और फिर नई जिंदगी मिली। कभी हार नहीं मानी, लेकिन मंदिर के फैसले ने उसके हौसले भी तोड़ दिए। अब उसके पास गुजर-बसर करने और बच्चों को पढ़ाने का कोई जरिया नहीं। परिवार से अलग रहने वाली पूनम अगले महीने का किराया देने में भी सक्षम नहीं है। दीपावली के उल्लास की तैयारी करने से पहले ही उसके जीवन में अंधेरा छा गया। ‘मीरा ने हादसे में खोया पति, बेटा भी नहीं बचा’
समूह में काम करने वाली मीरा अपने भाग्य को कोस रही हैं। कुछ साल पहले सड़क हादसे में पति की मौत ने सुहाग छीन लिया। 1 साल पहले कैंसर ने बेटे की जिंदगी ले ली। फिर वह प्रसाद बनाने के रोजगार से जुड़ीं। अब यह भी छिन गया। वह कहती हैं- अब जीवन कैसे चलेगा। भागवंती को बेटे-बहू ने घर से निकाला
वाराणसी के एक गांव में रहने वाली भागवंती को 4 साल पहले उनके बेटे-बहू ने घर से निकाल दिया। कई दिन रिश्तेदारों के यहां गुजारे। कई बार मरने की बात सोची। मगर उन्होंने बढ़ती उम्र में भी स्वाभिमान से जीने का संकल्प लिया। इसके बाद महिलाओं के समूह बेला पापड़ से जुड़ीं तो जीवन को नई ऊर्जा मिली। अब 3 साल से भागवंती का बसेरा समूह का कारखाना ही है। सुबह से लेकर रात तक पूरी मेहनत से काम करने वाली महिलाओं में शामिल भागवंती ने अपने घर की ओर पलटकर नहीं देखा। अब रोजगार, कारोबार बंद होने के बाद वे सहम गई हैं। अपनी जिंदगी में फिर बेटे-बहू के पास नहीं जाना चाहती हैं। वहीं सुमन को भी दर-दर की ठोकरें खाने का डर भी सता रहा है। लीवर के इन्फेक्शन ने ली कुमारी के पति की जान
समूह की छोटी महिला सदस्य कुमारी महज 38 साल की हैं। लेकिन पति की मौत का दर्द झेल चुकी हैं। आर्थिक तंगी के चलते इलाज नहीं करवा सकीं। अब महाप्रसादम् तैयार करने वाली समूह की महिलाएं ही उनका परिवार हैं। घर पर बच्चे उनका जीवन। किराये के मकान में रहने वाली कुमारी का कहना है कि रोजगार नहीं होगा। यहां की महिलाओं का साथ भी छूट जाएगा। हमें मकान भी छोड़ना होगा। बिना पैसे के बच्चे पढ़ नहीं पाए तो स्कूल भी बंद कराना होगा। लाखों का माल डंप, तैयार प्रसाद का कोई मोल नहीं
समूह में काम संभालने वाले विनोद जायसवाल ने बताया- हमने त्योहारों और शादी की लगन को देखते हुए तैयारी कर ली थी। त्योहारों पर कमी ना पड़े, इसलिए पूर्णिमा, प्रदोष और दीपावली तक सप्लाई का पूरा स्टॉक रख लिया था। देव दीपावली के लिए अलग से तैयारी थी, पांच लाख डिब्बे मंगा लिए हैं। एडवांस घी, आटा, बेसन और चीनी मंगाया था। कई महिलाओं को 1-2 महीने का एडवांस पैसा दिया गया है। आज और कल इन्हें बैठाकर ही पैसा देना है। हमारे पास रखे पांच लाख छपे डिब्बे बर्बाद हो गए हैं। मंदिर का फोटो छपा है, इसलिए हम इन्हें फेंक नहीं सकते। महिलाओं की बात पढ़िए… अब तक प्रसादम् की चली आ रही व्यवस्था को समझिए… 2 संस्थाओं के पास था प्रसादम् बनाने का जिम्मा
काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास (प्रबंधन) ने यहां महा प्रसाद यानी लड्डू-पेड़ा तैयार करने की जिम्मेदारी 2 संस्थाओं को दी है। इसमें पहली और प्रमुख संस्था महालक्ष्मी ट्रेडर्स है। दूसरी संस्था बेला पापड़ स्वयं सहायता समूह है। दोनों मिलकर हर दिन करीब 1 हजार किलो महा प्रसाद तैयार करते हैं। भास्कर टीम मंदिर से करीब 1.5 किमी दूर महालक्ष्मी ट्रेडर्स के मालिक अशोक कुमार सेठ के घर पहुंची। इन्होंने घर पर ही कारखाना बनाया हुआ है। यहां एक शिफ्ट में 16-20 महिला-पुरुष महा प्रसाद तैयार करते रहे हैं।
मंदिर ने बदली प्रसाद की निर्माण एजेंसी
काशी विश्वनाथ में महाप्रसादम् की व्यवस्था बदल दी गई। अब गुजरात की कंपनी अमूल महाप्रसादम् तैयार करेगी। मंदिर प्रशासन ने 5 साल बाद प्रसाद तैयार करने वाली संस्थाओं से काम ले लिया है। मंदिर में प्रसादम् को बदलने की तैयारी कई दिनों से चल रही थी। लेकिन संस्थाओं को आधिकारिक सूचना 24 घंटे पहले ही दी गई। मंदिर में संस्थाओं के लड्डू के अलावा लाल पेड़ा भी बिकता था। अब अमूल को काम मिलने के बाद कारीगर परेशान हैं और इसे फिर संस्थाओं को देने की बात कह रहे हैं। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा का कहना है कि मंदिर की ओर से निर्माण करने वालों को बताया गया था, तब यह प्रसाद स्टैंडर्ड लेवल पर नहीं था। लड्डू को आवंटित दुकान पर मिठाई के रूप में बेच सकते हैं, लेकिन प्रसाद के रूप में नहीं बिकेगी। SDM बोले- कई बार मौखिक सूचना दी कि काउंटर नहीं लगेगा
काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास एसडीएम शंभूशरण ने कहा – बेला पापड़ समूह को प्रोत्साहन के लिए मंदिर में महाप्रसाद बनाने और बेचने का स्टॉल दिया गया था। मंदिर में प्रसाद की गुणवत्ता और स्टैंडर्ड मेंटेन करने के लिए मंदिर न्यास ने अब अमूल से प्रसाद निर्माण का एग्रीमेंट कर लिया है। अब केवल अमूल का निर्मित प्रसाद ही श्रद्धालुओं को अधिकृत स्थानों पर मिलेगा। थ्री-आई एजेंसी और बेला पापड़ समूह को पहले ही कई बार मौखिक सूचना दी गई थी कि मंदिर परिसर में उनका कोई काउंटर नहीं लगेगा।
Amol Kale Passed Away: MCA अध्यक्ष अमोल काले का निधन, शरद पवार और सीएम एकनाथ शिंदे समेत कई नेताओं ने जताया शोक
Amol Kale Passed Away: MCA अध्यक्ष अमोल काले का निधन, शरद पवार और सीएम एकनाथ शिंदे समेत कई नेताओं ने जताया शोक <p style=”text-align: justify;”><strong>Mumbai Cricket Association:</strong> मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अमोल काले (AmolKale) का न्‍यूयार्क में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है. अमोल काले अमरीका की यात्रा पर थे और रविवार को उन्होंने भारत-पाकिस्‍तान का मैच लाइव देखा था. वर्ष 2022 में उन्हें मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष चुना गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी माने जाने वाले काले (47) नागपुर के रहने वाले थे और पहले बीजेपी के वार्ड अध्यक्ष रह चुके थे. उनके परिवार में पिता किशोर काले, पत्नी मीनल और दो बच्चे (एक बेटा और एक बेटी) हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अमोल काले के निधन पर महाराष्ट्र में भी शोक की लहर है. महाराष्ट्र ने शरद पवार गुट की एनसीपी, अजित पवार और शिवसेना अध्यक्ष एकनाथ शिंदे ने भी काले के निधन पर शोक जताया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शरद पवार ने अमोल काले के निधन पर जताया शोक</strong><br />शरद पवार ने ‘X’ पर एक पोस्ट में लिखा, “मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अमोल काले के आकस्मिक निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ! उन्हें हमेशा उनके सौम्य, मिलनसार व्यवहार और एमसीए को आगे ले जाने के लिए ईमानदारी से प्रयास करने के लिए याद किया जाएगा. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के सदस्यों के साथ हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अजित पवार ने व्यक्त की संवेदना</strong><br />एमसीए (मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन) के अध्यक्ष अमोल काले के निधन पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, “मुझे अपने भाषण के दौरान इस दुखद घटना के बारे में पता चला. अमेरिका दौरे के दौरान उनका निधन हो गया. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. मैं पूरी जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रहा हूं कि क्या हुआ. मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जितेंद्र आव्हाड क्या बोले?</strong><br />शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा, “मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अमोल काले के निधन की दुखद खबर सुनी. अमोल, यह दुनिया को अलविदा कहने की आपकी उम्र नहीं थी. यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीएम शिंदे ने कही ये बात</strong><br />सीएम <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> ने कहा कि, “मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अमोल काले का अमेरिका में कार्डियक अरेस्ट के कारण निधन हो गया. यह खबर बेहद दुखद है और उनका निधन मुंबई क्रिकेट जगत के लिए एक बड़ी क्षति है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति दें. भावभीनी श्रद्धांजलि.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”लोकसभा चुनाव में फेक पासपोर्ट से मतदान करने का आरोप, ATS ने 4 बांग्लादेशियों को पकड़ा” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/mumbai-ats-big-action-four-bangladeshi-citizen-arrested-voting-with-fake-passports-in-maharashtra-lok-sabha-elections-ann-2712548″ target=”_blank” rel=”noopener”>लोकसभा चुनाव में फेक पासपोर्ट से मतदान करने का आरोप, ATS ने 4 बांग्लादेशियों को पकड़ा</a></strong></p>