हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना से प्रत्याशी देवेंद्र बबली चुनाव प्रचार के दौरान आज किसानों से माफी मांगकर अपना जाखल वाला विवाद सुलझा लिया है। आज किसानों के साथ हुई पंचायत में देवेंद्र बबली ने किसानों से माफी मांगी और किसानों पर दर्ज करवाए गए पर्चों को रद्द करवाने के लिए अपनी सहमति दे दी। उधर किसान नेताओं का कहना है कि देवेंद्र बबली द्वारा किसानों को जो धक्के मारे गए और उन पर पर्चे रद्द करवाए गए, केवल उस मामले में उन्हें माफी दी गई है। उनका कोई समर्थन नहीं किया गया, बल्कि भाजपा का जो विरोध था, वो आगे भी जारी रहेगा। किसानों की पीड़ा उनसे अच्छा कोई नहीं जान सकता पंचायत के बाद देवेंद्र बबली ने कहा कि आज जो किसान संगठनों से बैठक हुई, उसमें कुछ मसले हल किए गए। मैं किसान का ही बेटा हूं और जो शब्द उनके किसानों को अच्छे नहीं लिए, वो वापस लेते हैं और माफी मांगते हैं। किसानों की पीड़ा उनसे अच्छा और कोई नहीं जान सकता। यह जता नहीं पाया कि वे उनके साथ हैं। सारे मुकदमे हैं, उनका रूटीन प्रोसेस के बाद वे खारिज हो जाएंगे। भाजपा को हराने के लिए लगाएंगे एड़ी चोटी का जोर उधर किसान नेता मनदीप नथवान ने बताया कि भाजपा किसान विरोधी है और उसे हराने को एड़ी चोटी का जोर लगाएंगे। देवेंद्र बबली ने 12 मार्च को जाखल में सवाल पूछ रहे किसानों को धक्के मारे और उन पर मुकदमे बनवाए, मामले में आज बबली ने पंचायत में माफी मांगी है, पंचायत में बड़े-बड़े मसले सुलझ जाते हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि बबली को समर्थन होगा। किसान अपना विरोध जारी रखेंगे। किसानों व बबली में हुई थी धक्का मुक्की बता दें कि बीती 12 मार्च वही दिन था, जब भाजपा और जेजेपी का गठबंधन टूट गया था और बतौर पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली जाखल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाइव कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे। यहां पहुंचने से पहले किसानों ने उनका घेराव कर उनसे किसान आंदोलन व बाढ़ मुआवजे संबंधी संबंधित सवाल पूछने जारी किए, तो वहां किसानों व बबली में धक्का मुक्की शुरू हो गई थी। किसानों के नाम पर राजनीति जिस समय बबली कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे, तो दूसरी तरफ उनकी मंत्री की कुर्सी जा रही थी। बबली के मंच के सामने भी किसान पहुंच गए थे और नारेबाजी की थी। इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए बबली ने उस समय कहा था कि कुछ लोग किसानों के नाम पर राजनीति कर किसानी व किसानों को बदनाम कर रहे हैं, ऐसा न करें। नारेबाजी कर किसानों को बदनाम न करें उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों पर चार दिन पहले ही वे नारेबाजी करने वाले लोगों के साथ चांदपुरा रेस्ट हाऊस में मिले थे, उनकी मांगों पर गौर किया जा रहा है। दो चार भाई यहां नारेबाजी कर किसानों को बदनाम न करें। इस तरह की घटिया राजनीति कुछ लोग करते हैं, कमरे में कुछ और बाहर कुछ और करते हैं। हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना से प्रत्याशी देवेंद्र बबली चुनाव प्रचार के दौरान आज किसानों से माफी मांगकर अपना जाखल वाला विवाद सुलझा लिया है। आज किसानों के साथ हुई पंचायत में देवेंद्र बबली ने किसानों से माफी मांगी और किसानों पर दर्ज करवाए गए पर्चों को रद्द करवाने के लिए अपनी सहमति दे दी। उधर किसान नेताओं का कहना है कि देवेंद्र बबली द्वारा किसानों को जो धक्के मारे गए और उन पर पर्चे रद्द करवाए गए, केवल उस मामले में उन्हें माफी दी गई है। उनका कोई समर्थन नहीं किया गया, बल्कि भाजपा का जो विरोध था, वो आगे भी जारी रहेगा। किसानों की पीड़ा उनसे अच्छा कोई नहीं जान सकता पंचायत के बाद देवेंद्र बबली ने कहा कि आज जो किसान संगठनों से बैठक हुई, उसमें कुछ मसले हल किए गए। मैं किसान का ही बेटा हूं और जो शब्द उनके किसानों को अच्छे नहीं लिए, वो वापस लेते हैं और माफी मांगते हैं। किसानों की पीड़ा उनसे अच्छा और कोई नहीं जान सकता। यह जता नहीं पाया कि वे उनके साथ हैं। सारे मुकदमे हैं, उनका रूटीन प्रोसेस के बाद वे खारिज हो जाएंगे। भाजपा को हराने के लिए लगाएंगे एड़ी चोटी का जोर उधर किसान नेता मनदीप नथवान ने बताया कि भाजपा किसान विरोधी है और उसे हराने को एड़ी चोटी का जोर लगाएंगे। देवेंद्र बबली ने 12 मार्च को जाखल में सवाल पूछ रहे किसानों को धक्के मारे और उन पर मुकदमे बनवाए, मामले में आज बबली ने पंचायत में माफी मांगी है, पंचायत में बड़े-बड़े मसले सुलझ जाते हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि बबली को समर्थन होगा। किसान अपना विरोध जारी रखेंगे। किसानों व बबली में हुई थी धक्का मुक्की बता दें कि बीती 12 मार्च वही दिन था, जब भाजपा और जेजेपी का गठबंधन टूट गया था और बतौर पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली जाखल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाइव कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे। यहां पहुंचने से पहले किसानों ने उनका घेराव कर उनसे किसान आंदोलन व बाढ़ मुआवजे संबंधी संबंधित सवाल पूछने जारी किए, तो वहां किसानों व बबली में धक्का मुक्की शुरू हो गई थी। किसानों के नाम पर राजनीति जिस समय बबली कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे, तो दूसरी तरफ उनकी मंत्री की कुर्सी जा रही थी। बबली के मंच के सामने भी किसान पहुंच गए थे और नारेबाजी की थी। इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए बबली ने उस समय कहा था कि कुछ लोग किसानों के नाम पर राजनीति कर किसानी व किसानों को बदनाम कर रहे हैं, ऐसा न करें। नारेबाजी कर किसानों को बदनाम न करें उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों पर चार दिन पहले ही वे नारेबाजी करने वाले लोगों के साथ चांदपुरा रेस्ट हाऊस में मिले थे, उनकी मांगों पर गौर किया जा रहा है। दो चार भाई यहां नारेबाजी कर किसानों को बदनाम न करें। इस तरह की घटिया राजनीति कुछ लोग करते हैं, कमरे में कुछ और बाहर कुछ और करते हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में मेले से लौटते समय बुजुर्ग की मौत:ट्रक ने मारी टक्कर, पिता को खोजते शव घर पहुंचा बेटा, पहचान के बाद FIR
करनाल में मेले से लौटते समय बुजुर्ग की मौत:ट्रक ने मारी टक्कर, पिता को खोजते शव घर पहुंचा बेटा, पहचान के बाद FIR हरियाणा के करनाल में मेरठ रोड पर हुए दर्दनाक हादसे में 83 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब बुजुर्ग सरहिंद मेला देखकर लौट रहे थे और गलत साइड से सड़क पार कर रहे थे। इसी बीच एक ट्रक ड्राइवर ने लापरवाही से ट्रक चलाते हुए उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल बुजुर्ग को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मेले से लौटते समय हुआ हादसा जलमाना गांव निवासी सुखवंत सिंह (83) सरहिंद मेला देखने गए थे। मेला देखकर घर लौटते समय वह करनाल से मेरठ रोड पर गलत दिशा में चलने लगे। जब वह इंद्रप्रस्थ पेट्रोल पंप के पास पहुंचे तो मेरठ की ओर से आ रहे एक अज्ञात ट्रक ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। हादसे के बाद राहगीरों ने सुखवंत सिंह को तुरंत करनाल के कल्पना चावला अस्पताल पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बेटे ने की पिता की शिनाख्त बुजुर्ग के बेटे नरवैर सिंह ने बताया कि पिता की तलाश में वह करनाल पहुंचे थे। थाना सदर में पूछताछ के दौरान उन्हें जानकारी मिली कि एक अज्ञात व्यक्ति का शव अस्पताल के डेड हाउस में रखा गया है। शव देखने पर उन्होंने अपने पिता की पहचान की। सुखवंत सिंह के परिवार ने प्रशासन से मांग की है कि ट्रक ड्राइवर को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए। पुलिस ने दर्ज किया मामला, ट्रक ड्राइवर की तलाश जारी थाना सदर करनाल में नरवैर सिंह की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। एएसआई सुनील कुमार ने बताया कि अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ केस दर्ज किया गया। आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। मामले की जांच जारी है।
हरियाणा कांग्रेस इंचार्ज टिकट दावेदारों के सामने रोए,VIDEO:नाम कटने पर नेताओं ने घेरकर हंगामा किया; कुछ लोग बचाकर ऑफिस लेकर गए
हरियाणा कांग्रेस इंचार्ज टिकट दावेदारों के सामने रोए,VIDEO:नाम कटने पर नेताओं ने घेरकर हंगामा किया; कुछ लोग बचाकर ऑफिस लेकर गए हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस 32 उम्मीदवारों की 2 लिस्ट जारी कर चुकी है। लिस्ट में 28 विधायकों को दोबारा टिकट दिया गया है। इसके अलावा, 2019 में विधानसभा चुनाव हारे प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान को होडल, जुलाना से पहलवान विनेश फोगाट, JJP के बागी विधायक रामकरण काला को शाहाबाद और निर्दलीय विधायक धर्मपाल गोंदर को नीलोखेड़ी से टिकट दिया गया है। कांग्रेस की लिस्ट जारी होने के बाद दावेदारों में खासी नाराजगी है। दावेदार अपनी नाराजगी दर्ज कराने के लिए दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय पहुंच रहे हैं। यहां वह 2 बार कांग्रेस प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया का घेराव कर चुके हैं। इसके कुछ वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें कांग्रेस के दावेदारों ने बाबरिया का घेराव किया हुआ है। यहां टिकट दावेदारों का गुस्सा देखकर बाबरिया रोने लग गए। दीपक बाबरिया के 2 वायरल वीडियो में क्या… पहला वीडियो: दावेदार गुस्से में सवाल पूछ रहे
एक वीडियो में दीपक बाबरिया टिकट दावेदारों से घिरे हुए हैं। जिनकी टिकट कटी है, वह गुस्सा कर रहे हैं। दावेदारों का कहना है कि हम पिछले 5 सालों से अपने-अपने क्षेत्रों में एक्टिव हैं। तय शुल्क देकर हमने आवेदन भी किया, लेकिन टिकट उन लोगों को दे दी गई, जिन्होंने आवेदन तक नहीं किया। बाबरिया लोगों की तरफ देख तो रहे हैं, लेकिन वह चुप हैं। इसके बाद कुछ नेता बाबरिया को ऑफिस के अंदर लेकर गए, वहां उन्होंने दोबारा नेताओं से बातचीत की। दूसरा वीडियो – बाबरिया बोले- 10 लोगों की कमेटी
दूसरे वीडियो में दावेदारों के शोर करने पर एक व्यक्ति लोगों को चुप रहने की बात कहते हुए साहब (दीपक बाबरिया) की बात सुनने को कहता है। इसके बाद बाबरिया कहते हैं कि मैंने तो कोशिश की है कि आप सभी BCA से हैं या अन्य वर्कर हैं। हमारी सब कमेटी में छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी CM साहब हैं। मधुसूदन मिस्त्री हैं। स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अजय माकन हैं। यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी हैं। इसके अलावा हरियाणा अध्यक्ष उदयभान को मिलकर 10 लोगों की कमेटी है। मैं अपना काम बताता हूं। आप जो कुछ भी देते हैं, वह मैं माकन साहब के हाथों में दे देता हूं। अल्टीमेट डिसीजन कमेटी तय करती है। कमेटी का प्रोसीजर वह है, जो कमेटी मेंबर कहते हैं। वह उसी हिसाब से डिसीजन लेती है। उसमें किसने क्या कहा, क्या लिखा वह सब कंसीडर किया जाता है। इस बीच किसी के बोलने पर दीपक बाबरिया गुस्सा हो जाते हैं। वह तेज आवाज में कहते हैं कि किससे बात करनी है। लाेग बोले- आप हमारे हनुमान हो
बाबरिया ने कहा कि कल-परसों जब सूची आएगी, मैं जानता हूं तब आप में से लोग बहुत दुखी होंगे। आपसे क्षमा भी मांगता हूं। इस पर कुछ लोग बोलने लगते हैं, ऐसे मत बोले सर, आप हमारे बब्बर शेर हो। आपने बहुत लड़ाई लड़ी है हमारे लिए। ये जितने भी आदमी हैं, ये सब आपके लिए खड़े हैं। लोगों ने यहां तक कह दिया कि आप हमारे हनुमान हो सर। लोगों की ये बातें सुनकर बाबरिया भावुक हो गए और रोने लगे। लोगों ने पानी पिलाकर ढांडस बंधाया। लोगों ने कहा कि आज जो भी फैसला लेंगे वह हमें मान्य होगा। बाबरिया ने कहा- 2-3 दिन धैर्य रखना
बाबरिया ने लोगों ने निवेदन किया कि 2-3 दिन धैर्य रख लेना। हो सकता है कि मेरी राहुल जी से मुलाकात हो जाए, अगर मेरी सुन ली तो संभावना है कि दो-तीन लोगों का भला हो जाए। इस समय हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि सरकार बनानी है। आप में से कई विधायक भी बनेंगे, हो सकता है कि हम सब सेनापति बनकर लड़ाई करने के लिए भी जाएं। मैं यह जरूर कहूंगा कि यदि सरकार बनती है तो आप सबके सहयोग से ही बनेगी। नेताओं को प्रशस्ति पत्र जारी करेंगे
बाबरिया ने टिकट कटे दावेदारों से कहा कि आपने लोगों ने जो इंटरव्यू दिए हैं, उसके लिए मैं प्रशस्ति पत्र तैयार करवा रहा हूं। मैंने कई लेटर ऐसे देखे हैं, जिन्हें सोनिया जी ने लिखा है, प्रियंका जी ने लिखा है। कई लोगों के पास इंदिरा जी के लेटर भी रखे हुए हैं। मैं भी इस बार राहुल जी के सिग्नेचर के साथ आप लोगों के लिए ये लेटर बनवा रहा हूं। आप लोग उसे अपनी फाइल में संभाल कर रख सकते हैं, जिससे आने वाली पीढ़ी को आपके काम के बार में पता रहे। 78 नामों पर सहमति, फिर भी लिस्ट छोटी हुई
हरियाणा कांग्रेस विधानसभा चुनाव के लिए अब तक 78 नामों पर सहमति पर बन चुकी है। इसके बावजूद पहली लिस्ट में सिर्फ 32 नामों का ऐलान किया गया। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि कांग्रेस BJP की तरह बगावत से डर गई थी। कांग्रेस नेतृत्व यह नहीं चाहता था कि भाजपा की जंबो लिस्ट जारी होने के बाद बने हालात जैसी स्थिति कांग्रेस में भी बने। विवाद न हो, इसलिए पहली लिस्ट में सभी 28 विधायकों के नामों का ऐलान किया गया। इसके अलावा 3 वे नाम रहे, जिन्हें लेकर कोई विवाद की स्थिति नहीं बन सकती थी। इनमें सबसे बड़ा नाम रेसलर विनेश फोगाट का है। हरियाणा के नेता बने जिम्मेदार
कांग्रेस की लिस्ट छोटी करने की वजह सिर्फ हरियाणा के नेता रहे। उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व को भाजपा की लिस्ट को लेकर हो रहे विवाद की जानकारी दी। इनमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान, पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा और दीपक बाबरिया ने केंद्रीय नेतृत्व को फीडबैक दिया। इन नेताओं ने बताया कि ज्यादा नाम एक साथ जारी करने से विरोध ज्यादा होगा। हालांकि, फूंक-फूंक कर कदम रखने के बाद भी 32 सीटों में से 6 विधानसभाएं ऐसी हैं, जहां करीब 9 दावेदार जमकर विरोध कर रहे हैं। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा में कांग्रेस की 2 लिस्ट जारी, 32 नाम:ED केस में फंसे-नूंह हिंसा आरोपी समेत 28 विधायकों को दोबारा टिकट; BJP बोली- क्राइम चैंपियनशिप हरियाणा चुनाव, कांग्रेस के 32 उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल:1 हारे-1 दलबदलू को टिकट, 80 साल के कादियान सबसे बुजुर्ग, विनेश सबसे युवा हरियाणा में कांग्रेस कैंडिडेट्स का पूरा एनालिसिस:BJP में मची भगदड़ के बीच पार्टी का सेफ गेम; सांसदों को संदेश- एक हद तक ही सुनवाई
फरीदाबाद में वर्क फ्रॉम होम की एडवाइजरी:DC ने जारी की, बढ़ते प्रदूषण के चलते फैसला, ग्रैप-4 लागू
फरीदाबाद में वर्क फ्रॉम होम की एडवाइजरी:DC ने जारी की, बढ़ते प्रदूषण के चलते फैसला, ग्रैप-4 लागू फरीदाबाद के डीसी विक्रम सिंह ने बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए ग्रैप-4 को गंभीरता से लागू करने के निर्देश दिए हैं। निर्देशों के अनुसार एनसीआर क्षेत्र की राज्य सरकार एवं जीएनसीटीडी सार्वजनिक, नगरपालिका और निजी कार्यालयों को 50% क्षमता पर काम करने और बाकी को घर से काम करने की अनुमति देने पर निर्णय ले सकती हैं। इसी क्रम में डीसी विक्रम सिंह ने फरीदाबाद के सभी निजी संस्थानों और कॉर्पोरेट कार्यालयों को अपने कर्मचारियों को 20 नवंबर से अगले आदेश तक घर से काम करने के लिए निर्देश देने के लिए एडवाइजरी जारी की है। डीसी ने कहा कि वे ऐसा करके क्षेत्र में वायु गुणवत्ता को बनाए रखने और सुधार के उद्देश्य से ग्रैप उपायों के प्रभावी क्रियान्वयन में सहायता करने में अपना योगदान दें।