उन्नाव में सिपाही ने फंदा लगाकर दी जान:पुलिस लाइन के जीडी कार्यालय में थी तैनाती, किराए के कमरे में रहता था

उन्नाव में सिपाही ने फंदा लगाकर दी जान:पुलिस लाइन के जीडी कार्यालय में थी तैनाती, किराए के कमरे में रहता था

उन्नाव में एक सिपाही ने शनिवार रात सुसाइड कर लिया। उसने पुलिस लाइन के पास में एक किराए के मकान में फांसी लगा ली। सिपाही जीडी कार्यालय में तैनात था। उसके साथी सिपाही ने कमरे पर जाकर देखा, तो सुसाइड का पता चला। उसने घटना की जानकारी अफसरों को दी। मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने जांच पड़ताल के बाद शव को मॉर्च्युरी भेज दिया। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। घटना की जानकारी परिजनों को दी है। पहले देखें फोटो… 2019 बैच का सिपाही प्रदीप राठी पुत्र इंद्रपाल सिंह निवासी ग्राम गांगनौली थाना दोहाट जनपद बागपत उन्नाव पुलिस लाइन में जीडी कार्यालय की शाखा में तैनात था। अधिकतर नाइट ड्यूटी करता था। शनिवार की रात जब वह ड्यूटी पर नहीं पहुंचा तो उसके साथी ने कमरे पर जाकर देखा तो वह फांसी के फंदे से लटक रहा था। यह देखकर वह सीखने चिल्लाने लगा। मकान मालिक और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी उन्नाव पुलिस को दी। सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी प्रमोद मिश्रा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इधर सीओ सिटी, अपर पुलिस अधीक्षक प्रेम चंद्र, प्रतिसार निरीक्षक अब्दुल रशीद समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। सिपाही के शव को फंदे से नीचे उतारा। इमरजेंसी में भेजने के बाद मोर्चरी में रखवा दिया। पुलिस को परिजनों के आने का इंतजार पुलिस ने घटना की जानकारी बागपत में रह रहे परिजनों को दी। महकमे में घटना को लेकर कोई भी स्पष्ट नहीं कर सका। पुलिस की प्राथमिक जांच पड़ताल में किसी तरह का कोई सुसाइड नोट भी नहीं बरामद हुआ। फिलहाल परिजनों के आने के बाद घटना का कारण स्पष्ट होने की उम्मीद जताई जा रही है। मिलनसार था सिपाही, काम से रखता था मतलब घटना के बाद कमरे के बाहर कई पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और उसके व्यवहार को लेकर चर्चा करते रहे। कहा, प्रदीप मिलनसार था। वह ज्यादा किसी से कोई मतलब नहीं रखता था। इतना बड़ा कदम क्यों उठाया, यह सवाल हर किसी के मन में रह गया। तरह-तरह के लोग लगाते रहे कयास घटना के बाद कुछ लोग पारिवारिक समस्या बता रहे हैं तो कुछ लोग निजी समस्याओं को लेकर चर्चा करते रहे। फिलहाल घटना का कारण स्पष्ट नहीं है। पुलिस जांच कर रही है। सिपाही का मोबाइल से काफी कुछ राज खुलने की उम्मीद जताई जा रही है। उन्नाव में एक सिपाही ने शनिवार रात सुसाइड कर लिया। उसने पुलिस लाइन के पास में एक किराए के मकान में फांसी लगा ली। सिपाही जीडी कार्यालय में तैनात था। उसके साथी सिपाही ने कमरे पर जाकर देखा, तो सुसाइड का पता चला। उसने घटना की जानकारी अफसरों को दी। मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने जांच पड़ताल के बाद शव को मॉर्च्युरी भेज दिया। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। घटना की जानकारी परिजनों को दी है। पहले देखें फोटो… 2019 बैच का सिपाही प्रदीप राठी पुत्र इंद्रपाल सिंह निवासी ग्राम गांगनौली थाना दोहाट जनपद बागपत उन्नाव पुलिस लाइन में जीडी कार्यालय की शाखा में तैनात था। अधिकतर नाइट ड्यूटी करता था। शनिवार की रात जब वह ड्यूटी पर नहीं पहुंचा तो उसके साथी ने कमरे पर जाकर देखा तो वह फांसी के फंदे से लटक रहा था। यह देखकर वह सीखने चिल्लाने लगा। मकान मालिक और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी उन्नाव पुलिस को दी। सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी प्रमोद मिश्रा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इधर सीओ सिटी, अपर पुलिस अधीक्षक प्रेम चंद्र, प्रतिसार निरीक्षक अब्दुल रशीद समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। सिपाही के शव को फंदे से नीचे उतारा। इमरजेंसी में भेजने के बाद मोर्चरी में रखवा दिया। पुलिस को परिजनों के आने का इंतजार पुलिस ने घटना की जानकारी बागपत में रह रहे परिजनों को दी। महकमे में घटना को लेकर कोई भी स्पष्ट नहीं कर सका। पुलिस की प्राथमिक जांच पड़ताल में किसी तरह का कोई सुसाइड नोट भी नहीं बरामद हुआ। फिलहाल परिजनों के आने के बाद घटना का कारण स्पष्ट होने की उम्मीद जताई जा रही है। मिलनसार था सिपाही, काम से रखता था मतलब घटना के बाद कमरे के बाहर कई पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और उसके व्यवहार को लेकर चर्चा करते रहे। कहा, प्रदीप मिलनसार था। वह ज्यादा किसी से कोई मतलब नहीं रखता था। इतना बड़ा कदम क्यों उठाया, यह सवाल हर किसी के मन में रह गया। तरह-तरह के लोग लगाते रहे कयास घटना के बाद कुछ लोग पारिवारिक समस्या बता रहे हैं तो कुछ लोग निजी समस्याओं को लेकर चर्चा करते रहे। फिलहाल घटना का कारण स्पष्ट नहीं है। पुलिस जांच कर रही है। सिपाही का मोबाइल से काफी कुछ राज खुलने की उम्मीद जताई जा रही है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर