फरीदकोट पुलिस ने अमृतपाल की टिंडर से मांगी जानकारी:गुरप्रीत हरिनौ हत्याकांड में सांसद से लिंक, मृतक ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़ा था पंजاब पुलिस ने फरीदकोट में मारे गए समाजसेवी गुरप्रीत सिंह हरिनौ हत्या मामले में डेटिंग एप टिंडर से एक अकाउंट की जानकारी मांगी है। पुलिस को शक है कि ये अकाउंट खडूर साहिब सांसद व खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह से जुड़ा हुआ है। फरीदकोट पुलिस ने टिंडर को भेजे गए एक पत्र में बताया कि वे सिख कार्यकर्ता गुरप्रीत सिंह हरिनौ की हत्या के मामले की जांच कर रही है। हरिनौ को 9 अक्टूबर, 2024 को गांव के गुरुद्वारे से घर लौटते समय मोटरसाइकिल पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हरिनौ अमृतपाल सिंह के नेतृत्व वाले कट्टरपंथी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ का सदस्य था। जांच में टिंडर तक पहुंची पुलिस जांच के दौरान पुलिस को ‘अमृत संधू’ नाम से एक टिंडर खाता मिला है, जिसके अमृतपाल सिंह से जुड़े होने का संदेह है। 26 मई को टिंडर को भेजे गए पत्र में पुलिस ने बताया कि 9 अक्टूबर 2024 को गुरप्रीत सिंह नाम के एक प्रसिद्ध ऑनलाइन कार्यकर्ता को मोटरसाइकिल पर सवार दो हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृतक ‘हरिनौ टॉक्स’ नाम के फेसबुक पेज का संचालन करता था और सिख कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह के खिलाफ मुखर था। पुलिस ने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि जांच के दौरान मिले इस टिंडर खाते का संचार और डेटा विश्लेषण जांच एजेंसी को मामले को सुलझाने में मदद कर सकता है। बीते साल अमृतपाल का नाम जुड़ा था मामले में पंजाब डीजीपी गौरव यादव ने पिछले साल अक्टूबर में दावा किया था कि हरिनौ की हत्या कथित तौर पर अमृतपाल सिंह के कहने पर की गई थी। अमृतपाल सिंह वर्तमान में कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत जेल में बंद है। पुलिस ने यह भी दावा किया है कि गैंगस्टर से आतंकवादी बने अरशदीप सिंह उर्फ अर्श दल्ला इस हत्या का मुख्य साजिशकर्ता था। इस मामले में गिरोह के दो शूटरों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस द्वारा मांगी गई जानकारी पंजाब पुलिस ने टिंडर से इस खाते की व्यापक जानकारी मांगी है। इसमें 1 जनवरी 2019 से अब तक की सब्सक्राइबर डिटेल्स, नाम, जन्म तिथि, फोन नंबर, स्थान की जानकारी और आईपी एड्रेस लॉग शामिल है। पुलिस ने सभी लिंक्ड ईमेल आईडी और फोन नंबर, खाते द्वारा अपलोड की गई तस्वीरें और मीडिया फाइलें, दोस्तों/संपर्कों की सूची और म्यूचुअल मैच, चैट हिस्ट्री और टिंडर प्लेटफॉर्म के जरिए आदान-प्रदान किए गए संदेश और कोई अन्य विवरण की भी मांग की है। डिब्रूगढ़ जेल में बंद है अमृतपाल अमृतपाल सिंह पंजाब के खडूर साहिब संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं और वर्तमान में असम के डिब्रूगढ़ जेल में नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत बंद हैं। अमृतपाल, जो ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का मुखिया है और अब उसने अकाली दल वारिस पंजाब दे के नाम से अपनी पार्टी भी घोषित की है। अमृतपाल को उसके 9 साथियों के साथ जेल में बंद किया गया था, लेकिन दो महीने पहले ही उसके साथियों का एनएसए तो खत्म कर दिया गया, लेकिन उसका एनएसए तीसरी बार बढ़ा दिया गया।