लखनऊ में लोहिया संस्थान के 7 संविदा डॉक्टरों ने स्थाई नौकरी मिलने पर इस्तीफा दे दिया। इससे लोहिया में मरीजों को इलाज के लिए अधिक समय तक इंतजार करना पड़ रहा है। इन डॉक्टरों का चयन KGMU में नियमित शिक्षक के पद पर हो गया है। लोहिया के कई विभाग संविदा डॉक्टरों के भरोसे चल रहे हैं। इसमें डेंटल, स्किन, मानसिक, नेत्र, गेस्ट्रो मेडिसिन, मेडिकल आंकोलॉजी समेत अन्य विभाग शामिल हैं। कई विभाग तो एक या दो डॉक्टरों के भरोसे संचालित हो रहे हैं। इसकी वजह से मरीजों को इलाज के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। मरीज को दो से तीन घंटे बाद इलाज मिल पा रहा हैं। वहीं मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के मानक भी अधूरे होने की आशंका बढ़ गई है। संस्थान प्रशासन का कहना हैं कि जल्द नई भर्ती की जाएगी। लखनऊ में लोहिया संस्थान के 7 संविदा डॉक्टरों ने स्थाई नौकरी मिलने पर इस्तीफा दे दिया। इससे लोहिया में मरीजों को इलाज के लिए अधिक समय तक इंतजार करना पड़ रहा है। इन डॉक्टरों का चयन KGMU में नियमित शिक्षक के पद पर हो गया है। लोहिया के कई विभाग संविदा डॉक्टरों के भरोसे चल रहे हैं। इसमें डेंटल, स्किन, मानसिक, नेत्र, गेस्ट्रो मेडिसिन, मेडिकल आंकोलॉजी समेत अन्य विभाग शामिल हैं। कई विभाग तो एक या दो डॉक्टरों के भरोसे संचालित हो रहे हैं। इसकी वजह से मरीजों को इलाज के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। मरीज को दो से तीन घंटे बाद इलाज मिल पा रहा हैं। वहीं मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के मानक भी अधूरे होने की आशंका बढ़ गई है। संस्थान प्रशासन का कहना हैं कि जल्द नई भर्ती की जाएगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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रेवाड़ी नगर परिषद हाउस की मीटिंग आज:विधायक लक्ष्मण यादव रहेंगे मौजूद, शहर से जुड़े विकास कार्यों पर लगेगी मोहर
रेवाड़ी नगर परिषद हाउस की मीटिंग आज:विधायक लक्ष्मण यादव रहेंगे मौजूद, शहर से जुड़े विकास कार्यों पर लगेगी मोहर हरियाणा के रेवाड़ी में गुरुवार को नगर परिषद हाउस की मीटिंग आयोजित की जाएगी। सुबह 11 बजे शहर के गढ़ी बोलनी रोड स्थित PWD रेस्ट हाउस में होने वाली इस बैठक की अध्यक्षता चेयपर्सन पूनम यादव करेंगी, जबकि विधायक लक्ष्मण सिंह यादव विशेष रूप से मौजूद रहेंगे। करीब 4 महीने बाद रेवाड़ी नगर परिषद हाउस की मीटिंग हो रही है। जिसमें शहर के विकास और समस्याओं पर मंथन किया जाएगा। साथ ही विभिन्न प्रस्ताव भी रखे जाएंगे, जिन्हें पार्षदों की सहमति से पास कराया जाएगा। बता दें कि, इस समय शहर में अतिक्रमण, स्ट्रीट लाइट और सफाई का मुद्दा सबसे ज्यादा गरमाया हुआ है। पार्षद इन मुद्दों को लेकर आज होने वाली सदन की बैठक में अपनी बात रखेंगे।
एसिड पीड़िता बोली- हरगिज हिम्मत नहीं हारूंगी, सजा दिलाकर रहूंगी:लखनऊ में कहा-मेरे साथ ही ऐसा क्यों? बेटी को देखकर रो पड़ा पिता
एसिड पीड़िता बोली- हरगिज हिम्मत नहीं हारूंगी, सजा दिलाकर रहूंगी:लखनऊ में कहा-मेरे साथ ही ऐसा क्यों? बेटी को देखकर रो पड़ा पिता उसने मेरी जिंदगी तबाह कर दी, उसे ऐसी सजा मिले कि कभी कोई एसिड अटैक करने की सोच भी न सके। जिस दर्द से गुजर रही हूं, इससे भी खौफनाक सजा उसे मिले। मैं हरगिज हिम्मत नहीं हारूंगी। न ही पढ़ाई छोड़ने वाली हूं। किसी के डर से घर में कैद नहीं रहूंगी। जिसने ये जख्म दिए, किसी भी हाल में उसे सजा दिलाकर ही रहूंगी। ये दर्द भरे शब्द एसिड अटैक पीड़िता के हैं। लड़की का इलाज लखनऊ के KGMU में चल रहा है। साथ में उसका मौसेरा भाई हर्ष भी भर्ती है। पहले बताते हैं क्या है मामला बुधवार सुबह 8 बजे छात्रा मौसेरे भाई के साथ लखनऊ के चौक एरिया में लोहिया पार्क के पास सड़क पर खड़ी थी। तभी एक युवक आया और छात्रा पर एसिड फेंक दिया, जिससे छात्रा के चेहरे का आधा हिस्सा बुरी तरह से झुलस गया। बचाने आया भाई भी जख्मी हो गया। पुलिस ने दोनों को KGMU के प्लास्टिक सर्जरी वार्ड में भर्ती कराया। बेटी के सवाल का जवाब नहीं दे पाए पिता
घटना के करीब 32 घंटे बीत जाने के बाद भी छात्रा दहशत, दर्द और बेचैनी की सबसे कठिन दौर से गुजर रही है। KGMU के डीलक्स प्राइवेट वॉर्ड में आने वाले रिश्तेदार, दोस्त और घरवालों से सिर्फ एक ही सवाल पूछ रही है- मेरे साथ ही ऐसा क्यों हुआ? यह सुनकर पिता की आंख भर आई। बेटी को हिम्मत दिलाते हुए कहा- आप मेरी सबसे स्ट्रांग बेटी हो, परेशानी की कोई बात नहीं, जल्द ही ठीक हो जाओगी। फिर सभी साथ में बाहर घूमने चलेंगे। करीब आधे घंटे बाद डीलक्स वॉर्ड में छात्रा के फूफा भी पहुंचे। छात्रा उनका हाथ पकड़कर यही पूछती रही कि फूफा मेरे साथ क्यों? जवाब में फूफा ने कहा कि बहादुर बेटियां परेशान नहीं होतीं। आरोपी को पुलिस ने दबोच लिया है। अब उसकी बाकी जिंदगी सलाखों के पीछे ही गुजरेगी। प्राइवेट वॉर्ड से निकलते ही पिता की आंख भर आई
इसी बीच रोते हुए पिता बाहर आए और कहा- बड़ी बेटी बीबीडी यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग कर बेंगलुरु में जॉब कर रही। यहां भर्ती दूसरे नंबर की बेटी BBA करने के बाद CAT की तैयारी कर रही है। IIM जैसे बड़े और नामी संस्थान से MBA करना चाह रही थी, लेकिन बुधवार सुबह की वो मनहूस घड़ी, न जाने क्यों उसका इंतजार कर रही थी। रात भर जलन से कराहती रही, पर MBA करने का दिखा जुनून
पिता कहते हैं- आंख में एसिड पड़ने के बाद से उसे तेज जलन महसूस हो रही थी। डॉक्टर बेस्ट इलाज जरूर कर रहे हैं, लेकिन बेटी रात भर दर्द से कराहती रही। सुबह होने पर उसने पूछा, पापा मैं ठीक कब हो जाऊंगी? मुझे MBA करना है, मैं IIM से ही MBA करूंगी। मेरा ये साल तो बर्बाद नहीं हो जाएगा? ऑनलाइन कोचिंग और टेस्ट सीरीज से पिछड़ तो नहीं जाऊंगी। पिता ने किसी तरह बेटी को समझाया कि उसका सपना जरूर पूरा होगा। पिता ने कहा- बेटी ने ग्रेजुएशन के तीसरे साल से ही तैयारी शुरू कर दी थी। ऑनलाइन टेस्ट सीरीज से तैयारी कर रही थी। अब उसे CAT की तैयारी में पिछड़ने का डर सता रहा है। आल राउंड टॉपर रही छात्रा
पिता कहते हैं- मेरी बेटी ऑल राउंड टॉपर रही। अमीनाबाद के महिला इंटर कॉलेज से हाईस्कूल टॉप किया। 12वीं में भी 80% से ऊपर नंबर आए। लखनऊ के नेशनल पीजी कॉलेज से बीबीए में एडमिशन कराया। इसी साल वह 75% से ज्यादा नंबरों से पास हुई। वॉट्सऐप पर दी थी अंजाम भुगतने की धमकी
छात्रा के घरवालों ने बताया- कुछ दिनों से अनजान नंबर से कॉल कर एक शख्स परेशान कर रहा था। मैसेज भी भेजता था। इस बारे में ज्यादा बेटी ने ध्यान नहीं दिया और घर में किसी को बताया भी नहीं। घटना से एक दिन पहले, मंगलवार को छात्रा को देर रात 2.36 बजे वॉट्सएप पर एक मैसेज भी भेजा था। जिसमें लिखा था..तुम मुझे अच्छी लगती हो… मैं तुम्हें पसंद करता हूं… मेरा नंबर अनब्लॉक करो और मुझसे मिलो… वरना अंजाम भुगतना होगा। हालांकि छात्रा ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और नंबर को ब्लॉक कर दिया। दर्द में मिला दोस्तों का साथ
घटना के बाद से छात्रा के साथ पढ़ने वाले उसके दोस्त भी हैरान परेशान हैं। घटना की सूचना मिलते ही KGMU पहुंचकर उसका हाल चाल जाना। एसिड अटैक की घटना से नेशनल पीजी कॉलेज के टीचर भी आहत दिखे। BBA की इंचार्ज निधि ने बताया कि एसिड अटैक का नाम सुनकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। छात्रा बेहद मेधावी है। आज सभी फैकल्टी मेंबर भी आए हैं। सभी ने कहा कि छात्रा की कभी कोई शिकायत नहीं मिली। वॉर्ड के बाहर पुलिस का पहरा
KGMU के वॉर्ड के बाहर सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात है। मजिस्ट्रेट ने भी पीड़िता के बयान दर्ज किए। पीड़िता ने उन्हें आपबीती बताई। पीड़िता ने कहा- आरोपी तंग कर रहा था। मुझे लगा कि नंबर ब्लॉक कर दिया है तो उससे छुटकारा मिल जाएगा। मुझे जरा सा भी अंदाजा नहीं था कि वह ऐसी हरकत करेगा। प्रॉक्टर ने मेडिकल छात्र की काउंसिलिंग की बात नकारी
KGMU के चीफ प्रॉक्टर डॉ. क्षितिज श्रीवास्तव ने बताया कि घटना बेहद भयावह है। विश्वविद्यालय का एक MBBS छात्र भी गंभीर रूप से झुलस गया है। MBBS छात्र को किसी प्रकार के डिप्रेशन में होने की बात गलत है। झुलसने के बाद त्वचा का रंग हुआ गहरा KGMU के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के हेड डॉ. विजय कुमार ने बताया- गंभीर हालात में छात्रा और MBBS स्टूडेंट को लाया गया। दोनों प्राइवेट वॉर्ड में भर्ती हैं। उन पर नजर रखी जा रही है। 24 घंटे के बाद पीड़िता के चेहरे की त्वचा का रंग और गहरा हुआ है। अगर उसकी त्वचा के साथ मांस और हड्डी को नुकसान पहुंचा है तो स्थिति गंभीर हो सकती है। छात्रा की आंख में भी छींटे पड़े हैं। उसके भाई के घाव गहरे हैं। उसकी हालत ज्यादा नाजुक है, पर दोनों खतरे से बाहर हैं। अगले कुछ दिनों में जरूरत के अनुसार सर्जरी का फैसला लिया जाएगा। इलाज के खर्चे में भी देगा मदद डॉ. विजय ने कहा- छात्रा को हर संभव मदद दी जा रही है। चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन से भी लगातार बात हो रही है। MBBS छात्र, KGMU का ही स्टूडेंट हैं तो उसके इलाज में कोई अड़चन नहीं आएगी। ये भी पढ़ें… लखनऊ एसिड अटैक…आरोपी के 8 नंबर ब्लॉक किए थे:लड़की ने समझाने के लिए बुलाया था; भाई का कॉमन फ्रेंड है आरोपी लखनऊ में एसिड पीड़िता ने आरोपी युवक का मोबाइल नंबर ब्लॉक किया तो वो सिम बदलकर मैसेज करने लगा। एक के बाद एक लड़की ने उसके 8 नंबर ब्लॉक किए। आरोपी ने 9वीं बार सिम खरीदा और फिर मैसेज किया। वॉट्सऐप पर लिखा- एक बार बात करने में क्या जाएगा। लड़की ने जवाब नहीं दिया तो रास्ते में उसपर एसिड फेंक दिया। पुलिस की जांच में इसका खुलासा हुआ है। पढ़ें पूरी खबर… लखनऊ में छात्रा पर एसिड अटैक, VIDEO:दर्द से छटपटाती रही, भाई संभालता रहा; CM योगी ने फोन कर हाल जाना छात्रा पर तेजाब फेंकने के तुरंत बाद का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। फुटेज एसिड फेंकने के तुरंत बाद का है। इसमें छात्रा छटपटाती दिख रही है। इधर-उधर भाग रही है। भाई बोतल से बहन के चेहरे पर पानी डाल रहा है। वह दर्द से चीख रही है। कुछ देर बाद आसपास के लोग इकट्ठा होते हैं। पुलिस को सूचना दी जाती है और फिर उसको अस्पताल पहुंचाया जाता है। वहीं सीएम योगी ने फोन कर पीड़िता का हाल जाना। पढ़ें पूरी खबर…
’19 हजार से ज्यादा पद भरे जाएंगे’, खाली पदों को खत्म करने पर सुक्खू सरकार का यू-टर्न?
’19 हजार से ज्यादा पद भरे जाएंगे’, खाली पदों को खत्म करने पर सुक्खू सरकार का यू-टर्न? <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh News:</strong> हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार एक अधिसूचना जारी कर फंस गई है. जिसकी वजह से सोशल मीडिया पर सरकार को खूब ट्रोल किया गया और जमकर विरोध भी हुआ. विपक्ष को भी बैठे-बिठाये सरकार को घेरने का एक नया मौका मिल गया. दरअसल, 23 अक्टूबर को जारी हुई अधिसूचना में राज्य सरकार की ओर से कहा गया था कि सरकारी विभागों में दो या इससे ज्यादा साल से खाली पड़े पदों को खत्म कर दिया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं इसपर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सोशल मीडिया पर प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में कुछ पदों को खत्म किए जाने की सूचनाएं तथ्यों पर आधारित नहीं हैं. यह सूचना महज भ्रामक प्रचार हैं. सरकार के विभिन्न विभागों में ऐसे अनेक पद हैं, जिन पर कई सालों से कोई काम नहीं हो रहा है. मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उन पदों का जरूरत के मुताबिक पदनाम बदला जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>19 हजार से ज्यादा पदों को भरने जा रही सरकार</strong><br />मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार अलग-अलग विभागों में 2 हजार 511 पद सृजित किए गए हैं और 16 हजार 592 पद भरे जा रहे हैं. हिमाचल प्रदेश में कुल 19 हजार 103 पदों को भरने की प्रक्रिया चल रही है. मुख्यमंत्री ने बताया कि शिक्षा विभाग में 268, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में 1 हजार 623, गृह विभाग में 442, जल शक्ति विभाग में 85, लोक निर्माण विभाग में 64 और राजस्व विभाग में 29 पद सृजित किए गए हैं. शिक्षा विभाग में 5 हजार 861, स्वास्थ्य विभाग में 1 हजार 056, गृह विभाग में 1 हजार 482, वन विभाग में 2 हजार 266, जल शक्ति विभाग 4 हजार 701, लोक निर्माण विभाग में 299 और राजस्व विभाग में 927 पद भरे जा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी पर भ्रामक प्रचार करने के आरोप</strong><br />मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्पष्ट करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने सिर्फ ऐसे पदों को खत्म करने के लिए कहा है, जिनकी अब जरूरत नहीं है. उदाहरण के तौर पर क्लर्क, टाइपिस्ट की जगह जेओए-आईटी के पद सृजित कर भरे जा रहे हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि अब हिमाचल सरकार के अलग-अलग विभागों में जिन पदों की जरूरत नहीं है, उनका पदनाम बदल जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी भ्रामक प्रचार करने के लिए जानी जाती है. इस मुद्दे पर भी बीजेपी ने झूठ परोसने की कोशिश की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”‘इंडस्ट्रियल सेक्टर में 80 फीसदी हिमाचलियों को मिले रोजगार’, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान के सख्त निर्देश” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/industry-minister-harsh-vardhan-chauhan-says-80-percent-get-employment-industrial-sector-ann-2811351″ target=”_blank” rel=”noopener”>’इंडस्ट्रियल सेक्टर में 80 फीसदी हिमाचलियों को मिले रोजगार’, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान के सख्त निर्देश</a></strong></p>