हरियाणा के नूंह में हुए दंगों के दौरान सुर्खियों में आए कांग्रेस के निवर्तमान विधायक मामन खान अब विधानसभा चुनाव के दौरान एक और भड़काऊ बयान के चलते चर्चा में आ गए हैं। उन्हें कांग्रेस ने फिर से फिरोजपुर झिरका विधानसभा सीट से टिकट दिया है। चुनाव प्रचार के लिए विधानसभा के गांव बीवां में पहुंचे मामन खान ने चेतावनी भर लहजे में कहा है कि लोगों ने मेवात के बच्चों के साथ अन्याय किया हैं, कांग्रेस की सरकार बनते ही उन्हें मेवात छोड़ना पड़ेगा। कांग्रेस उम्मीदवार का यह बयान अब खूब वायरल हो रहा है। यहां पढ़िए, मामन खान का पूरा बयान…
गांव बीवां में चुनाव प्रचार करने पहुंचे कांग्रेस उम्मीदवार मामन खान ने नूंह हिंसा का जिक्र करते हुए कहा, ‘मुझे पता है कि जब यह कांड हुआ था तब काफी घरों में चूल्हे भी नहीं सुलगे थे। लेकिन, हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। इसमें मेरा परिवार और आपका परिवार कोई अलग नहीं है। हम सबका परिवार एक है। हमें इस बात का दुख नहीं होना चाहिए कि मेरे घर में चूल्हा नहीं सुलगा, आपके घर में चूल्हा नहीं सुलगा, मेरे बच्चे ने रोटी नहीं खाई, आपके बच्चे ने रोटी नहीं खाई। दर्द सबको है। पता सबको है। वक्त आएगा और सरकार बनेगी, इंशाअल्लाह। जिन जालिमों ने हमारे बच्चों के साथ अन्याय किया है, मुझे एक-एक की पता है, एक-एक को जानता हूं, जिन्होंने लिस्ट दी है। किसी भी सूरत में बख्शूंगा नहीं। या तो उन्हें मेवात छोड़ना पड़ेगा, यहां नहीं रहना पड़ेगा, या बाहर जाना पड़ेगा।’ हरियाणा भाजपा ने प्रतिक्रिया दी
मामन खान नूंह में पिछले साल बृजमंडल यात्रा में हुई हिंसा को सबसे बड़ा मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ रहे हैं और वोट मांग रहे हैं। मामन खान के बयान पर हरियाणा भाजपा ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। X पर लिखा, ‘अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो दंगे करवाएगी। गलती से भी अगर कांग्रेस की सरकार बन गई तो हिंदुओं को पलायन करना पड़ेगा।’ नूंह हिंसा से पहले 2 बयान देकर फंसे मामन खान… पहला बयान : हिंसा से करीब 6 महीने पहले हरियाणा विधानसभा में राजस्थान के जुनैद–नासिर हत्याकांड पर हंगामा हुआ था। तब मामन खान ने कहा था कि अबकी बार मोनू मानेसर मेवात आया तो उसे प्याज की तरह फोड़ देंगे। फिर फरवरी 2023 में मामन खान ने हरियाणा विधानसभा में मानेसर को दोबारा मेवात आने की चुनौती दी थी। उन्होंने कहा था कि वह उसे सबक सिखाएंगे। बता दें कि फरवरी माह में नासिर-जुनैद की हत्या हुई थी। दोनों फिरोजपुर-झिरका से लगते राजस्थान के भरतपुर जिले के रहने वाले थे। दोनों की हत्या के बाद मेवात के लोगों में भी गुस्सा था। नूंह में हुई हिंसा के बाद मोनू मानेसर ने एक इंटरव्यू में आरोप लगाया था कि मामन खान ने ही लोगों को हिंसा के लिए उकसाया। दूसरा बयान : बृजमंडल यात्रा से 2 दिन पहले मोनू मानेसर ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि वह यात्रा में शामिल होने के लिए टीम के साथ नूंह आएगा। इसके जवाब में मामन खान ने फेसबुक पर लिखा था, ‘किसी भी साथी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। मैंने विधानसभा में भी आपकी लड़ाई लड़ी थी। मेवात में भी आपकी लड़ाई मैं ही लडूंगा।’ इन बयानों के बाद ही मामन खान राजस्थान से गिरफ्तार हुए थे। SIT की रिपोर्ट के आधार पर उन्हें 14 सितंबर 2023 को गिरफ्तार किया गया था। वहीं, 18 अक्टूबर 2023 को हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी। जुलाई 2023 में हुई नूंह हिंसा, 6 लोगों की हुई थी मौत
बता दें कि विश्व हिंदू परिषद की तरफ से 31 जुलाई 2023 को हरियाणा के नूंह में बृजमंडल यात्रा निकाली गई थी। नल्हड़ स्थित नल्हेश्वर मंदिर से यात्रा निकलने के बाद तिरंगा पार्क के पास पथराव हो गया था। इसके बाद पूरे नूंह शहर ही नहीं, बल्कि पड़ोसी जिलों में भी हिंसा फैल गई थी। हिंसा में होमगार्ड के 2 जवानों सहित 6 लोगों की मौत हो गई थी। 60 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। हिंसा भड़काने का आरोप 3 बड़े चेहरों पर लगा था। इनमें गौरक्षक मोनू मानेसर, बिट्टू बजरंगी और कांग्रेस विधायक मामन खान शामिल हैं। मामन खान पर विधानसभा और हिंसा से पहले की गई पोस्ट को लेकर सवाल खड़े किए गए। नूंह पुलिस ने सबसे पहले बिट्टू बजरंगी को गिरफ्तार किया। इसके बाद मामन खान को 2 बार नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वह नहीं आए। फिर उन्हें मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान से पकड़ा गया। हरियाणा के नूंह में हुए दंगों के दौरान सुर्खियों में आए कांग्रेस के निवर्तमान विधायक मामन खान अब विधानसभा चुनाव के दौरान एक और भड़काऊ बयान के चलते चर्चा में आ गए हैं। उन्हें कांग्रेस ने फिर से फिरोजपुर झिरका विधानसभा सीट से टिकट दिया है। चुनाव प्रचार के लिए विधानसभा के गांव बीवां में पहुंचे मामन खान ने चेतावनी भर लहजे में कहा है कि लोगों ने मेवात के बच्चों के साथ अन्याय किया हैं, कांग्रेस की सरकार बनते ही उन्हें मेवात छोड़ना पड़ेगा। कांग्रेस उम्मीदवार का यह बयान अब खूब वायरल हो रहा है। यहां पढ़िए, मामन खान का पूरा बयान…
गांव बीवां में चुनाव प्रचार करने पहुंचे कांग्रेस उम्मीदवार मामन खान ने नूंह हिंसा का जिक्र करते हुए कहा, ‘मुझे पता है कि जब यह कांड हुआ था तब काफी घरों में चूल्हे भी नहीं सुलगे थे। लेकिन, हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। इसमें मेरा परिवार और आपका परिवार कोई अलग नहीं है। हम सबका परिवार एक है। हमें इस बात का दुख नहीं होना चाहिए कि मेरे घर में चूल्हा नहीं सुलगा, आपके घर में चूल्हा नहीं सुलगा, मेरे बच्चे ने रोटी नहीं खाई, आपके बच्चे ने रोटी नहीं खाई। दर्द सबको है। पता सबको है। वक्त आएगा और सरकार बनेगी, इंशाअल्लाह। जिन जालिमों ने हमारे बच्चों के साथ अन्याय किया है, मुझे एक-एक की पता है, एक-एक को जानता हूं, जिन्होंने लिस्ट दी है। किसी भी सूरत में बख्शूंगा नहीं। या तो उन्हें मेवात छोड़ना पड़ेगा, यहां नहीं रहना पड़ेगा, या बाहर जाना पड़ेगा।’ हरियाणा भाजपा ने प्रतिक्रिया दी
मामन खान नूंह में पिछले साल बृजमंडल यात्रा में हुई हिंसा को सबसे बड़ा मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ रहे हैं और वोट मांग रहे हैं। मामन खान के बयान पर हरियाणा भाजपा ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। X पर लिखा, ‘अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो दंगे करवाएगी। गलती से भी अगर कांग्रेस की सरकार बन गई तो हिंदुओं को पलायन करना पड़ेगा।’ नूंह हिंसा से पहले 2 बयान देकर फंसे मामन खान… पहला बयान : हिंसा से करीब 6 महीने पहले हरियाणा विधानसभा में राजस्थान के जुनैद–नासिर हत्याकांड पर हंगामा हुआ था। तब मामन खान ने कहा था कि अबकी बार मोनू मानेसर मेवात आया तो उसे प्याज की तरह फोड़ देंगे। फिर फरवरी 2023 में मामन खान ने हरियाणा विधानसभा में मानेसर को दोबारा मेवात आने की चुनौती दी थी। उन्होंने कहा था कि वह उसे सबक सिखाएंगे। बता दें कि फरवरी माह में नासिर-जुनैद की हत्या हुई थी। दोनों फिरोजपुर-झिरका से लगते राजस्थान के भरतपुर जिले के रहने वाले थे। दोनों की हत्या के बाद मेवात के लोगों में भी गुस्सा था। नूंह में हुई हिंसा के बाद मोनू मानेसर ने एक इंटरव्यू में आरोप लगाया था कि मामन खान ने ही लोगों को हिंसा के लिए उकसाया। दूसरा बयान : बृजमंडल यात्रा से 2 दिन पहले मोनू मानेसर ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि वह यात्रा में शामिल होने के लिए टीम के साथ नूंह आएगा। इसके जवाब में मामन खान ने फेसबुक पर लिखा था, ‘किसी भी साथी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। मैंने विधानसभा में भी आपकी लड़ाई लड़ी थी। मेवात में भी आपकी लड़ाई मैं ही लडूंगा।’ इन बयानों के बाद ही मामन खान राजस्थान से गिरफ्तार हुए थे। SIT की रिपोर्ट के आधार पर उन्हें 14 सितंबर 2023 को गिरफ्तार किया गया था। वहीं, 18 अक्टूबर 2023 को हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी। जुलाई 2023 में हुई नूंह हिंसा, 6 लोगों की हुई थी मौत
बता दें कि विश्व हिंदू परिषद की तरफ से 31 जुलाई 2023 को हरियाणा के नूंह में बृजमंडल यात्रा निकाली गई थी। नल्हड़ स्थित नल्हेश्वर मंदिर से यात्रा निकलने के बाद तिरंगा पार्क के पास पथराव हो गया था। इसके बाद पूरे नूंह शहर ही नहीं, बल्कि पड़ोसी जिलों में भी हिंसा फैल गई थी। हिंसा में होमगार्ड के 2 जवानों सहित 6 लोगों की मौत हो गई थी। 60 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। हिंसा भड़काने का आरोप 3 बड़े चेहरों पर लगा था। इनमें गौरक्षक मोनू मानेसर, बिट्टू बजरंगी और कांग्रेस विधायक मामन खान शामिल हैं। मामन खान पर विधानसभा और हिंसा से पहले की गई पोस्ट को लेकर सवाल खड़े किए गए। नूंह पुलिस ने सबसे पहले बिट्टू बजरंगी को गिरफ्तार किया। इसके बाद मामन खान को 2 बार नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वह नहीं आए। फिर उन्हें मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान से पकड़ा गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर