पिहोवा में जलती चिताओं से शव बाहर निकाले:पुलिस ने नहीं कराया था पोस्टमॉर्टम; 90% तक जले, जहरीला पदार्थ खाने से बाप-बेटे की मौत

पिहोवा में जलती चिताओं से शव बाहर निकाले:पुलिस ने नहीं कराया था पोस्टमॉर्टम; 90% तक जले, जहरीला पदार्थ खाने से बाप-बेटे की मौत

पिहोवा के सैयाना सैदा गांव में पुलिस ने बाप-बेटे की जलती चिताओं से शव को बाहर निकाला। फोरेंसिक टीम बुलाकर मृतकों के नमूने एकत्रित किए। सब इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने बताया कि उन्हें फोन पर सूचना मिली कि सैयाना सैदा गांव निवासी 40 साल के शेर सिंह और उसके 3 साल के बेटे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। जब वे गांव में पहुंचे तो उन्होंने देखा कि दोनों की चिताएं जल रही थी। पुलिस ने तुरंत चिता को ठंडा कर दोनों बाप-बेटे के शवों के नमूने एकत्रित करवाए। उन्होंने बताया कि शव 90% जल चुके थे। मामला संदिग्ध होने के चलते पिहोवा थाना सदर में परिजनों ने इसकी शिकायत की थी। दोनों शवों के सैंपल जांच हेतु लैब में भेज दिए है। उनकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। मृतक के परिजन बलविंद्र ने बताया कि उसके भाई का लड़का शेर सिंह अपने बच्चों सहित अपने माता- पिता से अलग रहता था। जिसके 3 बच्चे हैं। सबसे छोटा बच्चा परम जोकि 3 साल का है। बलविंदर ने बताया कि शेर सिंह का बड़ा बेटा हरि सिंह मेरे पास आया और बताया कि उसके पापा और उसका छोटा भाई उठ नहीं रहे हैं। वे तुरंत मौके पर पहुंचे तो देखा कि वे दोनों मृत अवस्था में थे। परिजनों के अनुसार मृतक शेर सिंह और उसके बेटे ने गलती से कोई नशीली दवा खा ली है। जिस कारण उनकी मौत हुई है। पिहोवा के सैयाना सैदा गांव में पुलिस ने बाप-बेटे की जलती चिताओं से शव को बाहर निकाला। फोरेंसिक टीम बुलाकर मृतकों के नमूने एकत्रित किए। सब इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने बताया कि उन्हें फोन पर सूचना मिली कि सैयाना सैदा गांव निवासी 40 साल के शेर सिंह और उसके 3 साल के बेटे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। जब वे गांव में पहुंचे तो उन्होंने देखा कि दोनों की चिताएं जल रही थी। पुलिस ने तुरंत चिता को ठंडा कर दोनों बाप-बेटे के शवों के नमूने एकत्रित करवाए। उन्होंने बताया कि शव 90% जल चुके थे। मामला संदिग्ध होने के चलते पिहोवा थाना सदर में परिजनों ने इसकी शिकायत की थी। दोनों शवों के सैंपल जांच हेतु लैब में भेज दिए है। उनकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। मृतक के परिजन बलविंद्र ने बताया कि उसके भाई का लड़का शेर सिंह अपने बच्चों सहित अपने माता- पिता से अलग रहता था। जिसके 3 बच्चे हैं। सबसे छोटा बच्चा परम जोकि 3 साल का है। बलविंदर ने बताया कि शेर सिंह का बड़ा बेटा हरि सिंह मेरे पास आया और बताया कि उसके पापा और उसका छोटा भाई उठ नहीं रहे हैं। वे तुरंत मौके पर पहुंचे तो देखा कि वे दोनों मृत अवस्था में थे। परिजनों के अनुसार मृतक शेर सिंह और उसके बेटे ने गलती से कोई नशीली दवा खा ली है। जिस कारण उनकी मौत हुई है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर