बीजेपी MLA बनते ही कंवर सिंह का फूटा गुस्सा:रामबिलास शर्मा पर लगाए आरोप; बोले- उन्होंने बगावत की, पार्टी को ऐसे नेताओं से दूर रहना चाहिए

बीजेपी MLA बनते ही कंवर सिंह का फूटा गुस्सा:रामबिलास शर्मा पर लगाए आरोप; बोले- उन्होंने बगावत की, पार्टी को ऐसे नेताओं से दूर रहना चाहिए

हरियाणा के महेंद्रगढ़ का विधायक बनते ही कंवर सिंह यादव ने भाजपा के नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पंडित राम बिलास शर्मा पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राम बिलास शर्मा ने पार्टी के साथ बगावत की है, चुनाव में उनका साथ भी नहीं दिया। उन्होंने यहां तक कह दिया कि पार्टी को ऐसे नेताओं से बचकर रहना चाहिए। चुनाव जीतने के बाद कंवर सिंह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
पंडित राम बिलास शर्मा इस सीट से टिकट मांग रहे थे, लेकिन उनकी टिकट काटकर उनकी जगह कंवर सिंह यादव को उम्मीदवार बनाया था। राम बिलास शर्मा का पहली लिस्ट में नाम नहीं आने के बाद दूसरी लिस्ट से पहले ही निर्दलीय नामांकन कर दिया था। हालांकि बाद में पार्टी के नेताओं के समझाने के बाद उन्होंने अपना पर्चा वापस ले लिया था। समर्थन में नहीं की कोई जनसभा महेंद्रगढ़ विधानसभा में इस बार भाजपा ने कद्दावर नेता रामबिलास शर्मा की टिकट काटकर पार्टी के वरिष्ठ नेता कंवर सिंह यादव को टिकट दी। टिकट मिलने के बाद से ही रामबिलास शर्मा नाराज दिखाई दे रहे थे तथा उन्होंने कई बैठक कर नाराजगी भी जताई थी। कंवर सिंह ने आरोप लगाया है कि पार्टी ने उन्हें टिकट दी थी, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने मेरे समर्थन में कोई भी जनसभा नहीं की और न ही उनके साथ चुनाव प्रचार के लिए आगे आए। पहले से ही 36 का आंकड़ा रामबिलास शर्मा और कंवर सिंह यादव का पहले से ही 36 का आंकड़ा है। यही कारण रहा की पार्टी द्वारा कंवर सिंह को टिकट दिए जाने के बाद से रामविलास शर्मा ने कंवर सिंह यादव से किनारा कर लिया था। हालांकि एक बार वे उनको बधाई देने के लिए अवश्य गए थे। विधायक बनने के बाद कंवर सिंह यादव ने कहा कि रामबिलास शर्मा टिकट मिलने के बाद उनसे नाराज थे तथा आगे भी वे नाराज ही रहेंगे। कार्यकर्ताओं और लोगों का मिला समर्थन उन्होंने कहा कि उनकी नाराजगी के बाद भी कार्यकर्ताओं तथा लोगों ने उनका पूरा समर्थन दिया, जिसकी वजह से उन्होंने जीत हासिल की है। उन्होंने कहा कि वे पार्टी से झोली फैलाकर टिकट नहीं लेकर आए, बल्कि पार्टी ने उनको खुद टिकट दी है। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी होती अगर रामबिलास शर्मा उनके मार्गदर्शन बनकर काम करते, लेकिन रामबिलास शर्मा ने ऐसा नहीं किया। कहने और करने के कुछ और उनको जितनी खुराफात करनी थी, जितना चुनाव डैमेज करना था उतना उन्होंने डैमेज करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि कहने को तो वे कहते हैं कि उनकी मौत होगी, तब वे पार्टी के झंडे से लिपट कर जाएंगे, लेकिन वह कहने के कुछ और करने के कुछ और हैं। ऐसे में वह पार्टी कार्यकर्ताओं और पार्टी से कहता हूं कि हमें ऐसे लोगों से बचकर रहना होगा। हरियाणा के महेंद्रगढ़ का विधायक बनते ही कंवर सिंह यादव ने भाजपा के नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पंडित राम बिलास शर्मा पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राम बिलास शर्मा ने पार्टी के साथ बगावत की है, चुनाव में उनका साथ भी नहीं दिया। उन्होंने यहां तक कह दिया कि पार्टी को ऐसे नेताओं से बचकर रहना चाहिए। चुनाव जीतने के बाद कंवर सिंह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
पंडित राम बिलास शर्मा इस सीट से टिकट मांग रहे थे, लेकिन उनकी टिकट काटकर उनकी जगह कंवर सिंह यादव को उम्मीदवार बनाया था। राम बिलास शर्मा का पहली लिस्ट में नाम नहीं आने के बाद दूसरी लिस्ट से पहले ही निर्दलीय नामांकन कर दिया था। हालांकि बाद में पार्टी के नेताओं के समझाने के बाद उन्होंने अपना पर्चा वापस ले लिया था। समर्थन में नहीं की कोई जनसभा महेंद्रगढ़ विधानसभा में इस बार भाजपा ने कद्दावर नेता रामबिलास शर्मा की टिकट काटकर पार्टी के वरिष्ठ नेता कंवर सिंह यादव को टिकट दी। टिकट मिलने के बाद से ही रामबिलास शर्मा नाराज दिखाई दे रहे थे तथा उन्होंने कई बैठक कर नाराजगी भी जताई थी। कंवर सिंह ने आरोप लगाया है कि पार्टी ने उन्हें टिकट दी थी, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने मेरे समर्थन में कोई भी जनसभा नहीं की और न ही उनके साथ चुनाव प्रचार के लिए आगे आए। पहले से ही 36 का आंकड़ा रामबिलास शर्मा और कंवर सिंह यादव का पहले से ही 36 का आंकड़ा है। यही कारण रहा की पार्टी द्वारा कंवर सिंह को टिकट दिए जाने के बाद से रामविलास शर्मा ने कंवर सिंह यादव से किनारा कर लिया था। हालांकि एक बार वे उनको बधाई देने के लिए अवश्य गए थे। विधायक बनने के बाद कंवर सिंह यादव ने कहा कि रामबिलास शर्मा टिकट मिलने के बाद उनसे नाराज थे तथा आगे भी वे नाराज ही रहेंगे। कार्यकर्ताओं और लोगों का मिला समर्थन उन्होंने कहा कि उनकी नाराजगी के बाद भी कार्यकर्ताओं तथा लोगों ने उनका पूरा समर्थन दिया, जिसकी वजह से उन्होंने जीत हासिल की है। उन्होंने कहा कि वे पार्टी से झोली फैलाकर टिकट नहीं लेकर आए, बल्कि पार्टी ने उनको खुद टिकट दी है। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी होती अगर रामबिलास शर्मा उनके मार्गदर्शन बनकर काम करते, लेकिन रामबिलास शर्मा ने ऐसा नहीं किया। कहने और करने के कुछ और उनको जितनी खुराफात करनी थी, जितना चुनाव डैमेज करना था उतना उन्होंने डैमेज करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि कहने को तो वे कहते हैं कि उनकी मौत होगी, तब वे पार्टी के झंडे से लिपट कर जाएंगे, लेकिन वह कहने के कुछ और करने के कुछ और हैं। ऐसे में वह पार्टी कार्यकर्ताओं और पार्टी से कहता हूं कि हमें ऐसे लोगों से बचकर रहना होगा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर