झांसी में बेटी की सगाई से दो दिन पहले पिता ने सुसाइड कर लिया। परिवार का कहना है कि आर्थिक तंगी से वह परेशान थे। फसल खराब देखकर खेत पर ही पेड़ पर गमछा से फांसी लगा ली। पिता की मौत के बाद बेटी की सगाई को टाल दिया गया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पूरा मामला बरुअसागर थाना क्षेत्र के जरबो गांव का है। 6 दिन पहले घर लौटा था पिता
दिनेश अहिरवार (40) बरुआसागर के जरबो गांव के रहने वाले थे। दिनेश के भतीजे दशरथ अहिरवार ने बताया- मेरे चाचा दिनेश मेहनत मजदूरी करते थे। फिलहाल वह अपनी पत्नी सुनीता के साथ ग्वालियर में मजदूरी कर रहे थे। कुछ दिन पहले चाचा दिनेश ने अपनी 18 साल की बेटी मोहनी की शादी गुरसराए क्षेत्र के अस्ता गांव में तय कर दी थी। दशहरा को फलदान व सगाई का प्रोग्राम था। इसकी तैयारी चल रही थी। 6 दिन पहले चाचा और चाची भी ग्वालियर से घर आ गए थे। खेत पर जाकर लगाई फांसी
भतीजे ने आगे बताया कि चाचा की आर्थिक स्थिति बहुत दयनीय थी। उनके 3 बीघा के खेत में मूंगफली और उड़द की फसल खड़ी थी। पिछले दिनों हुई बारिश से फसल को भी नुकसान पहुंचा था। फलदान व सगाई के लिए पैसों का इंतजाम नहीं हो पा रहा था। इसको लेकर चाचा डिप्रेशन में थे। बुधवार को वह घर से खेत पर गए थे। वहां पर चिरौल के पेड़ पर गमछा से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। थोड़ी देर बाद बेटी देखने गई तो पिता फंदे पर लटके थे। बेटी के चीखने चिल्लाने पर आसपास के लोग आ गए। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। घर में मचा कोहराम
जिस घर में बेटी की शादी को लेकर खुशियों का माहौल था, वहां पर पिता की मौत के बाद मातम छा गया। शव देखकर परिजन रोने बिलखने लगे। दिनेश की एक बेटी के अलावा 14 साल का बेटा सुगंध अहिरवार है। भतीजे ने आगे बताया कि चाचा दिनेश की मौत के बाद उनकी बेटी के फलदान व सगाई के प्रोग्राम को निरस्त कर दिया है। मामले में बरुआसागर थाना प्रभारी सरिता का कहना है कि आर्थिक तंगी की वजह से दिनेश ने सुसाइड किया है। उनकी बेटी के फलदान का प्रोग्राम भी होना था। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम करवाया गया है। यह भी पढें आगरा में कारोबारी पर 9 करोड़ के फ्रॉड की FIR:प्रखर गर्ग ने एक साल पहले 510 करोड़ दान की बात कही थी; शहर छोड़कर भागे आगरा के रियल एस्टेट कारोबारी प्रखर गर्ग पर 9 करोड़ के फ्रॉड की FIR दर्ज की गई है। एक साल पहले उन्होंने वृंदावन कॉरिडोर के लिए 510 करोड़ रुपए दान देने की इच्छा जताई थी, जिसके बाद वो सुर्खियों में आए थे। FIR के बाद से ही वो परिवार सहित शहर छोड़कर फरार हो गए। पढ़िए पूरी खबर… झांसी में बेटी की सगाई से दो दिन पहले पिता ने सुसाइड कर लिया। परिवार का कहना है कि आर्थिक तंगी से वह परेशान थे। फसल खराब देखकर खेत पर ही पेड़ पर गमछा से फांसी लगा ली। पिता की मौत के बाद बेटी की सगाई को टाल दिया गया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पूरा मामला बरुअसागर थाना क्षेत्र के जरबो गांव का है। 6 दिन पहले घर लौटा था पिता
दिनेश अहिरवार (40) बरुआसागर के जरबो गांव के रहने वाले थे। दिनेश के भतीजे दशरथ अहिरवार ने बताया- मेरे चाचा दिनेश मेहनत मजदूरी करते थे। फिलहाल वह अपनी पत्नी सुनीता के साथ ग्वालियर में मजदूरी कर रहे थे। कुछ दिन पहले चाचा दिनेश ने अपनी 18 साल की बेटी मोहनी की शादी गुरसराए क्षेत्र के अस्ता गांव में तय कर दी थी। दशहरा को फलदान व सगाई का प्रोग्राम था। इसकी तैयारी चल रही थी। 6 दिन पहले चाचा और चाची भी ग्वालियर से घर आ गए थे। खेत पर जाकर लगाई फांसी
भतीजे ने आगे बताया कि चाचा की आर्थिक स्थिति बहुत दयनीय थी। उनके 3 बीघा के खेत में मूंगफली और उड़द की फसल खड़ी थी। पिछले दिनों हुई बारिश से फसल को भी नुकसान पहुंचा था। फलदान व सगाई के लिए पैसों का इंतजाम नहीं हो पा रहा था। इसको लेकर चाचा डिप्रेशन में थे। बुधवार को वह घर से खेत पर गए थे। वहां पर चिरौल के पेड़ पर गमछा से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। थोड़ी देर बाद बेटी देखने गई तो पिता फंदे पर लटके थे। बेटी के चीखने चिल्लाने पर आसपास के लोग आ गए। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। घर में मचा कोहराम
जिस घर में बेटी की शादी को लेकर खुशियों का माहौल था, वहां पर पिता की मौत के बाद मातम छा गया। शव देखकर परिजन रोने बिलखने लगे। दिनेश की एक बेटी के अलावा 14 साल का बेटा सुगंध अहिरवार है। भतीजे ने आगे बताया कि चाचा दिनेश की मौत के बाद उनकी बेटी के फलदान व सगाई के प्रोग्राम को निरस्त कर दिया है। मामले में बरुआसागर थाना प्रभारी सरिता का कहना है कि आर्थिक तंगी की वजह से दिनेश ने सुसाइड किया है। उनकी बेटी के फलदान का प्रोग्राम भी होना था। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम करवाया गया है। यह भी पढें आगरा में कारोबारी पर 9 करोड़ के फ्रॉड की FIR:प्रखर गर्ग ने एक साल पहले 510 करोड़ दान की बात कही थी; शहर छोड़कर भागे आगरा के रियल एस्टेट कारोबारी प्रखर गर्ग पर 9 करोड़ के फ्रॉड की FIR दर्ज की गई है। एक साल पहले उन्होंने वृंदावन कॉरिडोर के लिए 510 करोड़ रुपए दान देने की इच्छा जताई थी, जिसके बाद वो सुर्खियों में आए थे। FIR के बाद से ही वो परिवार सहित शहर छोड़कर फरार हो गए। पढ़िए पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर