‘बार संघ अध्यक्ष अवधेश सिंह को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने मेरे गिरेबान पर हाथ डाला है…।’ ये दावा लखीमपुर में सदर सीट से भाजपा विधायक योगेश वर्मा ने किया। उन्होंने कहा- मेरे साथ जब घटना हुई, तब प्रशासन एक्टिव हुआ। अवधेश सिंह एंड कंपनी ने लोगों के पर्चे फाड़े। बार संघ के अध्यक्ष होने के बाद भी अवधेश सिंह ऐसी हरकत करते हैं। क्या किसी का ऐसी हरकत करना उचित है? निष्पक्ष चुनाव की आशा नहीं थी। पहले ही मैंने बवाल की आशंका जताई थी। अगर पहले से प्रशासन एक्टिव रहता तो ऐसा नहीं होता। आईजी रेंज प्रशांत कुमार ने बुधवार की शाम लखीमपुर पहुंचे। उन्होंने मामले की जानकारी ली। कहा- सभी पहलुओं की जांच कराई जाएगी। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी। हालांकि, अभी तक किसी भी पक्ष ने पुलिस से शिकायत नहीं की है। सूत्रों का कहना है कि विधायक को लखनऊ तलब किया गया है। वे लखनऊ पहुंच गए हैं। क्या पहले से दोनों गुटों में तनातनी चल रही थी? क्या पुलिस प्रशासन से चूक हुई? विस्तार से पढ़िए… पहले देखिए 3 फोटो विधायक कुछ समझ पाते, अवधेश सिंह ने जड़ दिया थप्पड़ तारीख- 9 अक्टूबर।
समय- 10 बजे। तय कार्यक्रम के मुताबिक, लखीमपुर अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक प्रबंध समिति सदस्यों के चुनाव के लिए प्रधान कार्यालय में नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई। एक घंटे बीतने के बाद 11 बजे हंगामा होने लगा कि कुछ उम्मीदवारों के पर्चे छीने जा रहे हैं। बैंक के पास ही सेंट डॉन बॉस्को कॉलेज वाली गली में भाजपा विधायक योगेश वर्मा और अवधेश सिंह का आमना सामना हो गया। विधायक ने कहा- तुम पर्चा फाड़ोगे। अवधेश सिंह विधायक की तरफ बढ़ते जा रहे थे। जैसे ही वे नजदीक पहुंचे, उन्होंने विधायक को थप्पड़ जड़ दिया। यह देख पुलिस दौड़ी। विधायक ने पलटवार करना चाहा। तभी अवधेश सिंह के समर्थक आ गए और उन लोगों ने भी विधायक पीटना शुरू कर दिया। पुलिसकर्मी किसी तरह विधायक को वहां से बचाकर ले गए। इसके बाद नारेबाजी कर रहे विधायक समर्थकों को किसी तरह समझाकर शांत कराया। एसपी तीन घंटे बाद मौके पर आए
विधायक योगेश वर्मा का आरोप है कि ये शहर की ब्रांच है। इसके फाउंडर सभी व्यापारी है। हम इसके चुनाव में पर्चा लेने आए। राजीव अग्रवाल व्यापार मंडल के युवा अध्यक्ष हैं। वो (राजीव अग्रवाल) पर्चा लेकर बाहर आए तो अवधेश सिंह ने उन्हें मारा और पर्चा छीनकर फाड़ दिया। मुझे ये जानकारी मिली तो मैं आया। इस दौरान मुझसे भी हाथापाई की। उन्होंने आरोप लगाया कि इतने बड़े बवाल के बाद भी डीएम एक मिनट के लिए भी मौके पर नहीं पहुंचीं। एसपी तीन घंटे बाद मौके पर आए। जिनकी वजह से बवाल, वो चेयरमैन रह चुके हैं
अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के चुनाव में निवर्तमान चेयरमैन पुष्पा सिंह और पूर्व चेयरमैन मनोज अग्रवाल का खेमा मैदान में है। मनोज अग्रवाल विधायक योगेश वर्मा गुट के हैं। बुधवार को दोनों अपने-अपने डेलीगेट्स के साथ नामांकन करने के लिए बैंक ऑफिस पहुंचे थे। चुनाव की डेट आगे बढ़वाना चाहते थे चार बीजेपी विधायक
14 अक्टूबर को अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के चुनाव की घोषणा हुई थी। इसके पहले गन्ना समिति का चुनाव होना था। विधायक सौरभ सिंह सोनू, श्रीनगर विधायक मंजू त्यागी, सदर विधायक योगेश वर्मा, धौरहरा विधायक विनय शंकर अवस्थी और भाजपा जिला अध्यक्ष सुनील सिंह ने चुनाव की तारीख आगे बढ़ाए जाने की मांग की थी। सभी ने गन्ना समिति चुनाव में बिजी होने का हवाला दिया था। यह लेटर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को भेजा था। हालांकि चुनाव की डेट आगे नहीं बढ़ी। बुधवार यानी 9 अक्टूबर को तीन बजे तक आपत्तियों का निस्तारण होना था। इसी बीच चस्पा सूची को किसी ने फाड़ दिया। सूचना मिलते ही सदर विधायक योगेश वर्मा बैंक पहुंचे। कड़ी नाराजगी जताई। विधायक योगेश वर्मा ने कहा कि मामले में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। सीओ सिटी रमेश तिवारी और एसडीएम अश्विनी सिंह ने भी एक दिन पहले चुनाव निरस्त करने की मांग की थी। फिर भी प्रशासन ने नामांकन प्रक्रिया शुरू कराई। अंत में डीएम दुर्गाशक्ति नागपाल को चुनाव निरस्त करना ही पड़ा। आरओ-एआरओ के खिलाफ हम धरने पर बैठेंगे
विधायक ने आरओ-एआरओ पर चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि वह अपनी कार्यशैली से बाज नहीं आएंगे तो धरना दिया जाएगा। वहीं, चुनावी प्रक्रिया रोकने के लिए सोशल मीडिया पर भाजपा जिलाध्यक्ष और विधायकों के पत्र भी वायरल हुए, जो उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को दिए थे। 8 अक्टूबर को विधायक योगेश वर्मा ने चुनाव अधिकारी एडीएम संजय सिंह से मुलाकात की थी। धांधली का आरोप लगाकर चुनाव को स्थगित करने की मांग की थी। एडीएम संजय सिंह ने कहा था कि चुनाव स्थगित नहीं होगा और पूरी निष्पक्षता के साथ चुनाव प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। प्रत्याशी राजू अग्रवाल बोले- अवधेश सिंह ने फाड़ा पर्चा
राजू अग्रवाल ने कहा कि जब वह नामांकन का पर्चा लेने आए तो अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक की पूर्व अध्यक्ष पुष्पा सिंह के पति अवधेश सिंह ने उनका नामांकन पत्र फाड़ दिया। उनके साथ मारपीट भी की। अब अवधेश सिंह की बात पढ़िए… ‘विधायक ने मेरी पत्नी से अभद्रता की’
जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अवधेश सिंह ने कहा, ‘मेरी पत्नी पुष्पा सिंह नामांकन करने गई थीं। उनके साथ विधायक ने अभद्रता की। जब मुझको इस बात की जानकारी हुई तो मैं मौके पर पहुंचा। यहां विधायक से मेरा आमना-सामना हुआ। हाट-टॉक हो गई। विधायक के साथ मारपीट करने का आरोप निराधार है।’ विधायक ने शराब पी रखी थी, पर्चा छीना निर्वतमान चेयरमैन पुष्पा सिंह ने कहा, ‘मैं पर्चा लेने गई थी, विधायक शराब पीए थे। विधायक और उनके लोगों ने पर्चा छीनने की कोशिश की। पुलिस-प्रशासन के सामने घटना हुई है। योगेश वर्मा ने मेरी एक महिला साथी के साथ बदतमीजी की। वे महिलाओं का अपमान कर रहे। भाजपा योगेश वर्मा पर कार्रवाई करे।’ अब पहले दिन की कवरेज भी पढ़िए… लखीमपुर में भाजपा विधायक को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा:पुलिस के सामने बार संघ अध्यक्ष और लोगों ने जड़े थप्पड़; चुनाव टला लखीमपुर में भाजपा विधायक योगेश वर्मा को पुलिस के सामने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। बार संघ अध्यक्ष अवधेश सिंह ने उन्हें पहले थप्पड़ मारे। इसके बाद उनके समर्थक भी उन पर टूट पड़े। विधायक को खींचकर गिराया। उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर लात-घूसों से मारा। 8-10 पुलिसकर्मी उन्हें बचाने में लगे रहे। लेकिन लोग उन्हें पीटते रहे। कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बचाया। पढ़ें पूरी खबर ‘बार संघ अध्यक्ष अवधेश सिंह को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने मेरे गिरेबान पर हाथ डाला है…।’ ये दावा लखीमपुर में सदर सीट से भाजपा विधायक योगेश वर्मा ने किया। उन्होंने कहा- मेरे साथ जब घटना हुई, तब प्रशासन एक्टिव हुआ। अवधेश सिंह एंड कंपनी ने लोगों के पर्चे फाड़े। बार संघ के अध्यक्ष होने के बाद भी अवधेश सिंह ऐसी हरकत करते हैं। क्या किसी का ऐसी हरकत करना उचित है? निष्पक्ष चुनाव की आशा नहीं थी। पहले ही मैंने बवाल की आशंका जताई थी। अगर पहले से प्रशासन एक्टिव रहता तो ऐसा नहीं होता। आईजी रेंज प्रशांत कुमार ने बुधवार की शाम लखीमपुर पहुंचे। उन्होंने मामले की जानकारी ली। कहा- सभी पहलुओं की जांच कराई जाएगी। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी। हालांकि, अभी तक किसी भी पक्ष ने पुलिस से शिकायत नहीं की है। सूत्रों का कहना है कि विधायक को लखनऊ तलब किया गया है। वे लखनऊ पहुंच गए हैं। क्या पहले से दोनों गुटों में तनातनी चल रही थी? क्या पुलिस प्रशासन से चूक हुई? विस्तार से पढ़िए… पहले देखिए 3 फोटो विधायक कुछ समझ पाते, अवधेश सिंह ने जड़ दिया थप्पड़ तारीख- 9 अक्टूबर।
समय- 10 बजे। तय कार्यक्रम के मुताबिक, लखीमपुर अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक प्रबंध समिति सदस्यों के चुनाव के लिए प्रधान कार्यालय में नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई। एक घंटे बीतने के बाद 11 बजे हंगामा होने लगा कि कुछ उम्मीदवारों के पर्चे छीने जा रहे हैं। बैंक के पास ही सेंट डॉन बॉस्को कॉलेज वाली गली में भाजपा विधायक योगेश वर्मा और अवधेश सिंह का आमना सामना हो गया। विधायक ने कहा- तुम पर्चा फाड़ोगे। अवधेश सिंह विधायक की तरफ बढ़ते जा रहे थे। जैसे ही वे नजदीक पहुंचे, उन्होंने विधायक को थप्पड़ जड़ दिया। यह देख पुलिस दौड़ी। विधायक ने पलटवार करना चाहा। तभी अवधेश सिंह के समर्थक आ गए और उन लोगों ने भी विधायक पीटना शुरू कर दिया। पुलिसकर्मी किसी तरह विधायक को वहां से बचाकर ले गए। इसके बाद नारेबाजी कर रहे विधायक समर्थकों को किसी तरह समझाकर शांत कराया। एसपी तीन घंटे बाद मौके पर आए
विधायक योगेश वर्मा का आरोप है कि ये शहर की ब्रांच है। इसके फाउंडर सभी व्यापारी है। हम इसके चुनाव में पर्चा लेने आए। राजीव अग्रवाल व्यापार मंडल के युवा अध्यक्ष हैं। वो (राजीव अग्रवाल) पर्चा लेकर बाहर आए तो अवधेश सिंह ने उन्हें मारा और पर्चा छीनकर फाड़ दिया। मुझे ये जानकारी मिली तो मैं आया। इस दौरान मुझसे भी हाथापाई की। उन्होंने आरोप लगाया कि इतने बड़े बवाल के बाद भी डीएम एक मिनट के लिए भी मौके पर नहीं पहुंचीं। एसपी तीन घंटे बाद मौके पर आए। जिनकी वजह से बवाल, वो चेयरमैन रह चुके हैं
अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के चुनाव में निवर्तमान चेयरमैन पुष्पा सिंह और पूर्व चेयरमैन मनोज अग्रवाल का खेमा मैदान में है। मनोज अग्रवाल विधायक योगेश वर्मा गुट के हैं। बुधवार को दोनों अपने-अपने डेलीगेट्स के साथ नामांकन करने के लिए बैंक ऑफिस पहुंचे थे। चुनाव की डेट आगे बढ़वाना चाहते थे चार बीजेपी विधायक
14 अक्टूबर को अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के चुनाव की घोषणा हुई थी। इसके पहले गन्ना समिति का चुनाव होना था। विधायक सौरभ सिंह सोनू, श्रीनगर विधायक मंजू त्यागी, सदर विधायक योगेश वर्मा, धौरहरा विधायक विनय शंकर अवस्थी और भाजपा जिला अध्यक्ष सुनील सिंह ने चुनाव की तारीख आगे बढ़ाए जाने की मांग की थी। सभी ने गन्ना समिति चुनाव में बिजी होने का हवाला दिया था। यह लेटर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को भेजा था। हालांकि चुनाव की डेट आगे नहीं बढ़ी। बुधवार यानी 9 अक्टूबर को तीन बजे तक आपत्तियों का निस्तारण होना था। इसी बीच चस्पा सूची को किसी ने फाड़ दिया। सूचना मिलते ही सदर विधायक योगेश वर्मा बैंक पहुंचे। कड़ी नाराजगी जताई। विधायक योगेश वर्मा ने कहा कि मामले में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। सीओ सिटी रमेश तिवारी और एसडीएम अश्विनी सिंह ने भी एक दिन पहले चुनाव निरस्त करने की मांग की थी। फिर भी प्रशासन ने नामांकन प्रक्रिया शुरू कराई। अंत में डीएम दुर्गाशक्ति नागपाल को चुनाव निरस्त करना ही पड़ा। आरओ-एआरओ के खिलाफ हम धरने पर बैठेंगे
विधायक ने आरओ-एआरओ पर चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि वह अपनी कार्यशैली से बाज नहीं आएंगे तो धरना दिया जाएगा। वहीं, चुनावी प्रक्रिया रोकने के लिए सोशल मीडिया पर भाजपा जिलाध्यक्ष और विधायकों के पत्र भी वायरल हुए, जो उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को दिए थे। 8 अक्टूबर को विधायक योगेश वर्मा ने चुनाव अधिकारी एडीएम संजय सिंह से मुलाकात की थी। धांधली का आरोप लगाकर चुनाव को स्थगित करने की मांग की थी। एडीएम संजय सिंह ने कहा था कि चुनाव स्थगित नहीं होगा और पूरी निष्पक्षता के साथ चुनाव प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। प्रत्याशी राजू अग्रवाल बोले- अवधेश सिंह ने फाड़ा पर्चा
राजू अग्रवाल ने कहा कि जब वह नामांकन का पर्चा लेने आए तो अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक की पूर्व अध्यक्ष पुष्पा सिंह के पति अवधेश सिंह ने उनका नामांकन पत्र फाड़ दिया। उनके साथ मारपीट भी की। अब अवधेश सिंह की बात पढ़िए… ‘विधायक ने मेरी पत्नी से अभद्रता की’
जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अवधेश सिंह ने कहा, ‘मेरी पत्नी पुष्पा सिंह नामांकन करने गई थीं। उनके साथ विधायक ने अभद्रता की। जब मुझको इस बात की जानकारी हुई तो मैं मौके पर पहुंचा। यहां विधायक से मेरा आमना-सामना हुआ। हाट-टॉक हो गई। विधायक के साथ मारपीट करने का आरोप निराधार है।’ विधायक ने शराब पी रखी थी, पर्चा छीना निर्वतमान चेयरमैन पुष्पा सिंह ने कहा, ‘मैं पर्चा लेने गई थी, विधायक शराब पीए थे। विधायक और उनके लोगों ने पर्चा छीनने की कोशिश की। पुलिस-प्रशासन के सामने घटना हुई है। योगेश वर्मा ने मेरी एक महिला साथी के साथ बदतमीजी की। वे महिलाओं का अपमान कर रहे। भाजपा योगेश वर्मा पर कार्रवाई करे।’ अब पहले दिन की कवरेज भी पढ़िए… लखीमपुर में भाजपा विधायक को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा:पुलिस के सामने बार संघ अध्यक्ष और लोगों ने जड़े थप्पड़; चुनाव टला लखीमपुर में भाजपा विधायक योगेश वर्मा को पुलिस के सामने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। बार संघ अध्यक्ष अवधेश सिंह ने उन्हें पहले थप्पड़ मारे। इसके बाद उनके समर्थक भी उन पर टूट पड़े। विधायक को खींचकर गिराया। उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर लात-घूसों से मारा। 8-10 पुलिसकर्मी उन्हें बचाने में लगे रहे। लेकिन लोग उन्हें पीटते रहे। कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बचाया। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर