<p>यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष और प्रभारी कल अयोध्या में रामलला के दर्शन करेंगे</p>
<p>अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव, प्रभारी उत्तर प्रदेश अविनाश पाण्डेय एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय कल *दिनांक 16 अक्टूबर 2024 को प्रातः 7ः30 बजे भगवान श्री राम लला तथा संकटमोचन प्रभु श्री हनुमान जी (हनुमान गढ़ी) के दर्शन हेतु जनपद अयोध्या पहुंचेंगे।</p> <p>यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष और प्रभारी कल अयोध्या में रामलला के दर्शन करेंगे</p>
<p>अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव, प्रभारी उत्तर प्रदेश अविनाश पाण्डेय एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय कल *दिनांक 16 अक्टूबर 2024 को प्रातः 7ः30 बजे भगवान श्री राम लला तथा संकटमोचन प्रभु श्री हनुमान जी (हनुमान गढ़ी) के दर्शन हेतु जनपद अयोध्या पहुंचेंगे।</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड मध्य प्रदेश की 2 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 13 नवंबर को, EC ने जारी किया शेड्यूल
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Engineer Rashid: तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद श्रीनगर पहुंचे इंजीनियर राशिद, कहा- ‘पीएम मोदी का…’
Engineer Rashid: तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद श्रीनगर पहुंचे इंजीनियर राशिद, कहा- ‘पीएम मोदी का…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Engineer Rashid Latest News: </strong>टेरर फंडिंग मामले में अंतरिम जमानत पर बाहर आए सांसद इंजीनियर राशिद (Engineer Rashid) पहली बार जम्मू-कश्मीर पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हो रहे चुनाव में कश्मीर और कश्मीरियत की जीत होगी. इंजीनियर राशिद ने कहा कि मैं केवल इतना कहूंगा कि सत्य की जीत होगी. कश्मीर अपने महत्वपूर्ण पड़ाव पर है और यह चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इंजीनियर राशिद ने आगे कहा, ”मैं कश्मीर के लोगों से कहना चाहता हूं हम कमजोर नहीं है. कश्मीर की जनता जीतेगी जो 5 अगस्त 2019 को पीएम नरेंद्र मोदी ने निर्णय लिया था, वह हमलोगों को स्वीकार नहीं हो सकता.” उन्होंने कहा, “यहां सभी लोग अपने दम पर हैं और मैं सभी को बताता हूं कि संसद चुनाव में वोट भावनात्मक रूप से नहीं बल्कि उत्पीड़न के खिलाफ वोट था. कश्मीर के लोग पत्थरबाजी करके खुश नहीं हैं, बल्कि वे उत्पीड़न का जवाब दे रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इंजीनियर राशिद ने कहा, “मैं बीजेपी से कहता हूं कि उन्हें कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के लिए बातचीत और शांति वार्ता शुरू करनी चाहिए अन्यथा वे अब अस्तित्व में नहीं रहेंगे. मुझे विधानसभा में 50 और इंजीनियर दीजिए मैं मुद्दों को हल करूंगा. मैं अपने उम्मीदवारों से किसी भी लालच का शिकार नहीं होने के लिए कहता हूं. मेरा सेल मकबूल भट्ट और अफजल गुरु की कब्र से सिर्फ 150 मीटर की दूरी पर था और अगर मेरी मौत भी वहीं हुई होती तो भी हमारे लिए कीमत बहुत कम होती.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राशिद ने कहा कि शेख अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला के बाद सबसे बड़े गद्दार मुफ्ती मोहम्मद सैयद थे जो बीजेपी को यहां लाए थे, अगर पाकिस्तान से आतंकवाद के चलते बात नहीं हो सकती तो हुर्रियत पर जुल्म करके यहां कैसी बात हो सकती है. साथ ही उन्होंने कहा, “मैंने पीएम <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> से ज्यादा वोट से चुनाव जीता है. अगर पीएम मोदी कामयाब होते तो वाराणसी में हम से ज्यादा वोट मिलते.”</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> | J&K | Baramulla MP Rashid Engineer says, “… I want to give a message to the Kashmir and Kashmiris that we are not weak. The people of Kashmir will win… The decision taken by PM Modi on August 5, 2019, is not at all acceptable to us. Send Engineer Rashid to jail or… <a href=”https://t.co/2CFED0Q3XE”>pic.twitter.com/2CFED0Q3XE</a></p>
— ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1834090919164829952?ref_src=twsrc%5Etfw”>September 12, 2024</a></blockquote>
<p>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जम्मू-कश्मीर के लोग एकजुट- राशिद</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इंजीनियर राशिद ने बारामूला से लोकसभा का चुनाव जीता है और उनकी पार्टी ने विधानसभा में भी प्रत्याशी उतारे हैं. उनके जेल से बाहर आना और प्रत्याशियों का खड़ा करना पीडीपी और एनसीपी के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है. एनसीपी और पीडीपी ने उनपर प्रॉक्सी होने का आरोप लगाया है. उधर, इंजीनियर राशिद ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ”जम्मू-कश्मीर के लोग सफलतापूर्वक न्याय के लिए लड़ेंगे क्योंकि वे एकजुट हैं. पीएम मोदी की तथाकथित नया कश्मीर असफल है.”</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> | Delhi | Baramulla MP Rashid Engineer says, “I will just say that truth will prevail. I hope for the justice. The election is important as Kashmir is at a crucial stage. The people of J&K will successfully fight for justice as they are united. PM Modi’s so-called vision… <a href=”https://t.co/boFFMh8HoV”>pic.twitter.com/boFFMh8HoV</a></p>
— ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1834034385332392335?ref_src=twsrc%5Etfw”>September 12, 2024</a></blockquote>
<p>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि राशिद ने जेल से बाहर आने के बाद बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और उमर अब्दुल्ला पर जमकर हमला बोला था. उमर अब्दुल्ला के आरोपों पर राशिद ने कहा था कि जो लोग बिल्ली की तरह छुपे बैठे थे आज वोट के लिए बाहर आए हैं. वह अपने पिता को सीएम बनाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि मैं अपने लोगों के लिए लड़ाई लड़ रहा हूं. बीजेपी का प्रॉक्सी बताने पर राशिद ने कहा कि उमर अब्दुल्ला की किस बात का भरोसा किया जाए, <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> लड़ने पर कहते थे कि उन्हें पता होता कि मैं बारामूला से लड़ रहा हूं तो चुनाव नहीं लड़ते और अब मुझे बीजेपी का एजेंट बता रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इंजीनियर राशिद को दिल्ली की एक अदालत ने चुनाव प्रचार के लिए 1 अक्टूबर तक जमानत दी है. इसके बाद उन्हें जेल में सरेंडर करना होगा. उन्हें 2019 में टेरर फंडिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था, तभी से वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद थे. जेल से बाहर आने के बाद वह अपने परिवार और अपने लोगों के बीच कश्मीर पहुंचे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”Congress Candidates List: जम्मू कश्मीर चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की चौथी लिस्ट जारी, बारामूला से किसे मिला टिकट?” href=”https://www.abplive.com/states/jammu-and-kashmir/jammu-kashmir-congress-candidates-4th-list-of-five-candidate-for-assembly-election-2024-including-baramulla-seat-mir-iqbal-2781499″ target=”_self”>Congress Candidates List: जम्मू कश्मीर चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की चौथी लिस्ट जारी, बारामूला से किसे मिला टिकट?</a></strong></p>
जालंधर उप-चुनाव के नतीजों से SAD पर खतरा:जिस BSP को समर्थन दिया, उससे ज्यादा वोट बागी गुट के उम्मीदवार को मिले
जालंधर उप-चुनाव के नतीजों से SAD पर खतरा:जिस BSP को समर्थन दिया, उससे ज्यादा वोट बागी गुट के उम्मीदवार को मिले पंजाब की सबसे पुरानी क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल है। किसी समय पर राज्य में सबसे प्रमुख पार्टी रही अकाली दल पर आज खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। ऐसा हम नहीं बल्कि जालंधर उप-चुनाव के नतीजे कह रहे हैं। जालंधर वेस्ट विधानसभा उप-चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने अपनी ही पार्टी की उम्मीदवार रहीं सुरजीत कौर को समर्थन देने के बजाए बीएसपी के उम्मीदवार रहे बिंदर लाखा को समर्थन देने का ऐलान किया गया था। ऐसे में जिस बसपा को अकाली दल प्रधान द्वारा समर्थन दिया गया, उन्हें सिर्फ 734 वोट ही मिल पाए। वो भी तब, जब राज्य की क्षेत्रीय पार्टी ने अपना पूर्ण समर्थन बसपा को दिया था। वहीं, बिना अकाली दल प्रधान के समर्थन के शिअद के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ी सुरजीत कौर ने करीब 1242 वोट बटोर लिए। ऐसा तब हुआ, जब उनकी खुद की पार्टी के नेता उन्हें समर्थन नहीं दे रहे थे। ऐसे में अब अकाली दल पर खतरे की घंटी बज रही है। ऐसा क्यों हुआ, पढ़ें इसके प्रमुख कारण…. 1. अकाली दाल का जालंधर वेस्ट में हुए उप चुनाव में इतना बुरा प्रदर्शन कारण पार्टी की अंदरुनी कलह है। ऐसे में शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल द्वारा अपने उम्मीदवार को वोट देने का आग्रह न करके, बसपा को स्पोर्ट करना अकाली दल पर भारी पड़ गया। पंजाब की राजनीति के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था कि किसी पार्टी ने अपना उम्मीदवार उतारा हो और उसी पार्टी ने अपने उम्मीदवार के बजाए किसी अन्य पार्टी के उम्मीदवार को समर्थन देने का ऐलान कर दिया हो। 2. दूसरा सबसे बड़ा कारण, वरिष्ठ नेताओं द्वारा उक्त एरिया में चुनाव प्रचार न करना है। अकाली दल की उम्मीदवार रही सुरजीत कौर के लिए बीबी जगीर कौर, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, गुरप्रताप सिंह वडाला, सरवण सिंह फिल्लौर, सुच्चा सिंह छोटेपुर को छोड़कर किसी भी वरिष्ठ नेता ने चुनाव प्रचार नहीं किया। जिससे लोगों के बीच तक सुरजीत कौर की आवाज नहीं पहुंच सकी। 3. तीसरा बड़ा कारण, अकाली दल पर लगे बेअदबी और अन्य गंभीर आरोपों का है। जालंधर वेस्ट एरिया में ज्यादातर वोट एससी हैं और उक्त सीट भी एससी है। ऐसे में अकाली दल पर लगे आरोपों की वजह से लोगों ने उक्त पार्टी से किनारा कर लिया। अकाली दल ने जिस बसपा को स्पोर्ट किया, उसका भी परफॉर्मेंस गिर गया।