<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Assembly Election 2024:</strong> महाराष्ट्र के चर्चित IRS अधिकारी समीर वानखेड़े की पॉलिटिक्स में एंट्री करने जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक समीर शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट में शामिल होंगे. समीर वानखेड़े मुंबई की धारावी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Assembly Election 2024:</strong> महाराष्ट्र के चर्चित IRS अधिकारी समीर वानखेड़े की पॉलिटिक्स में एंट्री करने जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक समीर शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट में शामिल होंगे. समीर वानखेड़े मुंबई की धारावी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.</p> महाराष्ट्र तख्त दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने दिया इस्तीफा, बोले- ‘SAD के पूर्व नेता की वजह से लिया ये फैसला’
Related Posts
Kashmir: पत्नी के कामकाजी होने का बहाना बना जिम्मेदारियों से मुक्त होना चाहता था पति, हाई कोर्ट ने सुनाया ये फैसला
Kashmir: पत्नी के कामकाजी होने का बहाना बना जिम्मेदारियों से मुक्त होना चाहता था पति, हाई कोर्ट ने सुनाया ये फैसला <p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu Kashmir News: </strong>अगर नाबालिग बच्चे की मां के पास इनकम का स्रोत है, फिर भी पिता को बच्चे का भरण-पोषण करना होगा. जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट ने एक मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि मां की आय के बावजूद नाबालिग बच्चे का भरण-पोषण करना पिता का कानूनी और नैतिक दायित्व है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक जस्टिस संजय धर ने कहा कि मां नौकरी करती है इसका मतलब यह नहीं है कि पिता अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त हो सकता है. दरअसल, एक मामले में सुनवाई के दौरान व्यक्ति ने कहा था कि उसके पास इतनी आय नहीं है कि वह अपने नाबालिग बच्चों का भरण-पोषण कर सके. इस व्यक्ति ने कोर्ट में यह दलील भी दी थी कि उससे अलग हो चुकीं पत्नी कामकाजी है और बच्चे की देखभाल करने के लिए उनकी आय पर्याप्त है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>कोर्ट ने इस दलील को खारिज करते हुए कहा कि नाबालिग बच्चों का पिता होने के नाते याचिकाकर्ता का उनका भरण-पोषण करना कानूनी और नैतिक दायित्व है. यह सच है कि बच्चों की मां एक कामकाजी महिला है और उसकी अपनी आय है, लेकिन इससे वह अपने बच्चों के भरण-पोषण की कानूनी और नैतिक जिम्मेदारी से मुक्त नहीं हो सकते. कोर्ट ने पिता की दलील को बेबुनियाद बताया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह है पूरा मामला</strong><br />मजिस्ट्रेट ने इस व्यक्ति को अपने तीन बच्चों के भरण-पोषण के लिए हर महीने 4500-4500 रुपये देने के आदेश दिए थे. उसकी याचिका सत्र अदालत ने खारिज कर दी थी. जिसके खिलाफ उसने हाई कोर्ट का रुख किया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>हाई कोर्ट में याचिकाकर्ता ने कहा था कि उसकी मासिक आय 12000 रुपये है. उसके लिए हर महीने 13500 रुपये देना संभव नहीं है. क्योंकि उसे अपने बीमार माता-पिता का भी ख्याल रखना है. उसने कहा कि बच्चों की मां सरकारी स्कूल में टीचर है और उनकी अच्छी सैलरी है. ऐसे में बच्चों के खर्च का सारा बोझ उसके ऊपर नहीं डाला जा सकता.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज, 8 अगस्त को राजनीतिक दलों के साथ EC की बैठक” href=”https://www.abplive.com/states/jammu-and-kashmir/election-commission-will-meet-political-parties-in-jammu-and-kashmir-on-thursday-to-get-feedback-conducting-assembly-elections-2755099″ target=”_self”>जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज, 8 अगस्त को राजनीतिक दलों के साथ EC की बैठक</a></strong></p>
जगराओं की लड़की की कनाडा में मौत:बेकाबू होकर गड्ढे में गिरी कार; एक साल पहले पढ़ाई करने गई थी विदेश
जगराओं की लड़की की कनाडा में मौत:बेकाबू होकर गड्ढे में गिरी कार; एक साल पहले पढ़ाई करने गई थी विदेश जगराओं की एक लड़की की कनाडा के ब्रैम्पटन में सड़क हादसे में मौत हो गई। मल्ला गांव की रहने वाली खुसप्रीत कौर (23) स्टूडेंट वीजा पर कनाडा पढ़ाई करने के लिए गई थी। जानकारी के मुताबिक हादसे में तीन लड़कियों की मौत हुई, जबकि दो लड़के घायल है। मल्ला गांव के रहने वाले चमकौर सिंह ने बताया कि उसकी बडी बेटी नवप्रीत कौर पहले से कनाडा में रहती थी। एक साल पहले कनाडा गई थी लड़की चमकौर ने कहा कि छोटी बेटी खुशप्रीत कौर भी पढ़ाई के लिए एक साल पहले अपनी बडी बहन के पास चली गई थी। वहा पर उसकी बेटी पांच अन्य छात्रों के साथ कंपनी की गाडी में बैठकर काम पर जा रही थी। इस दौरान रास्ते में उनकी गाडी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बेकाबू होकर गड्ढे में गिरी कार चमकौर सिंह के मुताबिक हादसा होता देख कर गाड़ी का ड्राइवर गाड़ी से कूद गया। गाड़ी बेकाबू होकर गहरे गड्ढे में गिरकर एक पेड़ से जा टकराई। हादसे के दौरान उसकी बेटी खुशप्रीत कौर मल्ला समेत तीन लड़कियों की मौत हो गई, जबकि कार में सवार दो अन्य बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलने पर गांव मल्ला में शोक की लहर दौड पड़ी।
हरियाणा में एक साथ 5 अधिकारी सस्पेंड:इनमें BDPO, अकाउंटेंट और JE भी शामिल; 4 करोड़ का घोटाला किया
हरियाणा में एक साथ 5 अधिकारी सस्पेंड:इनमें BDPO, अकाउंटेंट और JE भी शामिल; 4 करोड़ का घोटाला किया प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्णलाल पंवार ने अपनी इसराना विधानसभा में सार्वजनिक स्थानों पर लोहे के बेंच, हैंडपंप और वाटर कूलर में किए घोटाले में BDPO समेत 5 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इनमें लेखाकार, सहायक और 2 JE (कनिष्ठ अभियंता) शामिल हैं। मंत्री के आदेश के बाद पंचायत विभाग के निदेशक ने उन्हें तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है। विकास एवं पंचायत विभाग में यह भ्रष्टाचार पर एक बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। यह था पूरा मामला
प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने बताया है कि ब्लॉक समिति इसराना के चेयरमैन हरपाल मलिक ने उन्हें इस बारे में शिकायत दी थी कि विभाग के BDPO सहित उक्त कर्मचारियों ने विकास कार्यों में अनियमितताएं बरती हैं। उनके संज्ञान में यह मामला आने पर इसकी जांच कराई गई। जांच में पता चला कि सार्वजनिक स्थानों पर लगने वाले लाखों के लोहे के बेंच, आमजन को पीने का पानी मुहैया करने के लिए लगने वाले हैंडपंप और वाटर कूलर लगाने में अनियमितता पाई गई हैं। उन्होंने बताया कि यह करीब 3 से 4 करोड़ रुपए का घोटाला हो सकता है, जिसकी जांच की जाएगी। 23 लाख के गबन की बात आरोपियों ने कबूली
मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने बताया है कि इस मामले के संज्ञान में आने पर उन्होंने इसकी छानबीन करवाई और स्वयं इन आरोपियों ने करीब 23 लाख 85 हजार के गबन को स्वीकार भी किया है। जब आरोपियों को इस बात का पता चला तो इन्होंने करीब 23 लाख रुपए देकर किसी व्यक्ति से इन कमियों को पूरा करने के लिए कहा था। मंत्री ने बताया कि उन्हें भी अधिकारियों की करतूत पता चल गई थी, इसलिए उन्होंने उस व्यक्ति से स्वयं बात कर उसे कोई भी काम न करने के लिए कहा। इसके बाद यह पूरा मामला डिप्टी कमिश्नर के संज्ञान में डाला गया। DC ने तुरंत प्रभाव से मंत्री कृष्ण लाल पंवार के आदेशों पर उक्त 23 लाख रुपए की रिकवरी जिला परिषद के CEO के माध्यम से खाते में जमा करवाने के लिए कही है। मंत्री बोले- भ्रष्टाचारियों को बख्शा नहीं जाएगा
विकास एवं पंचायत मंत्री ने कहा है कि विभाग में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम किया जा रहा है। यह भ्रष्टाचार पर बहुत बड़ी कार्रवाई है। भविष्य में भी इस तरह के मामले मिलने पर जांच की जाएगी और किसी भ्रष्टाचारी को बख्शा नहीं जाएगा।