बहराइच हिंसा मामले में एनकाउंटर हुआ है। राम गोपाल मिश्रा की हत्या के आरोपी रिंकू उर्फ सरफराज खान और मोहम्मद तालीम एनकाउंटर में बुरी तरह जख्मी हो गए। दोनों के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने बताया कि आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे। दोनों का बहराइच मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। जब एनकाउंटर स्पॉट से पुलिसकर्मी सरफराज को ला रहे थे तो वह कह रहा था- सर गलती हो गई, माफ कर दीजिए। नेपाल बॉर्डर से पहले एनकाउंटर, 3 और गिरफ्तार
एनकाउंटर नेपाल बॉर्डर से 20 किमी पहले नानपारा कोतवाली क्षेत्र में हांडा बसेहरी नहर के पास हुआ। STF और बहराइच पुलिस सरफराज और तालीम को साथ लेकर डबल बैरल बंदूक और तमंचा बरामद कराने ले गई थी। एसपी वृंदा शुक्ला के मुताबिक, आरोपियों ने बंदूक और तमंचा लोडेड रखा था। उन लोगों ने पुलिस पर फायर कर दिया। पुलिस ने पहले उन्हें सरेंडर करने के लिए कहा। बाद में जवाबी कार्रवाई में सरफराज और तालीम को गोली लगी। यूपी पुलिस ने गुरुवार को सरफराज के भाई फहीम, पिता अब्दुल हमीद और मोहम्मद अफजल को भी पकड़ा था। अब जानिए बहराइच हिंसा के बारे में…
बहराइच से करीब 40 किमी दूर महराजगंज बाजार में रविवार, 13 अक्टूबर की शाम 6 बजे दुर्गा प्रतिमा का जुलूस निकाला जा रहा था। जुलूस में शामिल लोग नाचते-गाते और जयकारा लगाते जा रहे थे। इसी दौरान कुछ युवकों ने डीजे बंद करने को कहा तो विवाद हो गया। थोड़ी देर में हिंसा भड़क गई। पथराव-आगजनी के साथ 20 राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई। इसमें 22 साल के राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई। परिजन और ग्रामीणों ने मेडिकल कॉलेज के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया। अगले दिन 14 अक्टूबर को भी दोपहर तक हिंसा होती रही। 50 से ज्यादा घरों और अस्पताल, शोरुम में आग लगा दी। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ग्राउंड पर उतरे। पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया। तब हिंसा बंद हुई। पुलिस ने 11 एफआईआर दर्ज की हैं। राम गोपाल मिश्रा की हत्या में 6 नामजद और 4 अज्ञात आरोपी बनाए गए। हत्याकांड से जुड़े 6 आरोपी अब तक पकड़े गए हैं। हिंसा-आगजनी में 50 से ज्यादा आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। पल-पल की अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… बहराइच हिंसा मामले में एनकाउंटर हुआ है। राम गोपाल मिश्रा की हत्या के आरोपी रिंकू उर्फ सरफराज खान और मोहम्मद तालीम एनकाउंटर में बुरी तरह जख्मी हो गए। दोनों के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने बताया कि आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे। दोनों का बहराइच मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। जब एनकाउंटर स्पॉट से पुलिसकर्मी सरफराज को ला रहे थे तो वह कह रहा था- सर गलती हो गई, माफ कर दीजिए। नेपाल बॉर्डर से पहले एनकाउंटर, 3 और गिरफ्तार
एनकाउंटर नेपाल बॉर्डर से 20 किमी पहले नानपारा कोतवाली क्षेत्र में हांडा बसेहरी नहर के पास हुआ। STF और बहराइच पुलिस सरफराज और तालीम को साथ लेकर डबल बैरल बंदूक और तमंचा बरामद कराने ले गई थी। एसपी वृंदा शुक्ला के मुताबिक, आरोपियों ने बंदूक और तमंचा लोडेड रखा था। उन लोगों ने पुलिस पर फायर कर दिया। पुलिस ने पहले उन्हें सरेंडर करने के लिए कहा। बाद में जवाबी कार्रवाई में सरफराज और तालीम को गोली लगी। यूपी पुलिस ने गुरुवार को सरफराज के भाई फहीम, पिता अब्दुल हमीद और मोहम्मद अफजल को भी पकड़ा था। अब जानिए बहराइच हिंसा के बारे में…
बहराइच से करीब 40 किमी दूर महराजगंज बाजार में रविवार, 13 अक्टूबर की शाम 6 बजे दुर्गा प्रतिमा का जुलूस निकाला जा रहा था। जुलूस में शामिल लोग नाचते-गाते और जयकारा लगाते जा रहे थे। इसी दौरान कुछ युवकों ने डीजे बंद करने को कहा तो विवाद हो गया। थोड़ी देर में हिंसा भड़क गई। पथराव-आगजनी के साथ 20 राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई। इसमें 22 साल के राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई। परिजन और ग्रामीणों ने मेडिकल कॉलेज के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया। अगले दिन 14 अक्टूबर को भी दोपहर तक हिंसा होती रही। 50 से ज्यादा घरों और अस्पताल, शोरुम में आग लगा दी। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ग्राउंड पर उतरे। पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया। तब हिंसा बंद हुई। पुलिस ने 11 एफआईआर दर्ज की हैं। राम गोपाल मिश्रा की हत्या में 6 नामजद और 4 अज्ञात आरोपी बनाए गए। हत्याकांड से जुड़े 6 आरोपी अब तक पकड़े गए हैं। हिंसा-आगजनी में 50 से ज्यादा आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। पल-पल की अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर