हरियाणा में रिटायर्ड IAS अधिकारी राजेश खुल्लर को मुख्यमंत्री नायब सैनी का मुख्य प्रधान सचिव (CPS) बनाया गया है। खुल्लर को कैबिनेट मिनिस्टर का रैंक दिया गया है। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद के ऑफिस की तरफ से इसका ऑर्डर शुक्रवार शाम को जारी किया गया। खुल्लर की तैनाती तुरंत प्रभाव से लागू हो गई। राजेश खुल्लर 1988 बैच के IAS अधिकारी रहे हैं। वह 31 अगस्त 2023 को रिटायर हुए थे। रिटायरमेंट के 24 घंटे के अंदर ही उन्हें तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर का मुख्य प्रधान सचिव (CPS) नियुक्त कर दिया गया था। खुल्लर ने उसी दिन अपना पदभार संभाल लिया था। ऑर्डर की कॉपी… खट्टर की गुड बुक में खुल्लर, पर्ची सिस्टम के विरोधी 35 साल की लंबी सर्विस के दौरान राजेश खुल्लर कई जिलों के DC, विभागों के प्रमुख और प्रशासनिक सचिव रहे। 2014 में हरियाणा में सत्ता संभालने के बाद से ही BJP सरकार राजेश खुल्लर पर मेहरबान रही। वह मनोहर लाल खट्टर की गुड बुक में रहे। वर्ष 2019 में अपने प्रधान सचिव के साथ-साथ खट्टर ने उन्हें गृह सचिव की जिम्मेदारी भी सौंपी। उन्होंने जनसंपर्क एवं भाषा, जेल, आपराधिक जांच और न्याय विभाग की जिम्मेदारी भी संभाली। राजेश खुल्लर ने हरियाणा में भ्रष्टाचार की जड़ समझे जाने वाले तीन प्रमुख क्षेत्रों- सरकारी भर्ती, ट्रांसफर और लैंड यूज चेंज (सीएलयू)- से जुड़ी पूरी प्रक्रिया कंप्यूटराइज्ड करवा दी। इन तीनों कामों में चलने वाले पर्ची सिस्टम के लिए देशभर में सुर्खियों में रहने वाले हरियाणा में खुल्लर ने पारदर्शी व्यवस्था बनाई। इसमें किसी को ट्रांसफर से लेकर बीपीएल राशन कार्ड बनवाने तक, किसी अधिकारी या कर्मचारी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। 2020 में प्रधान सचिव पद छोड़ा सितंबर-2020 में वर्ल्ड बैंक में चयन होने के बाद खुल्लर ने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव का पद छोड़ दिया था। वर्ल्ड बैंक में उन्होंने भारत, बांग्लादेश, भूटान और श्रीलंका का प्रतिनिधित्व किया। उसके बाद मनोहर लाल खट्टर के आग्रह पर ही केंद्र सरकार ने राजेश खुल्लर को तय टाइम से वर्ल्ड बैंक के कार्यकारी निदेशक पद से वापस हरियाणा बुलाने की मंजूरी दे दी थी। व र्ल्ड बैंक से लौटने के बाद तत्कालीन मनोहर सरकार ने खुल्लर को एफसीआर और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव नियुक्त किया था। हम इस खबर को लगातार अपडेट कर रहे हैं… हरियाणा में रिटायर्ड IAS अधिकारी राजेश खुल्लर को मुख्यमंत्री नायब सैनी का मुख्य प्रधान सचिव (CPS) बनाया गया है। खुल्लर को कैबिनेट मिनिस्टर का रैंक दिया गया है। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद के ऑफिस की तरफ से इसका ऑर्डर शुक्रवार शाम को जारी किया गया। खुल्लर की तैनाती तुरंत प्रभाव से लागू हो गई। राजेश खुल्लर 1988 बैच के IAS अधिकारी रहे हैं। वह 31 अगस्त 2023 को रिटायर हुए थे। रिटायरमेंट के 24 घंटे के अंदर ही उन्हें तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर का मुख्य प्रधान सचिव (CPS) नियुक्त कर दिया गया था। खुल्लर ने उसी दिन अपना पदभार संभाल लिया था। ऑर्डर की कॉपी… खट्टर की गुड बुक में खुल्लर, पर्ची सिस्टम के विरोधी 35 साल की लंबी सर्विस के दौरान राजेश खुल्लर कई जिलों के DC, विभागों के प्रमुख और प्रशासनिक सचिव रहे। 2014 में हरियाणा में सत्ता संभालने के बाद से ही BJP सरकार राजेश खुल्लर पर मेहरबान रही। वह मनोहर लाल खट्टर की गुड बुक में रहे। वर्ष 2019 में अपने प्रधान सचिव के साथ-साथ खट्टर ने उन्हें गृह सचिव की जिम्मेदारी भी सौंपी। उन्होंने जनसंपर्क एवं भाषा, जेल, आपराधिक जांच और न्याय विभाग की जिम्मेदारी भी संभाली। राजेश खुल्लर ने हरियाणा में भ्रष्टाचार की जड़ समझे जाने वाले तीन प्रमुख क्षेत्रों- सरकारी भर्ती, ट्रांसफर और लैंड यूज चेंज (सीएलयू)- से जुड़ी पूरी प्रक्रिया कंप्यूटराइज्ड करवा दी। इन तीनों कामों में चलने वाले पर्ची सिस्टम के लिए देशभर में सुर्खियों में रहने वाले हरियाणा में खुल्लर ने पारदर्शी व्यवस्था बनाई। इसमें किसी को ट्रांसफर से लेकर बीपीएल राशन कार्ड बनवाने तक, किसी अधिकारी या कर्मचारी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। 2020 में प्रधान सचिव पद छोड़ा सितंबर-2020 में वर्ल्ड बैंक में चयन होने के बाद खुल्लर ने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव का पद छोड़ दिया था। वर्ल्ड बैंक में उन्होंने भारत, बांग्लादेश, भूटान और श्रीलंका का प्रतिनिधित्व किया। उसके बाद मनोहर लाल खट्टर के आग्रह पर ही केंद्र सरकार ने राजेश खुल्लर को तय टाइम से वर्ल्ड बैंक के कार्यकारी निदेशक पद से वापस हरियाणा बुलाने की मंजूरी दे दी थी। व र्ल्ड बैंक से लौटने के बाद तत्कालीन मनोहर सरकार ने खुल्लर को एफसीआर और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव नियुक्त किया था। हम इस खबर को लगातार अपडेट कर रहे हैं… हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत में JJP प्रदेश उपाध्यक्ष के घर चोरी:25 हजार कैश, 15000 डॉलर समेत चुराए कीमती एयरपोड; बिना सैलरी लिए छोड़ गया नौकरी
पानीपत में JJP प्रदेश उपाध्यक्ष के घर चोरी:25 हजार कैश, 15000 डॉलर समेत चुराए कीमती एयरपोड; बिना सैलरी लिए छोड़ गया नौकरी हरियाणा के पानीपत में जननायक जनता पार्टी (JJP) के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं करनाल लोकसभा से प्रत्याशी रहे देवेंद्र कादियान की कोठी पर चोरी हो गई। यहां उनके कुक ने ही चोरी की है। जोकि अचानक बिना सैलरी लिए ही नौकरी छोड़ गया।
चुनावों के बाद सामान चेक किया, तो चोरी होने का पता लगा। चोर कुक ने कोठी से 25 हजार कैश, 15000 डॉलर समेत कीमती एयरपोड चुरा लिए। जिसकी शिकायत कादियान के पर्सनल सेक्रेटरी ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर चोरी का केस दर्ज कर लिया है। 3 माह पहले चला गया था कुक
चांदनीबाग थाना पुलिस को दी शिकायत में विक्रम सिंह ने बताया कि वह गांव सिवाह का रहने वाला है। वह सेक्टर 11 निवासी देवेंद्र कादियान ( JJP प्रदेश महासचिव) के मैनेजर एवं पर्सनल सेक्रेटरी का काम करता है। उनके यहां मुकेश पुत्र जयपाल सिंह निवासी DL-11, सैनी मोहल्ला, खेडे के पास पूंडरी कैथल कुक का काम करता था।
जोकि 3 माह पहले 12 अप्रैल को अचानक काम छोड़कर चला गया था। इसी बीच देवेंद्र कादियान को जेजेपी ने करनाल लोकसभा प्रत्याशी बनाया। जिसके चलते सभी चुनावों में व्यस्त हो गए। इसी व्यवस्तता के चलते वे अपना सामान और रुपए चेक नहीं कर पाए।
अब चुनावों के बाद उन्होंने अपना सामान देखा, तो काफी सामान चोरी मिला। जिनमें 25 हजार रुपए, और 15000 डॉलर गायब थे। इनके अलावा 25 हजार कीमत के एयरपोड भी थे। उन्हें इस चोरी का सीधा शक मुकेश पर ही है। क्योंकि वह जाते समय अपनी सैलरी भी नहीं ले गया।
WFI अध्यक्ष बोले-राजनीति न करे विनेश फोगाट:संजय सिंह ने कहा-नेताओं से मंच साझा न करे; इसी वजह से कुश्ती में सिर्फ 1 मेडल मिला
WFI अध्यक्ष बोले-राजनीति न करे विनेश फोगाट:संजय सिंह ने कहा-नेताओं से मंच साझा न करे; इसी वजह से कुश्ती में सिर्फ 1 मेडल मिला भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह ने हरियाणा की धाकड़ पहलवान विनेश फोगाट के संन्यास के ऐलान के बाद प्रतिक्रिया दी है। संजय सिंह ने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा, ‘अगर विनेश को शुद्ध रूप से कुश्ती खेलनी है तो उन्हें संन्यास के फैसले पर एक बार पुनर्विचार करना चाहिए। उनसे प्रेरणा लेकर महिला पहलवानों की हमारी नई पीढ़ी आगे बढ़ेगी। जिस हिसाब से वह (विनेश) आजकल राजनीतिक मंच साझा कर रही हैं, ऐसे में अगर उन्हें भविष्य में राजनीति ही करनी है तो फिर उन्हें कुश्ती में राजनीति नहीं करनी चाहिए।’ हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मामला है। बोले- आंदोलन के चलते देश को एक मेडल मिला संजय सिंह ने आगे कहा कि विनेश प्रतिस्पर्धात्मक कुश्ती में लौटती हैं तो वह उन्हें पूरा सहयोग करेंगे। 2023 में देश के पहलवानों का आंदोलन WFI को बहुत बड़ी सीख देकर गया है। हम पेरिस ओलिंपिक में भारतीय पहलवानों के 6 मेडल जीतने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन देश विरोधी ताकतों के षड्यंत्र के तहत 18 महीने तक कुश्ती की गतिविधियां ठप कर दी गईं। इस आंदोलन के चलते देश को ओलिंपिक में केवल एक मेडल मिल सका। कहा- कुश्ती में राजनीति घुसी
संजय ने कहा कि मैं कुश्ती और राजनीति को अलग-अलग रखना चाहता हूं। इसलिए मैं ऐसे किसी भी व्यक्ति का नाम लेना नहीं चाहता, जिसने यह आंदोलन खड़ा किया था। कुश्ती में राजनीति घुसने की वजह से ही पेरिस ओलिंपिक में कुश्ती का यह हश्र हुआ। उन्होंने हाल ही में जॉर्डन में खेली गई विश्व चैंपियनशिप में भारत की अंडर-17 महिला कुश्ती टीम के शानदार प्रदर्शन का हवाला देते हुए कहा कि भारतीय महिला कुश्ती बहुत अच्छी स्थिति में है और लगातार आगे जा रही है। WFI में दो-चार संस्थाएं कर रही दख़लंदाजी
संजय सिंह ने कहा कि अगर WFI को स्वतंत्र रूप से अपना काम करने दिया जाए और दो-चार संस्थाएं हमारे काम-काज में दखल देना बंद कर दें, तो हम अगले ओलिंपिक में महिला कुश्ती में देश को चार से पांच पदक दिला सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि डब्ल्यूएफआई मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में कुश्ती अकादमी खोलने पर विचार कर रहा है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव राज्य कुश्ती संघ के अध्यक्ष भी हैं। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने बताया, उज्जैन में कुश्ती की अकादमी खोलने की योजना को लेकर हमारी मुख्यमंत्री से शुरुआती दौर की बातचीत चल रही है। फाइनल से पहले डिस्क्वालिफाई हुई थी विनेश विनेश ने पेरिस ओलिंपिक में 50KG फ्री-स्टाइल कुश्ती कैटेगरी के फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन 7 अगस्त को फाइनल खेलने से पहले 100 ग्राम वजन अधिक पाए जाने पर उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था। इसके बाद विनेश ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया। 17 अगस्त को भारत लौटने पर विनेश फोगाट का जबरदस्त स्वागत किया गया।
हरियाणा में ट्रिपल एनकाउंटर की पूरी कहानी:डॉक्टर से फिरौती मांग रडार पर आए; इनेलो नेता के शोरूम पर फायरिंग की वीडियो से पहचान हुई
हरियाणा में ट्रिपल एनकाउंटर की पूरी कहानी:डॉक्टर से फिरौती मांग रडार पर आए; इनेलो नेता के शोरूम पर फायरिंग की वीडियो से पहचान हुई शुक्रवार रात तकरीबन साढ़े 9 बजे का समय। रोहतक-छिनौली मार्ग पर सोनीपत के खरखौदा में एक के बाद एक 50 राउंड गोलियां चली और तीन शार्प शूटर ढेर। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच का एक जवान भी छर्रे लगने से घायल हुआ। ट्रिपल एनकाउंटर में मारे गए आशीष उर्फ लालू, सन्नी, विकास उर्फ विक्की गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के शार्प शूटर थे। ये तीनों भाऊ की गैंग के लिए रीड की हड्डी तो पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुके थे। हरियाणा-दिल्ली में एक बाद एक संगीन वारदातों में इनका नाम सामने आने लगा, लेकिन हर बार पुलिस के हाथ खाली रहे। शुक्रवार को पुलिस को मुखबिर से मिली एक सूचना के बाद तीनों का सुराग लग गया। ये तीनों सोनीपत में किसी डॉक्टर का कत्ल करने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए। अब पढ़िए बदमाशों तक पहुंचने की पूरी कहानी… अमन की हत्या के बाद पीछे पड़ी थी पुलिस
18 जून को दिल्ली के राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग आउटलेट पर 40 राउंड फायरिंग कर झज्जर जिले के रहने वाले अमन जून की हत्या कर दी गई। हत्याकांड की जिम्मेदारी विदेश में बैठे हिमांशु भाऊ ने ली। दिल्ली पुलिस की टीमों ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। पुलिस को ये सुराग तो लग गया कि भाऊ गैंग के किन शूटर ने इस वारदात को अंजाम दिया, लेकिन उनके ठिकानों का पता नहीं चल पा रहा था। इसी बीच 25 जून को दिल्ली के साथ लगते हरियाणा के हिसार में एक बड़ी वारदात हुई। तीन शूटर्स ने इनेलो नेता रामभगत गुप्ता के बेटे के शोरूम पर दनादन फायरिंग कर 5 करोड़ की रंगदारी मांगी। दिल्ली की टीम ने शूटर की करवाई पहचान
मामला सुर्खियों में आने पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच हरियाणा में एक्टिव हुई। एक टीम ने हिसार पहुंचकर इनेलो नेता के शोरूम पर जांच की। साथ ही बर्गर किंग पर अमन जून की हत्या करने वाले शूटर का वीडियो शोरूम स्टाफ के सदस्य को दिखाया गया। इसके बाद पहचान हो गई कि अमन जून की हत्या करने वाले शूटर ने ही हिसार में फायरिंग की है। डॉक्टर से मांगी 50 लाख रंगदारी, यहीं से रडार पर आए
इसके बाद से ही क्राइम ब्रांच और हरियाणा पुलिस की टीमें मिलकर काम कर रही थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुछ दिन पहले सोनीपत जिले के खानपुर एरिया में एक डॉक्टर से 50 लाख की रंगदारी मांगी गई थी। जिसमें इन्हीं तीनों आरोपियों का नाम सामने आया। आरोपी डॉक्टर की हत्या करने की फिराक में थे। शुक्रवार की रात क्राइम ब्रांच ने आरोपियों की लोकेशन दिल्ली में ट्रैक की। इसके बाद पुलिस टीम उनके पीछे लग गई। तीनों किया सेल्टोस कार में थे। खरखौदा में तीनों बदमाशों को घेरा
STF के SP राजेश फोगाट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच से इनपुट मिला था कि तीनों गैंगस्टर हरियाणा में प्रवेश कर चुके हैं और हम उनको फॉलो कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने एसटीएफ से मदद मांगी थी। इसके बाद सोनीपत से टीम उनके साथ संयुक्त ऑपरेशन में शामिल हुई। दोनों टीमों ने आरोपियों को खरखौदा के पास घेर लिया। पुलिस टीमों से घिरा देख आरोपियों ने अपनी गाड़ी कच्चे रास्ते पर दौड़ा दी, लेकिन रास्ते में कार फंसने के बाद आरोपियों ने गाड़ी से उतर कर हाईटेक हथियारों से पुलिस टीमों पर फायरिंग शुरू कर दी। तीनों शूटर पर 2-2 लाख इनाम था
दोनों तरफ से करीब 50 राउंड फायरिंग हुई। इसमें हिसार के खारिया निवासी आशीष उर्फ लालू, खरड़ निवासी सन्नी और सोनीपत के रिढाना निवासी विकास उर्फ विक्की ढेर हो गए। जबकि दिल्ली पुलिस का एक जवान भी घायल हो गया। पुलिस की तरफ से 20 राउंड तो बदमाशों की तरफ से 25 से ज्यादा राउंड फायर किए गए। एनकाउंटर में मारे गए तीनों शूटर पर 2-2 लाख रुपए का इनाम रखा गया था। ये हिसार, सोनीपत, झज्जर, रोहतक और दिल्ली पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुके थे। दोनों हिमांशु भाऊ और काला खुर्रमपुर गैंग के जरिए ताबड़तोड़ वारदातें कर रहे थे। 7 महीने में 6 बड़ी वारदातें, 5 करोड़ से कम फिरौती नहीं
हिमांशु भाऊ गैंग में 15 बदमाश एक्टिव हैं। एनकाउंटर में मारे गए तीनों शूटर 5 महीने पहले उस वक्त सुर्खियों में आए, जब इन्होंने मार्च महीने में सोनीपत के मुरथल स्थित गुलशन ढाबा पर शराब कारोबारी सुंदर मलिक का कत्ल कर दिया। बदमाशों ने उस पर 35 राउंड फायर किए थे। इससे पहले जनवरी माह में भाऊ गैंग की तरफ से सोनीपत के मशहूर मातुराम हलवाई के यहां फायरिंग कर 2 करोड़ की फिरौती मांगी गई थी। इसके बाद मई में हिमांशु भाऊ गैंग ने दिल्ली के तिलक नगर में एक शोरूम पर फायरिंग कर 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी। कुछ दिन बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल का गैंग से आमना-सामना हुआ। पुलिस ने भाऊ के शूटर अजय उर्फ गोली को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। हालांकि गैंग के अन्य शूटर्स ने वारदातें जारी रखी। 18 जून को दिल्ली के राजौरी गार्डन में बर्गर किंग के आउटलेट पर अमन जून की 40 गोलियां मारकर हत्या की गई। अमन जून को एक लड़की के जरिए हनीट्रैप में फंसाकर रेस्टोरेंट में बुलाया गया था। अमन की हत्या के बाद हिमांशु भाऊ ने एक सोशल मीडिया पोस्ट डालकर इसे बदमाश शक्ति दादा की हत्या का बदला करार दिया था। शक्ति दादा दिल्ली के दाऊद के नाम से मशहूर नीरज बवाना की मौसी का लड़का था और उसकी हत्या विरोधी गैंग की तरफ से कर दी गई थी। इन दिनों हिमांशु भाऊ नीरज बवाना के साथ मिलकर ही वारदातों को अंजाम दे रहा है। 25 जून को इन तीनों शूटर ने हिसार में कार शोरूम पर फायरिंग कर 5 करोड़ की रंगदारी मांगी। लालू राइट हैंड, विक्की रेकी में माहिर
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आशीष उर्फ लालू गैंगस्टर हिमांशु भाऊ का सबसे भरोसेमंद था। उसके जरिए ही भाऊ लगातार ताबड़तोड़ वारदातें करवा रहा था। उसे हिमांशु भाऊ का राइट हैंड कहा जाता था। जबकि सोनीपत का रहने वाला विकास उर्फ विक्की रेकी करने में माहिर था। वो रेकी के बाद नंबर हिमांशु तक पहुंचाता और फिर रंगदारी, फिरौती मांगी जाती थी। पुलिस के अनुसार, आशीष पर करीब 20 संगीन मामले दर्ज थे, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, रंगदारी जैसे मामले शामिल हैं। इसी तरह सन्नी पर 15 मामले, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी, लूट और विकास उर्फ विक्की पर 7 आपराधिक मामले दर्ज थे। विदेश में बैठा हिमांशु भाऊ
रोहतक जिले के गांव रिठौली का रहने वाला हिमांशु भाऊ नाबालिग उम्र में ही क्राइम की दुनिया में उतर गया था। स्कूल टाइम में ही उस पर हत्या के प्रयास का इल्जाम लगा और उसे बाल सुधार गृह भेज दिया, लेकिन बाल सुधार गृह से हिमांशु भाऊ भाग गया और उसके बाद उसने ताबड़तोड़ वारदातें की। उस पर दिल्ली के अलावा रोहतक में 10, झज्जर में 7, दिल्ली में 10 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। 2022 में वो यूपी के किसी पते पर फर्जी पासपोर्ट के जरिए विदेश भाग गया। 2023 में उसकी आखिरी बार लोकेशन पुर्तगाल में मिली थी। जिसके बाद पुलिस उसका रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी करा चुकी हैं।