शुक्रवार रात तकरीबन साढ़े 9 बजे का समय। रोहतक-छिनौली मार्ग पर सोनीपत के खरखौदा में एक के बाद एक 50 राउंड गोलियां चली और तीन शार्प शूटर ढेर। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच का एक जवान भी छर्रे लगने से घायल हुआ। ट्रिपल एनकाउंटर में मारे गए आशीष उर्फ लालू, सन्नी, विकास उर्फ विक्की गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के शार्प शूटर थे। ये तीनों भाऊ की गैंग के लिए रीड की हड्डी तो पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुके थे। हरियाणा-दिल्ली में एक बाद एक संगीन वारदातों में इनका नाम सामने आने लगा, लेकिन हर बार पुलिस के हाथ खाली रहे। शुक्रवार को पुलिस को मुखबिर से मिली एक सूचना के बाद तीनों का सुराग लग गया। ये तीनों सोनीपत में किसी डॉक्टर का कत्ल करने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए। अब पढ़िए बदमाशों तक पहुंचने की पूरी कहानी… अमन की हत्या के बाद पीछे पड़ी थी पुलिस
18 जून को दिल्ली के राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग आउटलेट पर 40 राउंड फायरिंग कर झज्जर जिले के रहने वाले अमन जून की हत्या कर दी गई। हत्याकांड की जिम्मेदारी विदेश में बैठे हिमांशु भाऊ ने ली। दिल्ली पुलिस की टीमों ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। पुलिस को ये सुराग तो लग गया कि भाऊ गैंग के किन शूटर ने इस वारदात को अंजाम दिया, लेकिन उनके ठिकानों का पता नहीं चल पा रहा था। इसी बीच 25 जून को दिल्ली के साथ लगते हरियाणा के हिसार में एक बड़ी वारदात हुई। तीन शूटर्स ने इनेलो नेता रामभगत गुप्ता के बेटे के शोरूम पर दनादन फायरिंग कर 5 करोड़ की रंगदारी मांगी। दिल्ली की टीम ने शूटर की करवाई पहचान
मामला सुर्खियों में आने पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच हरियाणा में एक्टिव हुई। एक टीम ने हिसार पहुंचकर इनेलो नेता के शोरूम पर जांच की। साथ ही बर्गर किंग पर अमन जून की हत्या करने वाले शूटर का वीडियो शोरूम स्टाफ के सदस्य को दिखाया गया। इसके बाद पहचान हो गई कि अमन जून की हत्या करने वाले शूटर ने ही हिसार में फायरिंग की है। डॉक्टर से मांगी 50 लाख रंगदारी, यहीं से रडार पर आए
इसके बाद से ही क्राइम ब्रांच और हरियाणा पुलिस की टीमें मिलकर काम कर रही थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुछ दिन पहले सोनीपत जिले के खानपुर एरिया में एक डॉक्टर से 50 लाख की रंगदारी मांगी गई थी। जिसमें इन्हीं तीनों आरोपियों का नाम सामने आया। आरोपी डॉक्टर की हत्या करने की फिराक में थे। शुक्रवार की रात क्राइम ब्रांच ने आरोपियों की लोकेशन दिल्ली में ट्रैक की। इसके बाद पुलिस टीम उनके पीछे लग गई। तीनों किया सेल्टोस कार में थे। खरखौदा में तीनों बदमाशों को घेरा
STF के SP राजेश फोगाट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच से इनपुट मिला था कि तीनों गैंगस्टर हरियाणा में प्रवेश कर चुके हैं और हम उनको फॉलो कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने एसटीएफ से मदद मांगी थी। इसके बाद सोनीपत से टीम उनके साथ संयुक्त ऑपरेशन में शामिल हुई। दोनों टीमों ने आरोपियों को खरखौदा के पास घेर लिया। पुलिस टीमों से घिरा देख आरोपियों ने अपनी गाड़ी कच्चे रास्ते पर दौड़ा दी, लेकिन रास्ते में कार फंसने के बाद आरोपियों ने गाड़ी से उतर कर हाईटेक हथियारों से पुलिस टीमों पर फायरिंग शुरू कर दी। तीनों शूटर पर 2-2 लाख इनाम था
दोनों तरफ से करीब 50 राउंड फायरिंग हुई। इसमें हिसार के खारिया निवासी आशीष उर्फ लालू, खरड़ निवासी सन्नी और सोनीपत के रिढाना निवासी विकास उर्फ विक्की ढेर हो गए। जबकि दिल्ली पुलिस का एक जवान भी घायल हो गया। पुलिस की तरफ से 20 राउंड तो बदमाशों की तरफ से 25 से ज्यादा राउंड फायर किए गए। एनकाउंटर में मारे गए तीनों शूटर पर 2-2 लाख रुपए का इनाम रखा गया था। ये हिसार, सोनीपत, झज्जर, रोहतक और दिल्ली पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुके थे। दोनों हिमांशु भाऊ और काला खुर्रमपुर गैंग के जरिए ताबड़तोड़ वारदातें कर रहे थे। 7 महीने में 6 बड़ी वारदातें, 5 करोड़ से कम फिरौती नहीं
हिमांशु भाऊ गैंग में 15 बदमाश एक्टिव हैं। एनकाउंटर में मारे गए तीनों शूटर 5 महीने पहले उस वक्त सुर्खियों में आए, जब इन्होंने मार्च महीने में सोनीपत के मुरथल स्थित गुलशन ढाबा पर शराब कारोबारी सुंदर मलिक का कत्ल कर दिया। बदमाशों ने उस पर 35 राउंड फायर किए थे। इससे पहले जनवरी माह में भाऊ गैंग की तरफ से सोनीपत के मशहूर मातुराम हलवाई के यहां फायरिंग कर 2 करोड़ की फिरौती मांगी गई थी। इसके बाद मई में हिमांशु भाऊ गैंग ने दिल्ली के तिलक नगर में एक शोरूम पर फायरिंग कर 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी। कुछ दिन बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल का गैंग से आमना-सामना हुआ। पुलिस ने भाऊ के शूटर अजय उर्फ गोली को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। हालांकि गैंग के अन्य शूटर्स ने वारदातें जारी रखी। 18 जून को दिल्ली के राजौरी गार्डन में बर्गर किंग के आउटलेट पर अमन जून की 40 गोलियां मारकर हत्या की गई। अमन जून को एक लड़की के जरिए हनीट्रैप में फंसाकर रेस्टोरेंट में बुलाया गया था। अमन की हत्या के बाद हिमांशु भाऊ ने एक सोशल मीडिया पोस्ट डालकर इसे बदमाश शक्ति दादा की हत्या का बदला करार दिया था। शक्ति दादा दिल्ली के दाऊद के नाम से मशहूर नीरज बवाना की मौसी का लड़का था और उसकी हत्या विरोधी गैंग की तरफ से कर दी गई थी। इन दिनों हिमांशु भाऊ नीरज बवाना के साथ मिलकर ही वारदातों को अंजाम दे रहा है। 25 जून को इन तीनों शूटर ने हिसार में कार शोरूम पर फायरिंग कर 5 करोड़ की रंगदारी मांगी। लालू राइट हैंड, विक्की रेकी में माहिर
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आशीष उर्फ लालू गैंगस्टर हिमांशु भाऊ का सबसे भरोसेमंद था। उसके जरिए ही भाऊ लगातार ताबड़तोड़ वारदातें करवा रहा था। उसे हिमांशु भाऊ का राइट हैंड कहा जाता था। जबकि सोनीपत का रहने वाला विकास उर्फ विक्की रेकी करने में माहिर था। वो रेकी के बाद नंबर हिमांशु तक पहुंचाता और फिर रंगदारी, फिरौती मांगी जाती थी। पुलिस के अनुसार, आशीष पर करीब 20 संगीन मामले दर्ज थे, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, रंगदारी जैसे मामले शामिल हैं। इसी तरह सन्नी पर 15 मामले, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी, लूट और विकास उर्फ विक्की पर 7 आपराधिक मामले दर्ज थे। विदेश में बैठा हिमांशु भाऊ
रोहतक जिले के गांव रिठौली का रहने वाला हिमांशु भाऊ नाबालिग उम्र में ही क्राइम की दुनिया में उतर गया था। स्कूल टाइम में ही उस पर हत्या के प्रयास का इल्जाम लगा और उसे बाल सुधार गृह भेज दिया, लेकिन बाल सुधार गृह से हिमांशु भाऊ भाग गया और उसके बाद उसने ताबड़तोड़ वारदातें की। उस पर दिल्ली के अलावा रोहतक में 10, झज्जर में 7, दिल्ली में 10 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। 2022 में वो यूपी के किसी पते पर फर्जी पासपोर्ट के जरिए विदेश भाग गया। 2023 में उसकी आखिरी बार लोकेशन पुर्तगाल में मिली थी। जिसके बाद पुलिस उसका रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी करा चुकी हैं। शुक्रवार रात तकरीबन साढ़े 9 बजे का समय। रोहतक-छिनौली मार्ग पर सोनीपत के खरखौदा में एक के बाद एक 50 राउंड गोलियां चली और तीन शार्प शूटर ढेर। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच का एक जवान भी छर्रे लगने से घायल हुआ। ट्रिपल एनकाउंटर में मारे गए आशीष उर्फ लालू, सन्नी, विकास उर्फ विक्की गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के शार्प शूटर थे। ये तीनों भाऊ की गैंग के लिए रीड की हड्डी तो पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुके थे। हरियाणा-दिल्ली में एक बाद एक संगीन वारदातों में इनका नाम सामने आने लगा, लेकिन हर बार पुलिस के हाथ खाली रहे। शुक्रवार को पुलिस को मुखबिर से मिली एक सूचना के बाद तीनों का सुराग लग गया। ये तीनों सोनीपत में किसी डॉक्टर का कत्ल करने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए। अब पढ़िए बदमाशों तक पहुंचने की पूरी कहानी… अमन की हत्या के बाद पीछे पड़ी थी पुलिस
18 जून को दिल्ली के राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग आउटलेट पर 40 राउंड फायरिंग कर झज्जर जिले के रहने वाले अमन जून की हत्या कर दी गई। हत्याकांड की जिम्मेदारी विदेश में बैठे हिमांशु भाऊ ने ली। दिल्ली पुलिस की टीमों ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। पुलिस को ये सुराग तो लग गया कि भाऊ गैंग के किन शूटर ने इस वारदात को अंजाम दिया, लेकिन उनके ठिकानों का पता नहीं चल पा रहा था। इसी बीच 25 जून को दिल्ली के साथ लगते हरियाणा के हिसार में एक बड़ी वारदात हुई। तीन शूटर्स ने इनेलो नेता रामभगत गुप्ता के बेटे के शोरूम पर दनादन फायरिंग कर 5 करोड़ की रंगदारी मांगी। दिल्ली की टीम ने शूटर की करवाई पहचान
मामला सुर्खियों में आने पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच हरियाणा में एक्टिव हुई। एक टीम ने हिसार पहुंचकर इनेलो नेता के शोरूम पर जांच की। साथ ही बर्गर किंग पर अमन जून की हत्या करने वाले शूटर का वीडियो शोरूम स्टाफ के सदस्य को दिखाया गया। इसके बाद पहचान हो गई कि अमन जून की हत्या करने वाले शूटर ने ही हिसार में फायरिंग की है। डॉक्टर से मांगी 50 लाख रंगदारी, यहीं से रडार पर आए
इसके बाद से ही क्राइम ब्रांच और हरियाणा पुलिस की टीमें मिलकर काम कर रही थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुछ दिन पहले सोनीपत जिले के खानपुर एरिया में एक डॉक्टर से 50 लाख की रंगदारी मांगी गई थी। जिसमें इन्हीं तीनों आरोपियों का नाम सामने आया। आरोपी डॉक्टर की हत्या करने की फिराक में थे। शुक्रवार की रात क्राइम ब्रांच ने आरोपियों की लोकेशन दिल्ली में ट्रैक की। इसके बाद पुलिस टीम उनके पीछे लग गई। तीनों किया सेल्टोस कार में थे। खरखौदा में तीनों बदमाशों को घेरा
STF के SP राजेश फोगाट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच से इनपुट मिला था कि तीनों गैंगस्टर हरियाणा में प्रवेश कर चुके हैं और हम उनको फॉलो कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने एसटीएफ से मदद मांगी थी। इसके बाद सोनीपत से टीम उनके साथ संयुक्त ऑपरेशन में शामिल हुई। दोनों टीमों ने आरोपियों को खरखौदा के पास घेर लिया। पुलिस टीमों से घिरा देख आरोपियों ने अपनी गाड़ी कच्चे रास्ते पर दौड़ा दी, लेकिन रास्ते में कार फंसने के बाद आरोपियों ने गाड़ी से उतर कर हाईटेक हथियारों से पुलिस टीमों पर फायरिंग शुरू कर दी। तीनों शूटर पर 2-2 लाख इनाम था
दोनों तरफ से करीब 50 राउंड फायरिंग हुई। इसमें हिसार के खारिया निवासी आशीष उर्फ लालू, खरड़ निवासी सन्नी और सोनीपत के रिढाना निवासी विकास उर्फ विक्की ढेर हो गए। जबकि दिल्ली पुलिस का एक जवान भी घायल हो गया। पुलिस की तरफ से 20 राउंड तो बदमाशों की तरफ से 25 से ज्यादा राउंड फायर किए गए। एनकाउंटर में मारे गए तीनों शूटर पर 2-2 लाख रुपए का इनाम रखा गया था। ये हिसार, सोनीपत, झज्जर, रोहतक और दिल्ली पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुके थे। दोनों हिमांशु भाऊ और काला खुर्रमपुर गैंग के जरिए ताबड़तोड़ वारदातें कर रहे थे। 7 महीने में 6 बड़ी वारदातें, 5 करोड़ से कम फिरौती नहीं
हिमांशु भाऊ गैंग में 15 बदमाश एक्टिव हैं। एनकाउंटर में मारे गए तीनों शूटर 5 महीने पहले उस वक्त सुर्खियों में आए, जब इन्होंने मार्च महीने में सोनीपत के मुरथल स्थित गुलशन ढाबा पर शराब कारोबारी सुंदर मलिक का कत्ल कर दिया। बदमाशों ने उस पर 35 राउंड फायर किए थे। इससे पहले जनवरी माह में भाऊ गैंग की तरफ से सोनीपत के मशहूर मातुराम हलवाई के यहां फायरिंग कर 2 करोड़ की फिरौती मांगी गई थी। इसके बाद मई में हिमांशु भाऊ गैंग ने दिल्ली के तिलक नगर में एक शोरूम पर फायरिंग कर 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी। कुछ दिन बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल का गैंग से आमना-सामना हुआ। पुलिस ने भाऊ के शूटर अजय उर्फ गोली को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। हालांकि गैंग के अन्य शूटर्स ने वारदातें जारी रखी। 18 जून को दिल्ली के राजौरी गार्डन में बर्गर किंग के आउटलेट पर अमन जून की 40 गोलियां मारकर हत्या की गई। अमन जून को एक लड़की के जरिए हनीट्रैप में फंसाकर रेस्टोरेंट में बुलाया गया था। अमन की हत्या के बाद हिमांशु भाऊ ने एक सोशल मीडिया पोस्ट डालकर इसे बदमाश शक्ति दादा की हत्या का बदला करार दिया था। शक्ति दादा दिल्ली के दाऊद के नाम से मशहूर नीरज बवाना की मौसी का लड़का था और उसकी हत्या विरोधी गैंग की तरफ से कर दी गई थी। इन दिनों हिमांशु भाऊ नीरज बवाना के साथ मिलकर ही वारदातों को अंजाम दे रहा है। 25 जून को इन तीनों शूटर ने हिसार में कार शोरूम पर फायरिंग कर 5 करोड़ की रंगदारी मांगी। लालू राइट हैंड, विक्की रेकी में माहिर
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आशीष उर्फ लालू गैंगस्टर हिमांशु भाऊ का सबसे भरोसेमंद था। उसके जरिए ही भाऊ लगातार ताबड़तोड़ वारदातें करवा रहा था। उसे हिमांशु भाऊ का राइट हैंड कहा जाता था। जबकि सोनीपत का रहने वाला विकास उर्फ विक्की रेकी करने में माहिर था। वो रेकी के बाद नंबर हिमांशु तक पहुंचाता और फिर रंगदारी, फिरौती मांगी जाती थी। पुलिस के अनुसार, आशीष पर करीब 20 संगीन मामले दर्ज थे, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, रंगदारी जैसे मामले शामिल हैं। इसी तरह सन्नी पर 15 मामले, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी, लूट और विकास उर्फ विक्की पर 7 आपराधिक मामले दर्ज थे। विदेश में बैठा हिमांशु भाऊ
रोहतक जिले के गांव रिठौली का रहने वाला हिमांशु भाऊ नाबालिग उम्र में ही क्राइम की दुनिया में उतर गया था। स्कूल टाइम में ही उस पर हत्या के प्रयास का इल्जाम लगा और उसे बाल सुधार गृह भेज दिया, लेकिन बाल सुधार गृह से हिमांशु भाऊ भाग गया और उसके बाद उसने ताबड़तोड़ वारदातें की। उस पर दिल्ली के अलावा रोहतक में 10, झज्जर में 7, दिल्ली में 10 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। 2022 में वो यूपी के किसी पते पर फर्जी पासपोर्ट के जरिए विदेश भाग गया। 2023 में उसकी आखिरी बार लोकेशन पुर्तगाल में मिली थी। जिसके बाद पुलिस उसका रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी करा चुकी हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर