हरियाणा में जल्द ही मौसम बदलने वाला है। इस बार मौसम पाकिस्तान की ओर से 24 अक्टूबर को चलने वाली उत्तर पश्चिमी हवाओं से बदलेगा। इससे पहाड़ों में बर्फवारी और हरियाणा के मैदानी इलाकों में पाला पड़ेगा। इससे रात और दिन के तापमान में जबरदस्त गिरावट आएगी। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो दिन के तापमान में 7 से 8 डिग्री की गिरावट देखने को मिलेगी। हालांकि अभी छह दिन तक मौसम साफ रहने के आसार हैं। दिन में कड़ाके की धूप से लोगों को जून जैसी गर्मी का एहसास हो रहा है। 24 घंटे के आंकड़ों के अनुसार हिसार सबसे गर्म रिकॉर्ड किया गया। यहां का अधिकतम तापमान 38.7 दर्ज किया गया। जबकि हिसार की रातें सबसे ठंडी रहीं। जिले का न्यूनतम तापमान 16.9 डिग्री तक पहुंच गया। छह दिन तक साफ रहेगा मौसम मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हरियाणा में अगले छह दिनों तक मौसम साफ रहेगा। बारिश होने के कोई आसार नहीं हैं। हालांकि मौसम में जो बदलाव हो रहे हैं, उससे रात के समय पाला गिरेगा, जिससे सुबह और शाम हल्की ठंड महसूस होगी। मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि आने वाले दिनों में दिन के साथ रात के तापमान में भी गिरावट आएगी। खराब होने लगी शहरों की हवा वहीं पराली जलाने से हरियाणा की आबोहवा काफी खराब हो रही है। दिल्ली से लगते सूबे के अधिकांश जिलों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) काफी खराब श्रेणी में पहुंच गया है। 24 घंटे के दौरान कैथल जिले की हवा सबसे खराब रही। यहां का एक्यूआई 320 तक पहुंच गया। वहीं पानीपत, यमुनानगर, बहादुरगढ़, फरीदाबाद, गुरुग्राम जिलों में भी एक्यूआई 200 से अधिक दर्ज किया गया। मानसून ने नहीं किया निराश राज्य में मानसून का प्रदर्शन अब तक संतोषजनक रहा है। कुल मिलाकर अब तक 424.6 मिमी बारिश के मुकाबले 406.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जो सामान्य से महज 4% कम है। यानी बारिश का कोटा लगभग पूरा हो चुका है।दूसरी ओर, अगर जिले के हिसाब से बारिश की स्थिति देखें तो 10 जिले ऐसे हैं, जिनमें 10 से 38% कम बारिश दर्ज की गई है। 12 जिलों में सामान्य से 10 से 71% अधिक बारिश हुई है। तीन जिलों में सबसे ज्यादा बारिश इस बार मानसून सीजन नूंह, गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ पर ज्यादा मेहरबान रहा। नूंह में सामान्य से 71 फीसदी, गुरुग्राम में 53 फीसदी और महेंद्रगढ़ में सामान्य से 43 फीसदी अधिक बारिश हुई है। इन 3 जिलों में अत्यधिक बारिश हुई है। हालांकि झज्जर, चरखी दादरी, रेवाड़ी, पलवल, सिरसा और कुरुक्षेत्र में भी सामान्य से अधिक बारिश हुई है। 3 जिले सबसे सूखे रहे हालांकि मानसून अब तक 10 जिलों में बारिश का कोटा पूरा नहीं कर पाया है, लेकिन सबसे अधिक बेरुखी करनाल, यमुनानगर और पंचकूला की रही। करनाल में सामान्य से 38 फीसदी, यमुनानगर में 33 फीसदी और पंचकूला में सामान्य से 32 फीसदी कम बारिश हुई है। मानसून कभी भी विदा हो सकता है, इसलिए इन जिलों के लिए बारिश का कोटा पूरा करना संभव नहीं लगता। हरियाणा में जल्द ही मौसम बदलने वाला है। इस बार मौसम पाकिस्तान की ओर से 24 अक्टूबर को चलने वाली उत्तर पश्चिमी हवाओं से बदलेगा। इससे पहाड़ों में बर्फवारी और हरियाणा के मैदानी इलाकों में पाला पड़ेगा। इससे रात और दिन के तापमान में जबरदस्त गिरावट आएगी। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो दिन के तापमान में 7 से 8 डिग्री की गिरावट देखने को मिलेगी। हालांकि अभी छह दिन तक मौसम साफ रहने के आसार हैं। दिन में कड़ाके की धूप से लोगों को जून जैसी गर्मी का एहसास हो रहा है। 24 घंटे के आंकड़ों के अनुसार हिसार सबसे गर्म रिकॉर्ड किया गया। यहां का अधिकतम तापमान 38.7 दर्ज किया गया। जबकि हिसार की रातें सबसे ठंडी रहीं। जिले का न्यूनतम तापमान 16.9 डिग्री तक पहुंच गया। छह दिन तक साफ रहेगा मौसम मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हरियाणा में अगले छह दिनों तक मौसम साफ रहेगा। बारिश होने के कोई आसार नहीं हैं। हालांकि मौसम में जो बदलाव हो रहे हैं, उससे रात के समय पाला गिरेगा, जिससे सुबह और शाम हल्की ठंड महसूस होगी। मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि आने वाले दिनों में दिन के साथ रात के तापमान में भी गिरावट आएगी। खराब होने लगी शहरों की हवा वहीं पराली जलाने से हरियाणा की आबोहवा काफी खराब हो रही है। दिल्ली से लगते सूबे के अधिकांश जिलों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) काफी खराब श्रेणी में पहुंच गया है। 24 घंटे के दौरान कैथल जिले की हवा सबसे खराब रही। यहां का एक्यूआई 320 तक पहुंच गया। वहीं पानीपत, यमुनानगर, बहादुरगढ़, फरीदाबाद, गुरुग्राम जिलों में भी एक्यूआई 200 से अधिक दर्ज किया गया। मानसून ने नहीं किया निराश राज्य में मानसून का प्रदर्शन अब तक संतोषजनक रहा है। कुल मिलाकर अब तक 424.6 मिमी बारिश के मुकाबले 406.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जो सामान्य से महज 4% कम है। यानी बारिश का कोटा लगभग पूरा हो चुका है।दूसरी ओर, अगर जिले के हिसाब से बारिश की स्थिति देखें तो 10 जिले ऐसे हैं, जिनमें 10 से 38% कम बारिश दर्ज की गई है। 12 जिलों में सामान्य से 10 से 71% अधिक बारिश हुई है। तीन जिलों में सबसे ज्यादा बारिश इस बार मानसून सीजन नूंह, गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ पर ज्यादा मेहरबान रहा। नूंह में सामान्य से 71 फीसदी, गुरुग्राम में 53 फीसदी और महेंद्रगढ़ में सामान्य से 43 फीसदी अधिक बारिश हुई है। इन 3 जिलों में अत्यधिक बारिश हुई है। हालांकि झज्जर, चरखी दादरी, रेवाड़ी, पलवल, सिरसा और कुरुक्षेत्र में भी सामान्य से अधिक बारिश हुई है। 3 जिले सबसे सूखे रहे हालांकि मानसून अब तक 10 जिलों में बारिश का कोटा पूरा नहीं कर पाया है, लेकिन सबसे अधिक बेरुखी करनाल, यमुनानगर और पंचकूला की रही। करनाल में सामान्य से 38 फीसदी, यमुनानगर में 33 फीसदी और पंचकूला में सामान्य से 32 फीसदी कम बारिश हुई है। मानसून कभी भी विदा हो सकता है, इसलिए इन जिलों के लिए बारिश का कोटा पूरा करना संभव नहीं लगता। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत में दुकानदार की हत्या:लेनदेन के विवाद में सांस थमने तक लाठी-डंडों से पीटा, कत्ल के बाद आरोपी फरार
पानीपत में दुकानदार की हत्या:लेनदेन के विवाद में सांस थमने तक लाठी-डंडों से पीटा, कत्ल के बाद आरोपी फरार हरियाणा के पानीपत के गांव सौंदापुर में एक दुकानदार को उसके जानकार ने लाठी-डंडों से खूब पीटा। दुकानदार चिल्लाता रहा, लेकिन आरोपी उस पर ताबड़तोड़ हमला करता रहा। इसके बाद दुकानदार की चीख खामोशी में बदल गई। उसे अचेत छोड़कर आरोपी जानकार मौके से फरार हो गया। दुकानदार को अचेत अवस्था में परिजन तुरंत सिविल अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। शव का पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया गया है। पुलिस प्रारंभिक जांच में मरने वाले की पहचान 55 से 60 वर्षीय नरसिंह के रूप में हुई है। वारदात जाटल रोड पर एलएसबीटी वाली गली की है। यहां नरसिंह के एक जानकार ने ही लेन-देन के विवाद में उसकी हत्या कर दी। घटना तब हुई जब नरसिंह अपनी अपनी दुकान पर बैठा था।
पुलिस की टीमें आरोपी की तलाश में जुटी
वारदात के बाद मौके पर पुलिस की टीमें पहुंची। जिनमें पुराना औद्योगिक थाना पुलिस, तीनों सीआइए यूनिट, साइबर एक्सपर्ट टीम शामिल रही। सभी टीमें हर एंगल पर मामले की जांच कर रही है। मौके पर पूछताछ से मिले कुछ इनपुट के आधार पर टीमें आरोपी की पहचान और तलाश में जुट गई है। साथ ही मौके के थाना डीएसपी भी पहुंचे। जिन्होंने टीमों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
हरियाणा में बगावत पर उतरी NDA की सहयोगी RPI(A):मांगी 2 रिजर्व सीटें; नहीं मिलने पर 10 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की चेतावनी
हरियाणा में बगावत पर उतरी NDA की सहयोगी RPI(A):मांगी 2 रिजर्व सीटें; नहीं मिलने पर 10 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की चेतावनी हरियाणा में NDA की सहयोगी रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) RPI (A) बगावत पर उतर आई है। विधानसभा चुनाव में 2 रिजर्व सीटों की मांग की है। सीटें नहीं मिलने पर सूबे की 10 विधानसभाओं में प्रत्याशी उतारने की चेतावनी दी है। जो दो रिजर्व सीटें मांगी गई हैं, उनमें मुलाना (अंबाला लोकसभा) और नीलोखेड़ी (करनाल लोकसभा) शामिल हैं। इन दोनों सीटों पर उनके उम्मीदवार गठबंधन में चुनाव लड़ सकते हैं। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री और आरपीआई अध्यक्ष रामदास अठावले ने हरियाणा के विधानसभा चुनावों के लिए सत्तारूढ़ भाजपा के साथ गठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। चुनाव को लेकर अगले हफ्ते केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर हरियाणा दौरे पर आ रहे हैं। क्या बोले RPI के हरियाणा अध्यक्ष करनाल में आरपीआई (ए) के प्रदेश अध्यक्ष रवि कुंडली ने हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर कहा है कि उनकी पार्टी ने भाजपा से मुलाना (अंबाला) और नीलोखेड़ी (करनाल) सीटें मांगी हैं। जहां उनके उम्मीदवार गठबंधन में चुनाव लड़ सकते हैं। “हालांकि, अगर उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलती है, तो हमारे कार्यकर्ता कम से कम 8-10 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। अगर मौका मिला तो मैं नीलोखेड़ी सीट से लड़ने के लिए तैयार हूं।” गठबंधन नियमों के तहत करेंगे प्रचार हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष रवि कुंडली ने यह भी स्पष्ट किया है कि उनकी पार्टी या नेता भाजपा के खिलाफ कोई प्रचार नहीं करेंगे। गठबंधन के नियमों को निभाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले के नेतृत्व में पार्टी का जनाधार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। हरियाणा में पार्टी संगठन मजबूत हुआ है।
हरियाणा कांग्रेस में टिकट के लिए बड़े नेता आमने-सामने:भाजपा सांसद के भाई ने तोशाम से मांगा टिकट, जेजेपी विधायक की डिमांड शाहबाद सीट
हरियाणा कांग्रेस में टिकट के लिए बड़े नेता आमने-सामने:भाजपा सांसद के भाई ने तोशाम से मांगा टिकट, जेजेपी विधायक की डिमांड शाहबाद सीट हरियाणा विधानसभा चुनाव की घोषणा अब कभी भी हो सकती है। राजनीति पार्टियां अपनी तरफ से तैयारियों में लगी है। वहीं कांग्रेस ने हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों पर हुए आवेदन के हिसाब से दूसरा सर्वे शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने 10 अगस्त तक आवेदन मांगे थे। इसमें 90 सीटों पर 2556 दावेदार सामने आए हैं। कांग्रेस के आवेदन सूची में चौंकाने वाले नाम भी हैं। सबसे बड़ा चौंकाने वाला नाम सांसद चौधरी धर्मबीर के भाई राजबीर लाला का है। राजबीर लाला भाजपा के भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद चौधरी धर्मबीर का पूरा चुनाव प्रचार भी संभालते हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि धर्मबीर के भाई ने किरण चौधरी के सामने तोशाम से कांग्रेस का टिकट मांगा है। इसी सीट पर बंसीलाल के पौते अनिरुद्ध ने भी टिकट के लिए आवेदन किया है। दूसरा चौंकाने वाला नाम शाहबाद के मौजूदा विधायक रामकरण काला का है। रामकरण काला JJP के विधायक हैं। JJP विधायक ने कांग्रेस की टिकट के लिए आवेदन किया है। तोशाम और टोहाना सीट पर मचेगा घमासान
किरण चौधरी के भाजपा में जाने के बाद तोशाम सीट पर चौधरी बंसीलाल के पौते और रणबीर महेंद्रा के बेटे अनिरुद्ध चौधरी ने आवेदन किया है। वहीं चौधरी धर्मबीर के भाई राजबीर लाला ने भी यहां से आवेदन किया है। रणबीर महेंद्रा के परिवार ने इस बार बाढ़डा सीट से परिवार ने दावेदारी पेश नहीं की है। पिछले बार अनिरुद्ध चौधरी के पिता रणबीर महेंद्रा नैना चौटाला के सामने बाढड़ा विधानसभा से लड़े और वह दूसरे नंबर पर रहे थे। नैना चौटाला से हार के बाद अबकी बार रणबीर महेंद्रा अपनी पारंपरिक सीट पर शिफ्ट हो गया है। कांग्रेस बंसीलाल की पुत्रवधु किरण चौधरी के सामने पौते अनिरुद्ध चौधरी को लड़ाएगी या धर्मबीर के भाई राजबीर को इस पर पार्टी का फैसला करना आसान नहीं होगा। वहीं जजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ने देवेंद्र बबली के इलाके टोहाना से कांग्रेस का टिकट मांगा है। देवेंद्र बबली की भी कांग्रेस से चुनाव लड़ने की चर्चाएं हैं। बबली सैलजा के भरोसे टिकट के लिए बैठे हैं वहीं निशान सिंह को कांग्रेस में लाने वाले भूपेंद्र हुड्डा हैं। ऐसे में पार्टी किसे टिकट देगी किसे नाराज करेगी। यह आने वाला समय बताएगा। हुड्डा अपनी सीट पर अकेले दावेदार, सुरजेवाला ने पत्ते नहीं खोले
बता दें कि पूर्व भूपेंद्र सिंह हुड्डा की गढ़ी सांपला किलोई से महज 1 आवेदन आया है। हुड्डा अपनी सीट पर अकेले दावेदार हैं। वहीं कांग्रेस नेता अवतार सिंह भड़ाना ने 3 जगह से दावेदारी जताई है। अवतार भड़ाना ने नांगल चौधरी, पुन्हाना और एनआईटी फरीदाबाद से दावेदारी ठोकी है। भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने वाले निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने चरखी दादरी से कांग्रेट का टिकट के लिए आवेदन किया है। सबसे खास बात है कि कैथल विधानसभा से रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपने किसी समर्थक का आवेदन नहीं करवाया है। चर्चाएं हैं कि सुरजेवाला खुद या बेटे आदित्य सुरजेवाला को यहां से चुनाव लड़वा सकते हैं मगर सुरजेवाला परिवार में किसी ने आवेदन नहीं किया है। रिजर्व सीटों पर सर्वाधिक नामांकन
खास बात यह है कि हरियाणा की 14 रिजर्व सीटों पर सबसे ज्यादा दावेदार हैं। लोकसभा चुनाव में भाजपा रिजर्व सीटों पर पिछड़ गई थी यही कारण है कि हरियाणा की रिजर्व सीटों पर सबसे ज्यादा दावेदार हैं। रिजर्व सीटों को देखें तो मुलाना विधानसभा में 45, शाहबाद में 56, गुहला में 45, नीलोखेड़ी में 88, इसराना में 33, खरखौदा 54, नरवाना 44, रतिया 38, कालांवाली 14, बवानीखेड़ा 75, कलानौर 55, झज्जर 12 बावल 52 और पटौदी में 42 आवेदन कांग्रेस के आए हैं। इसके अलावा कांग्रेस की नीलोखेड़ी सीट पर सबसे अधिक 88 आवेदन आए हैं। इसके बाद जुलाना से 86, बवानीखेड़ा से 78, बाढ़डा से 60 और उकलाना से 57 लोगों ने आवेदन किया है। किसी ने 2 से 3 सीटों पर तो कहीं पिता-पुत्र, पति-पत्नी ने दावेदारी जताई
विधानसभा में कई सीटें ऐसी हैं जहां पिता-पुत्र, पति-पत्नी ने एक ही सीट पर दावेदारी जताई है तो कुछ लोगों ने एक से अधिक सीटों पर दावेदारी जताई है। सिरसा में 3 पिता-पुत्रों ने दावेदारी जताई है। इसमें राजकुमार शर्मा उनके बेटे मोहित शर्मा, वीरभान मेहता और बेटे राजन मेहता, अमीरचंद चावला, करण चावला ने आवेदन किया है। नलवा सीट पर पूर्व मंत्री प्रो. संपत सिंह और उनके बेटे गौरव सिंह ने आवेदन किया है। फतेहाबाद में प्रह्लाद सिंह गिल्लाखेड़ा और उनके बेटे ने एक सीट से ही दावेदारी जताई है। हांसी में पूर्व मंत्री सुभाष गोयल और उनके बेटे सुशील गोयल ने आवेदन किया है। हिसार में हनुमान ऐरन और उनकी पत्नी रेखा ऐरन ने आवेदन किया है। जजपा विधायकों वाली सीट पर अधिक आवेदन
खास बात है कि जिन सीटों पर जजपा के विधायक हैं उन सीटों पर कांग्रेस की ओर से ज्यादा आवेदन हैं। इसका कारण है कि जजपा के वोट बैंक में कांग्रेस सेंधमारी कर चुकी है। लोकसभा चुनाव में भी जजपा के अधिकांश सीटों में कांग्रेस आगे रही थी। टोहाना, नारनौंद, उचाना, जुलाना, बाढड़ा, उकलाना, नरवाना, शाहबाद और गुहला जैसी सीटों पर कांग्रेस को बढ़त मिली थी। टोहाना में कांग्रेस के 21, उचाना में 17, जुलाना में 86, बाढड़ा में 60, शाहबाद में 56, गुहला में 45, उकलाना में 57, नरवाना में 44 और बरवाला में 55 लोगों ने आवेदन किया है।