शिमला के संजौली स्थित मस्जिद में अवैध निर्माण मामले में लोकल रेजिडेंट की ओर से शनिवार को हिमाचल हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई। स्थानीय लोगों ने नगर निगम (MC) आयुक्त को इस केस के जल्द निपटारे के लिए आदेश देने का आग्रह किया गया। लोकल रेजिडेंट के एडवोकेट जगपाल ने बताया कि स्थानीय लोगों ने याचिका कोर्ट ने दायर की है। इस पर सोमवार को सुनवाई होनी है। न्यायाधीश संदीप शर्मा सोमवार को इस मामले पर प्रारंभिक सुनवाई करेंगे। MC कोर्ट में 21 दिसंबर को होनी है सुनवाई वहीं शिमला नगर निगम (MC) कमिश्नर कोर्ट में यह मामला आगामी 21 दिसंबर को सुना जाएगा। इससे पहले बीते 5 अक्टूबर को MC आयुक्त ने संजौली मस्जिद की अवैध 3 मंजिल गिराने के आदेश जारी किए। अब मस्जिद की निचली 2 मंजिल को लेकर सुनवाई होनी है। मस्जिद गिराने को धन जुटा रहे मुस्लिम कारोबारी: लतीफ MC आयुक्त कोर्ट के ऊपर की 3 मंजिल अपने खर्चें पर तोड़ने के आदेशों दे रखे है। इसके बाद संजौली मस्जिद कमेटी ने वक्फ बोर्ड को पत्र लिखकर अवैध हिस्से को गिराने की अनुमति मांगी है। क्योंकि यह प्रॉपर्टी वक्फ बोर्ड की है। संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने बताया कि मालिकाना हक की वजह से वक्फ बोर्ड की इसे तोड़ने की परमिशन मांगी गई है। मस्जिद कमेटी को ही मस्जिद के अवैध बताए जा रहे हिस्से को अपने खर्च पर हटाना है। इसके लिए लोकल मुस्लिम कारोबारी से धन जुटा रहे हैं। मस्जिद कमेटी ने शांत किया मामला बता दें कि इसी मस्जिद के अवैध निर्माण की वजह से पूरे प्रदेश में बीते दिनों मामला गरमाया रहा। प्रदेशभर में मस्जिदों के अवैध निर्माण तोड़ने की मांग उठी। हालांकि शिमला में संजौली मस्जिद कमेटी और वक्फ बोर्ड ने खुद अवैध निर्माण तोड़ने की निगम आयुक्त से पेशकश करके इस मामले को शांत किया। इसके बाद मामला शांत हुआ। मगर लोकल रेजिडेंट 14 साल से निगम कोर्ट में चल रहे इस केस के जल्द निपटारे का आग्रह कर रहे हैं। शिमला नगर निगम कोर्ट में साल 2010 से यह केस चल रहा है। इस मामले में 46 बार सुनवाई हो चुकी है और नगर निगम शिमला ने 35 बार अवैध निर्माण रोकने व तोड़ने के नोटिस जारी किए है। शिमला के संजौली स्थित मस्जिद में अवैध निर्माण मामले में लोकल रेजिडेंट की ओर से शनिवार को हिमाचल हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई। स्थानीय लोगों ने नगर निगम (MC) आयुक्त को इस केस के जल्द निपटारे के लिए आदेश देने का आग्रह किया गया। लोकल रेजिडेंट के एडवोकेट जगपाल ने बताया कि स्थानीय लोगों ने याचिका कोर्ट ने दायर की है। इस पर सोमवार को सुनवाई होनी है। न्यायाधीश संदीप शर्मा सोमवार को इस मामले पर प्रारंभिक सुनवाई करेंगे। MC कोर्ट में 21 दिसंबर को होनी है सुनवाई वहीं शिमला नगर निगम (MC) कमिश्नर कोर्ट में यह मामला आगामी 21 दिसंबर को सुना जाएगा। इससे पहले बीते 5 अक्टूबर को MC आयुक्त ने संजौली मस्जिद की अवैध 3 मंजिल गिराने के आदेश जारी किए। अब मस्जिद की निचली 2 मंजिल को लेकर सुनवाई होनी है। मस्जिद गिराने को धन जुटा रहे मुस्लिम कारोबारी: लतीफ MC आयुक्त कोर्ट के ऊपर की 3 मंजिल अपने खर्चें पर तोड़ने के आदेशों दे रखे है। इसके बाद संजौली मस्जिद कमेटी ने वक्फ बोर्ड को पत्र लिखकर अवैध हिस्से को गिराने की अनुमति मांगी है। क्योंकि यह प्रॉपर्टी वक्फ बोर्ड की है। संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने बताया कि मालिकाना हक की वजह से वक्फ बोर्ड की इसे तोड़ने की परमिशन मांगी गई है। मस्जिद कमेटी को ही मस्जिद के अवैध बताए जा रहे हिस्से को अपने खर्च पर हटाना है। इसके लिए लोकल मुस्लिम कारोबारी से धन जुटा रहे हैं। मस्जिद कमेटी ने शांत किया मामला बता दें कि इसी मस्जिद के अवैध निर्माण की वजह से पूरे प्रदेश में बीते दिनों मामला गरमाया रहा। प्रदेशभर में मस्जिदों के अवैध निर्माण तोड़ने की मांग उठी। हालांकि शिमला में संजौली मस्जिद कमेटी और वक्फ बोर्ड ने खुद अवैध निर्माण तोड़ने की निगम आयुक्त से पेशकश करके इस मामले को शांत किया। इसके बाद मामला शांत हुआ। मगर लोकल रेजिडेंट 14 साल से निगम कोर्ट में चल रहे इस केस के जल्द निपटारे का आग्रह कर रहे हैं। शिमला नगर निगम कोर्ट में साल 2010 से यह केस चल रहा है। इस मामले में 46 बार सुनवाई हो चुकी है और नगर निगम शिमला ने 35 बार अवैध निर्माण रोकने व तोड़ने के नोटिस जारी किए है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला में पहली बार पहुंचे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद:राम मंदिर गए बिना ही वापस लौटे, साईं की मूर्ति होने से किया कार्यक्रम का बहिष्कार
शिमला में पहली बार पहुंचे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद:राम मंदिर गए बिना ही वापस लौटे, साईं की मूर्ति होने से किया कार्यक्रम का बहिष्कार हिमाचल की राजधानी शिमला में स्थित राम मंदिर में साईं की मूर्ति को लेकर नया बवाल शुरू हो गया है। उत्तर दिशा के ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती गुरुवार को पहली बार शिमला पहुंचे। शंकराचार्य देशभर में गो हत्या को रोकने और गो माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में राम मंदिर में भी शंकराचार्य गो ध्वज की स्थापना के लिए पहुंचे थे। इस दौरान वो पत्रकारों से भी बातचीत करने वाले थे, लेकिन उन्होंने इस कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया है और राम मंदिर गए बिना ही वापस लौट गए। मन्दिर में साईं मूर्ति होने की वजह से नही गए मन्दिर
मिली जानकारी के मुताबिक शंकराचार्य गुरुवार सुबह सबसे पहले शिमला के प्राचीन मंदिर जाखू पहुंचे। यहां उन्होंने गो ध्वज की स्थापना की और इसी दौरान उन्हें राम मंदिर में साईं की प्रतिमा न हटाने की जानकारी मिली। जिसके बाद उनके स्टाफ ने जाखू मंदिर से ही एक संदेश दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि मन्दिर में साईं की मूर्ति होने की वजह से शंकराचार्य राम मंदिर नहीं गए, उन्होंने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया है। मूर्ति को हटाने के लिए पहले दिया था पत्र
शंकराचार्य के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शैलेंद्र योगीराज सरकार ने जानकारी दी कि उन्होंने पहले ही राम मंदिर से साईं की मूर्ति हटाने को कहा था, लेकिन नहीं हटाई गई। ऐसे में शंकराचार्य ने जाखू मंदिर से ही गो ध्वज फहराया और वहीं से वापस देहरादून लौट गए। उनके मीडिया प्रभारी ने कहा कि हिंदू धर्म में पहले ही 33 करोड़ देवी देवता हैं। ऐसे में किसी अन्य धर्म के व्यक्ति की मूर्ति (प्रतिमा) का कोई मतलब नही है। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य देशभर में जहां भी मन्दिर में साईं की मूर्ति है, वहां पूजा नही करते हैं। इसलिए उन्होंने इस कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया है। बताया जा रहा है कि शंकराचार्य बुधवार रात को शिमला पहुंचे थे और शिमला के न्यू शिमला में अपने किसी अनुयायी के घर रुके थे। गो माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए राष्ट्र व्यापी आंदोलन
बता दें अयोध्या राम मंदिर में भी शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने शास्त्र और वेदों के माध्यम से अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनने वाली भूमि को राम की जन्मभूमि होने का प्रमाण दिया था। फिलहाल उन्होंने गो माता को पशु की श्रेणी से हटाकर राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए राष्ट्र व्यापी आंदोलन शुरू किया है। 22 सितंबर को अयोध्या में राम मंदिर में गो ध्वज स्थापना और जयघोष के साथ यह यात्रा शुरू हुई है। 27 अक्टूबर को समाप्त होगी यात्रा
इसमें उनके अनुसार 33 राज्यों की राजधानी में गो ध्वज फहराया जा रहा है। 25 हजार 600 किलोमीटर की यात्रा 27 अक्टूबर को वृंदावन बांके बिहारी मंदिर में गो ध्वज फहराने के साथ समाप्त होगी। राजधानी शिमला 33वां स्थान है, जहां गो ध्वज फहराया गया। इसी कड़ी में धर्म, संस्कृति और गो माता के सम्मान के महायज्ञ में आज सनातन धर्म के ध्वज को राम मंदिर के शिखर पर फहराने का कार्यक्रम था, जिसका शंकराचार्य ने बहिष्कार किया।
हमीरपुर में करंट लगने से बच्चे की मौत:घर में कपड़ों पर कर रहा था प्रेस, अचानक आया करंट, 8वीं का था छात्र
हमीरपुर में करंट लगने से बच्चे की मौत:घर में कपड़ों पर कर रहा था प्रेस, अचानक आया करंट, 8वीं का था छात्र हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में एक नाबालिग युवक की करंट लगने से मौत हो गई है। हादसा सुजानपुर की पंचायत जोल पलाही में हुआ है। जानकारी के मुताबिक करंट लगने पर बच्चे को सिविल हॉस्पिटल सुजानपुर लगाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। बच्चा घर में विद्युत प्रेस कर रहा था। पुलिस के मुताबिक ऋतिक निवासी जोल पलाही की उम्र 14 वर्ष थी। वह आठ वीं कक्षा में पढ़ाई करता था। कपड़ों को प्रेस कर रहा था बच्चा नाबालिग ने पिता महिन्द्र कुमार ने बताया कि उसका छोटा बेटा ऋतिक बुधवार को घर पर कमरे में विद्युत प्रेस लगाकर कपड़ों को प्रेस कर रहा था। इसी दौरान करंट आ गया। ऋतिक को तुरंत सुजानपुर अस्पताल पहुंचाया गया जहां पर उसने दम तोड़ दिया। ऋतिक के पिता महेंद्र कुमार मिस्त्री का कार्य करता है। घटना के समय पर मृतक का पिता घर के बाहर काम कर रहा था। जबकि माता और बड़ी बहन घर में काम कर रही थी। महेंद्र सिंह के दो बच्चे है जिसमें ऋतिक छोटा था।
हिमाचल में आज-कल भारी बारिश का ऑरेंज-अलर्ट:5 जिलों को चेतावनी; सावधानी बरतने की एडवाइजरी, अब तक नॉर्मल से 43% कम बादल बरसे
हिमाचल में आज-कल भारी बारिश का ऑरेंज-अलर्ट:5 जिलों को चेतावनी; सावधानी बरतने की एडवाइजरी, अब तक नॉर्मल से 43% कम बादल बरसे हिमाचल प्रदेश में आज और कल भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। पांच जिलों में आज और चार जिलों में कल के लिए यह चेतावनी जारी की गई है। इसे देखते हुए प्रदेशवासियों और पर्यटकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग (IMD) ने आज के लिए ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर जिला में कुछेक स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट दिया है, जबकि कल मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिला में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। IMD के अनुसार, आज से अगले 6 दिन तक मानसून एक्टिव रगेगा। इससे 25 से 27 जुलाई के बीच भी अच्छी बारिश का पूर्वानुमान है। फिलहाल प्रदेश में मानसून 20 दिन से कमजोर पड़ा हुआ है। मानसून सीजन के दौरान सामान्य से 43 फीसदी कम बारिश हुई है। एक जून से 21 जुलाई तक 266.4 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है। मगर इस बार 151.6 मिलीमीटर ही बादल बरसे है। प्रदेश में एक भी जिला ऐसा नहीं है, जहां नॉर्मल से ज्यादा बारिश हुई हो। सिरमौर, लाहौल स्पीति, किन्नौर और चंबा चार ऐसे जिला है जहां नॉर्मल की तुलना में 50 प्रतिशत से कम भी बारिश हुई है। तापमान 6 डिग्री का उछाल प्रदेश में बारिश नहीं होने से तापमान में निरंतर उछाल हो रहा है। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान नॉर्मल से 2.7 डिग्री ज्यादा हो गया है। कई शहरों का तापमान नॉर्मल से 6 डिग्री से भी अधिक हो गया है। भुंतर डलहौजी के तापमान में ऩॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 6.3 डिग्री का उछाल आया है। यहां का तापमान 29.7 डिग्री सेल्सियस हो गया है। भुंतर के तापमान में नॉर्मल से 6 डिग्री का उछाल आया है और यहां का तापमान 37.1 डिग्री सेल्सियस हो गया है। बिलासपुर के तापमान में नॉर्मल की तुलना में 4.1 डिग्री का उछाला आया है। यहां का पारा 36.5 डिग्री सेल्सियस हो गया है। हमीरपुर का 3.2 डिग्री अधिक के साथ 34.6 डिग्री, मनाली का पारा 2 डिग्री के उछाल के बाद 27.3 डिग्री, शिमला का 2.7 डिग्री ज्यादा के साथ 25.5 डिग्री नॉर्मल सेल्सियस हो गया है।