100 साल के लिए बना पुल 52 दिन में खराब:कानपुर में दरारों से नीचे सड़क दिख रही; BJP विधायक बोले- CM को सबूत देंगे

100 साल के लिए बना पुल 52 दिन में खराब:कानपुर में दरारों से नीचे सड़क दिख रही; BJP विधायक बोले- CM को सबूत देंगे

कानपुर में पुल बनाने में भ्रष्टाचार हुआ। सिर्फ 52 दिन में पुल के जॉइंट कमजोर हो गए। उन्हें मरम्मत की जरूरत पड़ रही है। BJP विधायक सुरेंद्र मैथानी के पुल की सड़क और जॉइंट का मैटीरियल हाथ से उखाड़ने का VIDEO सामने आया। सवाल उठा कि जिस पुल से हर दिन 50 हजार लोग गुजरते हैं, अनुमानित उम्र करीब 100 साल बताई गई, उसके जॉइंट इतनी जल्दी कैसे खराब हो गए? इस करप्शन को समझने के लिए दैनिक भास्कर टीम पनकी धाम मंदिर पहुंची, जहां से यह पुल शुरू होता है। हमारे सामने सेतु निगम का एक बोर्ड था, रोड पूरी तरह ब्लॉक थी। पुल के बीच में कुछ कर्मचारी मरम्मत करते नजर आ रहे थे। टीम पैदल ही पुल के बीच तक पहुंची। जहां जॉइंट बदलने का काम चल रहा था। ये पुल क्यों बंद है, पूछने पर मजदूरों ने बताया कि मरम्मत चल रही है, इसलिए रोड ब्लॉक की गई है। अब करप्शन को जानने से पहले दोनों पुल को जान लेते हैं…
दरअसल, कानपुर के पनकी में 2021 में 2 पुलों का निर्माण एक साथ शुरू किया गया था। इनकी कुल लागत 65.48 करोड़ आई थी। CM योगी ने किया था उद्घाटन
ये दोनों पुल 52 दिन पहले 29 अगस्त, 2024 को शुरू कराए गए। इससे हनुमान मंदिर पनकी धाम जाने के लिए लोगों को सुविधा मिली, क्योंकि रास्ते में 2 रेलवे लाइन पड़ती हैं। यहां जाम लगा रहता था। करीब 3 साल पहले सेतु निर्माण निगम को 65.48 करोड़ में टेंडर दिया गया। CM योगी आदित्यनाथ ने सीसामऊ की एक जनसभा से इन पुलों का उद्घाटन किया था। पुल से होकर करीब 50 हजार लोग आते-जाते हैं। इसमें दोनों ही पुलों के जॉइंट्स कमजोर बताए जा रहे हैं। हम पहले पनकी धाम मंदिर से भाटिया तिराहा की तरफ जाने वाले पुल पर पहुंचे। इंजीनियर बोले- 8 जॉइंट बदल रहे
पुल पर हमारी मुलाकात इंजीनियर अरविंद कुमार से हुई। हमने पुल को लेकर उनसे बात शुरू की। मगर वो कैमरे पर बात करने को तैयार नहीं हुए। सवाल : पुल पर क्या मरम्मत करवाई जा रही?
इंजीनियर : अभी पुल के करीब 8 जॉइंट को बदला जा रहा है। कुल 15 जॉइंट लगे थे, एक-एक करके सभी को बदला जाएगा।
सवाल : क्या जॉइंट कमजोर पड़ हो गए थे?
इंजीनियर : जी हां, यह कमजोर हो गए हैं।
सवाल : इसमें कितना खर्च आएगा?
इंजीनियर : एक जॉइंट को बदलने में 3 से 4 लाख रुपए का खर्च आता है। करीब 2 करोड़ रुपए का खर्च आने का अनुमान है।
सवाल : इतनी जल्दी कैसे कमजोर हो गए?
इंजीनियर : यह तो अधिकारी बताएंगे, मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं बता सकता।
सवाल : क्या पनकी धाम मंदिर से कल्याणपुर की तरफ जाने वाले पुल पर भी मरम्मत चल रही है?
इंजीनियर : उस पुल की बाद में मरम्मत होगी। अभी वहां ट्रैफिक चल रहा है। डिवाइडर में दरार आई, स्लैब टूटे
इसके बाद हमारी टीम ने पुल की स्थिति को देखना शुरू किया। पुल के दोनों तरफ बनाए गए डिवाइडर में जगह-जगह दरार आ चुकी थी। इसको देखकर लगता है कि घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया। पुल बनाने में घपला किस लेवल का हुआ है, यह इससे समझा जा सकता है कि पुल के बीच की दरारों ने नीचे देखा जा सकता था। कहीं-कहीं स्लैब टूट गए थे। पुल से नीचे आने के बाद भास्कर टीम BJP विधायक सुरेंद्र मैथानी के पास पहुंची। उनसे बातचीत की… सवाल : आप पुल पर गए। आपके वीडियो सामने आए? क्या शिकायत मिली थी?
विधायक : जी हां, मुझे लोगों ने बताया कि आपकी ईमानदार सरकार में गलत काम हो रहे हैं। मैं मौके पर गया, तो पुल के जॉइंट बदले जा रहे थे। हाथ लगाया तो निर्माण सामग्री हाथ में आ जा रही थी। हमारी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि भ्रष्टाचार को रोका जाए।
सवाल : आप क्या इस करप्शन की जांच करवा रहे हैं?
विधायक : मैंने वहां पर मैटीरियल का सैंपल भरा है। रिपोर्ट भी आ जाएगी।
सवाल : आपने कहां शिकायत की है?
विधायक : अधिकारियों से बात की। वो कहते हैं कि IIT कानपुर से जांच कराई जा चुकी है। मैं IIT डायरेक्टर से मिलूंगा। लगता तो ऐसा है कि सेतु निर्माण निगम के अधिकारी IIT कानपुर को बदनाम कर रहे हैं। सभी सबूत मैंने इकट्‌ठे किए हैं। सारे सबूत लेकर मैं मुख्यमंत्री से मिलूंगा। अब लोगों की बात… लोग बोले – पुल पर तभी जाएंगे, जब ठीक हो जाएगा
कानपुर में रहने वाले उमाशंकर कटियार ने बताया- जब पुल बनाया जा रहा था, तब दिक्कत झेली। अब करप्शन के चलते एक बार फिर पुल को बंद कर दिया गया। सुविधा कम मिली, कष्ट ज्यादा मिल रहा। बाजार में थोड़ी दूरी पर खड़े शख्स नंद किशोर गुप्ता से भी हमने पुल को लेकर बातचीत की। उन्होंने कहा- पुल पर सिर्फ एक बार ही गए हैं। दोबारा अब जब ठीक हो जाएगा, तभी जाएंगे। पुल बंद होने से फिर से जाम से जूझना पड़ रहा है। एक्सीडेंट होने का खतरा बढ़ गया है। कैलाश राजभर ने बताया- पुल शुरू होने के बाद खराब हो गया। भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। सब पैसे का खेल है। खराब बनाया है। गनीमत है कि कोई घटना नहीं हुई। सेतु निगम के अधिकारी बोले- कंपनी को नोटिस दिया
इसके बाद हमने राज्य सेतु निगम के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर एके सिंह से सवाल पूछे। उन्होंने कहा- पुल निर्माण कराने वाली कंपनी को नोटिस दिया गया है। जॉइंट्स की मरम्मत के लिए ट्रैफिक बंद किया गया है। दिवाली के पहले पनकी मंदिर के पास बना पुल खोल दिया जाएगा। यह मरम्मत डीएम की अनुमति के बाद कराई जा रही है। अब पुल पर करप्शन की 3 तस्वीरें देखिए… सांसद ने मुख्यमंत्री से की शिकायत
इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सांसद रमेश अवस्थी ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने पनकी धाम ब्रिज के निर्माण में हुई लापरवाही और भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। सांसद का मानना है कि ऐसी घटनाएं सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती हैं। इसलिए उन्हें संज्ञान में लिया जाना आवश्यक है। कानपुर IIT भी सवालों के घेरे में
इस मामले में पहली बार IIT कानपुर जैसी बड़ी संस्था भी सवालों के घेरे में आ गई है। क्योंकि ओवरब्रिज का निर्माण पूरा होने के बाद IIT संस्था से इसकी जांच कराई गई थी। जिसमें उन्होंने पुल को फिट बताया था। ————————— यह भी पढ़े : गर्लफ्रेंड को नींद की गोली खिलाई, रेप किया फिर हत्या, कानपुर में करवाचौथ के बहाने होटल बुलाया मुझे शक था कि मेरी गर्लफ्रेंड किसी और से बात करती है। घंटों कॉल वेटिंग पर रहती थी। वह मुझे इग्नोर करने लगी थी। उसने मुझे धोखा दिया। इसलिए मैंने उसे होटल में बुलाकर कोल्डड्रिंक में नींद की गोली मिलाकर पिला दी। इसके बाद जबरदस्ती की, फिर चाकू से गला रेत दिया। यह भी पढ़िए… कानपुर में पुल बनाने में भ्रष्टाचार हुआ। सिर्फ 52 दिन में पुल के जॉइंट कमजोर हो गए। उन्हें मरम्मत की जरूरत पड़ रही है। BJP विधायक सुरेंद्र मैथानी के पुल की सड़क और जॉइंट का मैटीरियल हाथ से उखाड़ने का VIDEO सामने आया। सवाल उठा कि जिस पुल से हर दिन 50 हजार लोग गुजरते हैं, अनुमानित उम्र करीब 100 साल बताई गई, उसके जॉइंट इतनी जल्दी कैसे खराब हो गए? इस करप्शन को समझने के लिए दैनिक भास्कर टीम पनकी धाम मंदिर पहुंची, जहां से यह पुल शुरू होता है। हमारे सामने सेतु निगम का एक बोर्ड था, रोड पूरी तरह ब्लॉक थी। पुल के बीच में कुछ कर्मचारी मरम्मत करते नजर आ रहे थे। टीम पैदल ही पुल के बीच तक पहुंची। जहां जॉइंट बदलने का काम चल रहा था। ये पुल क्यों बंद है, पूछने पर मजदूरों ने बताया कि मरम्मत चल रही है, इसलिए रोड ब्लॉक की गई है। अब करप्शन को जानने से पहले दोनों पुल को जान लेते हैं…
दरअसल, कानपुर के पनकी में 2021 में 2 पुलों का निर्माण एक साथ शुरू किया गया था। इनकी कुल लागत 65.48 करोड़ आई थी। CM योगी ने किया था उद्घाटन
ये दोनों पुल 52 दिन पहले 29 अगस्त, 2024 को शुरू कराए गए। इससे हनुमान मंदिर पनकी धाम जाने के लिए लोगों को सुविधा मिली, क्योंकि रास्ते में 2 रेलवे लाइन पड़ती हैं। यहां जाम लगा रहता था। करीब 3 साल पहले सेतु निर्माण निगम को 65.48 करोड़ में टेंडर दिया गया। CM योगी आदित्यनाथ ने सीसामऊ की एक जनसभा से इन पुलों का उद्घाटन किया था। पुल से होकर करीब 50 हजार लोग आते-जाते हैं। इसमें दोनों ही पुलों के जॉइंट्स कमजोर बताए जा रहे हैं। हम पहले पनकी धाम मंदिर से भाटिया तिराहा की तरफ जाने वाले पुल पर पहुंचे। इंजीनियर बोले- 8 जॉइंट बदल रहे
पुल पर हमारी मुलाकात इंजीनियर अरविंद कुमार से हुई। हमने पुल को लेकर उनसे बात शुरू की। मगर वो कैमरे पर बात करने को तैयार नहीं हुए। सवाल : पुल पर क्या मरम्मत करवाई जा रही?
इंजीनियर : अभी पुल के करीब 8 जॉइंट को बदला जा रहा है। कुल 15 जॉइंट लगे थे, एक-एक करके सभी को बदला जाएगा।
सवाल : क्या जॉइंट कमजोर पड़ हो गए थे?
इंजीनियर : जी हां, यह कमजोर हो गए हैं।
सवाल : इसमें कितना खर्च आएगा?
इंजीनियर : एक जॉइंट को बदलने में 3 से 4 लाख रुपए का खर्च आता है। करीब 2 करोड़ रुपए का खर्च आने का अनुमान है।
सवाल : इतनी जल्दी कैसे कमजोर हो गए?
इंजीनियर : यह तो अधिकारी बताएंगे, मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं बता सकता।
सवाल : क्या पनकी धाम मंदिर से कल्याणपुर की तरफ जाने वाले पुल पर भी मरम्मत चल रही है?
इंजीनियर : उस पुल की बाद में मरम्मत होगी। अभी वहां ट्रैफिक चल रहा है। डिवाइडर में दरार आई, स्लैब टूटे
इसके बाद हमारी टीम ने पुल की स्थिति को देखना शुरू किया। पुल के दोनों तरफ बनाए गए डिवाइडर में जगह-जगह दरार आ चुकी थी। इसको देखकर लगता है कि घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया। पुल बनाने में घपला किस लेवल का हुआ है, यह इससे समझा जा सकता है कि पुल के बीच की दरारों ने नीचे देखा जा सकता था। कहीं-कहीं स्लैब टूट गए थे। पुल से नीचे आने के बाद भास्कर टीम BJP विधायक सुरेंद्र मैथानी के पास पहुंची। उनसे बातचीत की… सवाल : आप पुल पर गए। आपके वीडियो सामने आए? क्या शिकायत मिली थी?
विधायक : जी हां, मुझे लोगों ने बताया कि आपकी ईमानदार सरकार में गलत काम हो रहे हैं। मैं मौके पर गया, तो पुल के जॉइंट बदले जा रहे थे। हाथ लगाया तो निर्माण सामग्री हाथ में आ जा रही थी। हमारी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि भ्रष्टाचार को रोका जाए।
सवाल : आप क्या इस करप्शन की जांच करवा रहे हैं?
विधायक : मैंने वहां पर मैटीरियल का सैंपल भरा है। रिपोर्ट भी आ जाएगी।
सवाल : आपने कहां शिकायत की है?
विधायक : अधिकारियों से बात की। वो कहते हैं कि IIT कानपुर से जांच कराई जा चुकी है। मैं IIT डायरेक्टर से मिलूंगा। लगता तो ऐसा है कि सेतु निर्माण निगम के अधिकारी IIT कानपुर को बदनाम कर रहे हैं। सभी सबूत मैंने इकट्‌ठे किए हैं। सारे सबूत लेकर मैं मुख्यमंत्री से मिलूंगा। अब लोगों की बात… लोग बोले – पुल पर तभी जाएंगे, जब ठीक हो जाएगा
कानपुर में रहने वाले उमाशंकर कटियार ने बताया- जब पुल बनाया जा रहा था, तब दिक्कत झेली। अब करप्शन के चलते एक बार फिर पुल को बंद कर दिया गया। सुविधा कम मिली, कष्ट ज्यादा मिल रहा। बाजार में थोड़ी दूरी पर खड़े शख्स नंद किशोर गुप्ता से भी हमने पुल को लेकर बातचीत की। उन्होंने कहा- पुल पर सिर्फ एक बार ही गए हैं। दोबारा अब जब ठीक हो जाएगा, तभी जाएंगे। पुल बंद होने से फिर से जाम से जूझना पड़ रहा है। एक्सीडेंट होने का खतरा बढ़ गया है। कैलाश राजभर ने बताया- पुल शुरू होने के बाद खराब हो गया। भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। सब पैसे का खेल है। खराब बनाया है। गनीमत है कि कोई घटना नहीं हुई। सेतु निगम के अधिकारी बोले- कंपनी को नोटिस दिया
इसके बाद हमने राज्य सेतु निगम के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर एके सिंह से सवाल पूछे। उन्होंने कहा- पुल निर्माण कराने वाली कंपनी को नोटिस दिया गया है। जॉइंट्स की मरम्मत के लिए ट्रैफिक बंद किया गया है। दिवाली के पहले पनकी मंदिर के पास बना पुल खोल दिया जाएगा। यह मरम्मत डीएम की अनुमति के बाद कराई जा रही है। अब पुल पर करप्शन की 3 तस्वीरें देखिए… सांसद ने मुख्यमंत्री से की शिकायत
इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सांसद रमेश अवस्थी ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने पनकी धाम ब्रिज के निर्माण में हुई लापरवाही और भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। सांसद का मानना है कि ऐसी घटनाएं सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती हैं। इसलिए उन्हें संज्ञान में लिया जाना आवश्यक है। कानपुर IIT भी सवालों के घेरे में
इस मामले में पहली बार IIT कानपुर जैसी बड़ी संस्था भी सवालों के घेरे में आ गई है। क्योंकि ओवरब्रिज का निर्माण पूरा होने के बाद IIT संस्था से इसकी जांच कराई गई थी। जिसमें उन्होंने पुल को फिट बताया था। ————————— यह भी पढ़े : गर्लफ्रेंड को नींद की गोली खिलाई, रेप किया फिर हत्या, कानपुर में करवाचौथ के बहाने होटल बुलाया मुझे शक था कि मेरी गर्लफ्रेंड किसी और से बात करती है। घंटों कॉल वेटिंग पर रहती थी। वह मुझे इग्नोर करने लगी थी। उसने मुझे धोखा दिया। इसलिए मैंने उसे होटल में बुलाकर कोल्डड्रिंक में नींद की गोली मिलाकर पिला दी। इसके बाद जबरदस्ती की, फिर चाकू से गला रेत दिया। यह भी पढ़िए…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर