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कैथल में बच्चे को सांप ने काटा:सरकारी स्कूल में बेंच पर बैठा था, इलाज के दौरान हुई मौत
कैथल में बच्चे को सांप ने काटा:सरकारी स्कूल में बेंच पर बैठा था, इलाज के दौरान हुई मौत हरियाणा के कैथल जिले के गांव चंदाना में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले 14 वर्षीय रोहित की सांप के काटने से मौत हो गई। स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि घटना लगभग 11 बजे की है। वहीं मृतक के ताऊ के लड़के ने बताया कि स्कूल में साफ-सफाई नहीं थी, तभी क्लास के बेंच में सांप पहुंचा। उंगलियों के बीच आई हुई थी सूजन सुबह दो क्लास लग चुकी थी, जब क्लास के कुछ बच्चे रोहित को उसके पास लेकर आए। रोहित के दाहिने हाथ की उंगलियों के बीच सूजन आई हुई थी। उसने तभी स्कूल के दो अध्यापकों को उसे अस्पताल ले जाने के लिए भेज दिया और वह उसके मां-बाप को लेने के लिए चला गया, जो खेत में काम कर रहे थे। अस्पताल में इलाज के दौरान रोहित की मौत हो गई, रोहित के परिवार में चार बहने व एक भाई रह गया है। आज ही होगा पोस्टमॉर्टम अस्पताल में डॉक्टर ललित ने बताया कि बच्चे को सांप ने काटा हुआ था, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। फिलहाल पोस्टमॉर्टम किया जाना है, जिसके बाद बच्चे के शव को परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा। बच्चे की नाजुक कंडीशन थी, इसलिए रिकवर नहीं कर पाए। हालांकि सभी प्रकार के ट्रिटमैंट शुरू कर दिए गए थे, परंतु बच्चा रिकवर ना कर पाने के कारण नहीं बच पाया। पैन उठा रहा था बच्चा वहीं स्कूल प्रिंसिपल महेश कुमार ने बताया कि बच्चे का कहना था कि पैन उठा रहा था और बेंच में कहीं उंगली फंस गई होगी। जिसके कारण अब परेशानी हो रही है। जिस पर तुरंत प्रभाव से 2 टीचरों को बुलाकर बच्चे को इलाज के लिए कैथल भेजा गया, ताकि समय रहते समस्या का पता चल सके और उसका उपचार हो सके। क्योंकि गांव में ही इलाज करवाना संभव नहीं था। बेंच के पाइप में छिपा था सांप मैं स्वयं बच्चे के परिजनों को लेने के लिए उनके खेत में पहुंचा। जैसे ही मैं वापस चला, तो फोन आया कि क्लास में चैक करवा लीजिए कि कोई सांप वगैरा तो नहीं है। हमने जांच की, तो पाया कि बेंच के पाइप में सांप छिपा हुआ था, जिसे निकाल कर मार दिया गया है और टीचरों को भी सूचित किया कि सांप ने काटा है। डॉक्टरों द्वारा बच्चे का इलाज शुरू किया जा चुका था, लेकिन वह बच नहीं सका।
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Kuwait fire tragedy: Tamil Nadu CM MK Stalin announces helpline, details here At least 40 Indian expatriates were killed in a devastating fire in a multi-storey building in Kuwait city on Wednesday, June 12.
पलवल में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 7 लाख हड़पे:बेसहारा बच्चों की दी जानी थी राशि, बाल संरक्षण इकाई में हुआ घोटाला
पलवल में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 7 लाख हड़पे:बेसहारा बच्चों की दी जानी थी राशि, बाल संरक्षण इकाई में हुआ घोटाला पलवल में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 7 लाख रुपए सहायता राशि लेने का मामला सामने आया है। बेसहारा बच्चों को दी जाने वाली सहायता योजना में धांधली हुई है। कैंप थाना पुलिस ने बाल संरक्षण इकाई के चार कर्मचारियों के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सहायता राशि लेने का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। कैंप थाना प्रभारी दिनेश के अनुसार, राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की रजिस्ट्रार (एएसजे) गौमती मनोचा ने अगस्त में पुलिस को शिकायत दी थी। पुलिस ने शिकायत की जांच के बाद जिला बाल संरक्षण इकाई में फर्जी तरीके से सहायता राशि हड़पने के प्रमाण मिले। कटेसरा गांव निवासी राहुल उर्फ रविंद्र नियमों के खिलाफ अपने दो बच्चों रूही और कार्तिक के नाम पर यह राशि ले रहे थे। इसी प्रकार कौशल भी अपने बच्चों हरसल व माही तथा अन्य बच्चों के नाम पर भी धोखाधड़ी से राशि ली जा रही थी। जांच के दौरान पाया गया कि जिला बाल संरक्षण इकाई के कर्मचारियों ने अपने नजदीकी संबंधियों को गलत तरीके से लाभ पहुंचाया है। 7 लाख रुपए से भी अधिक की राशि गलत तरीके से हड़पी गई है। 2018 से यह घोटाला किया जा रहा था। पुलिस ने बताया कि जिला बाल संरक्षण इकाई की डाटा एनालिस्ट कीर्ति शर्मा, गायत्री देवी, सविता और सीता देवी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। धोखाधड़ी की राशि और ज्यादा हो सकती है, क्योंकि जिला बाल संरक्षण इकाई के अधिकारियों ने पुलिस को पूरा रिकार्ड उपलब्ध नहीं कराया है। पूरे रिकॉर्ड की जांच होने पर धोखाधड़ी के आरोपियों की संख्या भी बढ़ सकती है और राशि भी। इस मामले के आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर पूरा रिकार्ड कब्जे में लिया जाएगा और जांच में जो भी आरोपी पाया जाएगा, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।