हरियाणा के पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इस दौरान वह कांग्रेस पार्टी छोड़ने और उसके बाद यूटर्न लेने के मामले का खुलासा भी करेंगे। दोपहर 12 बजे नई दिल्ली के रायसीना रोड स्थित प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में कैप्टन अजय यादव की ये प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। बता दें कि 4 दिन पहले यादव ने कांग्रेस पार्टी छोड़ने के साथ ही ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के ओबीसी सेल के राष्ट्रीय चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने X पर कांग्रेस पार्टी पर भड़ास निकालते हुए एक बाद एक कई पोस्ट की। यहां तक की राहुल गांधी को चापसूलों से घिरा हुआ तक बता दिया था। हालांकि एक दिन पहले कैप्टन ने यू-टर्न लेते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा-मैं जन्म से कांग्रेसी हूं और आखिरी सांस तक कांग्रेसी ही रहूंगा। उन्होंने राहुल गांधी को टैग करते हुए लिखा- मैं इस बात से दुखी था कि OBC विभाग के लिए की गई मेरी मेहनत को हाईकमान द्वारा सराहा नहीं जा रहा था। कुछ कठोर शब्दों ने मुझे यह कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर किया, लेकिन मैंने ठंडे दिमाग से कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने का फैसला किया, खासकर मेरी मार्गदर्शक और नेता सोनिया गांधी जी को। मेरे बेटे चिरंजीव ने मुझे अतीत को भूलने के लिए प्रेरित किया। राहुल गांधी को चापलूसों से घिरा बताया था इससे पहले पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने सीधे तौर पर राहुल गांधी पर निशाना साधा था। जिसमें उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी चापलूसों से घिरे हुए हैं। अब केंद्रीय नेताओं से बात करना भी मुश्किल हो गया है। कोई अपने पिता के सहयोगी का अपमान नहीं करता। सपनों की दुनिया में जीना सबसे पुरानी पार्टी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। OBC सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से दिया था इस्तीफा 17 अक्टूबर को दक्षिण हरियाणा से कांग्रेस के दिग्गज नेता और OBC सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे पत्र में कैप्टन ने कहा था कि पार्टी हाईकमान द्वारा मेरे साथ किए गए बुरे व्यवहार से वह निराश हैं। विधानसभा चुनाव में बेटे की हार के बाद निराश पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव हरियाणा कांग्रेस में अपनी अनदेखी से नाराज चल रहे थे। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले गुरुग्राम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर राज बब्बर को यहां से मैदान में उतारा था। हालांकि कैप्टन की ये नाराजगी विधानसभा चुनाव आते-आते कम हो गई। इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कैप्टन के बेटे चिरंजीव राव को फिर से रेवाड़ी सीट से चुनावी मैदान में उतारा, लेकिन वह हार गए। उन्हें भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह यादव ने 28769 वोटों से हराया है। बेटे की हार के बाद अजय यादव ने पार्टी नेताओं पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। उन्होंने OBC विभाग पद को भी झुनझुना बताया था। हालांकि, पार्टी ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की तो 7 दिन बाद कैप्टन यादव ने खुद ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी हैं। हरियाणा के पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इस दौरान वह कांग्रेस पार्टी छोड़ने और उसके बाद यूटर्न लेने के मामले का खुलासा भी करेंगे। दोपहर 12 बजे नई दिल्ली के रायसीना रोड स्थित प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में कैप्टन अजय यादव की ये प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। बता दें कि 4 दिन पहले यादव ने कांग्रेस पार्टी छोड़ने के साथ ही ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के ओबीसी सेल के राष्ट्रीय चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने X पर कांग्रेस पार्टी पर भड़ास निकालते हुए एक बाद एक कई पोस्ट की। यहां तक की राहुल गांधी को चापसूलों से घिरा हुआ तक बता दिया था। हालांकि एक दिन पहले कैप्टन ने यू-टर्न लेते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा-मैं जन्म से कांग्रेसी हूं और आखिरी सांस तक कांग्रेसी ही रहूंगा। उन्होंने राहुल गांधी को टैग करते हुए लिखा- मैं इस बात से दुखी था कि OBC विभाग के लिए की गई मेरी मेहनत को हाईकमान द्वारा सराहा नहीं जा रहा था। कुछ कठोर शब्दों ने मुझे यह कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर किया, लेकिन मैंने ठंडे दिमाग से कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने का फैसला किया, खासकर मेरी मार्गदर्शक और नेता सोनिया गांधी जी को। मेरे बेटे चिरंजीव ने मुझे अतीत को भूलने के लिए प्रेरित किया। राहुल गांधी को चापलूसों से घिरा बताया था इससे पहले पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने सीधे तौर पर राहुल गांधी पर निशाना साधा था। जिसमें उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी चापलूसों से घिरे हुए हैं। अब केंद्रीय नेताओं से बात करना भी मुश्किल हो गया है। कोई अपने पिता के सहयोगी का अपमान नहीं करता। सपनों की दुनिया में जीना सबसे पुरानी पार्टी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। OBC सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से दिया था इस्तीफा 17 अक्टूबर को दक्षिण हरियाणा से कांग्रेस के दिग्गज नेता और OBC सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे पत्र में कैप्टन ने कहा था कि पार्टी हाईकमान द्वारा मेरे साथ किए गए बुरे व्यवहार से वह निराश हैं। विधानसभा चुनाव में बेटे की हार के बाद निराश पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव हरियाणा कांग्रेस में अपनी अनदेखी से नाराज चल रहे थे। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले गुरुग्राम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर राज बब्बर को यहां से मैदान में उतारा था। हालांकि कैप्टन की ये नाराजगी विधानसभा चुनाव आते-आते कम हो गई। इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कैप्टन के बेटे चिरंजीव राव को फिर से रेवाड़ी सीट से चुनावी मैदान में उतारा, लेकिन वह हार गए। उन्हें भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह यादव ने 28769 वोटों से हराया है। बेटे की हार के बाद अजय यादव ने पार्टी नेताओं पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। उन्होंने OBC विभाग पद को भी झुनझुना बताया था। हालांकि, पार्टी ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की तो 7 दिन बाद कैप्टन यादव ने खुद ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा CM पर आज शाह मुहर लगाएंगे:BJP विधायक दल की मीटिंग बुलाई; नायब सैनी के चेहरे पर चुनाव लड़ा, 17 को शपथग्रहण हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के नाम पर आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मुहर लगाएंगे। पूर्ण बहुमत से चुनाव जीतने के बाद नई सरकार के गठन को लेकर BJP ने आज विधायक दल की मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में केंद्र की ओर से पर्यवेक्षक बनाकर भेजे गए अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव शामिल होंगे। इससे पहले अमित शाह को भाजपा हाईकमान ने 2022 में UP में ऑब्जर्वर बनाकर भेजा था। उनके साथ झारखंड के पूर्व CM रघुवर दास भी थे। भाजपा ने 2022 के UP विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार बहुमत हासिल किया था। अमित शाह की मौजूदगी में वहां योगी आदित्यनाथ का नाम लगातार दूसरी बार CM पद के लिए फाइनल किया गया था। सभी विधायक चंडीगढ़ पहुंचे
हरियाणा BJP अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली ने पार्टी के सभी विधायकों को 16 और 17 अक्टूबर को चंडीगढ़ में रहने के निर्देश दिए थे। इसके बाद सभी विधायक चंडीगढ़ पहुंच गए हैं। 17 अक्टूबर को शपथग्रहण समारोह होगा। BJP में दो गुट
हरियाणा में नेतृत्व को लेकर कांग्रेस के साथ BJP में भी गुटबाजी है। हरियाणा BJP में दो मुख्य गुट हैं। एक कैडर का और दूसरा बाहर से आए नेताओं का। बाहर से आए नेताओं में राव इंद्रजीत से लेकर श्रुति चौधरी और कुलदीप बिश्नोई जैसे नेताओं के नाम हैं। वहीं, अनिल विज और मनोहर लाल खट्टर के भी अपने गुट हैं। खट्टर सरकार में गृहमंत्री रहे अनिल विज यहां तक कह चुके हैं कि अब CM हाउस में मुलाकात होगी। अनिल विज की इमेज अक्खड़ नेता की है। विज तब विधायक दल की बैठक बीच में ही छोड़कर निकल गए थे जब नायब सिंह सैनी को CM चुना गया था। CM दावेदारों की भरमार
BJP अनुशासित पार्टी मानी जाती है। आम तौर पर ऐसा देखने को मिलता है कि पार्टी ने अगर किसी नेता को चेहरा घोषित कर दिया तो उसके बाद अगले CM को लेकर डिबेट वहीं समाप्त हो जाती है। पार्टी के नेता भी खुलकर CM दावेदारी करने से परहेज करते हैं, लेकिन हरियाणा चुनाव में इसके उलट नजारा देखने को मिला। खुद अमित शाह ने ही यह ऐलान किया था कि नायब सैनी ही चुनाव में BJP का चेहरा होंगे, लेकिन राव इंद्रजीत से लेकर अनिल विज तक CM पद के लिए दावेदारियां लगातार करते रहे हैं। राव इंद्रजीत विधायक नहीं हैं, लेकिन CM के लिए अनिल विज के साथ उनकी दावेदारी ने BJP नेतृत्व की टेंशन बढ़ा दी है। BJP को सता रहा डर
BJP नेतृत्व नहीं चाहता कि फिर से वैसी नौबत आए और सरकार गठन से पहले ही किसी तरह का बखेड़ा खड़ा हो, पार्टी में गुटबाजी या विधायकों के बीच मतभेद की खबरें बाहर आएं। राव इंद्रजीत ने सरकार गठन की कवायद के बीच अहीरवाल रीजन के 8 विधायकों से मुलाकात की है, जिसे पार्टी आलाकमान को ताकत दिखाने जैसा बताया जा रहा है। राव इंद्रजीत ने अहीरवाल की 11 में से 8 सीटों पर अपनी बेटी समेत समर्थकों के लिए टिकट मांगा था। BJP ने राव इंद्रजीत की पसंद के उम्मीदवारों को तरजीह भी दी और ये सभी विधानसभा चुनाव जीत विधायक निर्वाचित होने में भी सफल रहे हैं।
हरियाणा के 9 शहरों में बारिश का अलर्ट:40KM की स्पीड से हवाएं चलेंगी; सिरसा अब भी सबसे गर्म, 48.8 डिग्री पारा पहुंचा
हरियाणा के 9 शहरों में बारिश का अलर्ट:40KM की स्पीड से हवाएं चलेंगी; सिरसा अब भी सबसे गर्म, 48.8 डिग्री पारा पहुंचा नौतपा के आठवें दिन मौसम विभाग ने हरियाणा के 9 शहरों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। रादौर, थानेसर, पेहोवा, शाहाबाद, अंबाला, बराडा, जगाधरी, छछरौली, नारायणगढ़ में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना है। इस दौरान 30 से 40KM/H की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। उधर, पंजाब में भी पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने से लोगों को थोड़ी राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार, आज पंजाब में बारिश व तेज हवाएं चलने की संभावनाएं हैं इसी बीच हरियाणा का सिरसा लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी देश में सबसे गर्म रहा। यहां ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन (AWS) पर अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। मैनुअल स्टेशन पर यह 47.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं, उत्तर प्रदेश का कानपुर देश का दूसरा सबसे गर्म शहर बना। वहां पारा 48.2 डिग्री रहा। चंडीगढ़ सहित हरियाणा के हिसार, रोहतक, सिरसा, अंबाला, नारनौल, पानीपत में लू से हालात खराब हैं। हरियाणा में दिन का औसत पारा सामान्य से 5.7 डिग्री ज्यादा रहा। रात के तापमान में कमी आई
हरियाणा में 12 साल बाद ऐसी स्थिति है, जब मई सबसे सूखा रहा। 1 से 31 मई तक प्रदेश में 4.2MM बारिश हुई है, जो सामान्य से 79% कम है। इससे पहले साल 2013 में 1.4MM बारिश हुई थी। रात के तापमान में 2.7 डिग्री की कमी आई है। यह सामान्य से 2.2 डिग्री तक ज्यादा है। मौसम विभाग का कहना है कि आज और कल कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। 3 जून तक मौसम में परिवर्तन जारी रह सकता है। भीषण गर्मी के बीच रोहतक में नगर निगम कमिशन ने सफाई कर्मियों के काम करने का समय निश्चित कर दिया है। अब यहां सफाई कार्य सुबह 5 से दोपहर 12 बजे तक ही होगा। इससे पहले सफाई कर्मी दिन में किसी भी समय काम करते थे। पंजाब में तेज हवाएं चलने की संभावना
उधर, पंजाब में कुछ इलाकों में राहत मिली है तो हीटवेव को लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है। प्रदेश का अत्यधिक तापमान, जो 48 डिग्री के पार पहुंच चुका था, आज उसमें भी थोड़ी कमी देखने को मिली है। मौसम विभाग के अनुसार, आज पंजाब के 3 हलकों फरीदकोट, मुक्तसर और बठिंडा में हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, फाजिल्का में हीटवेव के साथ बारिश और तेज हवाएं चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पंजाब के अन्य 19 जिलों की बात करें तो वहां आज हीटवेव, बारिश और तेज हवाओं के कारण यलो अलर्ट जारी किया गया है।
हरियाणा के सरकारी स्कूलों में 4 लाख फर्जी एडमिशन:स्कॉलरशिप-यूनिफॉर्म के नाम पर सरकारी फंड का मिसयूज किया; CBI ने 3 FIR दर्ज कीं
हरियाणा के सरकारी स्कूलों में 4 लाख फर्जी एडमिशन:स्कॉलरशिप-यूनिफॉर्म के नाम पर सरकारी फंड का मिसयूज किया; CBI ने 3 FIR दर्ज कीं हरियाणा के सरकारी स्कूलों में वर्ष 2014 से 2016 के बीच 4 लाख फर्जी दाखिले करने के मामले में चंडीगढ़ CBI ने अब 3 FIR दर्ज की हैं। छात्रवृति, वर्दी और मिड-डे मील के लिए सरकार से मिलने वाले फंड में गबन के लिए कागजी दाखिले किए गए थे। मामले में सरकारी कर्मी द्वारा गलत दस्तावेज तैयार करने, धोखाधड़ी, जालसाजी, आपराधिक साजिश रचने समेत भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धाराएं लगाई गई हैं। इससे पहले स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ने कई साल तक इसी मामले की जांच कर 7 FIR दर्ज की थीं। इस मामले में 2 बार विजिलेंस की विशेष जांच टीम (SIT) भी बनी। 3 स्तर पर जांच कर रिपोर्ट पेश की, लेकिन पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट जांच से संतुष्ट नहीं हुआ। हाई कोर्ट ने एक अपील केस में 30 मार्च, 2018 को दर्ज मामले में नवंबर 2019 को फैसला सुनाते हुए जांच CBI को सौंपी थी। कोर्ट ने CBI को 3 महीने में जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे। अब करीब 4 साल बाद CBI ने केस दर्ज कर नए सिरे से जांच शुरू कर दी है। इन मामलों की जांच CBI की ASP सीमा पाहुजा और DSP राजीव गुलाटी को सौंपी गई है। कितने का घोटाला? एक दशक बाद भी आंकड़ा स्पष्ट नहीं
सालों की जांच के बाद भी अभी तक किसी भी FIR में यह स्पष्ट नहीं है कि कुल कितने का वित्तीय घोटाला हुआ है। इतना जरूर कहा गया कि छात्रवृति, वर्दी, मिड-डे मील के लिए मिलने वाले फंड में गबन किया गया। CBI में दर्ज FIR के मुताबिक हरियाणा के विभिन्न जिलों में 4 लाख से अधिक स्टूडेंट का दाखिला दिखाकर वित्तीय गबन किया गया। गबन करने वालों ने इन 4 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स के लिए अध्यापकों की आवश्यकता दिखाई गई थी। इस मामले में शक के दायरे में प्राथमिक शिक्षा विभाग है। पहले विजिलेंस और अब CBI ने भी किसी को नामजद नहीं किया है। अब फिर से संबंधित जिम्मेदारों से पूछताछ हो सकती है। कब खुलासा? गेस्ट टीचर केस में आंकड़ों से खुली परतें
जून 2015 में शिक्षा विभाग ने 719 गेस्ट टीचरों को हटाने का नोटिस जारी किया। गेस्ट टीचर हाईकोर्ट पहुंचे। कोर्ट ने 6 जुलाई, 2015 को याचिका खारिज कर दी। रिव्यू पिटीशन भी नहीं मानी। सितंबर, 2015 में डबल बेंच में पहुंचे। सरकार को नोटिस जारी हुआ। वहां जवाब में सरकार ने बताया कि सरकारी स्कूलों में छात्र घट गए हैं। कोर्ट ने रिकॉर्ड मांगा तो सामने आया कि 22 लाख बच्चों में 4 लाख के दाखिले फर्जी हैं। कोर्ट ने सरकारी धन की हेराफेरी की आशंका जताते हुए जांच कराने को कहा, जो उस वक्त नहीं कराई। कोर्ट ने शिक्षा विभाग के ACS को बुलाया। ब्लॉक व जिला स्तर पर जांच हुई, कोर्ट संतुष्ट नहीं हुआ तो विजिलेंस को सौंपी। कैसे बढ़ती गई जांच? दो बार SIT गठित, जिलों में टीमें बनीं
गुरुग्राम विजिलेंस के SP हामिद अख्तर, विजिलेंस ब्यूरो पंचकूला मुख्यालय की IG चारू बाली ने जांच की। फिर SIT बनी। रोहतक, हिसार, गुरुग्राम रेंज के स्कूलों में जांच के बाद मार्च-अप्रैल 2018 में 7 FIR दर्ज हुईं। गुरुग्राम के 10 स्कूलों में सामने आया कि 5,298 बच्चों का दाखिला था, लेकिन वार्षिक परीक्षा में 4232 ही बैठे। मार्च 2019 में नए सिरे से SIT बनाने की अनुमति मांगी गई। फिर 200 विजिलेंस कर्मियों ने 12,924 स्कूलों में प्रोफार्मा के जरिये डेटा मिलान किया। करनाल, पानीपत व जींद में 50,687 बच्चे नहीं मिले। अम्बाला में फर्जी दाखिले मिले। हिसार, भिवानी, सिरसा व फतेहाबाद जिलों में 5,735 बच्चे अनुपस्थित मिले। रोहतक, सोनीपत व झज्जर में सब कुछ ठीक मिला। क्यों जांच मुश्किल? छात्रों के पते अधूरे थे, दस्तावेजों में एंट्री नहीं
हैरान करने वाली बात थी कि गैर-हाजिरी के चलते नाम न काटने का नियम था। ऐसे में शैक्षणिक सत्र में छात्रों की संख्या में इतना बड़ा अंतर आना सहज नहीं था। ट्रांसफर/स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट और ड्रॉपआउट केसों को लेकर स्कूल के रिकॉर्ड में एंट्री होनी चाहिए थी। कई स्कूलों में बच्चों की गैर-मौजूदगी के चलते उनका नाम काट देना बताया गया, जबकि स्कूल से नाम न काटने की पॉलिसी थी। वहीं स्टूडेंट्स के पते भी अधूरे पाए गए थे।