हरियाणा के पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इस दौरान वह कांग्रेस पार्टी छोड़ने और उसके बाद यूटर्न लेने के मामले का खुलासा भी करेंगे। दोपहर 12 बजे नई दिल्ली के रायसीना रोड स्थित प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में कैप्टन अजय यादव की ये प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। बता दें कि 4 दिन पहले यादव ने कांग्रेस पार्टी छोड़ने के साथ ही ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के ओबीसी सेल के राष्ट्रीय चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने X पर कांग्रेस पार्टी पर भड़ास निकालते हुए एक बाद एक कई पोस्ट की। यहां तक की राहुल गांधी को चापसूलों से घिरा हुआ तक बता दिया था। हालांकि एक दिन पहले कैप्टन ने यू-टर्न लेते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा-मैं जन्म से कांग्रेसी हूं और आखिरी सांस तक कांग्रेसी ही रहूंगा। उन्होंने राहुल गांधी को टैग करते हुए लिखा- मैं इस बात से दुखी था कि OBC विभाग के लिए की गई मेरी मेहनत को हाईकमान द्वारा सराहा नहीं जा रहा था। कुछ कठोर शब्दों ने मुझे यह कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर किया, लेकिन मैंने ठंडे दिमाग से कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने का फैसला किया, खासकर मेरी मार्गदर्शक और नेता सोनिया गांधी जी को। मेरे बेटे चिरंजीव ने मुझे अतीत को भूलने के लिए प्रेरित किया। राहुल गांधी को चापलूसों से घिरा बताया था इससे पहले पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने सीधे तौर पर राहुल गांधी पर निशाना साधा था। जिसमें उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी चापलूसों से घिरे हुए हैं। अब केंद्रीय नेताओं से बात करना भी मुश्किल हो गया है। कोई अपने पिता के सहयोगी का अपमान नहीं करता। सपनों की दुनिया में जीना सबसे पुरानी पार्टी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। OBC सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से दिया था इस्तीफा 17 अक्टूबर को दक्षिण हरियाणा से कांग्रेस के दिग्गज नेता और OBC सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे पत्र में कैप्टन ने कहा था कि पार्टी हाईकमान द्वारा मेरे साथ किए गए बुरे व्यवहार से वह निराश हैं। विधानसभा चुनाव में बेटे की हार के बाद निराश पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव हरियाणा कांग्रेस में अपनी अनदेखी से नाराज चल रहे थे। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले गुरुग्राम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर राज बब्बर को यहां से मैदान में उतारा था। हालांकि कैप्टन की ये नाराजगी विधानसभा चुनाव आते-आते कम हो गई। इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कैप्टन के बेटे चिरंजीव राव को फिर से रेवाड़ी सीट से चुनावी मैदान में उतारा, लेकिन वह हार गए। उन्हें भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह यादव ने 28769 वोटों से हराया है। बेटे की हार के बाद अजय यादव ने पार्टी नेताओं पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। उन्होंने OBC विभाग पद को भी झुनझुना बताया था। हालांकि, पार्टी ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की तो 7 दिन बाद कैप्टन यादव ने खुद ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी हैं। हरियाणा के पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इस दौरान वह कांग्रेस पार्टी छोड़ने और उसके बाद यूटर्न लेने के मामले का खुलासा भी करेंगे। दोपहर 12 बजे नई दिल्ली के रायसीना रोड स्थित प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में कैप्टन अजय यादव की ये प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। बता दें कि 4 दिन पहले यादव ने कांग्रेस पार्टी छोड़ने के साथ ही ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के ओबीसी सेल के राष्ट्रीय चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने X पर कांग्रेस पार्टी पर भड़ास निकालते हुए एक बाद एक कई पोस्ट की। यहां तक की राहुल गांधी को चापसूलों से घिरा हुआ तक बता दिया था। हालांकि एक दिन पहले कैप्टन ने यू-टर्न लेते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा-मैं जन्म से कांग्रेसी हूं और आखिरी सांस तक कांग्रेसी ही रहूंगा। उन्होंने राहुल गांधी को टैग करते हुए लिखा- मैं इस बात से दुखी था कि OBC विभाग के लिए की गई मेरी मेहनत को हाईकमान द्वारा सराहा नहीं जा रहा था। कुछ कठोर शब्दों ने मुझे यह कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर किया, लेकिन मैंने ठंडे दिमाग से कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने का फैसला किया, खासकर मेरी मार्गदर्शक और नेता सोनिया गांधी जी को। मेरे बेटे चिरंजीव ने मुझे अतीत को भूलने के लिए प्रेरित किया। राहुल गांधी को चापलूसों से घिरा बताया था इससे पहले पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने सीधे तौर पर राहुल गांधी पर निशाना साधा था। जिसमें उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी चापलूसों से घिरे हुए हैं। अब केंद्रीय नेताओं से बात करना भी मुश्किल हो गया है। कोई अपने पिता के सहयोगी का अपमान नहीं करता। सपनों की दुनिया में जीना सबसे पुरानी पार्टी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। OBC सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से दिया था इस्तीफा 17 अक्टूबर को दक्षिण हरियाणा से कांग्रेस के दिग्गज नेता और OBC सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे पत्र में कैप्टन ने कहा था कि पार्टी हाईकमान द्वारा मेरे साथ किए गए बुरे व्यवहार से वह निराश हैं। विधानसभा चुनाव में बेटे की हार के बाद निराश पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव हरियाणा कांग्रेस में अपनी अनदेखी से नाराज चल रहे थे। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले गुरुग्राम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर राज बब्बर को यहां से मैदान में उतारा था। हालांकि कैप्टन की ये नाराजगी विधानसभा चुनाव आते-आते कम हो गई। इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कैप्टन के बेटे चिरंजीव राव को फिर से रेवाड़ी सीट से चुनावी मैदान में उतारा, लेकिन वह हार गए। उन्हें भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह यादव ने 28769 वोटों से हराया है। बेटे की हार के बाद अजय यादव ने पार्टी नेताओं पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। उन्होंने OBC विभाग पद को भी झुनझुना बताया था। हालांकि, पार्टी ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की तो 7 दिन बाद कैप्टन यादव ने खुद ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा के भाजपा विधायकों में मंत्रीपद की दौड़:5 MLA दिल्ली में डटे, केंद्रीय मंत्रियों से मिल रहे; गंगवा बोले- सिफारिश से पद नहीं मिलता
हरियाणा के भाजपा विधायकों में मंत्रीपद की दौड़:5 MLA दिल्ली में डटे, केंद्रीय मंत्रियों से मिल रहे; गंगवा बोले- सिफारिश से पद नहीं मिलता हरियाणा में 17 अक्टूबर को होने वाले नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से पहले भाजपा विधायक मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए भरपूर प्रयास कर रहे हैं। पिछले 2 दिन से दिल्ली के हरियाणा भवन में एक कांग्रेस विधायक के अलावा भाजपा के 5 विधायक डटे हुए हैं। ये सभी केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। इन विधायकों में फतेहाबाद से कांग्रेस विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया, नलवा से भाजपा विधायक रणधीर पनिहार, भिवानी से घनश्याम सर्राफ, सफीदों से रामकुमार गौतम, हांसी से विनोद भयाना और इंद्री से विधायक रामकुमार कश्यप शामिल हैं। 2 दिन हरियाणा भवन में रुकने के बाद सोमवार को रणबीर गंगवा हरियाणा के लिए रवाना हो गए। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा- मैं यहां निजी काम से रुका हुआ था। अब हिसार जा रहा हूं। हमारा संगठन किसी को सिफारिश के आधार पर कोई पद नहीं देता। संगठन को हर विधायक का अच्छे से पता है, वह अपने अनुसार तय करेगा। इसके अलावा हरियाणा भवन में राज्यसभा सांसद सुभाष बराला और विधायक कृष्णलाल पंवार आए थे। बराला दोपहर तक यहां रुके। इसके बाद वह दिल्ली के राजेंद्र प्रसाद रोड स्थित अपने सरकारी आवास के लिए निकल गए। गौतम ने कहा- जो जिम्मेदारी मिलेगी तैयार हूं विधायक रामकुमार गौतम ने कहा- ‘जननायक जनता पार्टी को जनता ने आईना दिखा दिया है। मैं हमेशा कहता था कि भाजपा बहुमत से सरकार बनाएगी। पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं उसके लिए तैयार हूं। मेरे ऊपर किसी तरह का कोई भ्रष्टाचार या किसी अन्य तरह का आरोप नहीं है।’ नायब सैनी ने कामाख्या माता के दर्शन किए कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी सोमवार को असम के गुवाहाटी में कामाख्या माता मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे। उनके साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली भी मौजूद थे। यहां उन्होंने कहा कि 16 तारीख को हमारे ऑब्जर्वर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव आएंगे। हमारे सभी विधायकों की उनके साथ मीटिंग होगी। इसके बाद 17 तारीख को शपथ ग्रहण समारोह होगा। पहले दिन यह विधायक ले सकते हैं शपथ पहले दिन मुख्यमंत्री के साथ विपुल गोयल, महीपाल ढांडा, कृष्ण बेदी, कृष्णलाल पंवार, रणबीर गंगवा, सुनील सांगवान, बिमला चौधरी, लक्ष्मण यादव, अरविंद शर्मा और श्याम सिंह राणा शपथ ले सकते हैं। इसके अलावा, कृष्णलाल पंवार या अनिल विज को स्पीकर बनाया जा सकता है। श्रुति चौधरी उपराष्ट्रपति और विज जेपी नड्डा से मिले रविवार को राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने अपनी तोशाम से विधायक बेटी श्रुति चौधरी के साथ दिल्ली में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की। इसके अलावा पूर्व गृहमंत्री और अंबाला कैंट से भाजपा विधायक अनिल विज दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले। 16 को विधायक दल की मीटिंग 8 अक्टूबर को राज्य में आए विधानसभा चुनाव के रिजल्ट में भाजपा ने 48 सीट जीतीं। भाजपा को बहुमत मिलने के बाद नायब सैनी 2 बार दिल्ली में प्रधानमंत्री समेत केंद्रीय नेताओं से मिले। पहले 12 और 15 अक्टूबर को शपथ ग्रहण की बात सामने आई। हालांकि बाद में 17 अक्टूबर को शपथ की डेट फाइनल हुई। इससे एक दिन पहले 16 अक्टूबर को चंडीगढ़ में विधायक दल की मीटिंग होगी। इसमें अमित शाह और डॉ. मोहन यादव ऑब्जर्वर के तौर पर शामिल होंगे। इसके बाद विधायक दल के नेता राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
पानीपत में बीजेपी पर बरसे पूर्व मंत्री अजय:बोले- इनके पास सिर्फ दो ही मुद्दे, एक पाकिस्तान दूसरा मुसलमान, बैशाखी पर टिकी मोदी सरकार
पानीपत में बीजेपी पर बरसे पूर्व मंत्री अजय:बोले- इनके पास सिर्फ दो ही मुद्दे, एक पाकिस्तान दूसरा मुसलमान, बैशाखी पर टिकी मोदी सरकार कांग्रेस ओबीसी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार कभी भी गिर सकती है। क्योंकि मोदी सरकार दो बैशाखियों पर टिकी हुई है। जिसमें से एक बैसाखी सबसे बड़े पलटूराम नीतिश कुमार की है, जो गिरगिट की तरह रंग बदलने में माहिर हैं। जिस दिन पलटूराम पलट गया उसी दिन मोदी सरकार धरासाई हो जाएंगी। कैप्टन यादव रविवार को समालखा में पूर्व विधायक भरत सिंह छौक्कर द्वारा आयोजित ओबीसी सम्मेलन को बतौर मुख्य तिथि संबोधित कर रहे थे। समालखा विधानसभा क्षेत्र से टिकट की दावेदारी ठोक रहे पूर्व विधायक भरत सिंह छौक्कर के आमंत्रण पर हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। कार्यक्रम में देरी से पहुंचने पर मांगी मांफी लेकिन कैप्टन अजय यादव करीब दो घंटे देरी से समालखा पहुंचे तब तक आधे से ज्यादा लोग अपने घर जा चुके थे। कैप्टन यादव ने देरी से आने पर लोगों से क्षमायाचना की और भविष्य में समय पर पहुंचने का आश्वासन दिया। इस मौके पर उपस्थित समर्थकों ने भरत सिंह छौक्कर को टिकट देने की बात कही। जिस पर कैप्टन अजय यादव ने कहा कि वह टिकट वितरण समिति के सदस्य हैं। 2005 में भी उन्होंने भारत सिंह छौक्कर को टिकट दिलवाई थी। इस बार भी अगर छौक्कर का नाम सर्वे में सबसे ऊपर आया तो वह टिकट दिलाने का भरसक प्रयास करेंगे। बीेजेपी के पास सिर्फ दो ही मुद्दे कैप्टन अजय यादव ने प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा नेता न तो शिक्षा और न हीं चिकित्सा की बात करते हैं। इनके सिर्फ दो ही मुद्दे हैं एक पाकिस्तान ओर दूसरा मुसलमान। पूरे प्रदेश वासियों को इस भ्रष्ट सरकार ने पोर्टल के चक्कर में उलझाये हुए है,कहीं प्रॉपर्टी आईडी व कहीं फैमिली आईडी। अगर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो सभी आईडी खत्म करके सिर्फ राशन कार्ड व आधार कार्ड को मान्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो प्रदेश में 300 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी। 500 रूपए में रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया जाएगा। कार्यक्रम में ये रहे मौजूद इस मौके पर कांग्रेस ओबीसी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश सैनी, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष करता राम कश्यप,बाबू राम कौशिक,प्रदेश उपाध्यक्ष रितु सैनी, पानीपत जिला प्रधान सुभाष,बीसी प्रकोष्ठ के जिला महासचिव मोनू रावल भी मौजूद रहे।
दुष्यंत बोले-मैं BJP के साथ नहीं जाऊंगा:INDIA गठबंधन में जाने को तैयार, केंद्रीय मंत्री खट्टर बोले- किसने बुलाया उनको
दुष्यंत बोले-मैं BJP के साथ नहीं जाऊंगा:INDIA गठबंधन में जाने को तैयार, केंद्रीय मंत्री खट्टर बोले- किसने बुलाया उनको “मैं अब भाजपा के साथ नहीं जाऊंगा, जिनकी वजह से उनकी पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा। मैं एनडीए में रहा हूं। हमने साढ़े 4 साल तक उनका साथ दिया। शायद ही देश की कोई और पार्टी इतने लंबे समय तक उनका साथ दिया हो, लेकिन हमें सम्मान नहीं मिला। हमारा उनसे कोई झगड़ा नहीं था। हमने उनसे कहा था कि हमें कोई लोकसभा सीट नहीं चाहिए, बस पेंशन बढ़ाकर 5100 रुपए कर दीजिए। लेकिन न तो उन्होंने पेंशन बढ़ाकर 5100 रुपए करने की बात की और न ही सीट बंटवारे पर कोई सहमति बनी। उन्होंने अपना रास्ता चुना और हम भी अलग हो गए।” हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम और जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने एक मीडिया एजेंसी को दिए इंटरव्यू में यह बात कही। उन्होंने INDIA गठबंधन के साथ गठजोड़ पर कहा कि देखते हैं अगर हमारे पास संख्या होती है और हां अगर हमारी पार्टी को प्राथमिकता दी जाती है तो क्यों नहीं। दुष्यंत के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि किसने बुलाया उनको। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से भाजपा तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाएगी, एक नया रिकॉर्ड बनेगा। हम हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में जीत हासिल करेंगे। अब पढ़िए दुष्यंत चौटाला के इंटरव्यू की 5 अहम बातें… 1. मेरी कोई गलती है तो मैं माफी मांग रहा हूं
लोकसभा चुनाव में मिली हार पर दुष्यंत ने कहा-हम आज भी कॉन्फिडेंस में है। जो होना था हो गया, जो गुस्सा था वो निकल गया। हरियाणा में एक कहावत है, आपने को मारे तो छाया में गैरों, मतलब अगर कोई अपना मारता है तो उसे धूप से बचाने के लिए छाया में डालता है। मेरी कोई गलती है तो मैं माफी मांग रहा हूं। क्योंकि हरियाणा के 2 करोड़ लोग मेरे अपने हैं। ये कोई तमिलनाडु से थोड़े आए हैं। मुझे लगता है कि मुझे गले लगाएंगे। 2. जातिगत जनगणना होनी चाहिए
दुष्यंत चौटाला ने इंटरव्यू के दौरान जातिगत जनगणना पर भी बात की। उन्होंने कहा- जातिगत जनगणना होनी चाहिए। ताकि देश के लोगों को सब कुछ पता चल सके। कई देशों में जातिगत जनगणना भी होती है। मुझे हैरानी है कि 2020 में देश में जातिगत जनगणना के अलावा जनसंख्या भी होनी थी। प्रधानमंत्री देश में 140 करोड़ लोगों की बात करते हैं, कोई 141 करोड़ की बात करता है। सबसे पहले जनसंख्या गणना भी होनी चाहिए, ताकि असली आंकड़ा पता चल सकें। क्योंकि प्रधानमंत्री अपने भाषणों में कहते हैं कि हमने इतने लाख लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला है। उदाहरण के तौर पर बता दूं कि जब मेरे पास हरियाणा में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्रालय था। 12 लाख नए बीपीएल कार्ड बनाए गए थे। अब देखिए जनसंख्या का सही आंकड़ा न होने के कारण दोनों में कितना अंतर है। 3. विधानसभा चुनाव में मुद्दे अलग हैं
दुष्यंत ने कहा कि हर विधानसभा में हमारा संगठन और कार्यकर्ता है। पिछली बार जब लोकसभा में उतरे तो हमें कोई सीट नहीं मिली, लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी ने 10 सीटें जीती थी। 2024 के लोकसभा चुनाव में भी हमने बहुत अच्छा किया। छोटी-पर्ची (विधानसभा चुनाव) और बड़ी पर्ची (लोकसभा चुनाव) का जिक्र करते हुए दुष्यंत ने कहा-लोकसभा में मुद्दे और एजेंडा अलग थे, लेकिन छोटी पर्ची यानी विधानसभा चुनाव में मुद्दे अलग हैं। नायब सैनी के कार्यकाल में बढ़े क्राइम से लेकर अन्य तमाम मुद्दे हैं। 4. छोटे स्वार्थ में वर्षों के याराने गए
पिछले कुछ दिनों में दुष्यंत चौटाला की पार्टी के 6 विधायक उनका साथ छोड़ चुके हैं। इस पर दुष्यंत चौटाला ने अपने दादा का एक शेयर सुनाते हुए तंज कसा। उन्होंने कहा-‘छोटे से स्वार्थ के लिए वर्षों के याराने गए, अच्छा हुआ ऐ दोस्त कुछ नकली चेहरे पहचाने गए। ताकत होगी तो लोग साथ आएंगे और कमजोरी होगी तो छोड़ भी जाएंगे, लेकिन मुझे उम्मीद है कि जनता हमें ताकत देगी और फिर से नए चेहरे आएंगे। उन्होंने कहा- मैंने कहा था कि जिस दिन केंद्र सरकार एमएसपी को नुकसान पहुंचाएगी, मैं अलग हो जाऊंगा। मैं प्रधानमंत्री से भी दो बार मिला था। मैंने उनसे भी कहा था कि हम एमएसपी पर समझौता नहीं करेंगे। इसके बावजूद एक आंदोलन खड़ा किया गया। जिसमें दुष्यंत को निशाना बनाया गया। 5. नायब सैनी ने मनोहर के कामों पर यू-टर्न लिए
दुष्यंत चौटाला ने कहा- जब मैंने हरियाणा में सिविल एविएशन डिपार्टमेंट का जिम्मा संभाला तो ताजुब की बात है सिर्फ 38 करोड़ रुपए का बजट था। जब मैंने अधिकारियों से पूछा तो बताया गया कि 48 लोगों का स्टाफ है। ये सिर्फ मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर और जहाज तक ही सीमित थे, लेकिन हिसार एयरपोर्ट मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट था। हमने सिविल एविएशन डिपार्टमेंट के जरिए बड़े स्तर पर काम किया और जब मैंने डिपार्टमेंट छोड़ा तो इसका बजट 3 हजार 982 करोड़ रुपए था। जब नायब सैनी मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने पहली कैबिनेट बैठक में 94 दिन का विजन पेश किया, लेकिन 2-3 दिन बाद ही लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। नायब सैनी मनोहर के कामों पर यू-टर्न लेने में लगे हैं। अगर नायब सैनी को सिर्फ इतना ही टर्न लेने के लिए लाया गया था तो बेहतर होता कि मनोहर लाल खुद उनसे यू-टर्न ले लेते।